4 संबंधों: ध्रुवण (विद्युतचुम्बकीय), सिन्क्रोट्रॉन प्रकाश स्रोत, विकिरण, अनडुलेटर।
ध्रुवण (विद्युतचुम्बकीय)
ध्रुवण (Polarization) अनुप्रस्थ तरंगों (जैसे, प्रकाश) का गुण है जो उनके दोलनों की दिशा (orientation) से सम्बन्धित है। ध्रुव का अर्थ है 'निश्चित'। ध्रुवित तरंग में किसी सीमित रूप में ही दोलन होते हैं जबकि अध्रुवित तरंग में सभी दिशाओं में समान रूप से दोलन होता है। किसी गैस या द्रव में गतिमान ध्वनि तरंगें ध्रुवण का गुण प्रदर्शित नहीं करतीं क्योंकि उनकी गति की दिशा और दोलन की दिशा एक ही होती है। .
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सिन्क्रोट्रॉन प्रकाश स्रोत
पेरिस स्थित '''SOLEIL''' (सूर्य) नामक सिन्क्रोट्रॉन प्रकाश स्रोत का योजनामूलक चित्र सिन्क्रोट्रॉन प्रकाश स्रोत (synchrotron light source) वह मशीन है जो वैज्ञानिक तथा तकनीकी उद्देश्यों के लिये विद्युतचुम्बकीय विकिरण (जैसे एक्स-किरण, दृष्य प्रकाश आदि) उत्पन्न करती है। यह प्रायः एक भण्डारण वलय (स्टोरेज रिंग) के रूप में होती है। सिन्क्रोट्रॉन प्रकाश सबसे पहले सिन्क्रोट्रॉन में देखी गयी थी। आजकल सिन्क्रोट्रॉन प्रकाश, भण्डारण वलयों तथा विशेष प्रकार के अन्य कण त्वरकों द्वारा उत्पन्न की जाती है। सिन्क्रोट्रॉन प्रकाश प्रायः इलेक्ट्रॉन को त्वरित करके प्राप्त की जाती है। इसके लिये पहले उच्च ऊर्जा की इलेक्ट्रॉन पुंज पैदा की जाती है। इस इलेक्ट्रॉन किरण-पुंज को एक द्विध्रुव चुम्बक के चुम्बकीय क्षेत्र से गुजारा जाता है जिसका चुम्बकीय क्षेत्र इलेक्ट्रानों की गति की दिशा के लम्बवत होता है। इससे इलेक्ट्रानों पर उनकी गति की दिशा (तथा चुम्बकीय क्षेत्र) के लम्बवत बल लगता है जिससे वे सरल रेखा के बजाय वृत्तिय पथ पर गति करने लगते हैं। (दूसरे शब्दों में, इनका त्वरण होता है।)। इसी त्वरण के फलस्वरूप सिन्क्रोट्रॉन प्रकाश उत्पन्न होता है जो अनेक प्रकार से उपयोगी है। चुम्बकीय द्विध्रुव के अलावा, अनडुलेटर, विगलर तथा मुक्त इलेक्ट्रॉन लेजर द्वारा भी सिन्क्रोट्रॉन प्रकाश पैदा किया जाता है। .
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विकिरण
भौतिकी में प्रयुक्त विकिरण ऊर्जा का एक रूप है जो तरंगों या किसी परमाणु या अन्य निकाय द्वारा उत्सर्जित गतिशील उपपरमाणुविक कणों के रूप में उच्च से निम्न ऊर्जा अवस्था की ओर चलती है। विकिरण को परमाणु पदार्थ पर उसके प्रभाव के आधार पर या विआयनीकारक के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है। विकिरण जो अणु या परमाणु का आयनीकरण करने मे सक्षम होता है उसमे उर्जा का स्तर विआयनीकारक विकिरण से अधिक होता है। रेडियोधर्मी पदार्थ वो भौतिक पदार्थ है जो कि आयनीकारक विकिरण उत्सर्जित करती है। तीन भिन्न प्रकार के विकिरण और उनका भेदन .
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अनडुलेटर
अनडुलेटर का योजनामूलक चित्र अनडुलेटर अनडुलेटर (undulator) एक युक्ति है जो सिन्क्रोट्रान भण्डारण वलय में 'इन्सर्सन डिवाइस' के रूप में लगायी जाती है।इसमें द्विध्रुवी चुम्बक की आवर्ती संरचना होती है जो समय के साथ अपरिवर्ती (स्टैटिक) होती है। अनडुलेटर की लम्बाई की दिशा में चलने पर चुम्बकीय क्षेत्र तरंगदैर्घ्य \lambda_u से प्रत्यावर्ती होता है (अपनी दिशा बदलता है)। अतः अनडुलेतर के भीतर के इस चुम्बकीय क्षेत्र से होकर जाने वाला इलेक्ट्रान दोलन करने के लिये बाध्य होता है और ऊर्जा का विकिरण करता है। अनडुलेटर द्वारा उत्पन्न विकिरण अत्यन्त तीक्ष्ण (intense) तथा एक पतली (नैरो) ऊर्जा बैण्ड के आस-पास केन्द्रित होता है। यह विकिरण इलेक्ट्रानों के कक्षीय समतल पर समांतरित (collimated) भी होता है। इस विकिरण को प्रयोगों के लिये अपने स्थान पर ले जाने के लिये बीमलाइनों से होकर ले जाया जाता है। अनडुलेटर की क्षमता निम्नलिखित प्राचल से व्यक्त होती है: श्रेणी:कण त्वरक.
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