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विश्व के सर्वोच्च पर्वतों की सूची

सूची विश्व के सर्वोच्च पर्वतों की सूची

पृथ्वी पर कम-से-कम 109 पर्वत हैं जिनकि ऊँचाई समुद्रतल से 7,200 मीटर (23,622 फ़ुट) से अधिक है। इनमें से अधिकांश भारतीय उपमहाद्वीप और तिब्बत की सीमा पर स्थित हैं, और कुछ मध्य एशिया में हैं। इस सूचि में केवल ऐसे ही शिखर सम्मिलित हैं जिन्हें अकेला खड़ा पर्वत माना जा सकता है, यानि एक ही पर्वत के अलग-अलग शिखरों को नहीं गिना गया है। .

154 संबंधों: चामलांग, चंग्त्से, चोमो लोन्ज़ो, चोयु, चोगोलीसा, चोंग्तर कांगरी, चीन, ट्रांस काराकोरम ट्रैक्ट, एशिया, एवरेस्ट पर्वत, ऐन्डीज़ पर्वत शृंखला, ताजिकिस्तान, तिब्बत, तिब्बत का पठार, तियाँ शान, तिरिच मीर, त्रिवोर, तेरम कांगरी, तोंगशानजिआबु, दिस्तग़िल सर, दक्षिण अमेरिका, दीरन, धौलागिरी, नन्दा देवी, नमचा बरवा, नालाकंकर हिमाल, नासा, नगर्त्से ज़िला, नंगपाइ गोसुम, नंगा पर्वत, नुब्त्से, नेपाल, नोशक पर्वत, नोइजिन कंगसान, पनमाह मुज़ताग़, पर्वत, पसू सर, पामीर पर्वतमाला, पाक अधिकृत कश्मीर, पाकिस्तान, पुमरी छिश, पृथ्वी, पोरोंग री, फोला गंगचेन, बातूरा मुज़ताग़, बातूरा सर, बाल्तोरो मुज़ताग़, बाल्तोरो कांगरी, बाइंथा ब्राक, ब्रॉड पीक, ..., भारत, भारतीय उपमहाद्वीप, भूटान, मध्य एशिया, मनास्लु, मलंगुत्ती सर, महालंगूर हिमाल, मामोस्तोंग कांगरी, मालूबितिंग, माशेरब्रुम, माशेरब्रुम पर्वत शृंखला, मिन्या कोन्का, मकालू, मुज़ताग़ टावर, मुज़ताग़ अता, मोमहिल सर, यांग्रा पर्वत, युतमरु सर, युकशिन गर्दन सर, राकापोशी, राकापोशी-हरामोश पर्वतमाला, रिमो मुज़ताग़, रिमो १, लाबुचे कांग, लांगटांग, लांगटांग री, लांगटांग लिरुंग, लुनाना, लुपग़र सर, ल्होत्से, शिशापांगमा, शिस्पर, शिंजियांग, शेरपी कांगरी, समुद्र तल, सराग़रार, ससेर मुज़ताग़, ससेर कांगरी, साल्तोरो पर्वतमाला, साल्तोरो कांगरी, सिचुआन, सियाचिन मुज़ताग़, सियाचिन हिमनद, सिगुअंग री, सिंघी कांगरी, सिआ कांगरी, सुनन्दा देवी, स्थलाकृतिक उदग्रता, स्किल ब्रुम, स्क्यांग कांगरी, हरामोश, हिन्दु कुश, हिमालचुली, हिमालय, हिस्पर मुज़ताग़, हेंगदुआन पहाड़ियाँ, जन्नू, जम्मू और कश्मीर, जेन्गिश चोकुसु, जोमोल्हारी, जोंगसोंग पर्वत, घेंट कांगरी, वेस्म पर्वतमाला, खरताफु, खुनयंग छिश, गढ़वाल हिमालय, गणेश हिमाल, गाडी चुली, गाशरब्रुम १, गाशरब्रुम २, गाशरब्रुम ३, गाशरब्रुम ४, गिम्मीगेला चुली, गिलगित-बल्तिस्तान, गंग बेनछेन, गंगखर पुनसुम, गुरला मन्धाता, ग्याचुंगकांग, ग्याला पेरी, आयत, इस्तोर-ओ-नल, इस्माइल सामानी पर्वत, कनजुत सर, करजिअंग, काब्रु पर्वत, कामेट पर्वत, काराकोरम, किर्गिज़स्तान, कंचनजंघा, कंगफू कांग, कुला कांगरी, क्राउन पर्वत, के१२ पर्वत, के२, के६ पर्वत, कोंगुर ताग़, कीरात चुली, अन्नपूर्णा पुंजक, अप्सरासस कांगरी, अफ़ग़ानिस्तान, अबी गमिन, असम हिमालय, अकोंकागुआ, उल्तर सर सूचकांक विस्तार (104 अधिक) »

चामलांग

चामलांग (Chamlang) या गुरुंग चामलांग (Gurung Chamlang) हिमालय के महालंगूर हिमाल खण्ड के दक्षिणी भाग में स्थित एक पर्वत है जो विश्व का 80वाँ सर्वोच्च पर्वत है। यह नेपाल में मकालू पर्वत के पास खड़ा हुआ है। .

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चंग्त्से

चंग्त्से (Changtse) हिमालय के महालंगूर हिमाल खण्ड का एक पर्वत है। यह तिब्बत में मुख्य रोंगबुक और पूर्व रोंगबुक हिमानियों (ग्लेशियर) के बीच में एवरेस्ट पर्वत से उत्तर में स्थित है। यह विश्व का ४५वाँ सर्वोच्च पर्वत है। चंग्त्से पर्वत से चंग्त्से हिमानी बहती है जो आगे जाकर पूर्व रोंगबुक हिमानी में मिल जाती है। यहाँ पर चंग्त्से झील नामक एक सरोवर भी है जो 6,216 मीटर (20,394 फ़ुट) की ऊँचाई पर है और सम्भवतः विश्व की तीसरी सबसे ऊँची झील है। .

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चोमो लोन्ज़ो

चोमो लोन्ज़ो (Chomo Lonzo) तिब्बत में नेपाल की सीमा के पास स्थित हिमालय का एक पर्वत है। यह हिमालय के महालंगूर हिमाल भाग में मकालू पर्वत से ५ किमी पूर्वोत्तर में खड़ा हुआ है। इसके तीन शिखर हैं: उत्तरी मुख्य शिखर (7804मी) एक लगभग 7250मी ऊँचाई वाले भाग से मध्य शिखर (7565मी) से जुड़ा है जो स्वयं एक लगभग 7050मी ऊँचाई वाले भाग से उत्तरी (या पश्चिमोत्तरी) लगभग 7200मी ऊँचे शिखर से जुड़ा हुआ है। .

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चोयु

चोयु या चो ओयु (तिब्बती: ཇོ་བོ་དབུ་ཡ, अंग्रेज़ी: Cho Oyu) विश्व का छठा सबसे ऊँचा पर्वत है। यह ८,१८८ मीटर (२६,८६४ फ़ुट) ऊँचा पर्वत हिमालय की महालंगूर हिमाल भाग के खुम्बु उपभाग का पश्चिमतम पर्वत है और एवरेस्ट पर्वत से २० किमी पश्चिम में स्थित है। यह नेपाल और तिब्बत की सीमा पर खड़ा है। चोयु से कुछ ही किलोमीटर पश्चिम में ५,७१६ मीटर (१८,७५३ फ़ुट) की ऊँचाई पर नांगपा ला नामक दर्रा है जो हिमालय के खुम्बु और रोलवालिंग भागों को अलग करता है और तिब्बती लोगों और खुम्बु क्षेत्र के शेरपाओं के बीच का मुख्य व्यापारी मार्ग है। .

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चोगोलीसा

चोगोलीसा पाक अधिकृत कश्मीर के बल्तिस्तान क्षेत्र में स्थित काराकोरम पर्वतों के माशेरब्रुम पर्वत समूह का एक ऊँचा पर्वत है। माशेरब्रुम समूह बाल्तोरो हिमानी से दक्षिण में स्थित है। इस पर्वत के कई शिखर हैं, जिनमें दक्षिण-पश्चिमी और उत्तर-पूर्वी मुख्य हैं। इसके दक्षिण-पश्चिमी मुख वाला शिखर, जिसे चोगोलीसा-१ (Chogolisa I) भी कहते हैं, सबसे ऊँचा है और ७,६६५ मीटर (२५,१४८ फ़ुट) की बुलंदी रखता है। इसका दूसरा सबसे ऊँचा मुख पूर्वोत्तर वाला है, जिसे चोगोलीसा-२ (Chogolisa II) भी कहते हैं और जिसकी ऊँचाई ७,६५४ मीटर है। मार्टिन कॉनवे ने सन् १८९२ में चोगोलीसा-२ को दुल्हन पर्वत (Bride Peak) का नाम भी दिया था। .

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चोंग्तर कांगरी

चोंग्तर कांगरी (Chongtar Kangri) काराकोरम पर्वतमाला की बाल्तोरो मुज़ताग़ उपश्रेणी का एक ऊँचा पर्वत है। यह चीन द्वारा अधिकृत शक्सगाम घाटी क्षेत्र में आता है और पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र के समीप है। यह के२ से लगभग १० किमी दूर है। चीन इसे प्रशासनिक रूप से शिंजियांग प्रान्त में डालता है लकिन भारत के अनुसार यह क्षेत्र उसकी सम्प्रभुता में आता है। यह विश्व का ८१वाँ सर्वोच्च पर्वत है। .

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चीन

---- right चीन विश्व की प्राचीन सभ्यताओं में से एक है जो एशियाई महाद्वीप के पू‍र्व में स्थित है। चीन की सभ्यता एवं संस्कृति छठी शताब्दी से भी पुरानी है। चीन की लिखित भाषा प्रणाली विश्व की सबसे पुरानी है जो आज तक उपयोग में लायी जा रही है और जो कई आविष्कारों का स्रोत भी है। ब्रिटिश विद्वान और जीव-रसायन शास्त्री जोसफ नीधम ने प्राचीन चीन के चार महान अविष्कार बताये जो हैं:- कागज़, कम्पास, बारूद और मुद्रण। ऐतिहासिक रूप से चीनी संस्कृति का प्रभाव पूर्वी और दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों पर रहा है और चीनी धर्म, रिवाज़ और लेखन प्रणाली को इन देशों में अलग-अलग स्तर तक अपनाया गया है। चीन में प्रथम मानवीय उपस्थिति के प्रमाण झोऊ कोऊ दियन गुफा के समीप मिलते हैं और जो होमो इरेक्टस के प्रथम नमूने भी है जिसे हम 'पेकिंग मानव' के नाम से जानते हैं। अनुमान है कि ये इस क्षेत्र में ३,००,००० से ५,००,००० वर्ष पूर्व यहाँ रहते थे और कुछ शोधों से ये महत्वपूर्ण जानकारी भी मिली है कि पेकिंग मानव आग जलाने की और उसे नियंत्रित करने की कला जानते थे। चीन के गृह युद्ध के कारण इसके दो भाग हो गये - (१) जनवादी गणराज्य चीन जो मुख्य चीनी भूभाग पर स्थापित समाजवादी सरकार द्वारा शासित क्षेत्रों को कहते हैं। इसके अन्तर्गत चीन का बहुतायत भाग आता है। (२) चीनी गणराज्य - जो मुख्य भूमि से हटकर ताईवान सहित कुछ अन्य द्वीपों से बना देश है। इसका मुख्यालय ताइवान है। चीन की आबादी दुनिया में सर्वाधिक है। प्राचीन चीन मानव सभ्यता के सबसे पुरानी शरणस्थलियों में से एक है। वैज्ञानिक कार्बन डेटिंग के अनुसार यहाँ पर मानव २२ लाख से २५ लाख वर्ष पहले आये थे। .

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ट्रांस काराकोरम ट्रैक्ट

शक्स्गाम वादी कश्मीर के इस नक़्शे के मध्य उत्तर में देखी जा सकती है काराकोरम-पार क्षेत्र (अंग्रेज़ी: Trans-Karakoram Tract, ट्रांस काराकोरम ट्रैक्ट) या शक्सगाम वादी एक लगभग ५,८०० वर्ग किमी का इलाक़ा है जो कश्मीर के उत्तरी काराकोरम पर्वतों में शक्सगाम नदी के दोनों ओर फैला हुआ है। यह भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य का हिस्सा हुआ करता था जिसे १९४८ में पाकिस्तान ने अपने नियंत्रण में ले लिया। १९६३ में एक सीमा समझौते के अंतर्गत पाकिस्तान ने इस क्षेत्र को चीन को भेंट कर दिया। पाकिस्तान की दलील थी कि इस से पाकिस्तान और चीन के बीच में मित्रता बन जाएगी और उनका कहना था की ऐतिहासिक रूप से इस इलाक़े में कभी अंतरराष्ट्रीय सीमा निर्धारित थी ही नहीं इसलिए इस ज़मीन को चीन के हवाले करने से पाकिस्तान का कोई नुक़सान नहीं हुआ। भारत इस बात का पुरज़ोर खंडन करता है और शक्सगाम को अपनी भूमि का अंग बताता है। उसके अनुसार यह पुरा क्षेत्र भारतीय जम्मू एवं कश्मीर राज्य का अभिन्न भाग है।, Routledge, 2009, ISBN 978-1-134-07956-8,...

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एशिया

एशिया या जम्बुद्वीप आकार और जनसंख्या दोनों ही दृष्टि से विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीप है, जो उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित है। पश्चिम में इसकी सीमाएं यूरोप से मिलती हैं, हालाँकि इन दोनों के बीच कोई सर्वमान्य और स्पष्ट सीमा नहीं निर्धारित है। एशिया और यूरोप को मिलाकर कभी-कभी यूरेशिया भी कहा जाता है। एशियाई महाद्वीप भूमध्य सागर, अंध सागर, आर्कटिक महासागर, प्रशांत महासागर और हिन्द महासागर से घिरा हुआ है। काकेशस पर्वत शृंखला और यूराल पर्वत प्राकृतिक रूप से एशिया को यूरोप से अलग करते है। कुछ सबसे प्राचीन मानव सभ्यताओं का जन्म इसी महाद्वीप पर हुआ था जैसे सुमेर, भारतीय सभ्यता, चीनी सभ्यता इत्यादि। चीन और भारत विश्व के दो सर्वाधिक जनसंख्या वाले देश भी हैं। पश्चिम में स्थित एक लंबी भू सीमा यूरोप को एशिया से पृथक करती है। तह सीमा उत्तर-दक्षिण दिशा में नीचे की ओर रूस में यूराल पर्वत तक जाती है, यूराल नदी के किनारे-किनारे कैस्पियन सागर तक और फिर काकेशस पर्वतों से होते हुए अंध सागर तक। रूस का लगभग तीन चौथाई भूभाग एशिया में है और शेष यूरोप में। चार अन्य एशियाई देशों के कुछ भूभाग भी यूरोप की सीमा में आते हैं। विश्व के कुल भूभाग का लगभग ३/१०वां भाग या ३०% एशिया में है और इस महाद्वीप की जनसंख्या अन्य सभी महाद्वीपों की संयुक्त जनसंख्या से अधिक है, लगभग ३/५वां भाग या ६०%। उत्तर में बर्फ़ीले आर्कटिक से लेकर दक्षिण में ऊष्ण भूमध्य रेखा तक यह महाद्वीप लगभग ४,४५,७९,००० किमी क्षेत्र में फैला हुआ है और अपने में कुछ विशाल, खाली रेगिस्तानों, विश्व के सबसे ऊँचे पर्वतों और कुछ सबसे लंबी नदियों को समेटे हुए है। .

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एवरेस्ट पर्वत

एवरेस्ट पर्वत (नेपाली:सागरमाथा, संस्कृत: देवगिरि) दुनिया का सबसे ऊँचा पर्वत शिखर है, जिसकी ऊँचाई 8,850 मीटर है। पहले इसे XV के नाम से जाना जाता था। माउंट एवरेस्ट की ऊँचाई उस समय 29,002 फीट या 8,840 मीटर मापी गई। वैज्ञानिक सर्वेक्षणों में कहा जाता है कि इसकी ऊंचाई प्रतिवर्ष 2 से॰मी॰ के हिसाब से बढ़ रही है। नेपाल में इसे स्थानीय लोग सागरमाथा (अर्थात स्वर्ग का शीर्ष) नाम से जानते हैं, जो नाम नेपाल के इतिहासविद बाबुराम आचार्य ने सन् 1930 के दशक में रखा था - आकाश का भाल। तिब्बत में इसे सदियों से चोमोलंगमा अर्थात पर्वतों की रानी के नाम से जाना जाता है। सर्वे ऑफ नेपाल द्वारा प्रकाशित, (1:50,000 के स्केल पर 57 मैप सेट में से 50वां मैप) “फर्स्ट जॉईन्ट इन्सपेक्सन सर्वे सन् 1979-80, नेपाल-चीन सीमा के मुख्य पाठ्य के साथ अटैच” पृष्ठ पर ऊपर की ओर बीच में, लिखा है, सीमा रेखा, की पहचान की गई है जो चीन और नेपाल को अलग करते हैं, जो ठीक शिखर से होकर गुजरता है। यह यहाँ सीमा का काम करता है और चीन-नेपाल सीमा पर मुख्य हिमालयी जलसंभर विभाजित होकर दोनो तरफ बहता है। .

