लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

सुन्दा चाप

सूची सुन्दा चाप

सुन्दा चाप (Sunda Arc) दक्षिणपूर्व एशिया में स्थित एक ज्वालामुखीय चाप (volcanic arc) है जिसने सुमात्रा, जावा, सुन्दा जलसन्धि और लघुतर सुन्दा द्वीपसमूह के द्वीपों का निर्माण किया। इस पूरे चाप में ज्वालामुखियों की एक शृंखला रीढ़ की भांति खड़ी है। .

7 संबंधों: दक्षिण पूर्व एशिया, लघुतर सुन्दा द्वीपसमूह, सुन्दा जलसन्धि, सुमात्रा, जावा (द्वीप), ज्वालामुखी, ज्वालामुखीय चाप

दक्षिण पूर्व एशिया

दक्षिण पूर्व एशिया या दक्षिण पूर्वी एशिया एशिया का एक उपभाग है, जिसके अंतर्गत भौगोलिक दृष्टि से चीन के दक्षिण, भारत के पूर्व, न्यू गिनी के पश्चिम और ऑस्ट्रेलिया के उत्तर के देश आते हैं। यह क्षेत्र भूगर्भीय प्लेटों के चौराहे पर स्थित है, जिसकी वजह से इस क्षेत्र में भारी भूकंप और ज्वालामुखी गतिविधियाँ होती हैं। दक्षिण पूर्व एशिया को दो भौगोलिक भागों में बांटा जा सकता है: मुख्यभूमि दक्षिण पूर्व एशिया, जिसे इंडोचायना भी कहते हैं, के अन्दर कंबोडिया, लाओस, बर्मा (म्यांमार), थाईलैंड, वियतनाम और प्रायद्वीपीय मलेशिया आते हैं और समुद्री दक्षिण पूर्व एशिया, जिसमें ब्रुनेई, पूर्व मलेशिया, पूर्वी तिमोर, इंडोनेशिया, फिलीपींस, क्रिसमस द्वीप और सिंगापुर शामिल हैं। श्रेणी:दक्षिण पूर्व एशिया श्रेणी:एशिया के क्षेत्र.

नई!!: सुन्दा चाप और दक्षिण पूर्व एशिया · और देखें »

लघुतर सुन्दा द्वीपसमूह

लघुतर सुन्दा द्वीपसमूह (Lesser Sunda Islands) दक्षिणपूर्व एशिया में ऑस्ट्रेलिया से उत्तर में स्थित द्वीपों का एक समूह है। बृहत्तर सुन्दा द्वीपसमूह के साथ यह सुन्दा द्वीपसमूह बनाते हैं। लघुतर सुन्दा द्वीप सुन्दा चाप नामक एक ज्वालामुखीय चाप का भाग हैं जो जावा सागर में एक भौगोलिक तख़्ते के दूसरे के नीचे निम्नस्खलन (सबडक्शन) द्वारा बना है। .

नई!!: सुन्दा चाप और लघुतर सुन्दा द्वीपसमूह · और देखें »

सुन्दा जलसन्धि

सुन्दा जलसन्धि इण्डोनेशिया के सुमात्रा द्वीप और जावा द्वीप के बीच की जलसन्धि है। यह जावा सागर को हिन्द महासागर से जोड़ती है। इसका नाम पश्चिम जावा द्वीप के सुन्दा समुदाय पर पड़ा है। यह अपने न्यूनतम चौड़ाई पर केवल २४ किमी है और इसमें कई छोटे टापू व द्वीप स्थित हैं। यह अपने पश्चिमी छोर पर बहुत गहरी है लेकिन इसके पूर्वी अंत पर गहराई केवल २० मीटर तक आ जाती है। इस कम गहराई और समुद्र सतह से नीचे कई रेतीले टीलों की उपस्थिति से यह बड़ी नौकाओं के लिए बहुत ख़तरनाक माना जाता है। इस कारण से समुद्री जहाज़ इस जलसन्धि की बजाय मलक्का जलसन्धि का मार्ग अपनाते हैं। .

नई!!: सुन्दा चाप और सुन्दा जलसन्धि · और देखें »

सुमात्रा

सुमात्रा इंडोनिशया देश का एक द्वीप है। मलय द्वीप समूहों में यह सबसे बड़ा है और मलाया जलसंधि (मेलक्का) के ठीक पश्चिम में स्थित है। यह उन द्वीपों में सबसे बड़ा है जिस पर इंडोनेशिया का संपूर्ण राजनैतिक शासन है। इसके अतिरिक्त यह दुनिया का ६ठा सबसे बड़ा द्वीप है। अंदमान तथा जावा द्वीपों के बीच स्थित इन द्वीपों का आकार लंबाई में खिंचा हुआ और उत्तरपश्चिम से दक्षिणपूर्व की ओर है। पश्चिमी तट के निकट बरिसान पहाड़याँ हैं जिनमे कुछ ज्वालामुखी भी हैं। साल २००४ में यहाँ सुनामी की वजह से बहुत तबाही हुई थी। श्रेणी:हिन्द महासागर के द्वीप श्रेणी:बृहत्तर सुन्दा द्वीपसमूह * श्रेणी:इण्डोनेशिया के द्वीप.

