लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

सुनील दत्त

सूची सुनील दत्त

सुनील दत्त (अंग्रेजी: Sunil Dutt, पंजाबी: ਸੁਨੀਲ ਦੱਤ, जन्म: 6 जून 1929, मृत्यु: 25 मई 2005), जिनका असली नाम बलराज दत्त था, भारतीय फिल्मों के विख्यात अभिनेता, निर्माता व निर्देशक थे, जिन्होंने कुछ पंजाबी फिल्मों में भी अभिनय किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने भारतीय राजनीति में भी सार्थक भूमिका निभायी। मनमोहन सिंह की सरकार में 2004 से 2005 तक वे खेल एवं युवा मामलों के कैबिनेट मन्त्री रहे। उनके पुत्र संजय दत्त भी फिल्म अभिनेता हैं। उन्होंने 1984 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर मुम्बई उत्तर पश्चिम लोक सभा सीट से चुनाव जीता और सांसद बने। वे यहाँ से लगातार पाँच बार चुने जाते रहे। उनकी मृत्यु के बाद उनकी बेटी प्रिया दत्त ने अपने पिता से विरासत में मिली वह सीट जीत ली। भारत सरकार ने 1968 में उन्हें पद्म श्री सम्मान प्रदान किया। इसके अतिरिक्त वे बम्बई के शेरिफ़ भी चुने गये। .

112 संबंधों: चिराग (1969 फ़िल्म), एक फूल चार काँटे (1960 फ़िल्म), एक ही रास्ता (1956 फ़िल्म), झूला (1962 फ़िल्म), झेलम नदी, डाकू और जवान (1978 फ़िल्म), दरिन्दा (1977 फ़िल्म), दर्द का रिश्ता (1982 फ़िल्म), दर्पण (1970 फ़िल्म), दुख भंजन तेरा नाम (1974 फ़िल्म), धर्मयुद्ध (1988 फ़िल्म), नरगिस (अभिनेत्री), नर्तकी (1963 फ़िल्म), नागिन (1976 फ़िल्म), नेहले पे देहला (1976 फ़िल्म), पड़ोसन (1968 फ़िल्म), पद्म श्री, परंपरा (1992 फ़िल्म), पापी (1977 फ़िल्म), पाकिस्तान, पंजाब क्षेत्र, पंजाबी, प्यासी शाम (1969 फ़िल्म), प्रतिज्ञाबद्ध (1991 फ़िल्म), प्राण जाये पर वचन ना जाये (1974 फ़िल्म), प्रिया दत्त, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार, फासले (1985 फ़िल्म), फूल (1993 फ़िल्म), ब्रिटिश राज, भारत, भारतीय, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, भाई भाई (1970 फ़िल्म), मदर इण्डिया, मन जीते जग जीत (1973 फ़िल्म), मनमोहन सिंह, महबूब ख़ान, महाराष्ट्र, मिलन (1967 फ़िल्म), मुझे जीने दो (1963 फ़िल्म), मुन्ना भाई एम बी बी एस, मुम्बई, मुकाबला (1979 फ़िल्म), मृत्यु, मैं चुप रहूँगी (1962 फ़िल्म), मेरा साया (1966 फ़िल्म), मेरी भाभी (1969 फ़िल्म), मेहरबाँ (1967 फ़िल्म), यह आग कब बुझेगी (1991 फ़िल्म), ..., यादें (1964 फ़िल्म), यारी दुश्मनी (1980 फ़िल्म), ये रास्ते हैं प्यार के (1963 फ़िल्म), राम कसम (1978 फ़िल्म), राज तिलक (1984 फ़िल्म), राजधानी (1956 फ़िल्म), राजनीति, राजीव गांधी, रेडियो सीलोन, रेलवे प्लेटफ़ॉर्म (1955 फ़िल्म), रेशमा और शेरा (1971 फ़िल्म), रॉकी (1981 फ़िल्म), लंदन, लैला (1984 फ़िल्म), शान (१९८० फ़िल्म), सत श्री अकाल (1977 फ़िल्म), सलाम मेमसाब (1979 फ़िल्म), सांसद, संजय दत्त, सुजाता (1959 फ़िल्म), हम हिन्दुस्तानी (1960 फ़िल्म), हमराज़ (1967 फ़िल्म), हाय मेरी जान (1991 फ़िल्म), हिन्दू, हिन्दी सिनेमा, हिमालय से ऊँचा (1975 फ़िल्म), हीरा (1973 फ़िल्म), जन्म, ज़मीन आसमान (1972 फ़िल्म), ज़िन्दगी ज़िन्दगी (1972 फ़िल्म), ज़ख्मी (1975 फ़िल्म), जानी दुश्मन (1979 फ़िल्म), ज्ञानी जी (1977 फ़िल्म), ज्वाला (1971 फ़िल्म), वतन के रखवाले (1987 फ़िल्म), विरोधी (1992 फ़िल्म), वक़्त (1965 फ़िल्म), खानदान (1965 फ़िल्म), ग़बन (फ़िल्म), गज़ल (1964 फ़िल्म), गुमराह (1963 फ़िल्म), गौरी (1968 फ़िल्म), गीता मेरा नाम (1974 फ़िल्म), आम्रपाली (1966 फ़िल्म), आज और कल (1963 फ़िल्म), आखिरी गोली (1977 फ़िल्म), इंसान जाग उठा (1959 फ़िल्म), काला धंधा गोरे लोग (1986 फ़िल्म), काला आदमी (1978 फ़िल्म), कांग्रेस, किस्मत का खेल (1956 फ़िल्म), कुर्बान (1991 फ़िल्म), कुंदन (1955 फ़िल्म), क्षत्रिय (1993 फ़िल्म), कोरा बदन (1974 फ़िल्म), अहिंसा (1979 फ़िल्म), अंग्रेज़ी भाषा, उसने कहा था, छाया (1961 फ़िल्म), १९६४, १९६६, ३६ घंटे (1974 फ़िल्म) सूचकांक विस्तार (62 अधिक) »

चिराग (1969 फ़िल्म)

चिराग 1969 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और चिराग (1969 फ़िल्म) · और देखें »

एक फूल चार काँटे (1960 फ़िल्म)

एक फूल चार काँटे 1960 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और एक फूल चार काँटे (1960 फ़िल्म) · और देखें »

एक ही रास्ता (1956 फ़िल्म)

एक ही रास्ता 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और एक ही रास्ता (1956 फ़िल्म) · और देखें »

झूला (1962 फ़िल्म)

झूला 1962 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और झूला (1962 फ़िल्म) · और देखें »

झेलम नदी

320px झेलम उत्तरी भारत में बहनेवाली एक नदी है। वितस्ता झेलम नदी का वास्तविक नाम है। कश्मीरी भाषा में इसे व्यथ कहते हैं। इसका उद्भव वेरीनाग नामी नगर में है। .

नई!!: सुनील दत्त और झेलम नदी · और देखें »

डाकू और जवान (1978 फ़िल्म)

डाकू और जवान 1978 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और डाकू और जवान (1978 फ़िल्म) · और देखें »

दरिन्दा (1977 फ़िल्म)

दरिन्दा 1977 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और दरिन्दा (1977 फ़िल्म) · और देखें »

दर्द का रिश्ता (1982 फ़िल्म)

दर्द का रिश्ता 1982 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। यह एक डॉक्टर दंपत्ति पर आधारित है जिसमे पत्नी न्यूयार्क में रहकर कैंसर के इलाज की कशिश करती है वह पति मुंबई में कार्य करने के लिए भारत लोट आते है, इसी कारण वोह तलाक ले लेते है। बाद में उनकी बेटी खुद कैंसर रोग से घिर जाती है। .

नई!!: सुनील दत्त और दर्द का रिश्ता (1982 फ़िल्म) · और देखें »

दर्पण (1970 फ़िल्म)

दर्पण 1970 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और दर्पण (1970 फ़िल्म) · और देखें »

दुख भंजन तेरा नाम (1974 फ़िल्म)

दुख भंजन तेरा नाम 1974 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और दुख भंजन तेरा नाम (1974 फ़िल्म) · और देखें »

धर्मयुद्ध (1988 फ़िल्म)

धर्मयुद्ध 1988 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और धर्मयुद्ध (1988 फ़िल्म) · और देखें »

नरगिस (अभिनेत्री)

नरगिस दत्त (१ जून १९२८ – ३ मई १९८१), जन्म नाम फ़ातिमा रशिद लेकिन बाद में नाम परिवर्तित कर दिया गया था। इनका जन्म कोलकाता,पश्चिम बंगाल में हुआ था। List of Nominated members, Rajya Sabha Official website.ये एक भारतीय सिनेमा की प्रसिद्ध अभिनेत्री थीं जिन्होंने हिन्दी फ़िल्म अभिनेता सुनील दत्त से शादी की थी। इन्होंने अपने फ़िल्मी सफर की शुरुआत बचपन तलाश-ए-हक़ (१९३५) में ही कर दी थी लेकिन इन्होंने एक्टिंग करनी १९४२ में तमन्ना फ़िल्म से शुरू की थी। १९५७ की मदर इंडिया फ़िल्म के लिए इनको एकेडमी अवॉर्ड के लिए नामांकित किया गया था साथ ही इस फ़िल्म के लिए इन्हें सबसे अच्छी फ़िल्म अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार भी दिया गया था। इसके बाद इन्हें १९६७ में बनी रात और दिन फ़िल्म के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार से सम्मानित की गई थीं। .