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ऐन्डीज़ पर्वत शृंखला

अकोंकागुआ का आकाशीय चित्र ऐण्डीज (स्पेनी व अंग्रेज़ी: Andes) दुनिया की सबसे लम्बी पर्वत श्रृंखला है जो दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी तट पर स्थित है। कुल मिलाकर यह पर्वतमाला ७,००० किमी तक चलती है और लगभग २०० किमी की औसत चौड़ाई रखती है।, Carina Hoorn, Frank Wesselingh, pg 1-400, John Wiley & Sons, 2011, ISBN 9781444360257,...

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ताजिकिस्तान

अंतरिक्ष से ताजिकिस्तान का मंज़र ताज़िकिस्तान (ताजिक: Тоҷикистон,, तोजिकिस्तोन) मध्य एशिया मे स्थित एक देश है जो चारों ओर से ज़मीन से घिरा (स्थलवेष्ठित) है। यह पहले सोवियत संघ का हिस्सा था और उस देश के विघटन के बाद सन् १९९१ में एक स्वतंत्र देश बना। १९९२-९७ के काल में गृहयुद्धों की मार झेल चुके इस देश की कूटनीतिक-भौगोलिक स्थिति बहुत महत्वपूर्ण है। यह उज़बेकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, किर्गिज़स्तान तथा चीन के मध्य स्थित है। इसके अलावा पाकिस्तान के उत्तरी इलाके से इसे केवल अफ़ग़ानिस्तान के बदख़्शान प्रान्त का पतला-सा वाख़ान गलियारा ही अलग करता है। ताजिकिस्तान की राजधानी दुशानबे शहर है और यहाँ की भाषा को ताजिक कहा जाता है जो फ़ारसी भाषा का एक रूप माना जाता है। इस भाषा को सीरीलिक अक्षरों में लिखा जाता है जिसमें रूसी तथा कुछ अन्य भाषाएँ भी लिखी जाती हैं। .

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तिब्बत

तिब्बत का भूक्षेत्र (पीले व नारंगी रंगों में) तिब्बत के खम प्रदेश में बच्चे तिब्बत का पठार तिब्बत (Tibet) एशिया का एक क्षेत्र है जिसकी भूमि मुख्यतः उच्च पठारी है। इसे पारम्परिक रूप से बोड या भोट भी कहा जाता है। इसके प्रायः सम्पूर्ण भाग पर चीनी जनवादी गणराज्य का अधिकार है जबकि तिब्बत सदियों से एक पृथक देश के रूप में रहा है। यहाँ के लोगों का धर्म बौद्ध धर्म की तिब्बती बौद्ध शाखा है तथा इनकी भाषा तिब्बती है। चीन द्वारा तिब्बत पर चढ़ाई के समय (1955) वहाँ के राजनैतिक व धार्मिक नेता दलाई लामा ने भारत में आकर शरण ली और वे अब तक भारत में सुरक्षित हैं। .

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तिब्बत का पठार

तिब्बत का पठार हिमालय पर्वत शृंखला से लेकर उत्तर में टकलामकान रेगिस्तान तक फैला हुआ है तिब्बत का बहुत सा इलाक़ा शुष्क है तिब्बत का पठार (तिब्बती: བོད་ས་མཐོ།, बोड सा म्थो) मध्य एशिया में स्थित एक ऊँचाई वाला विशाल पठार है। यह दक्षिण में हिमालय पर्वत शृंखला से लेकर उत्तर में टकलामकान रेगिस्तान तक विस्तृत है। इसमें चीन द्वारा नियंत्रित बोड स्वायत्त क्षेत्र, चिंग हई, पश्चिमी सीश्वान, दक्षिण-पश्चिमी गांसू और उत्तरी यून्नान क्षेत्रों के साथ-साथ भारत का लद्दाख़ इलाक़ा आता है। उत्तर-से-दक्षिण तक यह पठार १,००० किलोमीटर लम्बा और पूर्व-से-पश्चिम तक २,५०० किलोमीटर चौड़ा है। यहाँ की औसत ऊँचाई समुद्र से ४,५०० मीटर (यानी १४,८०० फ़ुट) है और विशव के ८,००० मीटर (२६,००० फ़ुट) से ऊँचे सभी १४ पर्वत इसी क्षेत्र में या इसे इर्द-गिर्द पाए जाते हैं। इस इलाक़े को कभी-कभी "दुनिया की छत" कहा जाता है। तिब्बत के पठार का कुल क्षेत्रफल २५ लाख वर्ग किमी है, यानी भारत के क्षेत्रफल का ७५% और फ़्रांस के समूचे देश का चौगुना। .

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तियाँ शान

सूर्यास्त के वक़्त ख़ान तेन्ग्री की चोटी तियान शान (अंग्रेज़ी: Tian Shan या Tien Shan; मंगोल: Тэнгэр уул, तेंगेर उउल; उइग़ुर:, तेन्ग्री ताग़; चीनी: 天山, तियान शान) मध्य एशिया का एक पहाड़ी सिलसिला है। .

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तिरिच मीर

तिरिच मीर (Tirich Mir) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त में चित्राल शहर के पास स्थित एक पर्वत है, जो हिन्दु कुश पर्वत शृंखला का सबसे ऊँचा पहाड़ भी है। ७,७०८ मीटर (२५,२८९ फ़ुट) ऊँचा यह पर्वत हिमालय-काराकोरम श्रेणी के बाहर का सबसे ऊँचा पहाड़ है और दुनिया भर का ३३वाँ सबसे ऊँचा शिखर है (बाक़ी ३२ हिमालय-काराकोरम में स्थित हैं)। चित्राल शहर से तिरिच मीर दिखता ही है लेकिन यह पहाड़ इतना विशाल है कि इसे पाकिस्तान की सरहद के पार अफ़्ग़ानिस्तान के कुछ सीमाई इलाक़ों से भी देखा जा सकता है।, Michael Palin, Basil Pao, Macmillan, 2005, ISBN 978-0-312-34162-6,...

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त्रिवोर

त्रिवोर काराकोरम पर्वत शृंखला की हिस्पर मुज़ताग़ उपशृंखला का चौथा सबसे ऊँचा पर्वत है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में स्थित है, जिसे भारत अपना हिस्सा बताता है। त्रिवोर विश्व का ३९वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है। .

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तेरम कांगरी

तेरम कांगरी (Teram Kangri) काराकोरम की सियाचिन मुज़ताग़ उपश्रेणी में एक पर्वतीय पुंजक है। तेरम कांगरी १ इसका सर्वोच्च पर्वत है और यह विश्व का ५६वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। तेरम कांगरी भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य में स्थित है और इसका कुछ भाग चीन के क़ब्ज़े वाली शक्सगाम घाटी में स्थित है जिसे चीन शिंजियांग प्रान्त के अधीन प्रशासित करता है। .

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तोंगशानजिआबु

तोंगशानजिआबु (Tongshanjiabu) या तेरी कांग (Teri Kang) हिमालय के लुनाना क्षेत्र में स्थित एक पर्वत है जो विश्व का 103वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। यह भूटान और तिब्बत की विवादित सीमा पर स्थित है। तिब्बत पर चीन का नियंत्रण है और उसके अनुसार यह सीमा पर है जबकि भूटान का दावा है कि यह पर्वत पूरी तरह उसके क्षेत्र में है। एक स्रोत के अनुसार "तेरी कांग" इस पर्वत की एक निचली चोटी का नाम है। .

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दिस्तग़िल सर

दिस्तग़िल सर या दिस्तेग़िल सर काराकोरम पर्वत शृंखला की हिस्पर मुज़ताग़ उपशृंखला का सबसे ऊँचा पर्वत है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान खंड के गोजल क्षेत्र में स्थित है। दिस्तग़िल सर विश्व का १९वाँ सबसे ऊँचा और पाकिस्तानी नियंत्रित क्षेत्रों का ७वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है। इसके ऊपरी भाग में एक ३ किमी लम्बा और तंग क्षेत्र है जिसपर तीन मुख्य शिखर हैं। पश्चिम/पश्चिमोत्तर में ७,८८५ मी ऊँचा, मध्य में ७,७६० मी ऊँचा और पूर्व/पूर्वोत्तर में ७,६९६ मी ऊँचा। .

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दक्षिण अमेरिका

दक्षिण अमेरिका (स्पेनी: América del Sur; पुर्तगाली: América do Sul) उत्तर अमेरिका के दक्षिण पूर्व में स्थित पश्चिमी गोलार्द्ध का एक महाद्वीप है। दक्षिणी अमेरिका उत्तर में १३० उत्तरी अक्षांश (गैलिनस अन्तरीप) से दक्षिण में ५६० दक्षिणी अक्षांश (हार्न अन्तरीप) तक एवं पूर्व में ३५० पश्चिमी देशान्तर (रेशिको अन्तरीप) से पश्चिम में ८१० पश्चिमी देशान्तर (पारिना अन्तरीप) तक विस्तृत है। इसके उत्तर में कैरीबियन सागर तथा पनामा नहर, पूर्व तथा उत्तर-पूर्व में अन्ध महासागर, पश्चिम में प्रशान्त महासागर तथा दक्षिण में अण्टार्कटिक महासागर स्थित हैं। भूमध्य रेखा इस महाद्वीप के उत्तरी भाग से एवं मकर रेखा मध्य से गुजरती है जिसके कारण इसका अधिकांश भाग उष्ण कटिबन्ध में पड़ता है। दक्षिणी अमेरिका की उत्तर से दक्षिण लम्बाई लगभग ७,२०० किलोमीटर तथा पश्चिम से पूर्व चौड़ाई ५,१२० किलोमीटर है। विश्व का यह चौथा बड़ा महाद्वीप है, जो आकार में भारत से लगभग ६ गुना बड़ा है। पनामा नहर इसे पनामा भूडमरुमध्य पर उत्तरी अमरीका महाद्वीप से अलग करती है। किंतु पनामा देश उत्तरी अमरीका में आता है। ३२,००० किलोमीटर लम्बे समुद्रतट वाले इस महाद्वीप का समुद्री किनारा सीधा एवं सपाट है, तट पर द्वीप, प्रायद्वीप तथा खाड़ियाँ कम हैं जिससे अच्छे बन्दरगाहों का अभाव है। खनिज तथा प्राकृतिक सम्पदा में धनी यह महाद्वीप गर्म एवं नम जलवायु, पर्वतों, पठारों घने जंगलों तथा मरुस्थलों की उपस्थिति के कारण विकसित नहीं हो सका है। यहाँ विश्व की सबसे लम्बी पर्वत-श्रेणी एण्डीज पर्वतमाला एवं सबसे ऊँची टीटीकाका झील हैं। भूमध्यरेखा के समीप पेरू देश में चिम्बोरेजो तथा कोटोपैक्सी नामक विश्व के सबसे ऊँचे ज्वालामुखी पर्वत हैं जो लगभग ६,०९६ मीटर ऊँचे हैं। अमेजन, ओरीनिको, रियो डि ला प्लाटा यहाँ की प्रमुख नदियाँ हैं। दक्षिण अमेरिका की अन्य नदियाँ ब्राज़ील की साओ फ्रांसिस्को, कोलम्बिया की मैगडालेना तथा अर्जेण्टाइना की रायो कोलोरेडो हैं। इस महाद्वीप में ब्राज़ील, अर्जेंटीना, चिली, उरुग्वे, पैराग्वे, बोलिविया, पेरू, ईक्वाडोर, कोलोंबिया, वेनेज़ुएला, गुयाना (ब्रिटिश, डच, फ्रेंच) और फ़ाकलैंड द्वीप-समूह आदि देश हैं। .

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दीरन

दीरन (Diran) काराकोरम पर्वतमाला की राकापोशी-हरामोश पर्वतमाला नामक उपश्रेणी का दूसरा सबसे ऊँचा पर्वत है। यह विश्व का 93वाँ सर्वोच्च पर्वत है। प्रशासनिक रूप से यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र के हुन्ज़ा-नगर ज़िले की नगर वादी में स्थित है। यह राकापोशी से पूर्व में खड़ा हुआ है। इस से होने वाले हिमस्खलन में हर वर्ष मृत्युएँ होती हैं। .

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धौलागिरी

धौलागिरी (Dhaulagiri) हिमालय का एकपर्वतीय पुंजक है जो नेपाल में कालीगण्डकी नदी से आरम्भ होकर 120 किमी दूर स्थित भेरी नदी तक चलता है। इस पुंजक का सर्वोच्च पर्वत 8,167 मीटर१२० (26,795 फ़ुट) ऊँचा धौलागिरी १ (Dhaulagiri I) है, जो विश्व का 7वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। .

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नन्दा देवी

नंदा देवी समूचे गढ़वाल मंडल और कुमाऊं मंडल और हिमालय के अन्य भागों में जन सामान्य की लोकप्रिय देवी हैं। नंदा की उपासना प्राचीन काल से ही किये जाने के प्रमाण धार्मिक ग्रंथों, उपनिषद और पुराणों में मिलते हैं। रूप मंडन में पार्वती को गौरी के छ: रुपों में एक बताया गया है। भगवती की ६ अंगभूता देवियों में नंदा भी एक है। नंदा को नवदुर्गाओं में से भी एक बताया गया है। भविष्य पुराण में जिन दुर्गाओं का उल्लेख है उनमें महालक्ष्मी, नंदा, क्षेमकरी, शिवदूती, महाटूँडा, भ्रामरी, चंद्रमंडला, रेवती और हरसिद्धी हैं। शिवपुराण में वर्णित नंदा तीर्थ वास्तव में कूर्माचल ही है। शक्ति के रूप में नंदा ही सारे हिमालय में पूजित हैं। नंदा के इस शक्ति रूप की पूजा गढ़वाल में करुली, कसोली, नरोना, हिंडोली, तल्ली दसोली, सिमली, तल्ली धूरी, नौटी, चांदपुर, गैड़लोहवा आदि स्थानों में होती है। गढ़वाल में राज जात यात्रा का आयोजन भी नंदा के सम्मान में होता है। कुमाऊँ में अल्मोड़ा, रणचूला, डंगोली, बदियाकोट, सोराग, कर्मी, पोथिंग, चिल्ठा, सरमूल आदि में नंदा के मंदिर हैं। अनेक स्थानों पर नंदा के सम्मान में मेलों के रूप में समारोह आयोजित होते हैं। नंदाष्टमी को कोट की माई का मेला और नैतीताल में नंदादेवी मेला अपनी सम्पन्न लोक विरासत के कारण कुछ अलग ही छटा लिये होते हैं परन्तु अल्मोड़ा नगर के मध्य में स्थित ऐतिहासिकता नंदादेवी मंदिर में प्रतिवर्ष भाद्र मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को लगने वाले मेले की रौनक ही कुछ अलग है। .

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नमचा बरवा

नमचा बरवा (तिब्बती: གནམས་ལྕགས་འབར་བ།, अंग्रेज़ी: Namcha Barwa) दक्षिणपूर्वी तिब्बत में हिमालय पर्वतमाला का एक पर्वत है। ७,७८२ मीटर (२५,५३१ फ़ुट) ऊँचा यह पहाड़ हिमालय के सबसे पूर्वी छोर पर स्थित है और विश्व का २८वाँ सबसे लम्बा पहाड़ है। यह हिमालय की नमचा बरवा हिमाल नामक पर्वतीय उपशृंखला का सदस्य माना जाता है। यरलुंग त्संगपो नदी (जो आगे चलकर ब्रह्मपुत्र नदी बन जाती है) इस पहाड़ तक तो पूर्व की ओर चलती है लेकिन फिर इसके इर्द-गिर्द मुड़कर दक्षिण का रुख़ करती है और भारत के अरुणाचल प्रदेश राज्य की तरफ़ निकल जाती है। पर्वत के आसपास इस नदी से बनने वाली तंग घाटी बहुत ही विशाल है और यरलुंग त्संगपो महान घाटी के नाम से प्रसिद्ध है। घाटी के पार ग्याला पेरी पर्वत खड़ा है। .

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नालाकंकर हिमाल

नालाकंकर हिमाल (Nalakankar Himal) हिमालय की एक छोटी उपश्रेणी है जो दक्षिणी तिब्बत और पश्चिमोत्तरी नेपाल में मानसरोवर झील से दक्षिण में स्थित है। इसकी दक्षिणी सीमा हुमला करनाली नदी है, जो करनाली नदी की एक उपनदी है और नालाकंकर हिमाल को दक्षिण में गुरंस हिमाल और दक्षिणपूर्व में कुमाऊँ क्षेत्र से अलग करती है। नालाकंकर हिमाल का सर्वोच्च शिखर 7,694 मीटर (25,243 फ़ुट) ऊँचा गुरला मन्धाता है। .