नई!!: सुन्दा चाप और सुमात्रा · और देखें »

जावा (द्वीप)

मेरबाबु पर्वत ज्वालामुखी जावा द्वीप इंडोनेशिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला द्वीप है। प्राचीन काल में इसका नाम यव द्वीप था और इसका वर्णन भारत के ग्रन्थों में बहुत आता है। यहां लगभग २००० वर्ष तक हिन्दू सभ्यता का प्रभुत्व रहा। अब भी यहां हिन्दुओं की बस्तियां कई स्थानों पर पाई जाती हैं। विशेषकर पूर्व जावा में मजापहित साम्राज्य के वंशज टेंगर लोग रहते हैं जो अब भी हिन्दू हैं। सुमेरू पर्वत और ब्रोमो पर्वत पूर्व जावा में यहां की और पूरे इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता (संस्कृत: जयकर्त) है। बोरोबुदुर और प्रमबनन मन्दिर यहां स्थित हैं। .

नई!!: सुन्दा चाप और जावा (द्वीप) · और देखें »

ज्वालामुखी

तवुर्वुर का एक सक्रिय ज्वालामुखी फटते हुए, राबाउल, पापुआ न्यू गिनिया ज्वालामुखी पृथ्वी की सतह पर उपस्थित ऐसी दरार या मुख होता है जिससे पृथ्वी के भीतर का गर्म लावा, गैस, राख आदि बाहर आते हैं। वस्तुतः यह पृथ्वी की ऊपरी परत में एक विभंग (rupture) होता है जिसके द्वारा अन्दर के पदार्थ बाहर निकलते हैं। ज्वालामुखी द्वारा निःसृत इन पदार्थों के जमा हो जाने से निर्मित शंक्वाकार स्थलरूप को ज्वालामुखी पर्वत कहा जाता है। ज्वालामुखी का सम्बंध प्लेट विवर्तनिकी से है क्योंकि यह पाया गया है कि बहुधा ये प्लेटों की सीमाओं के सहारे पाए जाते हैं क्योंकि प्लेट सीमाएँ पृथ्वी की ऊपरी परत में विभंग उत्पन्न होने हेतु कमजोर स्थल उपलब्ध करा देती हैं। इसके अलावा कुछ अन्य स्थलों पर भी ज्वालामुखी पाए जाते हैं जिनकी उत्पत्ति मैंटल प्लूम से मानी जाती है और ऐसे स्थलों को हॉटस्पॉट की संज्ञा दी जाती है। भू-आकृति विज्ञान में ज्वालामुखी को आकस्मिक घटना के रूप में देखा जाता है और पृथ्वी की सतह पर परिवर्तन लाने वाले बलों में इसे रचनात्मक बल के रूप में वर्गीकृत किया जाता है क्योंकि इनसे कई स्थलरूपों का निर्माण होता है। वहीं, दूसरी ओर पर्यावरण भूगोल इनका अध्ययन एक प्राकृतिक आपदा के रूप में करता है क्योंकि इससे पारितंत्र और जान-माल का नुकसान होता है। .

नई!!: सुन्दा चाप और ज्वालामुखी · और देखें »

ज्वालामुखीय चाप

ज्वालामुखीय चाप (volcanic arc) ज्वालामुखियों की एक शृंखला होती है जो दो भौगोलिक तख़्तों की संमिलन सीमा में निम्नस्खलित तख़्ते (subducting plate) के ऊपर बन जाती है। ऊपर से देखने पर ज्वालामुखियों की यह शृंखला एक चाप (आर्क) के आकार में नज़र आती है। यदि यह किसी महासागर में स्थित हो तो अक्सर यह ज्वालामुखी समुद्र सतह से ऊपर निकलकर ज्वालामुखीय द्वीप बना देते हैं और यह शृंखला एक द्वीप चाप के रूप में नज़र आती है। अक्सर इन द्वीपों से सामानांतर एक महासागरीय गर्त (ट्रेन्च) भी स्थित होता है। .

नई!!: सुन्दा चाप और ज्वालामुखीय चाप · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »