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5 संबंधों: चिन राज्य, पठार, बर्मी भाषा, म्यान्मार, हाखा चिन भाषा।
चिन राज्य
चिन राज्य (बर्मी: ချင်းပြည်နယ်) बर्मा के मध्य-पश्चिम में स्थित एक राज्य है। इसके उत्तर में भारत का मणिपुर राज्य, पश्चिम में भारत का मीज़ोरम राज्य और दक्षिण-पश्चिम में बांग्लादेश है। .
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पठार
भूमि पर मिलने वाले द्वितीय श्रेणी के स्थल रुपों में पठार अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं और सम्पूर्ण धरातल के ३३% भाग पर इनका विस्तार पाया जाता हैं।अथवा धरातल का विशिष्ट स्थल रूप जो अपने आस पास की जमींन से प्रयाप्त ऊँचा होता है,और जिसका ऊपरी भाग चौड़ा और सपाट हो पठार कहलाता है। सागर तल से इनकी ऊचाई ३०० मीटर तक होती हैं लेकिन केवल ऊचाई के आधार पर ही पठार का वर्गिकरण नही किया जाता हैं। .
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बर्मी भाषा
बर्मी भाषा बोलने वाले क्षेत्र बर्मी भाषा (बर्मी भाषा में: မြန်မာဘာသာ / म्रन्माभासा), स्वतंत्र देश म्यांमार (बर्मा) की राजभाषा है। यह मुख्य रूप से ब्रह्मदेश (बर्मा का संस्कृत नाम) में बोली जाती है। म्यांमार की सीमा से सटे भारतीय राज्यों असम, मणिपुर एवं अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी कुछ लोग इस भाषा का प्रयोग करते हैं। .
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म्यान्मार
म्यांमार यो ब्रह्मदेश दक्षिण एशिया का एक देश है। इसका आधुनिक बर्मी नाम 'मयन्मा' (မြန်မာ .
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हाखा चिन भाषा
हाखा चिन (Hakha Chin), जिसे लई (Lai), बौन्गशे (Baungshe) और पावी (Pawi) भी कहते हैं। इसके मातृभाषी अधिकतर भारत के मिज़ोरम राज्य में और बर्मा के चिन राज्य में रहते हैं। लई बोलने वाले कम संख्या में बंग्लादेश के कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में भी मिलते हैं। वैसे तो बर्मा के चिन राज्य में औपचारिक रूप से कोई राजभाषा नहीं है लेकिन अधिकतर लोग वहाँ आपस में लई ही बोलते हैं और प्रान्तीय राजधानी हाखा में भी लई ही बोली जाती है। यह काफ़ी हद तक मिज़ो भाषा से भी सम्बन्धित है।, Ethnologue, 1983, 1991, 1996, 2000, access date August 9, 2008 .
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