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नासा

नैशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (हिन्दी अनुवाद:राष्ट्रीय वैमानिकी और अन्तरिक्ष प्रबंधन; National Aeronautics and Space Administration) या जिसे संक्षेप में नासा (NASA) कहते हैं, संयुक्त राज्य अमेरिका की सरकार की शाखा है जो देश के सार्वजनिक अंतरिक्ष कार्यक्रमों व एरोनॉटिक्स व एरोस्पेस संशोधन के लिए जिम्मेदार है। फ़रवरी 2006 से नासा का लक्ष्य वाक्य "भविष्य में अंतरिक्ष अन्वेषण, वैज्ञानिक खोज और एरोनॉटिक्स संशोधन को बढ़ाना" है। 14 सितंबर 2011 में नासा ने घोषणा की कि उन्होंने एक नए स्पेस लॉन्च सिस्टम के डिज़ाइन का चुनाव किया है जिसके चलते संस्था के अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में और दूर तक सफर करने में सक्षम होंगे और अमेरिका द्वारा मानव अंतरिक्ष अन्वेषण में एक नया कदम साबित होंगे। नासा का गठन नैशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस अधिनियम के अंतर्गत 19 जुलाई 1948 में इसके पूर्वाधिकारी संस्था नैशनल एडवाइज़री कमिटी फॉर एरोनॉटिक्स (एनसीए) के स्थान पर किया गया था। इस संस्था ने 1 अक्टूबर 1948 से कार्य करना शुरू किया। तब से आज तक अमेरिकी अंतरिक्ष अन्वेषण के सारे कार्यक्रम नासा द्वारा संचालित किए गए हैं जिनमे अपोलो चन्द्रमा अभियान, स्कायलैब अंतरिक्ष स्टेशन और बाद में अंतरिक्ष शटल शामिल है। वर्तमान में नासा अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन को समर्थन दे रही है और ओरायन बहु-उपयोगी कर्मीदल वाहन व व्यापारिक कर्मीदल वाहन के निर्माण व विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। संस्था लॉन्च सेवा कार्यक्रम (एलएसपी) के लिए भी जिम्मेदार है जो लॉन्च कार्यों व नासा के मानवरहित लॉन्चों कि उलटी गिनती पर ध्यान रखता है। .

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नगर्त्से ज़िला

नगर्त्से ज़िला (तिब्बती: སྣ་དཀར་རྩེ་རྫོང་, अंग्रेज़ी: Nagarzê County), जिसे चीनी लहजे में नगर्ज़े ज़िला भी कहा जाता है, तिब्बत के ल्होखा विभाग में स्थित एक ज़िला है। यह तिब्बत के दक्षिणपूर्व में स्थित है। यरलुंग त्संगपो नदी और हिमालय इस क्षेत्र की मुख्य भौगोलिक स्थलाकृतियाँ हैं। .

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नंगपाइ गोसुम

नंगपाइ गोसुम (Nangpai Gosum) हिमालय के महालंगूर हिमाल खण्ड में नेपाल व तिब्बत की सीमा पर स्थित एक पर्वत है। यह विश्व का 77वाँ सर्वोच्च पर्वत है। .

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नंगा पर्वत

८,१२५ मीटर ऊंचा नंगा परबत नंगा पर्बत का रखिओट मुख नंगा पर्वत दुनिया की नौवी ऊंची चोटी है। इस की ऊँचाई ८,१२५ मीटर या २६,६५८ फ़ुट है। इसे दुनिया का "क़ातिल पहाड़" भी कहा जाते है क्योंकि इसपर चढ़ने वाले बहुत से लोगों की जाने जा चुकी हैं। बीसवी सदी के पहले हिस्से में आठ हज़ार मीटर से ऊंचे पहाड़ों में इस एक पहाड़ पर सब से ज्यादा मौतें हुई हैं। नंगा परबत पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित गिलगित-बल्तिस्तान के क्षेत्र में आता है, जिसे भारत अपना हिस्सा भी मानता है। .

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नुब्त्से

नुप्त्से या नुब्चे (ནུབ་རྩེ།, Nuptse) हिमालय के महालंगूर हिमाल नामक खण्ड के खुम्बु क्षेत्र में स्थित एक पर्वत है। यह एवरेस्ट पर्वत से २ किमी पश्चिम-दक्षिणपश्चिम में स्थित है। यह ल्होत्से से जुड़ा हुआ है और इसकी स्थलाकृतिक उदग्रता स्वतंत्र रूप से ५०० किमी से कम है जिस कारणवश इसे एक स्वतंत्र पर्वत नहीं माना जाता, हालांकि इसकी सबसे ऊँची चोटी की ऊँचाई ७,८६१ मीटर (२५,७९१ फ़ुट) है। यदी यह ल्होत्से से अलग इसी ऊँचाई का पर्वत होता तो इसे विश्व का २१वाँ सर्वोच्च पर्वत होने का दर्जा मिला हुआ होता। .

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नेपाल

नेपाल, (आधिकारिक रूप में, संघीय लोकतान्त्रिक गणराज्य नेपाल) भारतीय उपमहाद्वीप में स्थित एक दक्षिण एशियाई स्थलरुद्ध हिमालयी राष्ट्र है। नेपाल के उत्तर मे चीन का स्वायत्तशासी प्रदेश तिब्बत है और दक्षिण, पूर्व व पश्चिम में भारत अवस्थित है। नेपाल के ८१ प्रतिशत नागरिक हिन्दू धर्मावलम्बी हैं। नेपाल विश्व का प्रतिशत आधार पर सबसे बड़ा हिन्दू धर्मावलम्बी राष्ट्र है। नेपाल की राजभाषा नेपाली है और नेपाल के लोगों को भी नेपाली कहा जाता है। एक छोटे से क्षेत्र के लिए नेपाल की भौगोलिक विविधता बहुत उल्लेखनीय है। यहाँ तराई के उष्ण फाँट से लेकर ठण्डे हिमालय की श्रृंखलाएं अवस्थित हैं। संसार का सबसे ऊँची १४ हिम श्रृंखलाओं में से आठ नेपाल में हैं जिसमें संसार का सर्वोच्च शिखर सागरमाथा एवरेस्ट (नेपाल और चीन की सीमा पर) भी एक है। नेपाल की राजधानी और सबसे बड़ा नगर काठमांडू है। काठमांडू उपत्यका के अन्दर ललीतपुर (पाटन), भक्तपुर, मध्यपुर और किर्तीपुर नाम के नगर भी हैं अन्य प्रमुख नगरों में पोखरा, विराटनगर, धरान, भरतपुर, वीरगंज, महेन्द्रनगर, बुटवल, हेटौडा, भैरहवा, जनकपुर, नेपालगंज, वीरेन्द्रनगर, त्रिभुवननगर आदि है। वर्तमान नेपाली भूभाग अठारहवीं सदी में गोरखा के शाह वंशीय राजा पृथ्वी नारायण शाह द्वारा संगठित नेपाल राज्य का एक अंश है। अंग्रेज़ों के साथ हुई संधियों में नेपाल को उस समय (१८१४ में) एक तिहाई नेपाली क्षेत्र ब्रिटिश इंडिया को देने पड़े, जो आज भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड तथा पश्चिम बंगाल में विलय हो गये हैं। बींसवीं सदी में प्रारंभ हुए जनतांत्रिक आन्दोलनों में कई बार विराम आया जब राजशाही ने जनता और उनके प्रतिनिधियों को अधिकाधिक अधिकार दिए। अंततः २००८ में जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि माओवादी नेता प्रचण्ड के प्रधानमंत्री बनने से यह आन्दोलन समाप्त हुआ। लेकिन सेना अध्यक्ष के निष्कासन को लेकर राष्ट्रपति से हुए मतभेद और टीवी पर सेना में माओवादियों की नियुक्ति को लेकर वीडियो फुटेज के प्रसारण के बाद सरकार से सहयोगी दलों द्वारा समर्थन वापस लेने के बाद प्रचण्ड को इस्तीफा देना पड़ा। गौरतलब है कि माओवादियों के सत्ता में आने से पहले सन् २००६ में राजा के अधिकारों को अत्यंत सीमित कर दिया गया था। दक्षिण एशिया में नेपाल की सेना पांचवीं सबसे बड़ी सेना है और विशेषकर विश्व युद्धों के दौरान, अपने गोरखा इतिहास के लिए उल्लेखनीय रहे हैं और संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों के लिए महत्वपूर्ण योगदानकर्ता रही है। .

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नोशक पर्वत

नोशक पर्वत नोशक या नौशक (Noshaq) अफ़्ग़ानिस्तान का सबसे ऊँचा और, तिरिच मीर पर्वत के बाद, हिन्दु कुश पर्वत शृंखला का दूसरा सबसे ऊँचा पहाड़ है। ७,४९२ मीटर (२४,५८० फ़ुट) ऊँचा यह पर्वत अफ़्ग़ानिस्तान की पाकिस्तान के साथ सरहद के पास स्थित है। पूरी दुनिया का यह ५२वाँ सबसे ऊँचा पहाड़ है और ७,००० मीटर से ज़्यादा ऊँचे पहाड़ों में यह सबसे पश्चिमी स्थान पर है। नोशक पर्वत की उत्तरी और पश्चिमी ढलाने अफ़्ग़ानिस्तान में आती हैं जबकि इसकी दक्षिणी और पूर्वी ढलाने पाकिस्तान में हैं। इसे सबसे पहला सन् १९६० में जापान के तोशीयाकी साकाई और गोरो इवात्सुबो ने चढ़ा था।, Richard Spilsbury, The Rosen Publishing Group, 2012, ISBN 978-1-4488-6619-9,...

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नोइजिन कंगसान

नोइजिन कंगसान (Noijin Kangsang) या नोरिन कांग (Norin Kang) तिब्बत में यरलुंग त्संगपो नदी से दक्षिण, यमद्रोक झील से पश्चिम और हिमालय से उत्तर में स्थित है। यह विश्व का 105वाँ सर्वोच्च पर्वत है और ल्हागोइ कांगरी नामक पर्वतमाला में स्थित है। .

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पनमाह मुज़ताग़

पनमाह मुज़ताग़ (Panmah Muztagh) काराकोरम पर्वतमाला की एक उपश्रेणी है। काराकोरम के कई अन्य पहाड़ों की तुलना में इसके पर्वत अधिक ऊँचे नहीं हैं लेकिन वे अपनी लम्बी शिलाओं की मीनारनुमा आकृतियों के लिए जाने जाते हैं।Andy Fanshawe and Stephen Venables, Himalaya Alpine-Style, Hodder and Stoughton, 1995, ISBN 0-340-64931-3.

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पर्वत

माउंट एवरेस्ट, दुनिया का सबसे ऊँचा पर्वत (दाहिनी ओर)। बाएँ ओर की चोटी नुप्त्से है। पर्वत या पहाड़ पृथ्वी की भू-सतह पर प्राकृतिक रूप से ऊँचा उठा हुआ हिस्सा होता है, जो ज़्यादातर आकस्मिक तरीके से उभरा होता है और पहाड़ी से बड़ा होता है। पर्वत ज़्यादातर एक लगातार समूह में होते हैं। पर्वत ४ प्रकर के होते है.

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पसू सर

पसू सर (Passu Sar) या पस्सू सर या पसू १ विश्व का 54वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है। यह काराकोरम पर्वतमाला की पश्चिमतम उपश्रेणी, बातूरा मुज़ताग़, का एक ऊँचा पहाड़ है। प्रशासनिक रूप से यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में आता है जिसपर भारत अपनी सम्प्रभुता का दावा करता है। यह पसू पुंजक का सर्वोच्च बिन्दु है, जिसमें पसू दियार (Passu Diar, जिसे पसू पूर्व और पसू २ भी कहते हैं) भी शामिल है। पसू सर बातूरा सर से ७ किमी पूर्व में स्थित है। .

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पामीर पर्वतमाला

पामीर (अंग्रेजी: Pamir Mountains, फ़ारसी), मध्य एशिया में स्थित एक प्रमुख पठार एवं पर्वत शृंखला है, जिसकी रचना हिमालय, तियन शान, काराकोरम, कुनलुन और हिन्दू कुश शृंखलाओं के संगम से हुआ है। पामीर विश्व के सबसे ऊँचे पहाड़ों में से हैं और १८वीं सदी से इन्हें 'विश्व की छत' कहा जाता है। इसके अलावा इन्हें इनके चीनी नाम 'कोंगलिंग' के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ उगने वाले जंगली प्याज़ के नाम पर इन्हें प्याज़ी पर्वत भी कहा जाता था।, John Navazio, pp.

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पाक अधिकृत कश्मीर

भारतीय कश्मीर है और अकसाई चिन चीन के अधिकार में है। इस क्षेत्र का अधिकार चीन को पाकिस्तान द्वारा सौंपा गया था। पाक अधिकृत कश्मीर मूल कश्मीर का वह भाग है, जिस पर पाकिस्तान ने १९४७ में हमला कर अधिकार कर लिया था। यह भारत और पाकिस्तान के बीच विवादित क्षेत्र है। इसकी सीमाएं पाकिस्तानी पंजाब एवं उत्तर पश्चिमी सीमांत प्रांत से पश्चिम में, उत्तर पश्चिम में अफ़गानिस्तान के वाखान गलियारे से, चीन के ज़िन्जियांग उयघूर स्वायत्त क्षेत्र से उत्तर और भारतीय कश्मीर से पूर्व में लगती हैं। इस क्षेत्र के पूर्व कश्मीर राज्य के कुछ भाग, ट्रांस-काराकोरम ट्रैक्ट को पाकिस्तान द्वारा चीन को दे दिया गया था व शेष क्षेत्र को दो भागों में विलय किया गया था: उत्तरी क्षेत्र एवं आजाद कश्मीर। इस विषय पर पाकिस्तान और भारत के बीच १९४७ में युद्ध भी हुआ था। भारत द्वारा इस क्षेत्र को पाक अधिकृत कश्मीर (पी.ओ.के) कहा जाता है।रीडिफ, २३ मई २००६ संयुक्त राष्ट्र सहित अधिकांश अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएं एम.एस.एफ़, एवं रेड क्रॉस द्वारा इस क्षेत्र को पाक-अधिकृत कश्मीर ही कहा जाता है। .

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पाकिस्तान

इस्लामी जम्हूरिया पाकिस्तान या पाकिस्तान इस्लामी गणतंत्र या सिर्फ़ पाकिस्तान भारत के पश्चिम में स्थित एक इस्लामी गणराज्य है। 20 करोड़ की आबादी के साथ ये दुनिया का छठा बड़ी आबादी वाला देश है। यहाँ की प्रमुख भाषाएँ उर्दू, पंजाबी, सिंधी, बलूची और पश्तो हैं। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद और अन्य महत्वपूर्ण नगर कराची व लाहौर रावलपिंडी हैं। पाकिस्तान के चार सूबे हैं: पंजाब, सिंध, बलोचिस्तान और ख़ैबर​-पख़्तूनख़्वा। क़बाइली इलाक़े और इस्लामाबाद भी पाकिस्तान में शामिल हैं। इन के अलावा पाक अधिकृत कश्मीर (तथाकथित आज़ाद कश्मीर) और गिलगित-बल्तिस्तान भी पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित हैं हालाँकि भारत इन्हें अपना भाग मानता है। पाकिस्तान का जन्म सन् 1947 में भारत के विभाजन के फलस्वरूप हुआ था। सर्वप्रथम सन् 1930 में कवि (शायर) मुहम्मद इक़बाल ने द्विराष्ट्र सिद्धान्त का ज़िक्र किया था। उन्होंने भारत के उत्तर-पश्चिम में सिंध, बलूचिस्तान, पंजाब तथा अफ़गान (सूबा-ए-सरहद) को मिलाकर एक नया राष्ट्र बनाने की बात की थी। सन् 1933 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली ने पंजाब, सिन्ध, कश्मीर तथा बलोचिस्तान के लोगों के लिए पाक्स्तान (जो बाद में पाकिस्तान बना) शब्द का सृजन किया। सन् 1947 से 1970 तक पाकिस्तान दो भागों में बंटा रहा - पूर्वी पाकिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान। दिसम्बर, सन् 1971 में भारत के साथ हुई लड़ाई के फलस्वरूप पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश बना और पश्चिमी पाकिस्तान पाकिस्तान रह गया। .

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पुमरी छिश

पुमरी छिश (Pumari Chhish) काराकोरम पर्वत शृंखला की हिस्पर मुज़ताग़ उपशृंखला का पाँचवा सबसे ऊँचा पर्वत है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में स्थित है, जिसे भारत अपना हिस्सा बताता है। यह विश्व का ५३वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है। यह खुनयंग छिश से ४ किमी पूर्व और हिस्पर हिमनद से उत्तर में स्थित है। .