नई!!: सुनील दत्त और नरगिस (अभिनेत्री) · और देखें »

नर्तकी (1963 फ़िल्म)

नर्तकी 1963 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और नर्तकी (1963 फ़िल्म) · और देखें »

नागिन (1976 फ़िल्म)

नागिन 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। सुनील दत्त जंगल में शिकार करते हुए एक मानवरुपधारी नाग को गरुड के शिकंजे से बचाता है। नाग उसे अपना रूप बताता है और अमावस्या की रात को मिलने आने को कहता है। सुनील दत्त अपने सात दोस्तो के साथ वहाँ जाता है जहाँ इच्छाधारी नाग और नागिन नृत्य गान में लीन होते हैं। देखिए, वहाँ क्या होता है जिससे नागिन उन सातोँ दोस्तो से बदला लेने को उतारू होती है। .

नई!!: सुनील दत्त और नागिन (1976 फ़िल्म) · और देखें »

नेहले पे देहला (1976 फ़िल्म)

नेहले पे देहला 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और नेहले पे देहला (1976 फ़िल्म) · और देखें »

पड़ोसन (1968 फ़िल्म)

पड़ोसन 1968 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और पड़ोसन (1968 फ़िल्म) · और देखें »

पद्म श्री

पद्म श्री या पद्मश्री, भारत सरकार द्वारा आम तौर पर सिर्फ भारतीय नागरिकों को दिया जाने वाला सम्मान है जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि, कला, शिक्षा, उद्योग, साहित्य, विज्ञान, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा और सार्वजनिक जीवन आदि में उनके विशिष्ट योगदान को मान्यता प्रदान करने के लिए दिया जाता है। भारत के नागरिक पुरस्कारों के पदानुक्रम में यह चौथा पुरस्कार है इससे पहले क्रमश: भारत रत्न, पद्म विभूषण और पद्म भूषण का स्थान है। इसके अग्रभाग पर, "पद्म" और "श्री" शब्द देवनागरी लिपि में अंकित रहते हैं। 2010 (आजतक) तक, 2336 व्यक्ति इस पुरस्कार को प्राप्त कर चुके हैं। .

नई!!: सुनील दत्त और पद्म श्री · और देखें »

परंपरा (1992 फ़िल्म)

परंपरा 1992 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और परंपरा (1992 फ़िल्म) · और देखें »

पापी (1977 फ़िल्म)

पापी 1977 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और पापी (1977 फ़िल्म) · और देखें »

पाकिस्तान

इस्लामी जम्हूरिया पाकिस्तान या पाकिस्तान इस्लामी गणतंत्र या सिर्फ़ पाकिस्तान भारत के पश्चिम में स्थित एक इस्लामी गणराज्य है। 20 करोड़ की आबादी के साथ ये दुनिया का छठा बड़ी आबादी वाला देश है। यहाँ की प्रमुख भाषाएँ उर्दू, पंजाबी, सिंधी, बलूची और पश्तो हैं। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद और अन्य महत्वपूर्ण नगर कराची व लाहौर रावलपिंडी हैं। पाकिस्तान के चार सूबे हैं: पंजाब, सिंध, बलोचिस्तान और ख़ैबर​-पख़्तूनख़्वा। क़बाइली इलाक़े और इस्लामाबाद भी पाकिस्तान में शामिल हैं। इन के अलावा पाक अधिकृत कश्मीर (तथाकथित आज़ाद कश्मीर) और गिलगित-बल्तिस्तान भी पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित हैं हालाँकि भारत इन्हें अपना भाग मानता है। पाकिस्तान का जन्म सन् 1947 में भारत के विभाजन के फलस्वरूप हुआ था। सर्वप्रथम सन् 1930 में कवि (शायर) मुहम्मद इक़बाल ने द्विराष्ट्र सिद्धान्त का ज़िक्र किया था। उन्होंने भारत के उत्तर-पश्चिम में सिंध, बलूचिस्तान, पंजाब तथा अफ़गान (सूबा-ए-सरहद) को मिलाकर एक नया राष्ट्र बनाने की बात की थी। सन् 1933 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली ने पंजाब, सिन्ध, कश्मीर तथा बलोचिस्तान के लोगों के लिए पाक्स्तान (जो बाद में पाकिस्तान बना) शब्द का सृजन किया। सन् 1947 से 1970 तक पाकिस्तान दो भागों में बंटा रहा - पूर्वी पाकिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान। दिसम्बर, सन् 1971 में भारत के साथ हुई लड़ाई के फलस्वरूप पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश बना और पश्चिमी पाकिस्तान पाकिस्तान रह गया। .

नई!!: सुनील दत्त और पाकिस्तान · और देखें »

पंजाब क्षेत्र

पंजाब दक्षिण एशिया का क्षेत्र है जिसका फ़ारसी में मतलब पांच नदियों का क्षेत्र है। पंजाब ने भारतीय इतिहास को कई मोड़ दिये हैं। अतीत में शकों, हूणों, पठानों व मुगलों ने इसी पंजाब के रास्ते भारत में प्रवेश किया था। आर्यो का आगमन भी हिन्दुकुश पार कर इसी पंजाब के रास्ते ही हुआ था। पंजाब की सिन्धु नदी की घाटी में आर्यो की सभ्यता का विकास हुआ। उस समय इस भूख़ड का नाम सप्त सिन्धु अर्थात सात सागरों का देश था। समय के साथ सरस्वती जलस्रोत सूख् गया। अब रह गयीं पाँच नदियाँ-झेलम, चेनाब, राबी, व्यास और सतलज इन्हीं पाँच नदियों का प्रांत पंजाब हुआ। पंजाब का नामाकरण फारसी के दो शब्दों से हुआ है। पंज का अर्थ है पाँच और आब का अर्थ होता है जल। .

नई!!: सुनील दत्त और पंजाब क्षेत्र · और देखें »

पंजाबी

पंजाबी का इनमें से मतलब हो सकता: संस्कृति में.

नई!!: सुनील दत्त और पंजाबी · और देखें »

प्यासी शाम (1969 फ़िल्म)

प्यासी शाम 1969 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और प्यासी शाम (1969 फ़िल्म) · और देखें »

प्रतिज्ञाबद्ध (1991 फ़िल्म)

प्रतिज्ञाबद्ध 1991 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और प्रतिज्ञाबद्ध (1991 फ़िल्म) · और देखें »

प्राण जाये पर वचन ना जाये (1974 फ़िल्म)

प्राण जाये पर वचन ना जाये 1974 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और प्राण जाये पर वचन ना जाये (1974 फ़िल्म) · और देखें »

प्रिया दत्त

ये सुनील दत्त की पुत्री है। पश्चिमी मुम्बई से लोकसभा सांसद है।.

नई!!: सुनील दत्त और प्रिया दत्त · और देखें »

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। यह हिन्दी फ़िल्म में सबसे बेहतर अभिनय के लिये फ़िल्म के अभिनेता को फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार समारोह में दिया जाता है। .

नई!!: सुनील दत्त और फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार · और देखें »

फासले (1985 फ़िल्म)

फासले 1985 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और फासले (1985 फ़िल्म) · और देखें »

फूल (1993 फ़िल्म)

फूल 1993 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसमें माधुरी दीक्षित और कुमार गौरव मुख्य भूमिकाओं में हैं। साथ में राजेन्द्र कुमार और सुनील दत्त भी हैं। यह फिल्म अभिनेता राजेंद्र कुमार द्वारा बनाई गई है जो वास्तविक जीवन और फिल्म दोनों में कुमार गौरव के पिता हैं। यह फिल्म राजेंद्र कुमार की अंतिम फिल्म रही। .

नई!!: सुनील दत्त और फूल (1993 फ़िल्म) · और देखें »

ब्रिटिश राज

ब्रिटिश राज 1858 और 1947 के बीच भारतीय उपमहाद्वीप पर ब्रिटिश द्वारा शासन था। क्षेत्र जो सीधे ब्रिटेन के नियंत्रण में था जिसे आम तौर पर समकालीन उपयोग में "इंडिया" कहा जाता था‌- उसमें वो क्षेत्र शामिल थे जिन पर ब्रिटेन का सीधा प्रशासन था (समकालीन, "ब्रिटिश इंडिया") और वो रियासतें जिन पर व्यक्तिगत शासक राज करते थे पर उन पर ब्रिटिश क्राउन की सर्वोपरिता थी। .

