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व्युत्पादन (वित्त)

सूची व्युत्पादन (वित्त)

व्युत्पादन, एक वित्तीय प्रपत्र है जो किसी अन्य परिसंपत्ति, सूचकांक, घटना, कीमत या शर्तों (अंतर्निहित परिसंपत्ति के रूप में ज्ञात) से व्युत्पन्न हुआ है। स्वयं अंतर्निहित परिसंपत्ति के व्यापार या विनिमय के बदले व्युत्पादन व्यापारी समय-समय पर अंतर्निहित परिसंपत्ति पर आधारित नकद या परिसंपत्तियों के विनिमय हेतु एक समझौता करते है। भावी अनुबंध, इसका एक साधारण उदाहरण है, जो एक ऐसा समझौता है जिसके आधार पर किसी भावी तिथि में अंतर्निहित परिसंपत्ति का विनिमय किया जाता है। व्युत्पादन प्रायः अत्यधिक उत्तोलित होते हैं, जिससे कि अंतर्निहित कीमत में एक छोटी सी गतिविधि भी व्युत्पादन के कीमत में एक बहुत बड़े अंतर का कारण बन सकती है। यदि अंतर्निहित परिसंपत्ति के कीमत में ठीक वैसा ही परिवर्तन आता है जैसा कि निवेशकों का अनुमान है (जैसे एक प्रदत्त दिशा में गति करना, निर्धारित सीमा में या उसके बाहर बने रहना, एक निश्चित स्तर तक पहुंचना) तो इसमें होने वाले लाभ का अनुमान लगाने और इससे लाभ कमाने के लिए निवेशकों द्वारा व्युत्पादन का प्रयोग किया जा सकता है। वैकल्पिक रूप से, व्यापारी, अंतर्निहित परिसंपत्ति के जोखिम से बचाव करने या उसे कम करने के लिए व्युत्पादन का प्रयोग कर सकते हैं और इसके लिए वे एक व्युत्पादन अनुबंध में प्रवेश करते हैं जिसकी कीमत अपने अंतर्निहित स्थिति की विपरीत दिशा में गति करता है और इसके कुछ या सम्पूर्ण भाग को रद्द कर देता है। व्युत्पादन को सामान्यतः व्यापक रूप से निम्न द्वारा वर्गीकृत किया जाता है.

15 संबंधों: दिवाला, फ़ोर्ब्स, बकाया, ब्याज दर, बीमा, संविदा निर्माण, सूचकांक, जोखिम, विनिमय दर, विकल्प, व्यापारी, गेहूँ, आर्थिक मंदी, आर्थिक व्यवस्था, १९९५

दिवाला

जब कोई व्यक्ति या संस्था कानूनी रूप से घोषणा करती है कि वह अपने द्वारा लिये गये ऋण को चुकाने में असमर्थ है तो इसे दिवाला (Bankruptcy) कहते हैं तथा उस व्यक्ति/संस्था को दिवालिया (Bankrupt) कहा जाता है। कुछ स्थितियों में स्वयं ऋणदाता (Creditors) ही अपने ऋणी को दिवालिया घोषित करने की कानूनी प्रक्रिया आरम्भ करते हैं। .

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फ़ोर्ब्स

फोर्ब्स इन्कॉर्पोरेट, एक निजी स्वामित्व वाली प्रकाशन एवं मीडिया कंपनी है। जिसका प्रमुख प्रकाशन एक द्वि-साप्ताहिक पत्रिका फोर्ब्स है, जिसकी खपत (संचलन) 900,000 से अधिक है। अगस्त 2006 में, निजी इक्विटी फर्म, एलीवेशन पार्टनर्स, नवगठित कंपनी, फोर्ब्स मीडिया में एक अल्पसंख्यक शेयरधारक बन गयी, जिसमें फोर्ब्स पत्रिका और वेबसाइट पर अग्रणी व्यावसायिक साइटों में से एक Forbes.com शामिल हैं। Forbes.com प्रति महीने 18 लाख लोगों को तक पहुँचता है। फोर्ब्स मीडिया के अन्य वेबसाइट हैं: Investopedia; RealClearPolitics, RealClearMarkets एवं RealClearSports और True/Slant'.