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पृथ्वी

पृथ्वी, (अंग्रेज़ी: "अर्थ"(Earth), लातिन:"टेरा"(Terra)) जिसे विश्व (The World) भी कहा जाता है, सूर्य से तीसरा ग्रह और ज्ञात ब्रह्माण्ड में एकमात्र ग्रह है जहाँ जीवन उपस्थित है। यह सौर मंडल में सबसे घना और चार स्थलीय ग्रहों में सबसे बड़ा ग्रह है। रेडियोधर्मी डेटिंग और साक्ष्य के अन्य स्रोतों के अनुसार, पृथ्वी की आयु लगभग 4.54 बिलियन साल हैं। पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण, अंतरिक्ष में अन्य पिण्ड के साथ परस्पर प्रभावित रहती है, विशेष रूप से सूर्य और चंद्रमा से, जोकि पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह हैं। सूर्य के चारों ओर परिक्रमण के दौरान, पृथ्वी अपनी कक्षा में 365 बार घूमती है; इस प्रकार, पृथ्वी का एक वर्ष लगभग 365.26 दिन लंबा होता है। पृथ्वी के परिक्रमण के दौरान इसके धुरी में झुकाव होता है, जिसके कारण ही ग्रह की सतह पर मौसमी विविधताये (ऋतुएँ) पाई जाती हैं। पृथ्वी और चंद्रमा के बीच गुरुत्वाकर्षण के कारण समुद्र में ज्वार-भाटे आते है, यह पृथ्वी को इसकी अपनी अक्ष पर स्थिर करता है, तथा इसकी परिक्रमण को धीमा कर देता है। पृथ्वी न केवल मानव (human) का अपितु अन्य लाखों प्रजातियों (species) का भी घर है और साथ ही ब्रह्मांड में एकमात्र वह स्थान है जहाँ जीवन (life) का अस्तित्व पाया जाता है। इसकी सतह पर जीवन का प्रस्फुटन लगभग एक अरब वर्ष पहले प्रकट हुआ। पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति के लिये आदर्श दशाएँ (जैसे सूर्य से सटीक दूरी इत्यादि) न केवल पहले से उपलब्ध थी बल्कि जीवन की उत्पत्ति के बाद से विकास क्रम में जीवधारियों ने इस ग्रह के वायुमंडल (the atmosphere) और अन्य अजैवकीय (abiotic) परिस्थितियों को भी बदला है और इसके पर्यावरण को वर्तमान रूप दिया है। पृथ्वी के वायुमंडल में आक्सीजन की वर्तमान प्रचुरता वस्तुतः जीवन की उत्पत्ति का कारण नहीं बल्कि परिणाम भी है। जीवधारी और वायुमंडल दोनों अन्योन्याश्रय के संबंध द्वारा विकसित हुए हैं। पृथ्वी पर श्वशनजीवी जीवों (aerobic organisms) के प्रसारण के साथ ओजोन परत (ozone layer) का निर्माण हुआ जो पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र (Earth's magnetic field) के साथ हानिकारक विकिरण को रोकने वाली दूसरी परत बनती है और इस प्रकार पृथ्वी पर जीवन की अनुमति देता है। पृथ्वी का भूपटल (outer surface) कई कठोर खंडों या विवर्तनिक प्लेटों में विभाजित है जो भूगर्भिक इतिहास (geological history) के दौरान एक स्थान से दूसरे स्थान को विस्थापित हुए हैं। क्षेत्रफल की दृष्टि से धरातल का करीब ७१% नमकीन जल (salt-water) के सागर से आच्छादित है, शेष में महाद्वीप और द्वीप; तथा मीठे पानी की झीलें इत्यादि अवस्थित हैं। पानी सभी ज्ञात जीवन के लिए आवश्यक है जिसका अन्य किसी ब्रह्मांडीय पिण्ड के सतह पर अस्तित्व ज्ञात नही है। पृथ्वी की आतंरिक रचना तीन प्रमुख परतों में हुई है भूपटल, भूप्रावार और क्रोड। इसमें से बाह्य क्रोड तरल अवस्था में है और एक ठोस लोहे और निकल के आतंरिक कोर (inner core) के साथ क्रिया करके पृथ्वी मे चुंबकत्व या चुंबकीय क्षेत्र को पैदा करता है। पृथ्वी बाह्य अंतरिक्ष (outer space), में सूर्य और चंद्रमा समेत अन्य वस्तुओं के साथ क्रिया करता है वर्तमान में, पृथ्वी मोटे तौर पर अपनी धुरी का करीब ३६६.२६ बार चक्कर काटती है यह समय की लंबाई एक नाक्षत्र वर्ष (sidereal year) है जो ३६५.२६ सौर दिवस (solar day) के बराबर है पृथ्वी की घूर्णन की धुरी इसके कक्षीय समतल (orbital plane) से लम्बवत (perpendicular) २३.४ की दूरी पर झुका (tilted) है जो एक उष्णकटिबंधीय वर्ष (tropical year) (३६५.२४ सौर दिनों में) की अवधी में ग्रह की सतह पर मौसमी विविधता पैदा करता है। पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह चंद्रमा (natural satellite) है, जिसने इसकी परिक्रमा ४.५३ बिलियन साल पहले शुरू की। यह अपनी आकर्षण शक्ति द्वारा समुद्री ज्वार पैदा करता है, धुरिय झुकाव को स्थिर रखता है और धीरे-धीरे पृथ्वी के घूर्णन को धीमा करता है। ग्रह के प्रारंभिक इतिहास के दौरान एक धूमकेतु की बमबारी ने महासागरों के गठन में भूमिका निभाया। बाद में छुद्रग्रह (asteroid) के प्रभाव ने सतह के पर्यावरण पर महत्वपूर्ण बदलाव किया। .

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पोरोंग री

पोरोंग री (Porong Ri) हिमालय के लांगटांग क्षेत्र में स्थित एक पर्वत है जो विश्व का 86वाँ पर्वत है। यह तिब्बत में नेपाल की सीमा से १ किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित है। .

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फोला गंगचेन

फोला गंगचेन (Phola Gangchen), जिसका चीनी भाषा में रूपांतर मोलामेनचिंग (Molamenqing) है, हिमालय के जुगल हिमाल नामक खण्ड में स्थित शिशापांगमा पर्वत का एक पूर्वी शिखर है। प्रशासनिक रूप से यह दक्षिणी तिब्बत में नेपाल की सीमा के पास खड़ा हुआ है। .

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बातूरा मुज़ताग़

बातूरा मुज़ताग़ (Batura Muztagh) काराकोरम पर्वतमाला की एक उपश्रेणी है जो पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में स्थित है। इस क्षेत्र पर भारत अपनी सम्प्रभुता होने का दावा करता है। यहाँ कई पर्वत हैं जो विश्व के सर्वोच्च पर्वतों की सूची में शामिल हैं। बातूरा मुज़ताग़ गिलगित ज़िले की हुन्ज़ा घाटी के पश्चिम में स्थित है। .

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बातूरा सर

बातूरा सर (Batura Sar), जो बातूरा १ (Batura I) भी कहलता है, विश्व का 25वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है। यह काराकोरम पर्वतमाला की पश्चिमतम उपश्रेणी, बातूरा मुज़ताग़, का सबसे ऊँचा पहाड़ है। प्रशासनिक रूप से यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में आता है जिसपर भारत अपनी सम्प्रभुता का दावा करता है। बातूरा मुज़ताग़ में एक रीढ़ की तरह ऊँची दीवार-सी प्रतीत होने वाली "बातूरा दिवार" (जो एक-के-बाद-एक पर्वतों की कतार है) का सर्वोच्च बिन्दु भी बातूरा सर ही है। .

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बाल्तोरो मुज़ताग़

बाल्तोरो मुज़ताग़ काराकोरम पर्वतमाला की एक उपश्रृंखला है। विश्व की दूसरी सबसे ऊंची चोटी के2 इसी श्रृंखला में ही स्थित है। प्रशासनिक रूप से यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में और चीन द्वारा नियंत्रित शिनजिआंग प्रान्त में आता है। भारत लगभग इस पूरे क्षेत्र को अपना भाग मानता है। .

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बाल्तोरो कांगरी

बाल्तोरो कांगरी (Baltoro Kangri), जो सुनहरा सिंहासन या सुनहरा तख़्त (Golden Throne) भी कहलाता है, काराकोरम पर्वतमाला का एक ऊँचा पर्वत है जो विश्व का 82वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र के स्कर्दू ज़िले में गाशरब्रुम उपश्रेणी से दक्षिण में और चोगोलीसा पर्वत से पूर्व में स्थित है। भारत इस पूरे क्षेत्र पर सम्प्रभुता का दावा करता है। प्रसिद्ध बाल्तोरो हिमानी (ग्लेशियर), जो पृथ्वी के ध्रुवीय क्षेत्रों के बाहर विश्व की पाँचवी सबसे लम्बी हिमानी है, इसी पर्वत की ढलानों से आरम्भ होती है। बाल्तोरो कांगरी की उत्तरी ढलान से अब्रूज़ी हिमानी उत्पन्न होती है। ध्यान दें कि मिलते-जुलते नाम के बावजूद यह पर्वत बाल्तोरो मुज़ताग़ का हिस्सा नहीं है। .

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बाइंथा ब्राक

बाइंथा ब्राक (Baintha Brakk), जिसे दानव (The Ogre, द ओगर) भी कहा जाता है, काराकोरम पर्वतमाला की पनमाह मुज़ताग़ उपश्रेणी का सबसे ऊँचा पर्वत है और विश्व का 87वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में है जिसपर भारत अपनी सम्प्रभुता और अपने जम्मू और कश्मीर राज्य का अंग होने का दावा करता है। यह एक तीखी ढलान और पत्थरीली चट्टानों वाला पर्वत है जिसे चढ़ना बहुत कठिन माना जाता है। यह बियाफ़ो हिमानी की उत्तरी तरफ़ खड़ा हुआ है। .

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ब्रॉड पीक

ब्रॉड पीक (Broad Peak, अर्थ: चौड़ा पर्वत), जिसे बलती में फ़ल्चन कांगड़ी (ཨིྰན་ཨངརི་) अनुवादित किया जाता है, विश्व का १२वाँ सर्वोच्च पर्वत है। यह काराकोरम के गाशरब्रुम पुंजक में स्थित है। राजनैतिक सीमाओं के अनुसार यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र और चीन के कब्ज़े वाली शक्सगाम घाटी की सीमा पर स्थित है। भारत के अनुसार गिलगित-बल्तिस्तान और शक्सगाम घाटी दोनों भारत का भाग हैं। .

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भारत

भारत (आधिकारिक नाम: भारत गणराज्य, Republic of India) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत, भौगोलिक दृष्टि से विश्व में सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यान्मार स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं। प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता, व्यापार मार्गों और बड़े-बड़े साम्राज्यों का विकास-स्थान रहे भारतीय उपमहाद्वीप को इसके सांस्कृतिक और आर्थिक सफलता के लंबे इतिहास के लिये जाना जाता रहा है। चार प्रमुख संप्रदायों: हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्मों का यहां उदय हुआ, पारसी, यहूदी, ईसाई, और मुस्लिम धर्म प्रथम सहस्राब्दी में यहां पहुचे और यहां की विविध संस्कृति को नया रूप दिया। क्रमिक विजयों के परिणामस्वरूप ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी ने १८वीं और १९वीं सदी में भारत के ज़्यादतर हिस्सों को अपने राज्य में मिला लिया। १८५७ के विफल विद्रोह के बाद भारत के प्रशासन का भार ब्रिटिश सरकार ने अपने ऊपर ले लिया। ब्रिटिश भारत के रूप में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रमुख अंग भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में एक लम्बे और मुख्य रूप से अहिंसक स्वतन्त्रता संग्राम के बाद १५ अगस्त १९४७ को आज़ादी पाई। १९५० में लागू हुए नये संविधान में इसे सार्वजनिक वयस्क मताधिकार के आधार पर स्थापित संवैधानिक लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित कर दिया गया और युनाईटेड किंगडम की तर्ज़ पर वेस्टमिंस्टर शैली की संसदीय सरकार स्थापित की गयी। एक संघीय राष्ट्र, भारत को २९ राज्यों और ७ संघ शासित प्रदेशों में गठित किया गया है। लम्बे समय तक समाजवादी आर्थिक नीतियों का पालन करने के बाद 1991 के पश्चात् भारत ने उदारीकरण और वैश्वीकरण की नयी नीतियों के आधार पर सार्थक आर्थिक और सामाजिक प्रगति की है। ३३ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ भारत भौगोलिक क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा राष्ट्र है। वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था क्रय शक्ति समता के आधार पर विश्व की तीसरी और मानक मूल्यों के आधार पर विश्व की दसवीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था है। १९९१ के बाज़ार-आधारित सुधारों के बाद भारत विश्व की सबसे तेज़ विकसित होती बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में से एक हो गया है और इसे एक नव-औद्योगिकृत राष्ट्र माना जाता है। परंतु भारत के सामने अभी भी गरीबी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य-सेवा और आतंकवाद की चुनौतियां हैं। आज भारत एक विविध, बहुभाषी, और बहु-जातीय समाज है और भारतीय सेना एक क्षेत्रीय शक्ति है। .

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भारतीय उपमहाद्वीप

भारतीय उपमहाद्वीप का भौगोलिक मानचित्र भारतीय उपमहाद्वीप, एशिया के दक्षिणी भाग में स्थित एक उपमहाद्वीप है। इस उपमहाद्वीप को दक्षिण एशिया भी कहा जाता है भूवैज्ञानिक दृष्टि से भारतीय उपमहाद्वीप का अधिकांश भाग भारतीय प्रस्तर (या भारतीय प्लेट) पर स्थित है, हालाँकि इस के कुछ भाग इस प्रस्तर से हटकर यूरेशियाई प्रस्तर पर भी स्थित हैं। .

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भूटान

भूटान का राजतंत्र (भोटान्त) हिमालय पर बसा दक्षिण एशिया का एक छोटा और महत्वपूर्ण देश है। यह चीन (तिब्बत) और भारत के बीच स्थित भूमि आबद्ध(Land Lock)देश है। इस देश का स्थानीय नाम ड्रुग युल है, जिसका अर्थ होता है अझ़दहा का देश। यह देश मुख्यतः पहाड़ी है और केवल दक्षिणी भाग में थोड़ी सी समतल भूमि है। यह सांस्कृतिक और धार्मिक तौर से तिब्बत से जुड़ा है, लेकिन भौगोलिक और राजनीतिक परिस्थितियों के मद्देनजर वर्तमान में यह देश भारत के करीब है। .

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मध्य एशिया

मध्य एशिया एशिया के महाद्वीप का मध्य भाग है। यह पूर्व में चीन से पश्चिम में कैस्पियन सागर तक और उत्तर में रूस से दक्षिण में अफ़ग़ानिस्तान तक विस्तृत है। भूवैज्ञानिकों द्वारा मध्य एशिया की हर परिभाषा में भूतपूर्व सोवियत संघ के पाँच देश हमेशा गिने जाते हैं - काज़ाख़स्तान, किरगिज़स्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज़बेकिस्तान। इसके अलावा मंगोलिया, अफ़ग़ानिस्तान, उत्तरी पाकिस्तान, भारत के लद्दाख़ प्रदेश, चीन के शिनजियांग और तिब्बत क्षेत्रों और रूस के साइबेरिया क्षेत्र के दक्षिणी भाग को भी अक्सर मध्य एशिया का हिस्सा समझा जाता है। इतिहास में मध्य एशिया रेशम मार्ग के व्यापारिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है। चीन, भारतीय उपमहाद्वीप, ईरान, मध्य पूर्व और यूरोप के बीच लोग, माल, सेनाएँ और विचार मध्य एशिया से गुज़रकर ही आते-जाते थे। इस इलाक़े का बड़ा भाग एक स्तेपी वाला घास से ढका मैदान है हालाँकि तियान शान जैसी पर्वत शृंखलाएँ, काराकुम जैसे रेगिस्तान और अरल सागर जैसी बड़ी झीलें भी इस भूभाग में आती हैं। ऐतिहासिक रूप मध्य एशिया में ख़ानाबदोश जातियों का ज़ोर रहा है। पहले इसपर पूर्वी ईरानी भाषाएँ बोलने वाली स्किथी, बैक्ट्रियाई और सोग़दाई लोगों का बोलबाला था लेकिन समय के साथ-साथ काज़ाख़, उज़बेक, किरगिज़ और उईग़ुर जैसी तुर्की जातियाँ अधिक शक्तिशाली बन गई।Encyclopædia Iranica, "CENTRAL ASIA: The Islamic period up to the Mongols", C. Edmund Bosworth: "In early Islamic times Persians tended to identify all the lands to the northeast of Khorasan and lying beyond the Oxus with the region of Turan, which in the Shahnama of Ferdowsi is regarded as the land allotted to Fereydun's son Tur.

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मनास्लु

मनास्लु (Manaslu), जो कुतंग (Kutang) भी कहलाता है, पृथ्वी का आठवाँ सबसे ऊँचा पर्वत है। यह 8,163 मीटर (26,781 फ़ुट) ऊँचा पर्वत मध्योत्तर नेपाल के गोरखा ज़िले में स्थित है और हिमालय के मनसिरी हिमाल नामक भाग का सदस्य है। .

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मलंगुत्ती सर

मलंगुत्ती सर (Malangutti Sar) काराकोरम पर्वतमाला का एक पहाड़ है जो विश्व का 104वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान में शिमशाल घाटी के पास खड़ा हुआ है। हालांकि यहाँ पाकिस्तान का नियंत्रण है, भारत इस क्षेत्र को अपने जम्मू और कश्मीर राज्य का भाग मानता है और इस इलाके में अपने सम्प्रभुत्व का दावा करता है। .

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महालंगूर हिमाल

महालंगूर हिमाल (नेपाली: महालंगूर हिमाल) हिमालय का एक भाग है जो पूर्वोत्तरी नेपाल और दक्षिण-मध्य तिब्बत में स्थित है। यह पूर्व में नांगपा ला नामक दर्रे से पश्चिम में अरुण नदी तक विस्तृत है। हिमालय के उपभागों की दृष्टि से इसके पश्चिम में खुम्बु हिमाल (जिस से आगे पश्चिम में रोल्वालिंग हिमाल) और पूर्व में कंचनजंघा हिमाल आता है। पृथ्वी के छ्ह में से चार सर्वोच्च पर्वत - माउंट एवरेस्ट, ल्होत्से, मकालू और चोयु - इसमें शामिल हैं। इसके तिब्बती ओर रोंगबुक और कंगशुंग हिमानियाँ (ग्लेशियर) बहती हैं जबकि नेपाली ओर बरुण, न्गोजुम्बा, खुम्बु और अन्य हिमानियाँ चलती हैं। यह सभी उत्तर व पूर्व में अरुण नदी द्वारा और दक्षिण में दुधकोशी नदी द्वारा कोसी नदी को जल प्रदान करती हैं। .

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मामोस्तोंग कांगरी

मामोस्तोंग कांगरी (Mamostong Kangri) काराकोरम पर्वतमाला की रिमो मुज़ताग़ उपश्रेणी में स्थित एक ऊँचा पर्वत है जो विश्व का 48वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। यह सियाचिन हिमानी से 30 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व में स्थित है और प्रशासनिक रूप से भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के लद्दाख़ क्षेत्र में आता है। .

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मालूबितिंग

मालूबितिंग (Malubiting), जो मालूबितिंग पश्चिम (Malubiting West) भी कहलाता है काराकोरम पर्वतमाला की राकापोशी-हरामोश पर्वतमाला नामक उपश्रेणी का दूसरा सबसे ऊँचा पर्वत है। यह विश्व का 58वाँ सर्वोच्च पर्वत है। प्रशासनिक रूप से यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र के गिलगित ज़िले में स्थित है। यह राकापोशी से 40 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व और गिलगित शहर से 50 किमी पूर्व में खड़ा हुआ है। चोगो लुंगमा हिमानी (ग्लेशियर) मालूबितिंग की ढलानों पर ही आरम्भ होता है। .

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माशेरब्रुम

माशेरब्रुम पाक अधिकृत कश्मीर के बल्तिस्तान क्षेत्र में स्थित काराकोरम पर्वतों के माशेरब्रुम पर्वत समूह का सबसे ऊँचा पर्वत है। ७,८२१ मीटर (२५,६५९ फ़ुट) की बुलंदी के साथ यह विश्व का २२वाँ सबसे ऊँचा और पाकिस्तान-नियंत्रित क्षेत्रों का ९वाँ सबसे ऊँचा पहाड़ है। इसे के१ (K1) भी बुलाया जाता है क्योंकि १९वीं सदी में काराकोरम शृंखला के निरिक्षण के दौरान यह पहला मापा गया पर्वत था। माशेरब्रुम समूह बाल्तोरो हिमानी से दक्षिण में स्थित है। .

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माशेरब्रुम पर्वत शृंखला

माशेरब्रुम पर्वत शृंखला पाक अधिकृत कश्मीर के बल्तिस्तान क्षेत्र में स्थित काराकोरम पर्वतों की एक उप-शृंखला है। .

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मिन्या कोन्का

मिन्या कोन्का (Minya Konka) या गोंगा पर्वत (Mount Gongga) चीन के सिचुआन प्रान्त का सर्वोच्च पर्वत और विश्व का 41वाँ सर्वोच्च पर्वत है। यह हेंगदुआन पर्वतमाला में स्थित है और विश्व का पूर्वतम 7,000 मीटर से अधिक ऊँचाई का पर्वत है। तिरिच मीर और कोंगुर ताग़ के बाद यह हिमालय व काराकोरम से बाहर विश्व का तीसरा सर्वोच्च पर्वत भी है।Arnold Heim:.

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मकालू

मकालू (८४८१ मीटर;२७८२५ फुट) एवरेस्ट, के२, कंचनजंगा और ल्होत्से के बाद विश्व की पाँचवी सबसे ऊँची शिखर है। यह एवरेस्ट से १९ कि॰मी॰ दक्षिण-पूर्व में स्थित है। यह एक अलग-थलग शिखर है जो एक चार मुखी पिरामिड के समान है। .

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मुज़ताग़ टावर

मुज़ताग़ टावर (Muztagh Tower) काराकोरम पर्वतमाला की बाल्तोरो मुज़ताग़ उपश्रेणी का एक ऊँचा पर्वत है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र और चीन द्वारा अधिकृत शक्सगाम घाटी की सीमा पर स्थित है। भारत के अनुसार यह क्षेत्र उसकी सम्प्रभुता में आता है। यह विश्व का ९१वाँ सर्वोच्च पर्वत है। .

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मुज़ताग़ अता

काराकोरम राजमार्ग से मुज़ताग़ अता का नज़ारा इस नक़्शे में मुज़ताग़ अता संख्यांक ४३ है (बाएँ, ऊपर की तरफ़​) मुज़ताग़ अता या मुज़ताग़ाता (उइग़ुर:, अंग्रेज़ी: Muztagh Ata) तिब्बत के पठार के उत्तरी छोर की पहाड़ियों का दूसरा सबसे ऊँचा पर्वत है। इसकी ऊँचाई ७,५४६ मीटर है और उइग़ुर भाषा में इसके नाम 'मुज़' (बर्फ़), 'ताग़' (पर्वत) और 'अता' (पिता) जोड़कर बना है, यानि इसका पूरा मतलब 'पिता बर्फ़-पर्वत' है। मुज़ताग़ अता को कभी-कभी कुनलुन शान पर्वत-शृंखला का हिस्सा माना जाता है हालांकि भौगोलिक दृष्टि से यह पामीर पर्वतों के ज़्यादा समीप है। अपनी पश्चिमी मुख की आसान ढलान और शिनजियांग के शुष्क वातावरण की वजह से यह विश्व के ७,००० मीटर से ऊँचे पहाड़ों में चढ़ने में सबसे आसान वालों में से एक माना जाता है। यह कोंगुर ताग़ से ज़रा दक्षिण में है, जो कुनलुन शान का सबसे ऊँचा पहाड़ है।, Gyurme Dorje, Footprint Travel Guides, 1999, ISBN 978-1-900949-33-0,...

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मोमहिल सर

मोमहिल सर (Momhil Sar) काराकोरम पर्वत शृंखला की हिस्पर मुज़ताग़ उपशृंखला एक पर्वत है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में स्थित है, जिसे भारत अपना हिस्सा बताता है। यह विश्व का ६४वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है। .

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यांग्रा पर्वत

यांग्रा (Yangra), जो गणेश १ (Ganesh I) और गणेश पूर्वोत्तर (Ganesh NE) भी कहलाता है, हिमालय की गणेश हिमाल उपश्रेणी का सबसे ऊँचा पर्वत है। यह विश्व का ६२वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। यह नेपाल व तिब्बत की सीमा पर स्थित है। .

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युतमरु सर

युतमरु सर (Yutmaru Sar) काराकोरम पर्वत शृंखला की हिस्पर मुज़ताग़ उपशृंखला एक पर्वत है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में स्थित है, जिसे भारत अपना हिस्सा बताता है। यह विश्व का ८८वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है। .

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युकशिन गर्दन सर

युकशिन गर्दन सर (Yukshin Gardan Sar) काराकोरम पर्वत शृंखला की हिस्पर मुज़ताग़ उपशृंखला का छठा सबसे ऊँचा पर्वत है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में स्थित है, जिसे भारत अपना हिस्सा बताता है। यह विश्व का ५५वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है। .

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राकापोशी

राकापोशी (उर्दु:راکا پہشئ), पाक अधिकृत कश्मीर के गिलगित शहर से १०० किलोमीटर दूर स्थित नगर घाटी में स्थित एक 7788 मीटर (25550 फुट) ऊँचा पर्वत है। स्थानीय भाषा में 'राकापोशी' का अर्थ है - बर्फ से ढका हुआ। यह काराकोरम पर्वतश्रेणी में स्थित है। यह विश्व का 27वां सर्वोच्च पर्वत है। इस पर सबसे पहले चढ़ने वालों में दो ब्रिटिश पर्वतारोही माइक बैंक्स और टॉम पैटी हैं जिन्होने 1958 में, इस चोटी पर चढ़ने में सफलता पाई थी। राकापोशी को दुमानी (धुंध की माँ) भी कहते हैं। .

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राकापोशी-हरामोश पर्वतमाला

राकापोशी-हरामोश पर्वतमाला (Rakaposhi-Haramosh Mountains) जम्मू और कश्मीर के काराकोरम पर्वतमाला की एक उपश्रेणी है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित बल्तिस्तान क्षेत्र के गिलगित ज़िले में स्थित है। इसके उत्तर में बरपु व चोगो लुंगमा हिमानियाँ (ग्लेशियर), पूर्व में शिगर नदी, दक्षिण में गिलगित व सिन्धु नदियाँ और पश्चिम में हुन्ज़ा नदी इसे घेरे हुए हैं।Jerzy Wala, Orographical Sketch Map of the Karakoram, Swiss Foundation for Alpine Research, Zurich, 1990.

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रिमो मुज़ताग़

रिमो मुज़ताग़ (Rimo Muztagh) भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के लद्दाख़ क्षेत्र में स्थित एक पर्वतमाला है, जो महान काराकोरम पर्वतमाला की एक उपश्रेणी है। .

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रिमो १

रिमो १ (Rimo I) काराकोरम पर्वतमाला की रिमो मुज़ताग़ उपश्रेणी में स्थित एक ऊँचा पर्वत है जो विश्व का 71वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। यह रिमो पुंजक का सबसे ऊँचा पर्वत है। .

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लाबुचे कांग

लाबुचे कांग (Labuche Kang) या लाबुचे कांग १ (Labuche Kang I) या चोकसिआम (Choksiam) हिमालय का एक पर्वत है जो तिब्बत में स्थित है। यह विश्व का 75वाँ सर्वोच्च पर्वत है। हिमालय के समीपी खण्ड को कभी-कभी "लाबुचे हिमाल" या "पमारी हिमाल" भी कहते हैं। यह रोल्वालिंग हिमाल से पश्चिमोत्तर और शिशापांगमा से पूर्व में स्थित है। .

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लांगटांग

लांगटांग (नेपाली: लाङटाङ) नेपाल का एक क्षेत्र है, जो काठमांडू घाटी से उत्तर में तिब्बत के साथ सीमावर्ती है। यहाँ पर स्थित हिमालय के खण्ड को लांगटांग हिमाल बुलाते हैं। लांगटांग राष्ट्रीय उद्यान इस क्षेत्र में स्थित है और उसमें हिन्दूओं के लिए पवित्र गोसाइँकुण्ड झील स्थित है जहाँ हर अगस्त में तीर्थयात्री आते हैं। .

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लांगटांग री

लांगटांग री (Langtang Ri) हिमालय के लांगटांग हिमाल नामक खण्ड का एक पर्वत है। यह तिब्बत के शिगात्से विभाग और नेपाल की सीमा पर स्थित है, और विश्व का 106वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। .

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लांगटांग लिरुंग

लांगटांग लिरुंग (Langtang Lirung) हिमालय के लांगटांग हिमाल नामक खण्ड का सर्वोच्च पर्वत है। यह नेपाल में स्थित है और सीमा से पार तिब्बत में स्थित शिशापांगमा पर्वत से दक्षिणपश्चिम में है। यह विश्व का 99वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। .

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लुनाना

लुनाना (Lunana) भूटान के उत्तरी भाग में गासा ज़िले के लुनाना गेवोग (ग्रामसमूह) में स्थित एक गाँव है। यह हिमालय में स्थित एक पर्वतीय स्थान है। .

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लुपग़र सर

लुपग़र सर (Lupghar Sar) काराकोरम पर्वत शृंखला की हिस्पर मुज़ताग़ उपशृंखला एक पर्वत है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में स्थित है, जिसे भारत अपना हिस्सा बताता है। यह विश्व का १०९वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है। .

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ल्होत्से

ल्होत्से (८५१६ मीटर;२७९४० फुट) एवरेस्ट, के२ और कंचनजंगा के बाद विश्व की चौथी सबसे ऊँची शिखर है जो एवरेस्ट से दक्षिणी घाटी से जुड़ी है। इस शिखर के अगल-बगल दो और शिखर हैं। मध्य या पूर्वी ल्होत्से (८४१४ मीटर;२७६०५ फुट) तथा ल्होत्से शार (८३८३ मीटर;२७५०३ फुट)। .

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शिशापांगमा

शिशापांगमा (अंग्रेज़ी: Shishapangma, तिब्बती: ཤིས་ས་སྤང་མ།), जो गोसाईन्थान (Gosainthān) भी कहलाता है, हिमालय का एक 8,027 मीटर (26,335 फ़ुट) ऊँचा पर्वत है। यह तिब्बत के शिगात्से विभाग के न्यलाम ज़िले में स्थित है और नेपालकी सीमा से ५ किमी दूर है। तिब्बत पर चीन का नियंत्रण है और चीन ने उसे बाहरी विश्व से बहुत देर तक बंद रखा था जिस कारणवश यह विश्व का अंतिम आठ हज़ारी पर्वत था जिसे मानवों द्वारा चढ़ा गया। शिशापांगमा विश्व का १४वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है और हिमालय के जुगल हिमाल नामक भाग में स्थित है, जिसे कभी-कभी लांगतांग हिमाल का हिस्सा माना जाता है। .

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शिस्पर

शिस्पर (Shispare), जो शिस्पर सर (Batura I) और शिस्पारे सर भी कहलता है, विश्व का 38वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है। यह काराकोरम पर्वतमाला की पश्चिमतम उपश्रेणी, बातूरा मुज़ताग़, का एक ऊँचा पहाड़ है। प्रशासनिक रूप से यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में आता है जिसपर भारत अपनी सम्प्रभुता का दावा करता है। शिस्पर पर्वत बातूरा मुज़ताग़ में एक रीढ़ की तरह ऊँची दीवार-सी प्रतीत होने वाली "बातूरा दिवार" (जो एक-के-बाद-एक पर्वतों की कतार है) से पूर्व में स्थित है। .

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शिंजियांग

चीन का नक़्शा, शिंजियांग गहरे लाल रंग में शिन्जियांग में काराकोरम राजमार्ग के नज़दीक का दृश्य तियांची सरोवर बुरचिन ज़िले में एक नदी शिंजियांग (उइग़ुर:, अंग्रेज़ी: Xinjiang, चीनी: 新疆) जनवादी गणराज्य चीन का एक स्वायत्तशासी क्षेत्र है। ये एक रेगिस्तानी और शुष्क इलाक़ा है इसलिए इस की आबादी बहुत कम है। शिंजियांग की सरहदें दक्षिण में तिब्बत और भारत, दक्षिण-पूर्व में चिंग हई और गांसू, पूर्व में मंगोलिया, उत्तर में रूस और पश्चिम में क़ाज़क़स्तान, किरगिज़स्तान, ताजिकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान से मिलती हैं। भारत का अक्साई चिन का इलाका भी, जिसपर चीन का क़ब्ज़ा है, प्रशासनिक रूप से शिंजियांग में शामिल है।, S. Frederick Starr, M.E. Sharpe, 2004, ISBN 978-0-7656-1318-9 शिंजियांग की राजधानी उरुमची नाम का शहर है, जबकि इसका सबसे बड़ा नगर काश्गर है। .

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शेरपी कांगरी

शेरपी कांगरी (Sherpi Kangri) जम्मू और कश्मीर में काराकोरम पर्वतमाला की साल्तोरो पर्वतमाला नामक उपश्रेणी का एक ऊँचा पर्वत है जो विश्व का 74वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। यह सियाचिन हिमानी से पश्चिम में स्थित है। यह घेंट कांगरी से 5 किमी दक्षिण और साल्तोरो कांगरी से 10 किमी पश्चिमोत्तर में खड़ा हुआ है। .

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समुद्र तल

समुद्र तल से ऊँचाई दिखाता एक बोर्ड समुद्र तल या औसत समुद्र तल (अंग्रेज़ी:Mean sea level) समुद्र के जल के उपरी सतह की औसत ऊँचाई का मान होता है। इसकी गणना ज्वार-भाटे के कारण होने वाले समुद्री सतह के उतार चढ़ाव का लंबे समय तक प्रेक्षण करके उसका औसत निकाल कर की जाती है। इसे समुद्र तल से ऊँचाई (MSL-Metres above sea level) में व्यक्त किया जाता है। इसका प्रयोग धरातल पर स्थित बिंदुओं की ऊँचाई मापने के लिये सन्दर्भ तल के रूप में किया जाता है। इसका उपयोग उड्डयन में भी होता है। उड्डयन में समुद्र की सतह पर वायुमण्डलीय दाब को वायुयानों के उड़ान की उँचाई के सन्दर्भ (डैटम) के रूप में उपयोग किया जाता है। .

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सराग़रार

सराग़रार (سراغرار, Saraghrar) हिन्दू कुश पर्वतमाला का चौथा सर्वोच्च पर्वत है (तिरिच मीर, नोशक और इस्तोर-ओ-नल के बाद)। यह पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के चित्राल ज़िले में स्थित है। यह विश्व का 78वाँ सर्वोच्च पर्वत है। .

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ससेर मुज़ताग़

ससेर मुज़ताग़ (Saser Muztagh) भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के लद्दाख़ क्षेत्र में स्थित एक पर्वतमाला है, जो महान काराकोरम पर्वतमाला की पूर्वतम उपश्रेणी है। दक्षिण, पूर्व और पूर्वोत्तर में इसे श्योक नदी घेरती है जो श्रेणी के दक्षिणपूर्व कोने में मोड़ लेती है। पश्चिम में नुब्रा नदी इसे कैलाश श्रेणी से अलग करती है। ससेर ला नामक पहाड़ी दर्रा इसे उत्तर के रिमो मुज़ताग़ नामक श्रेणी से अलग करता है। .

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ससेर कांगरी

ससेर कांगरी (Saser Kangri) काराकोरम पर्वतमाला की ससेर मुज़ताग़ नामक उपश्रेणी के एक पुंजक का नाम है। इसमें कई पर्वत आते हैं जिनमें से ससेर कांगरी १ सबसे ऊँचा है। यह सब भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के लद्दाख़ क्षेत्र में स्थित हैं। .

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साल्तोरो पर्वतमाला

साल्तोरो पर्वतमाला (Saltoro Mountains) या साल्तोरो मुज़ताग़ (Saltoro Muztagh) जम्मू और कश्मीर में स्थित काराकोरम पर्वतमाला की एक उपश्रेणी है। यह काराकोरम के हृदय में सियाचिन हिमानी से दक्षिणपश्चिम में स्थित है, जो पृथ्वी के ध्रुवीय क्षेत्रों के बाहर स्थित सबसे बड़ी दो हिमानियों में से एक है (सबसे बड़ी ताजिकिस्तान की फ़ेदचेन्को हिमानी है)। साल्तोरो पर्वतमाला पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र की सीमा पर स्थित है, जहाँ पर्वतमाला की पश्चिमी तरफ़ साल्तोरो घाटी स्थित है। .

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साल्तोरो कांगरी

साल्तोरो कांगरी (Saltoro Kangri) या के१० (K10) जम्मू और कश्मीर में काराकोरम पर्वतमाला की साल्तोरो पर्वतमाला नामक उपश्रेणी का सर्वोच्च पर्वत है और विश्व का 31वाँ सर्वोच्च पर्वत है। यह सियाचिन हिमानी से पश्चिम में स्थित है। .

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सिचुआन

सिचुआन (四川, Sichuan या सचवान (Szechwan)) जनवादी गणराज्य चीन के दक्षिणी भाग में स्थित एक प्रांत है। इस प्रान्त की राजधानी चेंगदू है। चीन द्वारा तिब्बत पर नियंत्रण पाने से पहले सिचुआन के कुछ इलाक़े तिब्बत का हिस्सा हुआ करते थे और ऐतिहासिक रूप से यह प्रान्त चीन और तिब्बत के बीच खींचातानी का क्षेत्र रहा है। .

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सियाचिन मुज़ताग़

सियाचिन पर्वतमाला अथवा सियाचिन मुज़ताग़ काराकोरम पर्वतमाला की सुदूर पूर्वी उप-श्रेणी है। इसका लगभग ६०% भाग चीन द्वारा नियंत्रित क्षेत्र में है तथा ४०% क्षेत्र भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र में। .

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सियाचिन हिमनद

सियाचिन हिमानी या सियाचिन ग्लेशियर हिमालय की पूर्वी काराकोरम पर्वतमाला में भारत-पाक नियंत्रण रेखा के पास लगभग स्थित एक हिमानी (ग्लेशियर) है। यह काराकोरम की पांच बड़े हिमानियों में सबसे बड़ा और ध्रुवीय क्षेत्रों के बाहर (ताजिकिस्तान की फ़ेदचेन्को हिमानी के बाद) विश्व की दूसरी सबसे बड़ा हिमानी है। समुद्रतल से इसकी ऊँचाई इसके स्रोत इंदिरा कोल पर लगभग 5,753 मीटर और अंतिम छोर पर 3,620 मीटर है। सियाचिन हिमानी पर 1984 से भारत का नियंत्रण रहा है और भारत इसे अपने जम्मू और कश्मीर राज्य के लद्दाख़ खण्ड के लेह ज़िले के अधीन प्रशासित करता है। पाकिस्तान ने इस क्षेत्र से भारत का नियंत्रण अन्त करने के कई विफल प्रयत्न करे हैं और वर्तमानकाल में भी सियाचिन विवाद जारी रहा है। .

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सिगुअंग री

सिगुअंग री (Siguang Ri) हिमालय के महालंगूर हिमाल खण्ड का एक पर्वत है जो विश्व का 83वाँ सर्वोच्च पर्वत है। यह तिब्बत के शिगात्से विभाग में नेपाल की सीमा के पास और चोयु पर्वत से 6 उत्तर-उत्तरपूर्व में स्थित है। .

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सिंघी कांगरी

सिंघी कांगरी (Singhi Kangri) काराकोरम की सियाचिन मुज़ताग़ उपश्रेणी में एक पर्वत है। यह विश्व का १०८वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। यह भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य में स्थित है और इसका एक अंग चीन के क़ब्ज़े वाली शक्सगाम घाटी में स्थित है जिसे चीन शिंजियांग प्रान्त के अधीन प्रशासित करता है। .

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सिआ कांगरी

सिआ कांगरी (Sia Kangri) काराकोरम पर्वतमाला की बाल्तोरो मुज़ताग़ उपश्रेणी का एक ऊँचा पर्वत है जो जम्मू और कश्मीर में भारत-नियंत्रित क्षेत्र, पाक-अधिकृत कश्मीर और चीन-अधिकृत शक्सगाम घाटी के मिलन बिन्दु के पास स्थित है। इसे भारत पूर्णतः अपना इलाका मानता है। यह विश्व का ६३वाँ सर्वोच्च पर्वत है। .

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सुनन्दा देवी

सुनन्दा देवी (Sunanda Devi), जिसका पुराना नाम नन्दा देवी पूर्व (Nanda Devi East) था, गढ़वाल हिमालय में स्थित नन्दा देवी पर्वत के मुख्य शिखर के दो साथी शिखरों में से कम ऊँचाई वाले शिखर का नाम है। पर्वतीय सूचियों में ५०० मीटर से कम की स्थलाकृतिक उदग्रता रखने वाले शिखर स्वतंत्र पर्वत नहीं माने जाते बल्कि आसपास के अन्य पर्वतों के ही शिखर माने जाते हैं (पर्वतों के कई शिखर हो सकते हैं)। 7,434 मीटर (24,390 फ़ुट) ऊँचे सुनन्दा देवी का पर्वतीय शिखर यदी अकेला कहीं खड़ा होता तो वह विश्व का ६१वाँ सर्वोच्च पर्वत होता)। लेकिन क्योंकि सुनन्दा देवी की स्वतंत्र स्थलाकृतिक उदग्रता केवल 260 मीटर (850 फ़ुट) है, जो कि ५०० मीटर से कम है, इसलिए इसे नन्दा देवी की ही एक साथी चोटी माना जाता है। .

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स्थलाकृतिक उदग्रता

स्थलाकृति विज्ञान में उदग्रता पर्वतों के वर्गीकरण से संबंधित एक अवधारणा है। उदग्रता शब्द उदग्र से बना है जिसका अर्थ बाहर को निकला हुआ होता है। सामान्य रूप से इसे चोटी भी कहा जाता है। इसे अंग्रेजी मे प्रोमिनेंस, ऑटोनोमस हाइट, शोल्डर ड्रोप (अमेरिका में), प्राइम फैक्टर (यूरोप में) कहते हैं। श्रेणी:स्थलाकृति श्रेणी:भौतिक भूगोल श्रेणी:पर्वतारोहण.

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स्किल ब्रुम

स्किल ब्रुम (Skil Brum) काराकोरम पर्वतमाला की बाल्तोरो मुज़ताग़ उपश्रेणी का एक ऊँचा पर्वत है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में के२ से ९ किमी पश्चिम-दक्षिणपश्चिम में स्थित है। भारत के अनुसार यह क्षेत्र उसकी सम्प्रभुता में आता है। यह विश्व का ६६वाँ सर्वोच्च पर्वत है। .

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स्क्यांग कांगरी

स्क्यांग कांगरी (Skyang Kangri) या सीढ़ी पर्वत (Staircase Peak) काराकोरम पर्वतमाला की बाल्तोरो मुज़ताग़ उपश्रेणी का एक ऊँचा पर्वत है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र और चीन द्वारा अधिकृत शक्सगाम घाटी की सीमा पर के२ से ७ किमी पूर्वोत्तर में स्थित है। भारत के अनुसार यह क्षेत्र उसकी सम्प्रभुता में आता है। इसके पूर्वी मुख पर पाँच भीमकाय सीढ़ीयों वाली चट्टानी स्थलाकृति है जिस से इसे "सीढ़ी पर्वत" भी कहते हैं। यह विश्व का ४४वाँ सर्वोच्च पर्वत है। .

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हरामोश

हरामोश (Haramosh), जो पर्वत 58 (Peak 58) भी कहलाता है, काराकोरम पर्वतमाला का एक पर्वत है जो विश्व का 67वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। यह राकापोशी के समीप स्थित है और काराकोरम की जिस उपश्रेणी में यह दोनों खड़े हैं उसे राकापोशी-हरामोश पर्वतमाला कहा जाता है। प्रशासनिक रूप से यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में है, जिसे भारत अपने जम्मू और कश्मीर राज्य का भाग मानता है। हरामोश गिलगित शहर से 65 किमी दूर सिन्धु नदी के उत्तरी किनारे पर खड़ा है। .

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हिन्दु कुश

हिन्दु कुश उत्तरी पाकिस्तान के विवादीत भाग से मध्य अफ़्ग़ानिस्तान तक विस्तृत एक ८०० किमी चलने वाली पर्वत शृंखला है। इसका सबसे ऊँचा पहाड़ पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के चित्राल ज़िले में स्थित ७,७०८ मीटर (२५,२८९ फ़ुट) लम्बा तिरिच मीर पर्वत है।, Michael Palin, Basil Pao, Macmillan, 2005, ISBN 978-0-312-34162-6,...

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हिमालचुली

हिमालचुली, जिसे दो शब्दों में हिमाल चुली भी लिखा जाता है, नेपाल में हिमालय के मनसिरी हिमाल भाग में स्थित एक पर्वत है। यह विश्व का १८वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है और मनास्लू के बाद मनसिरी हिमाल का दूसरा सबसे ऊँचा पर्वत है। हिमालचुली के तीन मुख्य शिखर हैं: पूर्वी (७८९३ मीटर), पश्चिमी (७५४० मीटर) और उत्तरी (७३७१ मीटर)। .

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हिमालय

हिमालय पर्वत की अवस्थिति का एक सरलीकृत निरूपण हिमालय एक पर्वत तन्त्र है जो भारतीय उपमहाद्वीप को मध्य एशिया और तिब्बत से अलग करता है। यह पर्वत तन्त्र मुख्य रूप से तीन समानांतर श्रेणियों- महान हिमालय, मध्य हिमालय और शिवालिक से मिलकर बना है जो पश्चिम से पूर्व की ओर एक चाप की आकृति में लगभग 2400 कि॰मी॰ की लम्बाई में फैली हैं। इस चाप का उभार दक्षिण की ओर अर्थात उत्तरी भारत के मैदान की ओर है और केन्द्र तिब्बत के पठार की ओर। इन तीन मुख्य श्रेणियों के आलावा चौथी और सबसे उत्तरी श्रेणी को परा हिमालय या ट्रांस हिमालय कहा जाता है जिसमें कराकोरम तथा कैलाश श्रेणियाँ शामिल है। हिमालय पर्वत पाँच देशों की सीमाओं में फैला हैं। ये देश हैं- पाकिस्तान, भारत, नेपाल, भूटान और चीन। अन्तरिक्ष से लिया गया हिमालय का चित्र संसार की अधिकांश ऊँची पर्वत चोटियाँ हिमालय में ही स्थित हैं। विश्व के 100 सर्वोच्च शिखरों में हिमालय की अनेक चोटियाँ हैं। विश्व का सर्वोच्च शिखर माउंट एवरेस्ट हिमालय का ही एक शिखर है। हिमालय में 100 से ज्यादा पर्वत शिखर हैं जो 7200 मीटर से ऊँचे हैं। हिमालय के कुछ प्रमुख शिखरों में सबसे महत्वपूर्ण सागरमाथा हिमाल, अन्नपूर्णा, गणेय, लांगतंग, मानसलू, रॊलवालिंग, जुगल, गौरीशंकर, कुंभू, धौलागिरी और कंचनजंघा है। हिमालय श्रेणी में 15 हजार से ज्यादा हिमनद हैं जो 12 हजार वर्ग किलॊमीटर में फैले हुए हैं। 72 किलोमीटर लंबा सियाचिन हिमनद विश्व का दूसरा सबसे लंबा हिमनद है। हिमालय की कुछ प्रमुख नदियों में शामिल हैं - सिंधु, गंगा, ब्रह्मपुत्र और यांगतेज। भूनिर्माण के सिद्धांतों के अनुसार यह भारत-आस्ट्र प्लेटों के एशियाई प्लेट में टकराने से बना है। हिमालय के निर्माण में प्रथम उत्थान 650 लाख वर्ष पूर्व हुआ था और मध्य हिमालय का उत्थान 450 लाख वर्ष पूर्व हिमालय में कुछ महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थल भी है। इनमें हरिद्वार, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गोमुख, देव प्रयाग, ऋषिकेश, कैलाश, मानसरोवर तथा अमरनाथ प्रमुख हैं। भारतीय ग्रंथ गीता में भी इसका उल्लेख मिलता है (गीता:10.25)। .

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हिस्पर मुज़ताग़

हिस्पर मुज़ताग़ (Hispar Muztagh) काराकोरम पर्वत शृंखला की एक उपशृंखला है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान खंड के गोजल क्षेत्र में स्थित है। इसके उत्तर में शिमशाल घाटी, दक्षिण में हिस्पर हिमानी (ग्लेशियर) और पश्चिम में हुन्ज़ा घाटी है। बाल्तोरो मुज़ताग़ के बाद यह काराकोरम पर्वतों की दूसरी सबसे ऊँची शृंखला है। हिस्पर मुज़ताग़ का सबसे लम्बा पहाड़ ७,८८५ मीटर (२५,८६९ फ़ुट) ऊँचा 'दिस्तग़िल सर' नामक पर्वत है। उइग़ुर भाषा में 'मुज़' (बर्फ़) और 'ताग़' (पर्वत) जोड़कर बने शब्द का अर्थ बर्फ़ीला-पर्वत होता है। .

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हेंगदुआन पहाड़ियाँ

हेंगदुआन पर्वतमाला (अंग्रेज़ी: Hengduan Mountains, चीनी: 横断山脉) दक्षिणपश्चिमी चीन में तिब्बत के पठार के दक्षिणपूर्वी भाग में स्थित एक बड़ा पर्वतीय क्षेत्र है। प्रशासनिक रूप से यह पश्चिमी सिचुआन प्रान्त, पश्चिमोत्तरी युन्नान प्रान्त और तिब्बत स्वशासित प्रदेश के पूर्वी भाग पर विस्तृत है। ऐतिहासिक रूप से यह तिब्बत का पारम्परिक खम प्रदेश है। .

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जन्नू

जन्नू (Jannu) या कुम्भकर्ण (Kumbhakarna), जिसे लिम्बू भाषा में फोक्तंग लुंगमा (Phoktanglungma) कहते हैं, हिमालय का एक पर्वत है। यह कंचनजंघा से पश्चिम में पूर्वी नेपाल में स्थित है। यह विश्व का 32वाँ सर्वोच्च पर्वत है। किरात समुदाय में इस पर्वत को पवित्र माना जाता है। .

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जम्मू और कश्मीर

जम्मू और कश्मीर भारत के सबसे उत्तर में स्थित राज्य है। पाकिस्तान इसके उत्तरी इलाके ("पाक अधिकृत कश्मीर") या तथाकथित "आज़ाद कश्मीर" के हिस्सों पर क़ाबिज़ है, जबकि चीन ने अक्साई चिन पर कब्ज़ा किया हुआ है। भारत इन कब्ज़ों को अवैध मानता है जबकि पाकिस्तान भारतीय जम्मू और कश्मीर को एक विवादित क्षेत्र मानता है। राज्य की आधिकारिक भाषा उर्दू है। जम्मू नगर जम्मू प्रांत का सबसे बड़ा नगर तथा जम्मू-कश्मीर राज्य की जाड़े की राजधानी है। वहीं कश्मीर में स्थित श्रीनगर गर्मी के मौसम में राज्य की राजधानी रहती है। जम्मू और कश्मीर में जम्मू (पूंछ सहित), कश्मीर, लद्दाख, बल्तिस्तान एवं गिलगित के क्षेत्र सम्मिलित हैं। इस राज्य का पाकिस्तान अधिकृत भाग को लेकर क्षेत्रफल 2,22,236 वर्ग कि॰मी॰ एवं उसे 1,38,124 वर्ग कि॰मी॰ है। यहाँ के निवासियों अधिकांश मुसलमान हैं, किंतु उनकी रहन-सहन, रीति-रिवाज एवं संस्कृति पर हिंदू धर्म की पर्याप्त छाप है। कश्मीर के सीमांत क्षेत्र पाकिस्तान, अफगानिस्तान, सिंक्यांग तथा तिब्बत से मिले हुए हैं। कश्मीर भारत का महत्वपूर्ण राज्य है। .

