स्वामी सुदर्शननाथ जी, डॉ॰ नारायण दत्त श्रीमाली जी के पट्ट शिष्य हैं। आपने लुप्त हो रहे साधनात्मक ज्ञान को साधना सिद्धि विज्ञान पत्रिका के माध्यम से जन सुलभ कराया है। एक विराट व्यक्तित्व जिसने अपने अंदर स्वामी निखिलेश्वरानंद जी के ज्ञान को संपूर्णता के साथ समाहित किया है.
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