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बकाया

बकाया ऋण के एक भाग के रूप में काम में लिया जाने वाला शब्द है जो कुछ भाग चुकता करने के पश्चात बचता है। बकाया राशी वह राशी होती है जो मूल ऋण राशी में से उस दिन के पश्चात किये गये सभी भुगतान जैसे किराया, लगान, बीजक, रायल्टी (या ठेका या ठीका) आदि सहित करने के पश्चात शेष रहती है। बकाया भुगतान एक सेवा आरम्भ करने के पश्चात उसके भुगतान के लिए उपयोग किया जाता है। इस अवस्था में शब्द "बकाया" किसी प्रकार के उल्लंघन पर लागू नहीं होता। .

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ब्याज दर

जमा किये गये, उधार दिये गये, या उधार लिये गये किसी धन पर प्रत्येक अवधि (period) में जिस दर से ब्याज लिया/दिया जाता है उसे ब्याज दर (interest rate, या rate of interest) कहते हैं। उदाहरण के लिये, ब्याज दर ८ प्रतिशत वार्षिक हो तो इसका अर्थ है कि प्रत्येक १०० रूपये के जमा पर एक वर्ष में ८ रूपये ब्याज दिया जायेगा। किसी जमा किये/उधार लिये धन पर कुल ब्याज इन बातों पर निर्भर करता है- मूलधन, ब्याज की दर, चक्रवर्धन आवृत्ति (कम्पाउण्डिंग पिरियड), कुल अवधि जिसके लिये धन दिया/लिया गया है। आवर्धन अवधि एक वर्ष, आधा वर्ष, चौथाई वर्ष, एक माह आदि होता है। श्रेणी:वित्त.

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बीमा

बीमा (इंश्योरेंस) उस साधन को कहते हैं जिसके द्वारा कुछ शुल्क (जिसे प्रीमियम कहते हैं) देकर हानि का जोखिम दूसरे पक्ष (बीमाकार या बीमाकर्ता) पर डाला जा सकता है। जिस पक्ष का जोखिम बीमाकर पर डाला जाता है उसे 'बीमाकृत' कहते हैं। बीमाकार आमतौर पर एक कंपनी होती है जो बीमाकृत के हानि या क्षति को बांटने को तैयार रहती है और ऐसा करने में वह समर्थ होती है। बीमा एक प्रकार का अनुबंध (ठेका) है। दो या अधिक व्यक्तियों में ऐसा समझौता जो कानूनी रूप से लागू किया जा सके, अनुबंध कहलाता है। बीमा अनुबंध का व्यापक अर्थ है कि बीमापत्र (पॉलिसी) में वर्णित घटना के घटित होने पर बीमा करनेवाला एक निश्चित धनराशि बीमा करानेवाले व्यक्ति को प्रदान करता है। बीमा करानेवाला जो सामयिक प्रव्याजि (बीमाकिस्त, प्रीमीयम) बीमा करनेवाले को देता रहता है, वही इस अनुबंध का प्रतिदेय है। 'बीमा' शब्द फारसी से आया है जिसका भावार्थ है - 'जिम्मेदारी लेना'। डॉ॰ रघुवीर ने इसका अनुवाद किया है - 'आगोप'। उसका अंग्रेजी पर्याय "इंश्योरेंस" (Insurance) है। बीमा वास्तव में बीमाकर्ता और बीमाकृत के बीच अनुबंध है जिसमें बीमाकर्ता बीमाकृत से एक निश्चित रकम (प्रीमियम) के बदले किसी निश्चित घटना के घटित होने (जैसे कि एक निश्चित आयु की समाप्ति या मृत्यु की स्थिति में) पर एक निश्चित रकम देता है या फिर बीमाकृत की जोखिम से होने वाले वास्तविक हानि की क्षतिपूर्ति करता है। बीमा के आधार के बारे में सोचने पर पता चलता है कि बीमा एक तरह का सहयोग है जिसमें सभी बीमाकृत लोग, जो जोखिम का शिकार हो सकते हैं, प्रीमियम अदा करते हैं जबकि उनमें से सिर्फ कुछ (बहुत कम) को ही, जो वास्तव में नुकसान उठाते हैं, मुआवजा दिया जाता है। वास्तव में जोखिम की संभावना वालों की संख्या अधिक होती है लेकिन किसी निश्चित अवधि में उनमें से केवल कुछ को ही नुकसान होता है। बीमाकर्ता (कंपनी) बीमाकृत पक्षों के नुकसान को शेष बीमाकृत पक्षों में बांटने का काम करती है। .

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संविदा निर्माण

वह प्रत्येक वचन अथवा करार जो कानून द्वारा प्रवर्तनीय हो अथवा जिसका कानून द्वारा पालन कराया जा सके, संविदा (ठीका, अनुबन्ध, कान्ट्रैक्ट) कहलाता है। वर्तमान संविदा की विशेषता उसकी कानूनी मान्यता है। .

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सूचकांक

भारतमें उद्योगों का वितरण समरूप नहीं है। उद्योग कुछ अनुकूल अवस्थितिक कारकों से कुछ निश्चित स्थानों पर केंद्रित हो जाते हैं। उद्योगों के समूहन को पहचानने के लिए कई सूचकांकों का उपयोग किया जाता है जिनमें प्रमुख हैं-.

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जोखिम

जोखिम (risk) किसी मूल्य की चीज़ को पाने या खोने की सम्भावना को कहते हैं। जोखिम के कार्यों और प्रक्रियाओं में अनिश्चितता का तत्व उपस्थित होता है। जोखिम एक विस्तृत अवधारणा है जिसका विभिन्न परस्थितियों में विभिन्न प्रकार से विश्लेषण व प्रबंधन किया जाता है। .

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विनिमय दर

विनिमय दर दो अलग अलग मुद्राओं की सापेक्ष कीमत होती है, अर्थात एक मुद्रा के पदों में दूसरी मुद्रा के मूल्य की माप है। किन्हीं दो मुद्राओं के मध्य विनिमय की दर उनकी पारस्परिक माँग(Demand) और आपूर्ति के आधार पर निर्धारित होती है। .

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विकल्प

विकल्प का अर्थ है- शब्द, वचन, कल्पना आदि से प्राप्त अप्रत्यक्ष ज्ञान को कहते हैं। यह ज्ञान अनुभव या प्रयोग पर आधारित नहीं होता। पतञ्जलि के योगसूत्र में विकल्प, ५ प्रकार की वृत्तियों में से एक है। अन्य वृत्तियाँ ये हैं- प्रमाण, विपर्यय, निद्रा, स्मृति। ये सभी चित्तवृत्तियाँ मन को विचलित करतीं रहतीं है। श्रेणी:तर्कशास्त्र श्रेणी:भारतीय दर्शन.

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व्यापारी

व्यापारी वह व्यक्ति कहलाता है जो व्यापार का कार्य करता है। श्रेणी:व्यापार.

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गेहूँ

गेहूँ गेहूं (Wheat; वैज्ञानिक नाम: Triticum spp.),Belderok, Bob & Hans Mesdag & Dingena A. Donner.

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आर्थिक मंदी

जब वस्तुओ ओर सेवाओ के उत्पादन मै निरन्तर गिरावत हो रही हो ओर सकल घरेलू उत्पाद कम से कम तीन महीने डाउन ग्रोव्थ मै हो तो इस स्थिति को आर्थिक मन्दी कहते हैं। .

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आर्थिक व्यवस्था

किसी समाज के अन्दर या किसी भौगोलिक क्षेत्र के अन्दर उत्पादन, संसाधनों के नियतन (resource allocation), तथा वस्तुओं एवं सेवाओं के वितरण को आर्थिक व्यवस्था या आर्थिक प्रणाली (economic system) कहते हैं। श्रेणी:अर्थशास्त्र.

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१९९५

1995 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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