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जेन्गिश चोकुसु

जेन्गिश चोकुसु जेन्गिश चोकुसु (Jengish Chokusu; किरगिज़: Жеңиш чокусу, झ़ेन्गिश चोकुसु; रूसी: Пик победы, पीक पोबेदी; उइग़ुर: तोमुर) तियान शान पर्वत शृंखला का सबसे ऊँचा पर्वत है। यह मध्य एशिया में किर्गिज़स्तान और चीन कि सीमा पर इसिक कुल झील से दक्षिण में स्थित है। इसके शिखर की ऊँचाई ७,४३९ मीटर (२४,४०६ फ़ुट) है। हर भाषा में इसके नाम का अर्थ 'विजय शिखर' है और इसलिए इसे कभी-कभी अंग्रेज़ी में भी 'विक्ट्री पीक' (Victory Peak) कहा जाता है।, Laurence Mitchell, Bradt Travel Guides, 2008, ISBN 978-1-84162-221-7,...

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जोमोल्हारी

जोमोल्हारी (Jomolhari) या चोमोल्हारी (तिब्बती: ཇོ་མོ་ལྷ་རི, Chomolhari), जिसे अनौपचारिक रूप से "कंचनजंघा की दुल्हन" भी कहा जाता है, हिमालय का एक पर्वत है जो तिब्बत के शिगात्से विभाग और भूटान की सीमा पर, चुम्बी घाटी के पास स्थित है। यह विश्व का 79वाँ सर्वोच्च पर्वत है और इसकी ढलानों से दो महत्वपूर्ण नदियाँ - (दक्षिण में बहने वाली) पारो चु और (उत्तर में बहने वाली) आमो चु उतरती हैं। उत्तर में तिब्बती तरफ़ यह पर्वत एक बंजर मैदान पर तैनात खड़ा है। .

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जोंगसोंग पर्वत

जोंगसोंग पर्वत (Jongsong Peak) हिमालय के जनक हिमाल नामक खण्ड में स्थित एक पर्वत है जो विश्व का ५७वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। यह भारत, नेपाल और तिब्बत (चीन) की त्रिबिन्दु सीमा (यानि जहाँ तीनों देश मिलते हैं) पर स्थित है। अपने ऊँचे कद के बावजूद यह अपने से २०किमी दक्षिण में स्थित कंचनजंघा के आगे छोटा लगता है। .

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घेंट कांगरी

घेंट कांगरी (Ghent Kangri) या घेंत कांगरी या घेंत १ (Ghent I) जम्मू और कश्मीर में काराकोरम पर्वतमाला की साल्तोरो पर्वतमाला नामक उपश्रेणी में स्थित एक ऊँचा पर्वत है और विश्व का 69वाँ सर्वोच्च पर्वत है। यह सियाचिन हिमानी से ज़रा पश्चिम में स्थित है। इस पर्वत पर वर्तमान में पाकिस्तान का क़ब्ज़ा है लेकिन भारत इस क्षेत्र पर अपनी सम्प्रभुता होने का दावा करता है। .

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वेस्म पर्वतमाला

वेस्म पर्वतमाला (Wesm Mountains) काराकोरम पर्वतमाला की एक उपश्रेणी है जो शक्सगाम घाटी के ऊपरी भाग में पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र के समीप स्थित है। यह पर्वतमाला बाल्तोरो मुज़ताग़ के पश्चिमी छोर और पनमाह मुज़ताग़ के पूर्वी छोर से उत्तर में स्थित है। यह क्षेत्र चीन के क़ब्ज़े में है जो इसे शिंजियांग प्रान्त की प्रशासनिक व्यवस्था के तहत वर्गीकृत करता है, लेकिन इस पूरे क्षेत्र को भारत अपने जम्मू और कश्मीर राज्य का अंग मानता है। चीन इस पर्वतमाला को येंगीसोगत (Yengisogat) नाम देता है। इसी क्षेत्र में वेस्म हिमानी (ग्लेशियर) और वेस्म दर्रा स्थित है। .

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खरताफु

खरताफु (Khartaphu) हिमालय के महालंगूर हिमाल खण्ड का का एक पर्वत है जो विश्व का 102वाँ सर्वोच्च पर्वत है। यह तिब्बत के शिगात्से विभाग की खरता घाटी में एवरेस्ट पर्वत से 7 किमी पूर्वोत्तर में स्थित है। खरताफु 7,213 मीटर (23,665 फ़ुट) ऊँचा है और इसका खरताफु पश्चिम (Khartaphu West) नामक एक 7,018 मीटर (23,025 फ़ुट) ऊँचा उपपर्वत भी है। .

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खुनयंग छिश

खुनयंग छिश या कुनयंग किश काराकोरम पर्वत शृंखला की हिस्पर मुज़ताग़ उपशृंखला का दूसरा सबसे ऊँचा पर्वत है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान खंड के गोजल क्षेत्र में स्थित है। खुनयंग छिश विश्व का २१वाँ सबसे ऊँचा और पाकिस्तानी नियंत्रित क्षेत्रों का ८वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है। यह अपने आसपास के क्षेत्र से अचानक ४००० मीटर बढ़ी हुई ऊँचाई के लिये जाना जाता है। यह निकटवर्ती हुन्ज़ा वादी से ५५०० मीटर अधिक ऊँचा है। .

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गढ़वाल हिमालय

गढ़वाल हिमालय (Garhwal Himalaya) हिमालय का एक भाग है जो भारत के उत्तराखण्ड राज्य में स्थित है। इसमें कई पर्वत स्थित हैं जो विश्व के सर्वोच्च पर्वतों में गिने जाते हैं। .

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गणेश हिमाल

गणेश हिमाल (Ganesh Himal) मध्योत्तर नेपाल में स्थित हिमालय का एक खण्ड है। इसके अधिकतर पर्वत नेपाल में हैं लेकिन कुछ नेपाल व तिब्बत की सीमा पर भी स्थित हैं। इसके पूर्व में स्थित त्रिशूल गण्डकी घाटी इसे लांगटांग हिमाल से अलग करती है। पश्चिम में श्यार खोला घाटी इसे मनसिरी हिमाल (जहाँ मनास्लू पर्वत खड़ा है) से अलग करती है। गणेश हिमाल नेपाल की राजधानी काठमांडू से ७० किमी उत्तर-पश्चिमोत्तर पर स्थित है। .

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गाडी चुली

गाडी चुली (Ngadi Chuli), जो पर्वत २९ (Peak 29) और डकूरा (Dakura) भी कहलाता है, नेपाल में हिमालय के मनसिरी हिमाल भाग में स्थित एक पर्वत है। यह विश्व का २०वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है और मनास्लू व हिमालचुली के बाद मनसिरी हिमाल का तीसरा सबसे ऊँचा पर्वत है।Günter Seyfferth (2014) at himalaya-info.org .

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गाशरब्रुम १

गाशरब्रुम १ (Gasherbrum I), जिसे छुपा पर्वत (Hidden Peak) या के-५ (K5) भी कहते हैं, विश्व का ११वाँ सर्वोच्च पर्वत है। यह काराकोरम के गाशरब्रुम पुंजक में स्थित है। राजनैतिक सीमाओं के अनुसार यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र और चीन के कब्ज़े वाली शक्सगाम घाटी की सीमा पर स्थित है। भारत के अनुसार गिलगित-बल्तिस्तान और शक्सगाम घाटी दोनों भारत का भाग हैं। .

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गाशरब्रुम २

गाशरब्रुम २ (Gasherbrum II), जिसे के-४ (K4) भी कहते हैं, विश्व का १३वाँ सर्वोच्च पर्वत है। यह काराकोरम के गाशरब्रुम पुंजक में स्थित है। राजनैतिक सीमाओं के अनुसार यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र और चीन के कब्ज़े वाली शक्सगाम घाटी की सीमा पर स्थित है। भारत के अनुसार गिलगित-बल्तिस्तान और शक्सगाम घाटी दोनों भारत का भाग हैं। गाशरब्रुम २ बाल्तोरो हिमानी (ग्लेशियर) के ऊपर स्थित है। गाशरब्रुम ३ इस से जुड़ा हुआ है और कुछ स्रोत उसे गाशरब्रुम २ का एक उपपर्वत बताते है। .

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गाशरब्रुम ३

गाशरब्रुम ३ (Gasherbrum III) काराकोरम के गाशरब्रुम पुंजक में गाशरब्रुम २ और गाशरब्रुम ४ के बीच में स्थित एक चोटी है। राजनैतिक सीमाओं के अनुसार यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र और चीन के कब्ज़े वाली शक्सगाम घाटी की सीमा पर स्थित है। भारत के अनुसार गिलगित-बल्तिस्तान और शक्सगाम घाटी दोनों भारत का भाग हैं। .

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गाशरब्रुम ४

गाशरब्रुम ४ (Gasherbrum IV) विश्व का १७वाँ सर्वोच्च पर्वत है। यह काराकोरम के गाशरब्रुम पुंजक में स्थित है। राजनैतिक सीमाओं के अनुसार यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र और चीन के कब्ज़े वाली शक्सगाम घाटी की सीमा पर स्थित है। भारत के अनुसार गिलगित-बल्तिस्तान और शक्सगाम घाटी दोनों भारत का भाग हैं। .

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गिम्मीगेला चुली

गिम्मीगेला चुली (Gimmigela Chuli) या जुड़वे (The Twins) हिमालय का एक पर्वत है जो कंचनजंघा पर्वत से लगभग 4.2 उत्तर-उत्तरपूर्व की दूरी पर नेपाल की भारत के सिक्किम राज्य की सीमा पर स्थित है। गिम्मीगेला के दो शिखर हैं - मुख्य 7,350 मीटर ऊँचा गिम्मीगेला चुली १ कहलाने वाला शिखर भारत-नेपाल सीमा पर है और छोटा 7,005 मीटर ऊँचा गिम्मीगेला चुली २ कहलाने वाला शिखर पूरी तरह भारत में है। यह दोनों शिखर एक साथ दिखने से ही इस पर्वत का नाम "जुड़वे" भी पड़ गया है। .

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गिलगित-बल्तिस्तान

गिलगित-बल्तिस्तान (उर्दू:, बलती: གིལྒིཏ་བལྟིསྟན), पाक-अधिकृत कश्मीर के भीतर एक स्वायत्तशासी क्षेत्र है जिसे पहले उत्तरी क्षेत्र या शुमाली इलाक़े (शुमाली इलाक़ाजात) के नाम से जाना जाता था। यह पाकिस्तान की उत्तरतम राजनैतिक इकाई है। इसकी सीमायें पश्चिम में खैबर-पख़्तूनख्वा से, उत्तर में अफ़ग़ानिस्तान के वाख़ान गलियारे से, उत्तरपूर्व में चीन के शिन्जियांग प्रान्त से, दक्षिण में और दक्षिणपूर्व में भारतीय जम्मू व कश्मीर राज्य से लगती हैं। गिलगित-बल्तिस्तान का कुल क्षेत्रफल 72,971 वर्ग किमी (28,174 मील²) और अनुमानित जनसंख्या लगभग दस लाख है। इसका प्रशासनिक केन्द्र गिलगित शहर है, जिसकी जनसंख्या लगभग 2,50,000 है। 1970 में "उत्तरी क्षेत्र” नामक यह प्रशासनिक इकाई, गिलगित एजेंसी, लद्दाख़ वज़ारत का बल्तिस्तान ज़िला, हुन्ज़ा और नगर नामक राज्यों के विलय के पश्चात अस्तित्व में आई थी। पाकिस्तान इस क्षेत्र को विवादित कश्मीर के क्षेत्र से पृथक क्षेत्र मानता है जबकि भारत और यूरोपीय संघ के अनुसार यह कश्मीर के वृहत विवादित क्षेत्र का ही हिस्सा है। कश्मीर का यह वृहत क्षेत्र सन 1947 के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद का विषय है। .

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गंग बेनछेन

गंग बेनछेन (Gang Benchhen), जिसे चीनी लहजे में कंगपेनचिंग (Kangpenqing) कहा जाता है, हिमालय की बइकु हिमालय उपश्रेणी का एक पर्वत है जो विश्व का 90वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। यह तिब्बत के शिगात्से विभाग में नेपाल की सीमा के पास स्थित है। .

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गंगखर पुनसुम

गंगखर पुनसुम (Gangkhar Puensum, གངས་དཀར་སྤུན་གསུམ) भूटान का सर्वोच्च पर्वत है। यह हिमालय में है और तिब्बत की सीमा के पास है। चीन का तिब्बत पर नियंत्रण है और वह यह दावा करता है कि यह पर्वत तिब्बत में है। वर्तमान (फ़रवरी २०१७) तक इसके मुख्य शिखर पर कोई मानव आरोहण सम्भव नहीं हो पाया था और कुछ स्रोतों के अनुसार यह विश्व का कभी न चढ़ा गया सबसे ऊँचा पर्वत है। .

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गुरला मन्धाता

गुरला मन्धाता (Gurla Mandhata) तिब्बत में मानसरोवर झील के पास स्थित हिमालय का एक पर्वत है। यदि कैलाश पर्वत मानसरोवर के एक ओर खड़ा है तो गुरला मन्धाता झील के पार दूसरी तरफ़ स्थित है। यह हिमालय की नालाकंकर हिमाल श्रेणी का सदस्य है जो दक्षिणी तिब्बत और पश्चिमोत्तरी नेपाल में विस्तृत है। गुरला मन्धाता को तिब्बती भाषा में नाइमोनान्यी (Naimona'nyi) कहते हैं। तिब्बत पर चीन का क़ब्ज़ा होने के बाद वहाँ की सरकार इसे चीनी लहजे में मेमो नानी (納木那尼峰, Memo Nani) बुलाती है। प्रशासनिक रूप से यह तिब्बत स्वशासित प्रदेश के न्गारी विभाग के पुरंग ज़िले में स्थित है। .

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ग्याचुंगकांग

ग्याचुंगकांग (अंग्रेज़ी: Gyachung Kang, नेपाली: ग्याचुंकाङ) हिमालय के महालंगूर हिमाल नामक भाग में स्थित एक 7,952 मीटर (26,089 फ़ुट) ऊँचा पर्वत है जो विश्व का 15वाँ सबसे ऊँचा पहाड़ है। यह पृथ्वी का सबसे ऊँचा पर्वत है जो आठ हज़ारी समूह से बाहर है। ग्याचुंगकांग चोयु और एवरेस्ट पर्वत के बीच नेपाल और तिब्बत की सीमा पर स्थित है। इसकी ढलान पर 19,400 फ़ुट की ऊँचाई पर नुप ला नामक पहाड़ी दर्रा है जिस से नेपाल में से तिब्बत में प्रवेश करा जा सकता है। .

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ग्याला पेरी

ग्याला पेरी (चीनी: 加拉白垒, अंग्रेज़ी: Gyala Peri) दक्षिणी-पूर्वी तिब्बत में यरलुंग त्संगपो महान घाटी के मुख पर स्थित एक पर्वत है। यह पारहिमालय पर्वतमाला और उसकी न्येनचेन थंगल्हा उपशृंखला का सदस्य है। यह नमचा बरवा पर्वत के पास (भारत में ब्रह्मपुत्र नदी कहलाने वाली) यरलुंग त्संगपो नदी के पार खड़ा हुआ है। नमचा बरवा के इतना क़रीब होने के कारण इसे कभी-कभी हिमालय के नमचा बरवा हिमाल का सदस्य भी गिन लिया जाता है हालंकि क़ायदे से यरलुंग त्संगपो के दूसरी पार के पहाड़ पारहिमालय पर्वतमाला के सदस्य समझे जाते हैं। .

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आयत

आयत ऐसा चतुर्भुज जिसके चारों अंतः कोण समकोण हों उसे आयत (रेक्टैंगल) कहते हैं। .

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इस्तोर-ओ-नल

इस्तोर-ओ-नल या इस्तोरो नल (Istor-o-Nal) हिन्दु कुश पर्वत शृंखला का तीसरा सबसे ऊँचा पहाड़ है और दुनिया का ६८वाँ सबसे ऊंचा पहाड़ है। ७,४०३ मीटर (२४,२८८ फ़ुट) ऊँचा यह पर्वत प्रशासनिक रूप से पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के चित्राल ज़िले में पड़ता है। यह हिन्दु कुश के सबसे ऊंचे पहाड़ तिरिच मीर से कुछ की किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित है और इन दोनों पहाड़ों के बीच में तिरिच हिमानी (ग्लेशियर) चलता है। बहुत से स्थानों से इस्तोर-ओ-नल तिरिच मीर की ज़्यादा ऊंची चोटी के पीछे छिपा होता है इसलिए कम विख्यात है। .

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इस्माइल सामानी पर्वत

इस्माइल सामानी (ताजिक भाषा: Қуллаи Исмоили Сомонӣ, क़ुल्लई इस्मोइलि सोमोनी; अंग्रेज़ी: Ismoil Somoni Peak) ताजिकिस्तान का सबसे ऊँचा पर्वत है। जब ताजिकिस्तान रूसी साम्राज्य और फिर सोवियत संघ का हिस्सा था, जब यह पर्वत उन देशों का भी सबसे ऊँचा पहाड़ हुआ करता था। यह पूरे मध्य एशिया और पूरी पामीर पर्वतमाला का भी सबसे बुलंद पर्वत है। इसका नाम सामानी राजवंश के पूर्वज इस्माइल सामानी पर रखा गया है। सोवियत संघ के ज़माने में १९३३ में इसका नाम पहले सोवियत तानाशाह जोसेफ़ स्टालिन के सम्मान में स्टालिन पर्वत और फिर, १९६२ में, साम्यवादी विचारधारा के सम्मान में कोम्युनिज़म पर्वत रख दिया गया। सोवियत संघ के टूटने और ताजिकिस्तान के आज़ाद होने के बाद १९९८ में इसका नाम परिवर्तित करके 'इस्माइल सामानी पर्वत' कर दिया गया।, Ali Aldosari, pp.

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कनजुत सर

कनजुत सर काराकोरम पर्वत शृंखला की हिस्पर मुज़ताग़ उपशृंखला का दूसरा सबसे ऊँचा पर्वत है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में स्थित है। कनजुत सर विश्व का २६वाँ सबसे ऊँचा और पाकिस्तानी नियंत्रित क्षेत्रों का ११वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है। .

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करजिअंग

करजिअंग (Karjiang) हिमालय का एक पर्वत है जो तिब्बत में भूटान की सीमा के पास स्थित है और कुला कांगरी व गंगखर पुनसुम के समीप है। .

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काब्रु पर्वत

काब्रु (Kabru) हिमालय का एक पर्वत है जो कंचनजंघा के समीप भारत के सिक्किम राज्य व नेपाल की सीमा पर स्थित है। यह विश्व का ६५वाँ सर्वोच्च पर्वत है। यह ७,००० मीटर से अधिक ऊँचाई रखने वाला दुनिया का दक्षिणतम पर्वत है। .

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कामेट पर्वत

कामेट पर्वत (तिब्बती:कांग्मेद), भारत के गढ़वाल क्षेत्र में नंदा देवी पर्वत के बाद सबसे ऊंचा पर्वत शिखर है। तह ७,७५६-मीटर (२५,४४६ फुट) ऊंचा है। यह उत्तराखंड राज्य के चमोली जिला में तिब्बत की सीमा के निकट स्थित है। यह भारत में तीसरा शबसे ऊंचा शिखर है (हालांकि भारत के अनुसार इसका स्थान बहुत बाद में आता है, जो कि पाक अधिकृत कश्मीर में स्थित हिमालय की बहुत सी चोटियों के बाद आता है)। विश्व में इसका २९वां स्थान है। कामेट शिखर को ज़ांस्कर शृंखला का भाग और इसका सबसे ऊंचा शिखर माना जाता है। यह हिमालय की मुख्य शृंखला के उत्तर में सुरु नदी एवं ऊपरी करनाली नदी के बीच स्थित है। देखने में यह एक विशाल पिरामिड जैसा दिखाई देता है, जिसके चपटे शिखर पर दो चोटियां हैं। कामेट शिखर का नाम अंग्रेजी भाषा का नहीं, बल्कि तिब्बती भाषा के शब्द ‘कांग्मेद’ शब्द के आधार पर रखा गया है। इसीलिये इसे कामेट भी कहा जाटा है। तिब्बती लोग इसे कांग्मेद पहाड़ कहते हैं। कामेट पर्वत तीन प्रमुख हिमशिखरों से घिरा है। इनके नाम अबी गामिन, माना पर्वत तथा मुकुट पर्वत हैं। कामेट शिखर के पूर्व में स्थित विशाल ग्लेशियर को पूर्वी कामेट ग्लेशियर कहते हैं और पश्चिम में पश्चिमी कामेट ग्लेशियर है। .

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काराकोरम

काराकोरम एक विशाल पर्वत श्रृंखला है जिसका विस्तार पाकिस्तान, भारत और चीन के क्रमश: गिलगित-बल्तिस्तान, लद्दाख़ और शिन्जियांग क्षेत्रों तक है। यह एशिया की विशाल पर्वतमालाओं में से एक है और हिमालय पर्वतमाला का एक हिस्सा है। काराकोरम किर्गिज़ भाषा का शब्द है जिस का मतलब है 'काली भुरभुरी मिट्टी'। विश्व के किसी भी स्थान की अपेक्षा, काराकोरम पर्वतमाला में पाँच मील से भी ऊँची सबसे अधिक चोटियों स्थित हैं (60 से ज़्यादा), जिनमें दुनिया की दूसरी सबसे ऊँची चोटी के2, (8611 मी / 28251 फुट) भी शामिल है। के2 की ऊँचाई विश्व के सर्वोच्च शिखर एवरेस्ट पर्वत (8848 मी / 29029 फुट) से सिर्फ 237 मीटर (778 फीट) कम है। काराकोरम श्रृंखला का विस्तार 500 किमी (311 मील) तक है और ध्रुवीय क्षेत्रों को छोड़कर दुनिया के सबसे अधिक हिमनद इसी इलाके में हैं। ध्रुवीय क्षेत्रों से बाहर सियाचिन ग्लेशियर 70 किमी और बिआफो ग्लेशियर 63 किमी की लंबाई के साथ दुनिया के दूसरे और तीसरे सबसे लंबे हिमनद हैं। काराकोरम, पूर्वोत्तर में तिब्बती पठार के किनारे और उत्तर में पामीर पर्वतों से घिरा है। काराकोरम की दक्षिणी सीमा, पश्चिम से पूर्व, गिलगित, सिंधु और श्योक नदियों से बनती है, जो इसे पश्चिमोत्तर हिमालय श्रृंखला के अंतिम किनारे से अलग कर दक्षिणपश्चिम दिशा में पाकिस्तान के मैदानी इलाकों की ओर बहती हैं। काराकोरम श्रृंखला का सब से ऊंचा पहाड़ के टू .

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किर्गिज़स्तान

किर्ग़िज़स्तान, आधिकारिक तौर पर किर्ग़िज़ गणतंत्र, मध्य एशिया में स्थित एक देश है। चारों तरफ जमीन और पहाड़ियों से घिरे इस देश की सीमा उत्तर में कज़ाख़िस्तान, पश्चिम में उज़्बेकिस्तान, दक्षिण पश्चिम में ताजिकिस्तान और पूर्व में चीन से मिलती है। "किरगिज़", जिससे देश का नाम पड़ा है, शब्द की उत्पति मूलतः "चालीस लड़कियां" या फिर "चालीस जनजातियां" मानी जाती है। जो संभवतः महानायक मानस की ओर इंगित करती हैं, जिन्होंने किंवदंती के अनुसार, खितान के खिलाफ चालीस जनजातियों को एकजुट किया था। किर्ग़िज़स्तान के झंडे में सूर्य की चालीस किरणें मानस के इन्हीं चालीस जनजातियों का प्रतीक हैं। .

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कंचनजंघा

कंचनजंघा (नेपाली:कंचनजंघा Kanchanjaŋghā), (लिम्बू: सेवालुंगमा) विश्व की तीसरी सबसे ऊँची पर्वत चोटी है, यह सिक्किम के उत्तर पश्चिम भाग में नेपाल की सीमा पर है। .

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कंगफू कांग

कंगफू कांग (Kangphu Kang) हिमालय के लुनाना क्षेत्र में स्थित एक पर्वत है जो विश्व का 107वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। यह भूटान और तिब्बत की विवादित सीमा पर स्थित है। तिब्बत पर चीन का नियंत्रण है और उसके अनुसार यह सीमा पर है जबकि भूटान का दावा है कि यह पर्वत पूरी तरह उसके क्षेत्र में है। .

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कुला कांगरी

कुला कांगरी (Kula Kangri, གངས་དཀར་སྤུན་གསུམ) सम्भवतः भूटान का सर्वोच्च पर्वत है, हालांकि अधिक स्रोतों के अनुसार यह गौरव समीप ही स्थित गंगखर पुनसुम नामक पर्वत को जाता है। यह हिमालय में है और तिब्बत की सीमा के पास है। चीन का तिब्बत पर नियंत्रण है और वह यह दावा करता है कि यह पर्वत तिब्बत में है। .

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क्राउन पर्वत

क्राउन पर्वत (The Crown) काराकोरम पर्वतमाला की वेस्म पर्वतमाला (येंगीसोगत) नामक उपश्रेणी का सर्वोच्च पर्वत है। यह शक्सगाम घाटी में स्थित है जहाँ चीन का क़ब्ज़ा है लेकिन जिसे भारत अपने जम्मू और कश्मीर राज्य का अंग मानता है। चीन ने इस पर्वत का नाम हुआंग गुआन शान (Huang Guan Shan) रखा है और इस क्षेत्र को शिंजियांग प्रान्त के तहत प्रशासित करता है। क्राउन पर्वत 7,295 मीटर (23,934 फ़ुट) ऊँचा है और विश्व का 84वाँ सर्वोच्च पर्वत है। .

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के१२ पर्वत

के१२ (K12) जम्मू और कश्मीर में काराकोरम पर्वतमाला की साल्तोरो पर्वतमाला नामक उपश्रेणी में स्थित एक ऊँचा पर्वत है और विश्व का 61वाँ सर्वोच्च पर्वत है। यह सियाचिन हिमानी से ज़रा पश्चिम में स्थित है। हालांकि यह पाक-अधिकृत कश्मीर के पास है, इसके ऊपर भारत का पूरा नियंत्रण है। .

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के२

के२ (K2, के-टू) विश्व का दूसरा सबसे ऊँचा पर्वत है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र चीन द्वारा नियंत्रित शिनजिआंग प्रदेश की सीमा पर काराकोरम पर्वतमाला की बाल्तोरो मुज़ताग़ उपश्रृंखला में स्थित है। 8,611 मीटर (28,251 फ़ुट) की ऊँचाई वाली यह चोटी माउंट एवरेस्ट के बाद पृथ्वी की दूसरी उच्चतम पर्वत चोटी है। .

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के६ पर्वत

के६ पर्वत (K6 mountain), जो बल्तिस्तान पर्वत (Baltistan Peak) भी कहलाता है, काराकोरम पर्वतमाला की माशरब्रुम पर्वतमाला नामक उपश्रेणी का एक ऊँचा पर्वत है। यह 7,282 मीटर (23,891 फ़ुट) ऊँचा पहाड़ विश्व का 89वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। प्रशासनिक रूप से यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में है, जिसे भारत अपने जम्मू और कश्मीर राज्य का अंग मानता है। यह हूशे घाटी के एक छोर पर खड़ा है। .

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कोंगुर ताग़

कोंगुर ताग़ का नज़ारा कोंगुर ताग़ (उइग़ुर:, मंगोल: Хонгор Таг, अंग्रेज़ी: Kongur Tagh) कुनलुन शान पर्वतमाला का सबसे ऊँचा पहाड़ है। वैसे तो यह ७,६४९ मीटर (२५,०९५ फ़ुट) ऊँचा पर्वत अपने समीपी मुज़ताग़ अता पहाड़ (जो कुनलुन शान का दूसरा सबसे ऊँचा पहाड़ है) के बहुत पास है, लेकिन अधिक दुर्गम स्थल में होने से कम जाना जाता है। आधुनिक काल में काराकोरम राजमार्ग के बन जाने से अब कोंगुर ताग़ तक पहुँचना आसान हो गया है। यह चीन के शिनजियांग प्रांत का सबसे ऊँचा पर्वत भी है। पामीर पर्वतों के नज़दीक होने से कोंगुर ताग़ को कभी-कभी उस पर्वतमाला का हिस्सा भी माना जाता है।, Gyurme Dorje, Footprint Travel Guides, 1999, ISBN 978-1-900949-33-0,...

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कीरात चुली

कीरात चुली (Kirat Chuli) या तम्बू पर्वत (Tent Peak) हिमालय का एक पर्वत है जो भारत के सिक्किम राज्य और नेपाल की सीमा पर कंचनजंघा पर्वत के पास स्थित है। यह विश्व का 76वाँ सर्वोच्च पर्वत है। .

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अन्नपूर्णा पुंजक

अन्नपूर्णा (Annapurna) हिमालय का एक पर्वतीय पुंजक है जिसमें एक आठ हज़ारी, १३ ७,००० मीटर से ऊँचे और १६ ६,००० मीटर से ऊँचे पर्वत हैं। यह पुंजक ५५ किमी लम्बा है और उत्तर-मध्य नेपाल में स्थित है। यह पश्चिम में काली गण्डकी तंगघाटी, उत्तर व पूर्व में मर्श्यान्गदी नदी और दक्षिण में पोखरा घाटी द्वारा घिरा हुआ है। इसका सर्वोच्च पर्वत अन्नपूर्णा १ मुख्य है जो समुद्रतल से ८,०९१ मीटर (२६,५४५ फ़ुट) ऊँचा है और विश्व का १०वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है। ऐतिहासिक रूप से अन्नपूर्णा पुंजक की चोटियाँ पर्वतारोहियों के लिए विश्व के सबसे ख़तरनाक शिखरों में आती हैं, हालांकि १९९० के बाद कंचनजंघा पर अधिक मृत्यु दर रहा है। मार्च २०१२ तक अन्नपूर्णा १ मुख्य को १९१ बार चढ़ा जा चुका था और पर्वत पर ६१ लोग मारे जा चुके थे। यह सफल चढ़ाई और मृत्युओं का अनुपात किसी भी अन्य आठ-हज़ारी पर्वत से अधिक है। अक्तूबर २०१४ में बर्फ़ीले तूफ़ानों और हिमस्खलन में अन्नपूर्णा क्षेत्र में ३९ लोगों की जाने गई। .

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अप्सरासस कांगरी

अप्सरासस कांगरी (Apsarasas Kangri) काराकोरम की सियाचिन मुज़ताग़ उपश्रेणी में एक पर्वत है। यह विश्व का ९६वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। यह भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य में स्थित है और इसका एक अंग चीन के क़ब्ज़े वाली शक्सगाम घाटी में स्थित है जिसे चीन शिंजियांग प्रान्त के अधीन प्रशासित करता है। .

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अफ़ग़ानिस्तान

अफ़ग़ानिस्तान इस्लामी गणराज्य दक्षिणी मध्य एशिया में अवस्थित देश है, जो चारो ओर से जमीन से घिरा हुआ है। प्रायः इसकी गिनती मध्य एशिया के देशों में होती है पर देश में लगातार चल रहे संघर्षों ने इसे कभी मध्य पूर्व तो कभी दक्षिण एशिया से जोड़ दिया है। इसके पूर्व में पाकिस्तान, उत्तर पूर्व में भारत तथा चीन, उत्तर में ताजिकिस्तान, कज़ाकस्तान तथा तुर्कमेनिस्तान तथा पश्चिम में ईरान है। अफ़ग़ानिस्तान रेशम मार्ग और मानव प्रवास का8 एक प्राचीन केन्द्र बिन्दु रहा है। पुरातत्वविदों को मध्य पाषाण काल ​​के मानव बस्ती के साक्ष्य मिले हैं। इस क्षेत्र में नगरीय सभ्यता की शुरुआत 3000 से 2,000 ई.पू.

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अबी गमिन

अबी गमिन (Abi Gamin) या इबी गमिन (Ibi Gamin) हिमालय के गढ़वाल हिमालय खण्ड में स्थित एक ऊँचा पर्वत है जो कामेट पर्वत की एक सहायक चोटी है। इसका अधिकांश भाग भारत के उत्तराखण्ड राज्य के चमोली ज़िले में है और कुछ उत्तरी अंश तिब्बत के न्गारी विभाग में आता है। .

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असम हिमालय

असम हिमालय (Assam Himalaya) हिमालय के उस भाग का पारम्परिक नाम है जो पश्चिम में भूटान की पूर्वी सीमा से लेकर पूर्व में त्संगपो नदी के बड़े मोड़ तक विस्तृत है। हिमालय के इस खण्ड का सर्वोच्च पर्वत नमचा बरवा है। अन्य उल्लेखनीय पर्वत ग्याला पेरी, कंगतो पर्वत और न्येग्यी कन्संग हैं। "असम" नाम होने के बावजूद इसके पर्वत दक्षिणपूर्वी तिब्बत, उत्तरी असम, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में फैले हुए हैं। .

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अकोंकागुआ

आकोंकागुआ या आकोंकाग्वा (Aconcagua) दक्षिण अमेरिका की ऐन्डीज़ पर्वतमाला का सबसे ऊँचा पहाड़ है। यह एशिया से बाहर विश्व का सबसे ऊँचा पर्वत भी है, हालांकि एशिया के हिमालय इतने ऊँचे हैं कि आकोंकागुआ का स्थान केवल विश्व के ११०वें सबसे ऊँचे पर्वत पर आता है।, Michael Hurley, pp.

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उल्तर सर

उल्तर सर (Ultar Sar) या विश्व का 70वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है। यह काराकोरम पर्वतमाला की पश्चिमतम उपश्रेणी, बातूरा मुज़ताग़, का एक ऊँचा पहाड़ है। प्रशासनिक रूप से यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में आता है जिसपर भारत अपनी सम्प्रभुता का दावा करता है। .

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