नई!!: सुनील दत्त और ब्रिटिश राज · और देखें »

भारत

भारत (आधिकारिक नाम: भारत गणराज्य, Republic of India) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत, भौगोलिक दृष्टि से विश्व में सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यान्मार स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं। प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता, व्यापार मार्गों और बड़े-बड़े साम्राज्यों का विकास-स्थान रहे भारतीय उपमहाद्वीप को इसके सांस्कृतिक और आर्थिक सफलता के लंबे इतिहास के लिये जाना जाता रहा है। चार प्रमुख संप्रदायों: हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्मों का यहां उदय हुआ, पारसी, यहूदी, ईसाई, और मुस्लिम धर्म प्रथम सहस्राब्दी में यहां पहुचे और यहां की विविध संस्कृति को नया रूप दिया। क्रमिक विजयों के परिणामस्वरूप ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी ने १८वीं और १९वीं सदी में भारत के ज़्यादतर हिस्सों को अपने राज्य में मिला लिया। १८५७ के विफल विद्रोह के बाद भारत के प्रशासन का भार ब्रिटिश सरकार ने अपने ऊपर ले लिया। ब्रिटिश भारत के रूप में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रमुख अंग भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में एक लम्बे और मुख्य रूप से अहिंसक स्वतन्त्रता संग्राम के बाद १५ अगस्त १९४७ को आज़ादी पाई। १९५० में लागू हुए नये संविधान में इसे सार्वजनिक वयस्क मताधिकार के आधार पर स्थापित संवैधानिक लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित कर दिया गया और युनाईटेड किंगडम की तर्ज़ पर वेस्टमिंस्टर शैली की संसदीय सरकार स्थापित की गयी। एक संघीय राष्ट्र, भारत को २९ राज्यों और ७ संघ शासित प्रदेशों में गठित किया गया है। लम्बे समय तक समाजवादी आर्थिक नीतियों का पालन करने के बाद 1991 के पश्चात् भारत ने उदारीकरण और वैश्वीकरण की नयी नीतियों के आधार पर सार्थक आर्थिक और सामाजिक प्रगति की है। ३३ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ भारत भौगोलिक क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा राष्ट्र है। वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था क्रय शक्ति समता के आधार पर विश्व की तीसरी और मानक मूल्यों के आधार पर विश्व की दसवीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था है। १९९१ के बाज़ार-आधारित सुधारों के बाद भारत विश्व की सबसे तेज़ विकसित होती बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में से एक हो गया है और इसे एक नव-औद्योगिकृत राष्ट्र माना जाता है। परंतु भारत के सामने अभी भी गरीबी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य-सेवा और आतंकवाद की चुनौतियां हैं। आज भारत एक विविध, बहुभाषी, और बहु-जातीय समाज है और भारतीय सेना एक क्षेत्रीय शक्ति है। .

नई!!: सुनील दत्त और भारत · और देखें »

भारतीय

भारत देश के निवासियों को भारतीय कहा जाता है। भारत को हिन्दुस्तान नाम से भी पुकारा जाता है और इसीलिये भारतीयों को हिन्दुस्तानी भी कहतें है।.

नई!!: सुनील दत्त और भारतीय · और देखें »

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, अधिकतर कांग्रेस के नाम से प्रख्यात, भारत के दो प्रमुख राजनैतिक दलों में से एक हैं, जिन में अन्य भारतीय जनता पार्टी हैं। कांग्रेस की स्थापना ब्रिटिश राज में २८ दिसंबर १८८५ में हुई थी; इसके संस्थापकों में ए ओ ह्यूम (थियिसोफिकल सोसाइटी के प्रमुख सदस्य), दादा भाई नौरोजी और दिनशा वाचा शामिल थे। १९वी सदी के आखिर में और शुरूआती से लेकर मध्य २०वी सदी में, कांग्रेस भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम में, अपने १.५ करोड़ से अधिक सदस्यों और ७ करोड़ से अधिक प्रतिभागियों के साथ, ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के विरोध में एक केन्द्रीय भागीदार बनी। १९४७ में आजादी के बाद, कांग्रेस भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टी बन गई। आज़ादी से लेकर २०१६ तक, १६ आम चुनावों में से, कांग्रेस ने ६ में पूर्ण बहुमत जीता हैं और ४ में सत्तारूढ़ गठबंधन का नेतृत्व किया; अतः, कुल ४९ वर्षों तक वह केन्द्र सरकार का हिस्सा रही। भारत में, कांग्रेस के सात प्रधानमंत्री रह चुके हैं; पहले जवाहरलाल नेहरू (१९४७-१९६५) थे और हाल ही में मनमोहन सिंह (२००४-२०१४) थे। २०१४ के आम चुनाव में, कांग्रेस ने आज़ादी से अब तक का सबसे ख़राब आम चुनावी प्रदर्शन किया और ५४३ सदस्यीय लोक सभा में केवल ४४ सीट जीती। तब से लेकर अब तक कोंग्रेस कई विवादों में घिरी हुई है, कोंग्रेस द्वारा भारतीय आर्मी का मनोबल गिराने का देश में विरोध किया जा रहा है । http://www.allianceofdemocrats.org/index.php?option.

नई!!: सुनील दत्त और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस · और देखें »

भाई भाई (1970 फ़िल्म)

भाई भाई 1970 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और भाई भाई (1970 फ़िल्म) · और देखें »

मदर इण्डिया

मदर इण्डिया (Mother India, مدر انڈیا) १९५७ में बनी भारतीय फ़िल्म है जिसे महबूब ख़ान द्वारा लिखा और निर्देशित किया गया है। फ़िल्म में नर्गिस, सुनील दत्त, राजेंद्र कुमार और राज कुमार मुख्य भूमिका में हैं। फ़िल्म महबूब ख़ान द्वारा निर्मित औरत (१९४०) का रीमेक है। यह गरीबी से पीड़ित गाँव में रहने वाली औरत राधा की कहानी है जो कई मुश्किलों का सामना करते हुए अपने बच्चों का पालन पोषण करने और बुरे जागीरदार से बचने की मेहनत करती है। उसकी मेहनत और लगन के बावजूद वह एक देवी-स्वरूप उदाहरण पेश करती है व भारतीय नारी की परिभाषा स्थापित करती है और फिर भी अंत में भले के लिए अपने गुण्डे बेटे को स्वयं मार देती है। वह आज़ादी के बाद के भारत को सबके सामने रखती है। यह फ़िल्म अबतक बनी सबसे बड़ी बॉक्स ऑफिस हिट भारतीय फ़िल्मों में गिनी जाती है और अब तक की भारत की सबसे बढ़िया फ़िल्म गिनी जाती है। इसे १९५८ में तीसरी सर्वश्रेष्ठ फीचर फ़िल्म के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार से नवाज़ा गया था। मदर इण्डिया क़िस्मत (१९४३), मुग़ल-ए-आज़म (१९६०) और शोले (१९७५) के साथ उन चुनिन्दा फ़िल्मों में आती है जिन्हें आज भी लोग देखना पसंद करते हैं और यह हिन्दी सांस्कृतिक फ़िल्मों की श्रेणी में विराजमान है। यह फ़िल्म भारत की ओर से पहली बार अकादमी पुरस्कारों के लिए भेजी गई फ़िल्म थी। .

नई!!: सुनील दत्त और मदर इण्डिया · और देखें »

मन जीते जग जीत (1973 फ़िल्म)

मन जीते जग जीत 1973 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और मन जीते जग जीत (1973 फ़िल्म) · और देखें »

मनमोहन सिंह

मनमोहन सिंह (ਮਨਮੋਹਨ ਸਿੰਘ; जन्म: २६ सितंबर १९३२) भारत गणराज्य के १३वें प्रधानमन्त्री थे। साथ ही साथ वे एक अर्थशास्त्री भी हैं। लोकसभा चुनाव २००९ में मिली जीत के बाद वे जवाहरलाल नेहरू के बाद भारत के पहले ऐसे प्रधानमन्त्री बन गये हैं, जिनको पाँच वर्षों का कार्यकाल सफलता पूर्वक पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिला है। इन्हें २१ जून १९९१ से १६ मई १९९६ तक पी वी नरसिंह राव के प्रधानमंत्रित्व काल में वित्त मन्त्री के रूप में किए गए आर्थिक सुधारों के लिए भी श्रेय दिया जाता है। .

नई!!: सुनील दत्त और मनमोहन सिंह · और देखें »

महबूब ख़ान

महबूब ख़ान हिन्दी फ़िल्मों के एक निर्देशक हैं। .

नई!!: सुनील दत्त और महबूब ख़ान · और देखें »

महाराष्ट्र

महाराष्ट्र भारत का एक राज्य है जो भारत के दक्षिण मध्य में स्थित है। इसकी गिनती भारत के सबसे धनी राज्यों में की जाती है। इसकी राजधानी मुंबई है जो भारत का सबसे बड़ा शहर और देश की आर्थिक राजधानी के रूप में भी जानी जाती है। और यहाँ का पुणे शहर भी भारत के बड़े महानगरों में गिना जाता है। यहाँ का पुणे शहर भारत का छठवाँ सबसे बड़ा शहर है। महाराष्ट्र की जनसंख्या सन २०११ में ११,२३,७२,९७२ थी, विश्व में सिर्फ़ ग्यारह ऐसे देश हैं जिनकी जनसंख्या महाराष्ट्र से ज़्यादा है। इस राज्य का निर्माण १ मई, १९६० को मराठी भाषी लोगों की माँग पर की गयी थी। यहां मराठी ज्यादा बोली जाती है। मुबई अहमदनगर पुणे, औरंगाबाद, कोल्हापूर, नाशिक नागपुर ठाणे शिर्डी-अहमदनगर आैर महाराष्ट्र के अन्य मुख्य शहर हैं। .

नई!!: सुनील दत्त और महाराष्ट्र · और देखें »

मिलन (1967 फ़िल्म)

मिलन 1967 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। यह गंगा नदी में नाव चलाने वाले लड़के गोपी के बारे में है जो की राईस लड़की राधा से प्यार करता है। .

नई!!: सुनील दत्त और मिलन (1967 फ़िल्म) · और देखें »

मुझे जीने दो (1963 फ़िल्म)

मुझे जीने दो (अंग्रेजी: Mujhe Jeene Do) सन 1963 में बनी एक मशहूर हिन्दी फिल्म का नाम है जिसका निर्देशन मणि भट्टाचार्य ने किया था। अजन्ता आर्ट के बैनर तले बनी व डकैतों के वास्तविक जीवन पर आधारित बालीवुड की इस फिल्म में सुनील दत्त, वहीदा रहमान, निरूपा रॉय, राजेन्द्र नाथ एवं मुमताज़ ने अभिनय किया था। चम्बल घाटी के डाकू समस्याग्रस्त इलाके भिण्ड एवं मुरैना जिलों के खतरनाक बीहड़ों में मध्य प्रदेश पुलिस के सुरक्षा कवच में फिल्मायी गयी, तथा मोहन स्टूडियो मुम्बई में बनी इस फिल्म में वहीदा रहमान व सुनील दत्त के अभिनय की बेहतरीन प्रतिभा का प्रदर्शन हुआ था। जयदेव के संगीत निर्देशन ने इसे सर्वश्रेष्ठ फिल्म का दर्ज़ा दिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। .

नई!!: सुनील दत्त और मुझे जीने दो (1963 फ़िल्म) · और देखें »

मुन्ना भाई एम बी बी एस

मुन्ना भाई एम बी बी एस (अंग्रेजी: Munna Bhai MBBS) २००३ में बनी हिन्दी भाषा की संगीतमय हास्य फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और मुन्ना भाई एम बी बी एस · और देखें »

मुम्बई

भारत के पश्चिमी तट पर स्थित मुंंबई (पूर्व नाम बम्बई), भारतीय राज्य महाराष्ट्र की राजधानी है। इसकी अनुमानित जनसंख्या ३ करोड़ २९ लाख है जो देश की पहली सर्वाधिक आबादी वाली नगरी है। इसका गठन लावा निर्मित सात छोटे-छोटे द्वीपों द्वारा हुआ है एवं यह पुल द्वारा प्रमुख भू-खंड के साथ जुड़ा हुआ है। मुम्बई बन्दरगाह भारतवर्ष का सर्वश्रेष्ठ सामुद्रिक बन्दरगाह है। मुम्बई का तट कटा-फटा है जिसके कारण इसका पोताश्रय प्राकृतिक एवं सुरक्षित है। यूरोप, अमेरिका, अफ़्रीका आदि पश्चिमी देशों से जलमार्ग या वायुमार्ग से आनेवाले जहाज यात्री एवं पर्यटक सर्वप्रथम मुम्बई ही आते हैं इसलिए मुम्बई को भारत का प्रवेशद्वार कहा जाता है। मुम्बई भारत का सर्ववृहत्तम वाणिज्यिक केन्द्र है। जिसकी भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 5% की भागीदारी है। यह सम्पूर्ण भारत के औद्योगिक उत्पाद का 25%, नौवहन व्यापार का 40%, एवं भारतीय अर्थ व्यवस्था के पूंजी लेनदेन का 70% भागीदार है। मुंबई विश्व के सर्वोच्च दस वाणिज्यिक केन्द्रों में से एक है। भारत के अधिकांश बैंक एवं सौदागरी कार्यालयों के प्रमुख कार्यालय एवं कई महत्वपूर्ण आर्थिक संस्थान जैसे भारतीय रिज़र्व बैंक, बम्बई स्टॉक एक्स्चेंज, नेशनल स्टऑक एक्स्चेंज एवं अनेक भारतीय कम्पनियों के निगमित मुख्यालय तथा बहुराष्ट्रीय कंपनियां मुम्बई में अवस्थित हैं। इसलिए इसे भारत की आर्थिक राजधानी भी कहते हैं। नगर में भारत का हिन्दी चलचित्र एवं दूरदर्शन उद्योग भी है, जो बॉलीवुड नाम से प्रसिद्ध है। मुंबई की व्यवसायिक अपॊर्ट्युनिटी, व उच्च जीवन स्तर पूरे भारतवर्ष भर के लोगों को आकर्षित करती है, जिसके कारण यह नगर विभिन्न समाजों व संस्कृतियों का मिश्रण बन गया है। मुंबई पत्तन भारत के लगभग आधे समुद्री माल की आवाजाही करता है। .

नई!!: सुनील दत्त और मुम्बई · और देखें »

मुकाबला (1979 फ़िल्म)

मुकाबला 1979 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और मुकाबला (1979 फ़िल्म) · और देखें »

मृत्यु

मानव खोपड़ी मौत के लिए एक सार्वभौमिक प्रतीक है। किसी प्राणी के जीवन के अन्त को मृत्यु कहते हैं। मृत्यु सामान्यतः दुर्घटना, चोट, बीमारी, कुपोषण के परिणामस्वरूप होती है। आँख "अनन्त जीवन के लिए प्राचीन मिस्र के प्रतीक है।" वे और कई अन्य संस्कृतियों के बाद से एक पोर्टल के रूप में एक जीवन के बाद में जैविक मौत देखी है। .

नई!!: सुनील दत्त और मृत्यु · और देखें »

मैं चुप रहूँगी (1962 फ़िल्म)

मैं चुप रहूँगी 1962 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और मैं चुप रहूँगी (1962 फ़िल्म) · और देखें »

मेरा साया (1966 फ़िल्म)

मेरा साया 1966 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और मेरा साया (1966 फ़िल्म) · और देखें »

मेरी भाभी (1969 फ़िल्म)

मेरी भाभी 1969 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और मेरी भाभी (1969 फ़िल्म) · और देखें »

मेहरबाँ (1967 फ़िल्म)

मेहरबाँ 1967 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और मेहरबाँ (1967 फ़िल्म) · और देखें »

यह आग कब बुझेगी (1991 फ़िल्म)

यह आग कब बुझेगी 1991 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और यह आग कब बुझेगी (1991 फ़िल्म) · और देखें »

यादें (1964 फ़िल्म)

यादें 1964 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और यादें (1964 फ़िल्म) · और देखें »

यारी दुश्मनी (1980 फ़िल्म)

यारी दुश्मनी 1980 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और यारी दुश्मनी (1980 फ़िल्म) · और देखें »

ये रास्ते हैं प्यार के (1963 फ़िल्म)

ये रास्ते हैं प्यार के १९६३ में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और ये रास्ते हैं प्यार के (1963 फ़िल्म) · और देखें »

राम कसम (1978 फ़िल्म)

राम कसम 1978 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और राम कसम (1978 फ़िल्म) · और देखें »

राज तिलक (1984 फ़िल्म)

राज तिलक १९८४ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और राज तिलक (1984 फ़िल्म) · और देखें »

राजधानी (1956 फ़िल्म)

राजधानी 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और राजधानी (1956 फ़िल्म) · और देखें »

राजनीति

नागरिक स्तर पर या व्यक्तिगत स्तर पर कोई विशेष प्रकार का सिद्धान्त एवं व्यवहार राजनीति (पॉलिटिक्स) कहलाती है। अधिक संकीर्ण रूप से कहें तो शासन में पद प्राप्त करना तथा सरकारी पद का उपयोग करना राजनीति है। राजनीति में बहुत से रास्ते अपनाये जाते हैं जैसे- राजनीतिक विचारों को आगे बढ़ाना, कानून बनाना, विरोधियों के विरुद्ध युद्ध आदि शक्तियों का प्रयोग करना। राजनीति बहुत से स्तरों पर हो सकती है- गाँव की परम्परागत राजनीति से लेकर, स्थानीय सरकार, सम्प्रभुत्वपूर्ण राज्य या अन्तराष्ट्रीय स्तर पर। .

नई!!: सुनील दत्त और राजनीति · और देखें »

राजीव गांधी

राजीव गांधी (English-Rajiv Gandhi)२० अगस्त, १९४४ - २१ मई, १९९१), इन्दिरा गांधी के पुत्र और जवाहरलाल नेहरू के दौहित्र (नाती), भारत के सातवें प्रधान मंत्री थे। १९८४ में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उनके पुत्र राजीव गांधी भारी बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बने थे। उसके बाद १९८९ के आम चुनावों में कांग्रेस की हार हुई और पार्टी दो साल तक विपक्ष में रही। १९९१ के आम चुनाव में प्रचार के दौरान तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक भयंकर बम विस्फोट में राजीव गांधी की मौत हो गई थी। राजीव का विवाह एन्टोनिया माईनो से हुआ जो उस समय इटली की नागरिक थी। विवाहोपरान्त उनकी पत्नी ने नाम बदलकर सोनिया गांधी कर लिया। कहा जाता है कि राजीव गांधी से उनकी मुलाकात तब हुई जब राजीव कैम्ब्रिज में पढने गये थे। उनकी शादी 1968 में हुई जिसके बाद वे भारत में रहने लगी। राजीव व सोनिया की दो बच्चे हैं, पुत्र राहुल का जन्म 1970 और पुत्री प्रियंका का जन्म 1971 में हुआ। .

नई!!: सुनील दत्त और राजीव गांधी · और देखें »

रेडियो सीलोन

यह श्रीलंका तब सीलोन से प्रसारित होने वाला रेडियो चैनल था, इसी चैनल से बिनाका गीत माला प्रसरित होती थी, १९५० और १९६० के दशक में यह भारत का सबसे लोकप्रिय रेडियो चैनल था क्योंकि आकाशवाणी तथा अन्य रेडियो स्टेशन उस समय फिल्मी गीत प्रसारित नहीं करते थे, यही सुनील दत्त ने काम किया, अमीन सयानवी भी यही काम करते थे श्रेणी:मनोरंजन.

नई!!: सुनील दत्त और रेडियो सीलोन · और देखें »

रेलवे प्लेटफ़ॉर्म (1955 फ़िल्म)

रेलवे प्लेटफ़ॉर्म 1955 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और रेलवे प्लेटफ़ॉर्म (1955 फ़िल्म) · और देखें »

रेशमा और शेरा (1971 फ़िल्म)

रेशमा और शेरा 1971रेशमा और शेरा उनके परिवारों के बीच मौजूद झगड़े के बावजूद एक दूसरे से प्यार करते हैं। छोटू, शेरा का भाई, रेशमा के परिवार को मारता है।जब शेरा को खबर हो जाती है,वह छोटू को मारने की योजना करता है। .

नई!!: सुनील दत्त और रेशमा और शेरा (1971 फ़िल्म) · और देखें »

रॉकी (1981 फ़िल्म)

रॉकी 1981 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और रॉकी (1981 फ़िल्म) · और देखें »

लंदन

लंदन (London) संयुक्त राजशाही और इंग्लैंड की राजधानी और सबसे अधिक आबादी वाला शहर है। ग्रेट ब्रिटेन द्वीप के दक्षिण पूर्व में थेम्स नदी के किनारे स्थित, लंदन पिछली दो सदियों से एक बड़ा व्यवस्थापन रहा है। लंदन राजनीति, शिक्षा, मनोरंजन, मीडिया, फ़ैशन और शिल्पी के क्षेत्र में वैश्विक शहर की स्थिति रखता है। इसे रोमनों ने लोंड़िनियम के नाम से बसाया था। लंदन का प्राचीन अंदरुनी केंद्र, लंदन शहर, का परिक्षेत्र 1.12 वर्ग मीटर (2.9 किमी2) है। 19वीं शताब्दी के बाद से "लंदन", इस अंदरुनी केंद्र के आसपास के क्षेत्रों को मिला कर एक महानगर के रूप में संदर्भित किया जाने लगा, जिनमें मिडलसेक्स, एसेक्स, सरे, केंट, और हर्टफोर्डशायर आदि शमिल है। जिसे आज ग्रेटर लंदन नाम से जानते है, एवं लंदन महापौर और लंदन विधानसभा द्वारा शासित किया जाता हैं। कला, वाणिज्य, शिक्षा, मनोरंजन, फैशन, वित्त, स्वास्थ्य देखभाल, मीडिया, पेशेवर सेवाओं, अनुसंधान और विकास, पर्यटन और परिवहन में लंदन एक प्रमुख वैश्विक शहर है। यह दुनिया का सबसे बड़ा वित्तीय केंद्र के रूप में ताज पहनाया गया है और दुनिया में पांचवां या छठा सबसे बड़ा महानगरीय क्षेत्र जीडीपी है। लंदन एक है विश्व सांस्कृतिक राजधानी। यह दुनिया का सबसे अधिक का दौरा किया जाने वाला शहर है, जो अंतरराष्ट्रीय आगमन द्वारा मापा जाता है और यात्री ट्रैफिक द्वारा मापा जाने वाला विश्व का सबसे बड़ा शहर हवाई अड्डा है। लंदन विश्व के अग्रणी निवेश गंतव्य है, किसी भी अन्य शहर की तुलना में अधिक अंतरराष्ट्रीय खुदरा विक्रेताओं और अल्ट्रा हाई-नेट-वर्थ वाले लोगों की मेजबानी यूरोप में लंदन के विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा संस्थानों का सबसे बड़ा केंद्र बनते हैं। 2012 में, लंदन तीन बार आधुनिक ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने वाला पहला शहर बन गया। लंदन में लोगों और संस्कृतियों की विविधता है, और इस क्षेत्र में 300 से अधिक भाषाएं बोली जाती हैं। इसकी 2015 कि अनुमानित नगरपालिका जनसंख्या (ग्रेटर लंदन के समरूपी) 8,673,713 थी, जो कि यूरोपीय संघ के किसी भी शहर से सबसे बड़ा, और संयुक्त राजशाही की आबादी का 12.5% ​​हिस्सा है। 2011 की जनगणना के अनुसार 9,787,426 की आबादी के साथ, लंदन का शहरी क्षेत्र, पेरिस के बाद यूरोपीय संघ में दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला है। शहर का महानगरीय क्षेत्र यूरोपीय संघ में 13,879,757 जनसंख्या के साथ सबसे अधिक आबादी वाला है, जबकि ग्रेटर लंदन प्राधिकरण के अनुसार शहरी-क्षेत्र की आबादी के रूप में 22.7 मिलियन है। 1831 से 1925 तक लंदन विश्व के सबसे अधिक आबादी वाला शहर था। लंदन में चार विश्व धरोहर स्थल हैं: टॉवर ऑफ़ लंदन; किऊ गार्डन; वेस्टमिंस्टर पैलेस, वेस्ट्मिन्स्टर ऍबी और सेंट मार्गरेट्स चर्च क्षेत्र; और ग्रीनविच ग्रीनविच वेधशाला (जिसमें रॉयल वेधशाला, ग्रीनविच प्राइम मेरिडियन, 0 डिग्री रेखांकित, और जीएमटी को चिह्नित करता है)। अन्य प्रसिद्ध स्थलों में बकिंघम पैलेस, लंदन आई, पिकैडिली सर्कस, सेंट पॉल कैथेड्रल, टावर ब्रिज, ट्राफलगर स्क्वायर, और द शर्ड आदि शामिल हैं। लंदन में ब्रिटिश संग्रहालय, नेशनल गैलरी, प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय, टेट मॉडर्न, ब्रिटिश पुस्तकालय और वेस्ट एंड थिएटर सहित कई संग्रहालयों, दीर्घाओं, पुस्तकालयों, खेल आयोजनों और अन्य सांस्कृतिक संस्थानों का घर है। लंदन अंडरग्राउंड, दुनिया का सबसे पुराना भूमिगत रेलवे नेटवर्क है। .

नई!!: सुनील दत्त और लंदन · और देखें »

लैला (1984 फ़िल्म)

श्रेणी:1984 में बनी हिन्दी फ़िल्म श्रेणी:कमलेश्वर.

नई!!: सुनील दत्त और लैला (1984 फ़िल्म) · और देखें »

शान (१९८० फ़िल्म)

शान 1980 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और शान (१९८० फ़िल्म) · और देखें »

सत श्री अकाल (1977 फ़िल्म)

सत श्री अकाल 1977 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और सत श्री अकाल (1977 फ़िल्म) · और देखें »

सलाम मेमसाब (1979 फ़िल्म)

सलाम मेमसाब 1979 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और सलाम मेमसाब (1979 फ़िल्म) · और देखें »

सांसद

सांसद, संसद में मतदाताओं का प्रतिनिधि होता है। अनेक देशों में इस शब्द का प्रयोग विशेष रूप से निम्न सदन के सदस्यों के लिए किया जाता है। क्योंकि अक्सर उच्च सदन के लिए एक अलग उपाधि जैसे कि सीनेट एवं इसके सदस्यों के लिये सीनेटर का प्रयोग किया जाता है सांसद अपनी राजनीतिक पार्टी के सदस्यों के साथ मिलकर संसदीय दल का गठन करते हैं। रोजमर्रा के व्यवहार में अक्सरसांसद शब्द के स्थान पर मीडिया में इसके लघु रूप "MP"का प्रयोग किया जाता है। .

नई!!: सुनील दत्त और सांसद · और देखें »

संजय दत्त

संजय दत्त (जन्म २९ जुलाई १९५९) एक भारतीय अभिनेता और फ़िल्म निर्माता हैं जिन्हें हिन्दी सिनेमा में उनके काम के लिए जाना जाता है। वो थोड़े-बहुत राजनीति से भी जुड़े हुए हैं और १९९३ में हुए मुम्बई बम हमलों के मामले में कुख्यात भी हैं। दत्त प्रसिद्ध फ़िल्म कलाकार एवं राजनीतिज्ञ सुनील दत्त एवं अभिनेत्री नर्गिस के पुत्र हैं। उन्होंने हिन्दी फ़िल्मों में सन् १९८१ में काम करना आरम्भ किया। उसके बाद उन्होंने कई प्रसिद्ध हिन्दी फ़िल्मों में अभिनय किया। उन्होंने फ़िल्मों में प्रेमी, हास्य जैसे अभिनय भी किये और अपराधी, ठग और पुलिस अधिकारी का अभिनय भी किया जिसके लिए अपने प्रशंसकों और फ़िल्म समालोचकों से अभूतपूर्व प्रशंसा प्राप्त की। दत्त को अप्रैल १९९३ में आतंकवादियों की सहायता करना, नौ मिमी पिस्टल को अवैध तरिके से अपने घर पर रखने और एके-छप्पन रायफल रखने के आरोप में आतंकवादी तथा विघटनकारी क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम (टाडा) के तहत गिरफ्तार किया गया। १८ माह जेल की सजा काटने के बाद, उन्हें अप्रैल १९९५ में जमानत मिल गई। जुलाई २००७ में उन्हें छः वर्ष सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई। भारत के सर्वोच्य न्यायालय ने २१ मार्च २०१३ के अपने एक निर्णय में उन्हें १९९३ के मुम्बई बम विस्फोट मामले में पाँच वर्ष की सश्रम कारावास की सजा सुनाई। .

नई!!: सुनील दत्त और संजय दत्त · और देखें »

सुजाता (1959 फ़िल्म)

सुजाता १९५९ में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसके निर्माता व निर्देशक प्रसिद्ध बिमल रॉय थे तथा इस फ़िल्म में मुख्य भूमिका सुनील दत्त तथा नूतन ने निभाई थी। यह फ़िल्म भारत में प्रचलित छुआछूत की कुप्रथा को उजागर करती है। इस फ़िल्म की कहानी एक ब्राह्मण पुरुष और एक अछूत कन्या के प्रेम की कहानी है। इस फ़िल्म को १९५९ में फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। .

नई!!: सुनील दत्त और सुजाता (1959 फ़िल्म) · और देखें »

हम हिन्दुस्तानी (1960 फ़िल्म)

हम हिन्दुस्तानी 1960 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और हम हिन्दुस्तानी (1960 फ़िल्म) · और देखें »

हमराज़ (1967 फ़िल्म)

हमराज़ 1967 में प्रदर्शित व बी आर चोपड़ा द्वारा निर्देशित रहस्यमयी रोमांचक हिन्दी फ़िल्म है। जिसमे सुनील दत्त, राज कुमार, विम्मी, मुमताज़ और बलराज साहनी जैसे सरीखे कलाकार मुख्य भूमिका मे है। .

नई!!: सुनील दत्त और हमराज़ (1967 फ़िल्म) · और देखें »

हाय मेरी जान (1991 फ़िल्म)

हाय मेरी जान 1991 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और हाय मेरी जान (1991 फ़िल्म) · और देखें »

हिन्दू

शब्द हिन्दू किसी भी ऐसे व्यक्ति का उल्लेख करता है जो खुद को सांस्कृतिक रूप से, मानव-जाति के अनुसार या नृवंशतया (एक विशिष्ट संस्कृति का अनुकरण करने वाले एक ही प्रजाति के लोग), या धार्मिक रूप से हिन्दू धर्म से जुड़ा हुआ मानते हैं।Jeffery D. Long (2007), A Vision for Hinduism, IB Tauris,, pages 35-37 यह शब्द ऐतिहासिक रूप से दक्षिण एशिया में स्वदेशी या स्थानीय लोगों के लिए एक भौगोलिक, सांस्कृतिक, और बाद में धार्मिक पहचानकर्ता के रूप में प्रयुक्त किया गया है। हिन्दू शब्द का ऐतिहासिक अर्थ समय के साथ विकसित हुआ है। प्रथम सहस्त्राब्दी ईसा पूर्व में सिंधु की भूमि के लिए फारसी और ग्रीक संदर्भों के साथ, मध्ययुगीन युग के ग्रंथों के माध्यम से, हिंदू शब्द सिंधु (इंडस) नदी के चारों ओर या उसके पार भारतीय उपमहाद्वीप में रहने वाले लोगों के लिए भौगोलिक रूप में, मानव-जाति के अनुसार (नृवंशतया), या सांस्कृतिक पहचानकर्ता के रूप में प्रयुक्त होने लगा था।John Stratton Hawley and Vasudha Narayanan (2006), The Life of Hinduism, University of California Press,, pages 10-11 16 वीं शताब्दी तक, इस शब्द ने उपमहाद्वीप के उन निवासियों का उल्लेख करना शुरू कर दिया, जो कि तुर्किक या मुस्लिम नहीं थे। .

नई!!: सुनील दत्त और हिन्दू · और देखें »

हिन्दी सिनेमा

हिन्दी सिनेमा, जिसे बॉलीवुड के नाम से भी जाना जाता है, हिन्दी भाषा में फ़िल्म बनाने का उद्योग है। बॉलीवुड नाम अंग्रेज़ी सिनेमा उद्योग हॉलिवुड के तर्ज़ पर रखा गया है। हिन्दी फ़िल्म उद्योग मुख्यतः मुम्बई शहर में बसा है। ये फ़िल्में हिन्दुस्तान, पाकिस्तान और दुनिया के कई देशों के लोगों के दिलों की धड़कन हैं। हर फ़िल्म में कई संगीतमय गाने होते हैं। इन फ़िल्मों में हिन्दी की "हिन्दुस्तानी" शैली का चलन है। हिन्दी और उर्दू (खड़ीबोली) के साथ साथ अवधी, बम्बईया हिन्दी, भोजपुरी, राजस्थानी जैसी बोलियाँ भी संवाद और गानों में उपयुक्त होते हैं। प्यार, देशभक्ति, परिवार, अपराध, भय, इत्यादि मुख्य विषय होते हैं। ज़्यादातर गाने उर्दू शायरी पर आधारित होते हैं।भारत में सबसे बड़ी फिल्म निर्माताओं में से एक, शुद्ध बॉक्स ऑफिस राजस्व का 43% का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि तमिल और तेलुगू सिनेमा 36% का प्रतिनिधित्व करते हैं,क्षेत्रीय सिनेमा के बाकी 2014 के रूप में 21% का गठन है। बॉलीवुड भी दुनिया में फिल्म निर्माण के सबसे बड़े केंद्रों में से एक है। बॉलीवुड कार्यरत लोगों की संख्या और निर्मित फिल्मों की संख्या के मामले में दुनिया में सबसे बड़ी फिल्म उद्योगों में से एक है।Matusitz, जे, और पायानो, पी के अनुसार, वर्ष 2011 में 3.5 अरब से अधिक टिकट ग्लोब जो तुलना में हॉलीवुड 900,000 से अधिक टिकट है भर में बेच दिया गया था। बॉलीवुड 1969 में भारतीय सिनेमा में निर्मित फिल्मों की कुल के बाहर 2014 में 252 फिल्मों का निर्माण। .

नई!!: सुनील दत्त और हिन्दी सिनेमा · और देखें »

हिमालय से ऊँचा (1975 फ़िल्म)

हिमालय से ऊँचा 1975 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और हिमालय से ऊँचा (1975 फ़िल्म) · और देखें »

हीरा (1973 फ़िल्म)

हीरा 1973 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और हीरा (1973 फ़िल्म) · और देखें »

जन्म

जीवों के शरीर बहुत छोटी-छोटी काशिकाओं से बने हैं। सरलतम एक-कोशिकाई (unicellular) जीव को लें। कोशिका की रासायनिक संरचना हम जानते हैं। कोशिकाऍं प्रोटीन (protein) से बनी हैं और उनके अंदर नाभिक में नाभिकीय अम्ल (nuclear acid) है। ये प्रोटीन केवल २० प्रकार के एमिनो अम्‍ल (amino acids) की श्रृंखला-क्रमबद्धता से बनते हैं और इस प्रकार २० एमिनो अम्ल से तरह-तरह के प्रोटीन संयोजित होते हैं। अमेरिकी और रूसी वैज्ञानिकां ने प्रयोग से सिद्ध किया कि मीथेन (methane), अमोनिया (ammonia) और ऑक्सीजन (oxygen) को काँच के खोखले लट्टू के अंदर बंद कर विद्युत चिनगारी द्वारा एमिनो अम्ल का निर्माण किया जा सकता है। उन्होंने कहना प्रारंभ किया कि अत्यंत प्राचीन काल में जीवविहीन पृथ्वी पर मीथेन, अमोनिया तथा ऑक्सीजन से भरे वातावरण में बादलों के बीच बिजली की गड़गड़ाहट से एमिनो अम्ल बने, जिनसे प्रोटीन योजित हुए। अपने प्राचीन ग्रंथों में सूर्य को जीवन का दाता कहा गया है। इसीसे प्रेरित होकर भारत में (जो जीवोत्पत्ति के शोधकार्य में सबसे आगे था) प्रयोग हुए कि जब पानी पर सूर्य का प्रकाश फॉरमैल्डिहाइड (formaldehyde) की उपस्थिति में पड़ता है तो एमिनो अम्ल बनते हैं। इसमें फॉरमैल्डिहाइड उत्प्रेरक (catalyst) का कार्य करती है। इसके लिए किसी विशेष प्रकार के वायुमंडल में विद्युतीय प्रक्षेपण की आवश्यकता नहीं। अब कोशिका का नाभिकीय अम्ल ? इमली के बीज से इमली का ही पेड़ उत्पन्न होगा, पशु का बच्चा वैसा ही पशु बनेगा, यह नाभिकीय अम्ल की माया है। यही नाभिकीय अम्ल जीन (gene) के नाभिक को बनाता है, जिससे शरीर एवं मस्तिष्क की रचना तथा वंशानुक्रम में प्राप्त होनेवाले गुण—सभी पुरानी पीढ़ी से नई पीढ़ी को प्राप्त होते हैं। जब प्रजनन के क्रम में एक कोशिका दो कोशिका में विभक्त होती है तो दोनो कोशिकायें जनक कोशिका की भाँति होंगी, यह नाभिकीय अम्ल के कारण है। पाँच प्रकार के नाभिकीय अम्ल को लेकर सीढ़ी की तरह अणु संरचना से जितने प्रकार के नाभिकीय अम्ल चाहें, बना सकते हैं। नाभिकीय अम्ल में अंतर्निहित गुण है कि वह उचित परिस्थिति में अपने को विभक्त कर दो समान गुणधर्मी स्वतंत्र अस्तित्व धारणा करता है। दूसरे यह कि किस प्रकार का प्रोटीन बने, यह भी नाभिकीय अम्ल निर्धारित करता है। एक से उसी प्रकार के अनेक जीव बनने के जादू का रहस्य इसी में है। क्या किसी दूरस्थ ग्रह के देवताओं ने, प्रबुद्ध जीवो ने ये पाँच नाभिकीय अम्ल के मूल यौगिक (compound) इस पृथ्वी पर बो दिए थे? एक कोशिका में लगभग नौ अरब (९x१०^९) परमाणु (atom) होते हैं। कैसे संभव हुआ कि इतने परमाणुओं ने एक साथ आकर एक जीवित कोशिका का निर्माण किया। विभिन्न अवस्थाओं में भिन्न-भिन्न प्रकार के प्रोटीन या नाभिकीय अम्ल बनने के पश्चात भी यह प्रश्न शेष रहता है कि इन्होंने किस परिस्थिति में संयुक्त होकर जीवन संभव किया। भारत में डॉ॰ कृष्ण बहादुर ने प्रकाश-रासायनिक प्रक्रिया (photo-chemical process) द्वारा जीवाणु बनाए। फॉरमैल्डिहाइड की उत्प्रेरक उपस्थिति में सूर्य की किरणों से प्रोटीन तथा नाभिकीय अम्ल एक कोशिकीय जीवाणु मे संयोजित हुए। ये जीवाणु अपने लिए पोषक आहार अंदर लेकर, उसे पचाकर और कोशिका का भाग बनाकर बढ़ते हैं। जीव विज्ञान (biology) में इस प्रकार स्ववर्धन की क्रिया को हम उपापचय (metabolism) कहते हैं। ये जीवाणु अंदर से बढ़ते हैं, रसायनशाला में घोल के अंदर टँगे हुए सुंदर कांतिमय रवा (crystal) की भाँति बाहर से नहीं। जीवाणु बढ़कर एक से दो भी हो जाते हैं, अर्थात प्रजनन (reproduction) भी होता है। और ऐसे जीवाणु केवल कार्बन के ही नहीं, ताँबा, सिलिकन (silicon) आदि से भी निर्मित किए, जिनमें जीवन के उपर्युक्त गुण थे। कहते हैं कि जीव के अंदर एक चेतना होती है। वह चैतन्य क्या है? यदि अँगुली में सुई चुभी तो अँगुली तुरंत पीछे खिंचती है, बाह्य उद्दीपन के समक्ष झुकती है। मान लो कि एक संतुलित तंत्र है। उसमें एक बाहरी बाधा आई तो एक इच्छा, एक चाह उत्पन्न हुई कि बाधा दूर हो। निराकरण करने के लिए किसी सीमा तक उस संतुलित तंत्र में परिवर्तन (बदल) भी होता है। यदि यही चैतन्य है तो यह मनुष्य एवं जंतुओं में है ही। कुछ कहेंगे, वनस्पतियों, पेड़-पौधों में भी है। पर एक परमाणु की सोचें—उसमें हैं नाभिक के चारों ओर घूमते विद्युत कण। पास के किसी शक्ति-क्षेत्र (fore-field) की छाया के रूप में कोई बाह्य बाधा आने पर यह अणु अपने अंदर कुछ परिवर्तन लाता है और आंशिक रूप में ही क्यों न हो, कभी-कभी उसे निराकृत कर लेता है। बाहरी दबाव को किसी सीमा तक निष्प्रभ करने की इच्छा एवं क्षमता—आखिर यही तो चैतन्य है। यह चैतन्य सर्वव्यापी है। महर्षि अरविंद के शब्दों में, ‘चराचर के जीव (वनस्पति और जंतु) और जड़, सभी में निहित यही सर्वव्यापी चैतन्य (cosmic consciousness) है।‘ पर जीवन जड़ता से भिन्न है, आज यह अंतर स्पष्ट दिखता है। सभी जीव उपापचय द्वारा अर्थात बाहर से योग्य आहार लेकर पचाते हुए शरीर का भाग बनाकर, स्ववर्धन करते तथा ऊर्जा प्राप्त करते हैं। जड़ वस्तुओं में इस प्रकार अंदर से बढ़ने की प्रक्रिया नहीं दिखती। फिर मोटे तौर पर सभी जीव अपनी तरह के अन्य जीव पैदा करते हैं। निरा एक- कोशिक सूक्ष्मदर्शीय जीव भी; जैसे अमीबा (amoeba) बढ़ने के बाद दो या अनेक अपने ही तरह के एक-कोशिक जीवों में बँट जाता है। कभी-कभी अनेक अवस्थाओं से गुजरकर जीव प्रौढ़ता को प्राप्त होते हैं और तभी प्रजनन से पुन: क्रम चलता है। किसी-न-किसी रूप में प्रजनन जीवन की वृत्ति है, मानो जीव-सृष्टि इसी के लिए हो। पर ये दोनों गुण‍ जीवाणु में भी हैं। यदि यही वृत्तिमूलक परिभाषा (functional definition) जीवन की लें तो जीवाणु उसकी प्राथमिक कड़ी है। कोशिका में ये वृत्तियाँ क्यों उत्पन्न हुई ? इसका उत्तर दर्शन, भौतिकी तथा रसायन के उस संधि-स्थल पर है जहां जीव विज्ञान प्रारंभ होता है। यहां सभी विज्ञान धुँधले होकर एक-दूसरे में मिलते हैं, मानों सब एकाकार हों। इसके लिये दो बुनियादी भारतीय अभिधारणाएँ हैं—(1) यह पदार्थ (matter) मात्र का गुण है कि उसकी टिकाऊ इकाई में अपनी पुनरावृत्ति करनेकी प्रवृत्ति है। पुरूष सूक्त ने पुनरावृत्ति को सृष्टि का नियम कहा है। (2) हर जीवित तंत्र में एक अनुकूलनशीलता है; जो बाधाऍं आती हैं उनका आंशिक रूप में निराकरण, अपने को परिस्थिति के अनुकूल बनाकर, वह कर सकता है। इन गुणों का एक दूरगामी परिणाम जीव की विकास-यात्रा है। चैतन्य सर्वव्यापी है और जीव तथा जड़ सबमें विद्यमान है, यह विशुद्ध भारतीय दर्शन साम्यवादियों को अखरता था। उपर्युक्त दोनों भारतय अभिधारणाओं ने, जो जीवाणु का व्यवहार एवं जीव की विकास-यात्रा का कारण बताती हैं, उन्हें झकझोर डाला। यह विश्वास अनेक सभ्यताओं में रहा है कि ईश्वर ने सृष्टि की रचना की। भारतीय दर्शन में ईश्वर की अनेक कल्पनाऍं हैं। ऐसा समझना कि वे सारी कल्पनाऍं सृष्टिकर्ता ईश्वर की हैं, ठीक न होगा। ईश्वर के विश्वास के साथ जिसे अनीश्वरवादी दर्शन कह सकते हैं, यहाँ पनपता रहा। कणाद ऋषि ने कहा कि यह सारी सृष्टि परमाणु से बनी है। सांख्य दर्शन को भी एक दृष्टि से अनीश्वरवादी दर्शन कह सकते हैं। सांख्य की मान्यता है कि पुरूष एवं प्रकृति दो अलग तत्व हैं और दोनों के संयोग से सृष्टि उत्पन्न हुई। पुरूष निष्क्रिय है और प्रकृति चंचल; वह माया है और हाव-भाव बदलती रहती है। पर बिना पुरूष के यह संसार, यह चराचर सृष्टि नहीं हो सकती। उपमा दी गई कि पुरूष सूर्य है तो प्रकृति चंद्रमा, अर्थात उसी के तेज से प्रकाशवान। मेरे एक मित्र इस अंतर को बताने के लिए एक रूपक सुनाते थे। उन्होंने कहा कि उनके बचपन में बिजली न थी और गैस लैंप, जिसके प्रकाश में सभा हो सके, अनिवार्य था। पर गैस लैंप निष्क्रिय था। न वह ताली बजाता था, न वाह-वाह करता था, न कार्यवाही में भाग लेता था, न प्रेरणा दे सकता था और न परामर्श। पर यदि सभा में मार-पीट भी करनी हो तो गैस लैंप की आवश्यकता थी, कहीं अपने समर्थक ही अँधेरे में न पिट जाऍं। यह गैस लैंप या प्रकाश सांख्य दर्शन का ‘पुरूष’ है। वह निष्क्रिय है, कुछ करता नहीं। पर उसके बिना सभा भी तो नहीं हो सकती थी। इसी प्रकार प्रसिद्ध नौ उपनिषदों में पाँच उपनिषदों को, जिस अर्थ में बाइबिल ने सृष्टिकर्ता ईश्वर की महिमा कही, उस अर्थ में अनीश्वरवादी कह सकते हैं। जो ग्रंथ ईश्वर को सृष्टिकर्ता के रूप में मानते हैं उनमें एक प्रसिद्ध वाक्य आता है, ‘एकोअहं बहुस्यामि’। ईश्वर के मन में इच्छा उत्पन्न हुई कि मैं एक हूँ, अनेक बनूँ और इसलिए अपनी ही अनेक अनुकृतियाँ बनाई—ऐसा अर्थ उसमें लगाते हैं। पर एक से अनेक बनने का तो जीव का गुण है। यही नहीं, यह तो पदार्थ मात्र की भी स्वाभाविक प्रवृत्ति है। भारतीय दर्शन के अनुसार यह सृष्टि किसी की रचना नहीं है, जैसा कि ईसाई या मुसलिम विश्वास है। यदि ईश्वर ने यह ब्रम्हाण्ड रचा तो ईश्वर था ही, अर्थात कुछ सृष्टि थी। इसलिए ईश्वर स्वयं ही भौतिक तत्व अथवा पदार्थ था, ऐसा कहना पड़ेगा। (उसे किसने बनाया?) इसी से कहा कि यह अखिल ब्रम्हांड केवल उसकी अभिव्यक्ति अथवा प्रकटीकरण (manifestation) है, रचना अथवा निर्मित (creation) नहीं। उसी प्रकार जैसे आभूषण स्वर्ण का आकार विशेष में प्रकटीकरण मात्र है। इसी रूप में भारतीय दर्शन ने सृष्टि को देखा। धार्मिक प्रवृत्ति के लोगों को यह विचार कि जीवन इस पृथ्वी पर स्वाभाविक और अनिवार्य रासायनिक- भौतिक प्रक्रिया द्वारा बिना किसी चमत्कारी शक्ति के उत्पन्न हुआ, इसलिए प्रतिकूल पड़ता है कि वे जीव का संबंध आत्मा से जोड़ते हैं। उनका विश्वास है कि बिना आत्मा के जीवन संभव नहीं और इसलिए कोई परमात्मा है जिसमें अंततोगत्वा सब आत्माऍं विलीन हो जाती हैं। पर जड़ प्रकृति का स्वाभाविक सौंदर्य, वह स्फटिक (crystal), वह हिमालय की बर्फानी चोटियों पर स्वर्ण-किरीट रखता सूर्य, वह उष:काल की लालिमा या कन्याकुमारी का तीन महासागरों के संधि-स्थल का सूर्यास्त, अथवा झील के तरंगित जल पर खेलती प्रकाश-रश्मियाँ- ये सब कीड़े-मकोडों से या कैंसर की फफूँद से या अमरबेल या किसी क्षुद्र जानवर से निम्न स्तर की हैं क्या? पेड़-पौधे और उनमें उगे कुकुरमुत्ते में आत्मा है क्या ? एक बात जो मुसलमान या ईसाई नहीं मानते। सृष्टि में इस प्रकार के जीवित तथा जड़ वस्तुओं में भेदभाव भला क्यों ? शायद हम सोचें, सभी जीवधारियों का अंत होता है। ‘केहि जग काल न खाय।‘ वनस्पति और जंतु सभी मृत्यु को प्राप्त होते हैं और उनका शरीर नष्ट हो जाता है। परंतु यदि एक-कोशिक जीव बड़ा होकर अपने ही प्रकार के दो या अधिक जीवों में बँट जाता है तो इस घटना को पहले जीव की मृत्यु कहेंगे क्या ? वैसे तो संतति भी माता-पिता के जीवन का विस्तार ही है, उनका जीवनांश एक नए शरीर में प्रवेश करता है। श्रेणी:ज्योतिष श्रेणी:जीव विज्ञान श्रेणी:दर्शन.

नई!!: सुनील दत्त और जन्म · और देखें »

ज़मीन आसमान (1972 फ़िल्म)

ज़मीन आसमान 1972 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और ज़मीन आसमान (1972 फ़िल्म) · और देखें »

ज़िन्दगी ज़िन्दगी (1972 फ़िल्म)

ज़िन्दगी ज़िन्दगी 1972 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और ज़िन्दगी ज़िन्दगी (1972 फ़िल्म) · और देखें »

ज़ख्मी (1975 फ़िल्म)

ज़ख्मी 1975 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और ज़ख्मी (1975 फ़िल्म) · और देखें »

जानी दुश्मन (1979 फ़िल्म)

जानी दुश्मन 1979 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और जानी दुश्मन (1979 फ़िल्म) · और देखें »

ज्ञानी जी (1977 फ़िल्म)

ज्ञानी जी 1977 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और ज्ञानी जी (1977 फ़िल्म) · और देखें »

ज्वाला (1971 फ़िल्म)

ज्वाला 1971 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और ज्वाला (1971 फ़िल्म) · और देखें »

वतन के रखवाले (1987 फ़िल्म)

वतन के रखवाले 1987 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और वतन के रखवाले (1987 फ़िल्म) · और देखें »

विरोधी (1992 फ़िल्म)

विरोधी 1992 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और विरोधी (1992 फ़िल्म) · और देखें »

वक़्त (1965 फ़िल्म)

वक्त सन् 1965 में प्रदर्शित तथा चोपड़ा बंधुओ द्वारा निर्मित व निर्देशित हिन्दी फ़िल्म है। जिसमें उस दौर के प्रमुख अभिनेता सुनील दत्त, राज कुमार, साधना, बलराज साहनी, शशि कपूर, शर्मिला टैगोर व रहमान इत्यादि शामिल है। .

नई!!: सुनील दत्त और वक़्त (1965 फ़िल्म) · और देखें »

खानदान (1965 फ़िल्म)

खानदान १९६५ में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और खानदान (1965 फ़िल्म) · और देखें »

ग़बन (फ़िल्म)

ग़बन 1966 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और ग़बन (फ़िल्म) · और देखें »

गज़ल (1964 फ़िल्म)

गज़ल 1964 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और गज़ल (1964 फ़िल्म) · और देखें »

गुमराह (1963 फ़िल्म)

गुमराह 1963 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और गुमराह (1963 फ़िल्म) · और देखें »

गौरी (1968 फ़िल्म)

गौरी 1968 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और गौरी (1968 फ़िल्म) · और देखें »

गीता मेरा नाम (1974 फ़िल्म)

गीता मेरा नाम 1974 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और गीता मेरा नाम (1974 फ़िल्म) · और देखें »

आम्रपाली (1966 फ़िल्म)

आम्रपाली 1966 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और आम्रपाली (1966 फ़िल्म) · और देखें »

आज और कल (1963 फ़िल्म)

आज और कल १९६३ में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और आज और कल (1963 फ़िल्म) · और देखें »

आखिरी गोली (1977 फ़िल्म)

आखिरी गोली 1977 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और आखिरी गोली (1977 फ़िल्म) · और देखें »

इंसान जाग उठा (1959 फ़िल्म)

इंसान जाग उठा 1959 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और इंसान जाग उठा (1959 फ़िल्म) · और देखें »

काला धंधा गोरे लोग (1986 फ़िल्म)

काला धंधा गोरे लोग 1986 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और काला धंधा गोरे लोग (1986 फ़िल्म) · और देखें »

काला आदमी (1978 फ़िल्म)

काला आदमी 1978 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और काला आदमी (1978 फ़िल्म) · और देखें »

कांग्रेस

कांग्रेस का आशय इन सब से है।.

नई!!: सुनील दत्त और कांग्रेस · और देखें »

किस्मत का खेल (1956 फ़िल्म)

किस्मत का खेल 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और किस्मत का खेल (1956 फ़िल्म) · और देखें »

कुर्बान (1991 फ़िल्म)

कुर्बान 1991 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और कुर्बान (1991 फ़िल्म) · और देखें »

कुंदन (1955 फ़िल्म)

कुंदन 1955 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और कुंदन (1955 फ़िल्म) · और देखें »

क्षत्रिय (1993 फ़िल्म)

क्षत्रिय 1993 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और क्षत्रिय (1993 फ़िल्म) · और देखें »

कोरा बदन (1974 फ़िल्म)

कोरा बदन 1974 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और कोरा बदन (1974 फ़िल्म) · और देखें »

अहिंसा (1979 फ़िल्म)

अहिंसा 1979 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और अहिंसा (1979 फ़िल्म) · और देखें »

अंग्रेज़ी भाषा

अंग्रेज़ी भाषा (अंग्रेज़ी: English हिन्दी उच्चारण: इंग्लिश) हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार में आती है और इस दृष्टि से हिंदी, उर्दू, फ़ारसी आदि के साथ इसका दूर का संबंध बनता है। ये इस परिवार की जर्मनिक शाखा में रखी जाती है। इसे दुनिया की सर्वप्रथम अन्तरराष्ट्रीय भाषा माना जाता है। ये दुनिया के कई देशों की मुख्य राजभाषा है और आज के दौर में कई देशों में (मुख्यतः भूतपूर्व ब्रिटिश उपनिवेशों में) विज्ञान, कम्प्यूटर, साहित्य, राजनीति और उच्च शिक्षा की भी मुख्य भाषा है। अंग्रेज़ी भाषा रोमन लिपि में लिखी जाती है। यह एक पश्चिम जर्मेनिक भाषा है जिसकी उत्पत्ति एंग्लो-सेक्सन इंग्लैंड में हुई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका के 19 वीं शताब्दी के पूर्वार्ध और ब्रिटिश साम्राज्य के 18 वीं, 19 वीं और 20 वीं शताब्दी के सैन्य, वैज्ञानिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभाव के परिणाम स्वरूप यह दुनिया के कई भागों में सामान्य (बोलचाल की) भाषा बन गई है। कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों और राष्ट्रमंडल देशों में बड़े पैमाने पर इसका इस्तेमाल एक द्वितीय भाषा और अधिकारिक भाषा के रूप में होता है। ऐतिहासिक दृष्टि से, अंग्रेजी भाषा की उत्पत्ति ५वीं शताब्दी की शुरुआत से इंग्लैंड में बसने वाले एंग्लो-सेक्सन लोगों द्वारा लायी गयी अनेक बोलियों, जिन्हें अब पुरानी अंग्रेजी कहा जाता है, से हुई है। वाइकिंग हमलावरों की प्राचीन नोर्स भाषा का अंग्रेजी भाषा पर गहरा प्रभाव पड़ा है। नॉर्मन विजय के बाद पुरानी अंग्रेजी का विकास मध्य अंग्रेजी के रूप में हुआ, इसके लिए नॉर्मन शब्दावली और वर्तनी के नियमों का भारी मात्र में उपयोग हुआ। वहां से आधुनिक अंग्रेजी का विकास हुआ और अभी भी इसमें अनेक भाषाओँ से विदेशी शब्दों को अपनाने और साथ ही साथ नए शब्दों को गढ़ने की प्रक्रिया निरंतर जारी है। एक बड़ी मात्र में अंग्रेजी के शब्दों, खासकर तकनीकी शब्दों, का गठन प्राचीन ग्रीक और लैटिन की जड़ों पर आधारित है। .

नई!!: सुनील दत्त और अंग्रेज़ी भाषा · और देखें »

उसने कहा था

उसने कहा था हिन्दी भाषा की एक फ़िल्म है जो 1960 में प्रदर्शित हुई। .

नई!!: सुनील दत्त और उसने कहा था · और देखें »

छाया (1961 फ़िल्म)

छाया 1961 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और छाया (1961 फ़िल्म) · और देखें »

१९६४

1964 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

नई!!: सुनील दत्त और १९६४ · और देखें »

१९६६

1966 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

नई!!: सुनील दत्त और १९६६ · और देखें »

३६ घंटे (1974 फ़िल्म)

३६ घंटे 1974 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: सुनील दत्त और ३६ घंटे (1974 फ़िल्म) · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

सुनिल दत

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »