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विद्युतचुंबकीय वर्णक्रम

सूची विद्युतचुंबकीय वर्णक्रम

विद्युतचुंबकीय वर्णक्रम (electromagnetic spectrum) में उन सारी आवृत्तियों के विकिरण आते हैं जो सम्भव हैं। किसी वस्तु का विद्युतचुंबकीय वर्णक्रम, उस वस्तु से विद्युत चुम्बकीय विकिरणों का अभिलक्षणिक वितरण या प्रायः केवल वर्णक्रम होता है। विद्युतचुंबकीय वर्णक्रम निम्न आवृत्तियों, जो कि नूतन रेडियो में प्रयोग होतीं हैं (तरंग दैर्घ्य के दीर्घ सिरे पर), से लेकर गामा विकिरण तक (लघु सिरे तक) होता है, जो कि सहस्रों किलोमीटर की तरंगदैर्घ्य से लेकर एक अणु के नाप के एक अंश के बराबर तक की सारी आवृत्तियों को लिये होता है। हमारे ब्रह्माण्ड में लघु तरंगदैर्घ्य सीमित है प्लैंक दूरी के आसपास तक; और दीर्घ तरंग दैर्घ्य सीमित है, ब्रह्माण्ड के आकार तक। वैसे वर्णक्रम को असीमित एवं अविराम ही कहते हैं। .

18 संबंधों: ऍक्स किरण, निम्न आवृत्ति (LF), परम निम्न आवृत्ति (SLF), परम उच्चावृत्ति (SHF), परा उच्च आवृति, पराबैंगनी, प्रत्यक्ष वर्णक्रम, मध्यम आवृत्ति, रेडियो तरंग, गामा किरण, क्ष-किरण, अणु, अति निम्न आवृत्ति (VLF), अति उच्च आवृति, अत्यधिक निम्न आवृत्ति (ELF), अत्यधिक उच्चावृत्ति (EHF), अवरक्त, उच्चावृत्ति (HF)

ऍक्स किरण

200px ''Hand mit Ringen'': रोएन्टजन की पहली 'मेडिकल' एक्स-किरण का प्रिन्ट - उनकी पत्नी का हाथ का प्रिन्ट जो २२ दिसम्बर सन् १८९५ को लिया गया था जल से शीतलित एक्स-किरण नलिका (सरलीकृत/कालातीत हो चुकी है।) एक्स-किरण या एक्स रे (X-Ray) एक प्रकार का विद्युत चुम्बकीय विकिरण है जिसकी तरंगदैर्घ्य 10 से 0.01 नैनोमीटर होती है। यह चिकित्सा में निदान (diagnostics) के लिये सर्वाधिक प्रयोग की जाती है। यह एक प्रकार का आयनकारी विकिरण है, इसलिए खतरनाक भी है। कई भाषाओं में इसे रॉण्टजन विकिरण भी कहते हैं, जो कि इसके अन्वेषक विल्हेल्म कॉनरॅड रॉण्टजन के नाम पर आधारित है। रॉण्टजन ईक्वेलेंट मानव (Röntgen equivalent man / REM) इसकी शास्त्रीय मापक इकाई है। .

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निम्न आवृत्ति (LF)

निम्न आवृत्ति या LF वे रेडियो आवृत्ति होती हैं, जो कि 30 kHz–300 kHz के मध्य आती हैं। इसे किलोमीटर पट्टी या तरंग भी कहते हैं। क्योंकि इसका तरंग दैर्घ्य दस से एक किलोमीटर होता है। .

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परम निम्न आवृत्ति (SLF)

परम निम्न आवृत्ति (SLF) वे आवृत्तियाँ होती हैं, जो कि 30 हर्ट्ज़ से 300 हर्ट्ज़ के मध्य आती हैं। इस पट्टी में मुख्य विद्युत आपूर्ति की आवृत्ति (50 हर्ट्ज़ तथाच्60 हर्ट्ज़) भी आती हैं। श्रेणी:रेडियो श्रेणी:वर्णक्रम श्रेणी:विज्ञान श्रेणी:विद्युत चुम्बकीय वर्णक्रम.

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परम उच्चावृत्ति (SHF)

परम उच्चावृत्ति (या SHF) वे रेडियो आवृत्तियाँ (RF) हैं, जो कि 3 GHz से 30 GHz तक होती हैं। इसे सैंटीमीटर पट्टी या तरंग भी कहा जाता है, क्योंकि इसकी तरंग दस से एक से मी तक दैर्घ्य होता है। .

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परा उच्च आवृति

परा उच्च आवृति (अंग्रेजी:Ultra high frequency या UHF), वह विद्युत चुम्बकीय विकिरण की पट्टी होती है, जिसमें 300 MHz से 3GHz (3000 MHz) की आवृत्तियां होतीं हैं। इसे डेसीमीटर पट्टी या तरंग भी कहते हैं क्योंकि इनकी तरंग दस से एक डेसीमीटर की होती है। इसके ऊपर की आवृत्तियां SHF पट्टी में, एवं नीचे की आवृत्तियां अत्योच्चावृत्ति कहलाती हैं। .

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पराबैंगनी

सौर्य एवं हैलियोस्फेरिक वेधशाला (SOHO) अंतरिक्ष वाहन से लिया गया था। पृथ्वी की पराबैंगनी छायांकन, जो कि चंद्रमा से अपोलो 16 अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा लिया गया था पराबैंगनी किरण (पराबैंगनी लिखीं जाती हैं) एक प्रकार का विद्युत चुम्बकीय विकिरण हैं, जिनकी तरंग दैर्घ्य प्रत्यक्ष प्रकाश से छोटी हो एवं कोमल एक्स किरण से अधिक हो। इनकी ऐसा इसलिए कहा जाता है, क्योंकि, इनका वर्णक्रम लिए होता है विद्युत चुम्बकीय तरंग जिनकी आवृत्ति मानव द्वारा दर्शन योग्य बैंगनी वर्ण से ऊपर होती हैं।परा का मतलब होता है कि इस से अधिक अर्थात बैगनी से अधिक आवृत्ति की तरंग। .

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प्रत्यक्ष वर्णक्रम

प्रत्यक्ष वर्णक्रम या दृष्य वर्णक्रम विद्युत चुम्बकीय वर्णक्रम का एक भाग है, जो मानवीय चक्षुओं को दिखाई देता है। इस श्रेणी की विद्युत चुम्बकीय तरंगों को प्रकाश कहते हैं। एक आदर्श मानवी चक्षु वायु में देखती है 380 नैनोमीटर से 750 नैनोमीटर तरंगदर्घ्य की प्रकाश को देख सकती है।। इसके अनुसार जल में और अन्य माध्यमों में यह उस माध्यम के अपवर्तन गुणांक (refractive index) के गुणक में दृश्यता घट जाती है। आवृत्ति के अनुसार, यह 400-790 टैरा हर्ट्ज के बराबर की पट्टी में पङता है। आँख द्वारा देखे गए प्रकाश की अधिकतम संवेदनशीलता 555 nm (540 THz) होती है (वर्णक्रम के हरे क्षेत्र में)। वैसे वर्णक्रम में वे सभी रंग नहीं होते जो कि मानवी आँख या मस्तिष्क देख या पहचान सकता है जैसे भूरा, गुलाबी या रानी अनुपस्थित हैं। यह इसलिए क्योंकि ये मिश्रित तरंग दैर्घ्य से बनते हैं, खासकर लाल के छाया। प्रत्यक्ष प्रकाश के वर्णक्रम का sRGB अनुवाद .

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मध्यम आवृत्ति

मध्यम आवृत्ति (MF) वे रेडियो आवृत्ति होती हैं, जो 300 kHz से 3000 kHz के मध्य होती हैं। इस पट्टी के एक भाग को मध्यम तरंग (MW) AM प्रसारण पट्टी भी कहते हैं। इसे हैक्टॉमीटर पट्टी या तरंग भी कहा जाता है, क्योंकि इसकी तरंगों की दैर्घ्य दस से एक हैक्टॉ मीटर होता है। (1,000 to 100 m).

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रेडियो तरंग

रेडियो और टेलीविजन प्रसारण के लिए प्रयुक्त ऐण्टेना रेडियो तरंगें (radio waves) वे विद्युत चुम्बकीय तरंगें हैं, जिनका तरंगदैर्घ्य १० सेण्टीमीटर से १०० किमी के बीच होता है। ये मानवनिर्मित भी होती हैं और प्राकृतिक भी। मानव की कोई इंद्रिय इन्हें पहचान नहीं सकती बल्कि ये किसी अन्य तकनीकी उपकरण (जैसे, रेडियो संग्राही) द्वारा पकड़ी एवं अनुभव की जातीं हैं। इनका प्रयोग मुख्यतः बिना तार के, वातावरण या बाहरी व्योम के द्वारा सूचना का आदान प्रदान या परिवहन में होता है। इन्हें अन्य विद्युत चुम्बकीय तरंगों से इनकी तरंग दैर्घ्य के अधार पर पृथक किया जाता है, जो अपेक्षाकृत अधिक लम्बी होती है। .

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गामा किरण

गामा किरण (γ-किरण) एक प्रकार का विद्युत चुम्बकीय विकिरण या फोटॉन हैं, जो परमाणु-नाभिक के रेडियोसक्रिय क्षय से उत्पन्न होता है। गामा किरणों के फोटॉनों की ऊर्जा अब तक प्रेक्षित अन्य सभी फोटॉनों की ऊर्जा से अधिक होती है। सन १९०० में फ्रांस के भौतिकशास्त्री पॉल विलार्ड ने इसकी खोज की थी जब वे रेडियम से निकलने वाले विकिरण का अध्ययन कर रहे थे। जब परमाणु का नाभिक एक उच्च ऊर्जा स्तर से निम्न ऊर्जा स्तर पर क्ष्यित होता है तो इस प्रक्रिया में गामा किरणें निकली हैं। इस प्रक्रिया को गामा-क्षय (gamma decay) कहा जाता है। अपने ऊँचे ऊर्जा स्तर के कारण, जैविक कोशिका द्वारा सोख लिए जाने पर अत्यंत नुकसान पहुँचा सकती हैं। .

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क्ष-किरण

एक्स-रे विद्युत चुम्बकीय वर्णक्रम का हिस्सा हैं। क्ष-विकिरण (एक्स-रे से निर्मित) विद्युत चुम्बकीय विकिरण का एक रूप है। एक्स-रे का तरंग दैर्घ्य 0.01 से 10 नैनोमीटर तक होता है, जिसकी आवृत्ति 30 पेटाहर्ट्ज़ से 30 एग्ज़ाहर्ट्ज़ (3 × 1016 हर्ट्ज़ से 3 × 1019 हर्ट्ज़ (Hz)) और ऊर्जा 120 इलेक्ट्रो वोल्ट से 120 किलो इलेक्ट्रो वोल्ट तक होती है। एक्स-रे का तरंग दैर्ध्य, पराबैंगनी किरणों से छोटा और गामा किरणों से लम्बा होता है। कई भाषाओं में, एक्स-विकिरण को विल्हेम कॉनराड रॉन्टगन के नाम पर रॉन्टगन विकिरण कहा जाता है, जिन्हें आम तौर पर इसके आविष्कारक होने का श्रेय दिया जाता है और जिन्होंने एक अज्ञात प्रकार के विकिरण को सूचित करने के लिए इसे एक्स-रे नाम दिया था।नॉवेलाइन, रॉबर्ट.

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अणु

साधारण चीनी का अणु - इसमें १२ कार्बन (काला रंग), २२ हाइड्रोजन (सफ़ेद रंग) और ११ आक्सीजन (लाल रंग) के परमाणु एक दुसरे से जुड़े हुए होते हैं अणु पदार्थ का वह छोटा कण है जो प्रकृति के स्वतंत्र अवस्था में पाया जाता है लेकिन रासायनिक प्रतिक्रिया में भाग नहीं ले सकता है। रसायन विज्ञान में अणु दो या दो से अधिक, एक ही प्रकार या अलग अलग प्रकार के परमाणुओं से मिलकर बना होता है। परमाणु मजबूत रसायनिक बंधन के कारण आपस में जुड़े रहते हैं और अणु का निर्माण करते हैं। अणु की संकल्पना ठोस, द्रव और गैस के लिये अलग अलग हो सकती है। अणु पदार्थ के सबसे छोटे भाग को कहते हैं। यह कथन गैसो के लिये ज्यादा उपयुक्त है। उदाहरण के लिये, ओक्सीजन गैस उसके स्वतन्त्र अणुओ का एक समूह है। द्रव और ठोस में अणु एक दूसरे से किसी ना किसी बन्धन में रह्ते है, इनका स्वतन्त्र अस्तित्व नहीं होता है। कई अणु एक दूसरे से जुडे होते है और एक अणु को अलग नहीं किया जा सकता है। अणु में कोई विद्युत आवेश नहीं होता है। अणु एक ही तत्व के परमाणु से मिलकर बने हो सकते हैं या अलग अलग तत्वों के परमाणु से मिलकर। .

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अति निम्न आवृत्ति (VLF)

A VLF receiving antenna at Palmer Station, Antarctica, operated by Stanford University अति निम्न आवृत्ति या VLF वे रेडियो आवृत्ति होती हैं, जो 3 किलोहर्ट्ज़ से 30 kHz के मध्य आती हैं। क्योंकि इसकी आवेष्ट विशदता (बैण्ड्आ विड्थ) बहुत अधिक नहीं होती, अतः सरलतम संकेत हेतु प्रयोग की जाती हैं, जैसे रेडियो नौवहन। इसे माइरियामीटर पट्टी या तरंग भी कहते हैं। इसकी दैर्घ्य दस से एक माइरियामीटर होता है। .

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अति उच्च आवृति

अति उच्च आवृति (VHF) वे रेडियो आवृत्ति होती हैं, जो 30 MHz से 300 MHz तक होती हैं। इसे मीट्आर बैण्ड या तरंग भी कहा जाता है क्योंकि इसकी तरंग दस से एक मीटर के दैर्घ्य की होती है। इसके एकदम नीचे की आवृत्तियाँ उच्चावृत्ति कहलाती हैं, व एकदम ऊपर की परा उच्च आवृति (UHF) कहलाती हैं। इसके सामान्य प्रयोग हैं एफ एम रेडियो जो कि 88–108 MHz तक होता है। दूरदर्शन प्रसारण (परा उच्च आवृति के साथ)। पार्थिव नैविगेशन (VOR), सागरीय संचार, एवं हवाई यातायात संचार। आवृति, अति उच्च आवृति, अति उच्च आवृति, अति उच्च आवृति, अति उच्च श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अत्यधिक निम्न आवृत्ति (ELF)

अत्यधिक निम्न आवृत्ति (ELF) वह आवृत्तियों की पट्टी होती है, जिसमें 3 से 30 हर्ट्ज़ की आवृत्तियाँ आती हैं। यह संयुक्त राज्य अमेरिका एवं रूस द्वारा पनडुब्बियों से संचार हेतु प्रयोग होता था। आवृत्ति, अत्यधिक निम्न आवृत्ति, अत्यधिक निम्न आवृत्ति, अत्यधिक निम्न आवृत्ति, अत्यधिक निम्न श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अत्यधिक उच्चावृत्ति (EHF)

अत्यधिक उच्चावृत्ति रेडियो आवृत्ति पट्टी में स्थित सर्वाधिक रेडियो आवृत्ति है। इसका रेंज है 30 to 300 गीगा हर्ट्ज़, जिसके ऊपर के विद्युत चुम्बकीय विकिरण को अधोरक्त प्रकाश कहा जाता है, जिसे टैरा हर्ट्ज़ विकिरण भी कहते हैं। इस पट्टी का तरंग दैर्घ्य दस से एक मिलिमीटर होता है, नो कि इस का मिलिमीटर बैण्ड नामकरण करता है जिसे लघु रूप में MMW or mmW भी कहते हैं उच्चावृत्ति, अत्यधिक उच्चावृत्ति, अत्यधिक उच्चावृत्ति, अत्यधिक उच्चावृत्ति, अत्यधिक श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अवरक्त

दो व्यक्तियों की मध्य अधोरक्त (तापीय) प्रकाश में छाया चित्र अवरक्त किरणें, अधोरक्त किरणें या इन्फ़्रारेड वह विद्युत चुम्बकीय विकिरण है जिसका तरंग दैर्घ्य (वेवलेन्थ) प्रत्यक्ष प्रकाश से बड़ा हो एवं सूक्ष्म तरंग से कम हो। इसका नाम 'अधोरक्त' इसलिए है क्योंकि विद्युत चुम्बकीय तरंग के वर्णक्रम (स्पेक्ट्रम) में यह मानव द्वारा दर्शन योग्य लाल वर्ण से नीचे (या अध) होती है। इसका तरंग दैर्घ्य 750 nm and 1 mm के बीच होता है। सामान्य शारिरिक तापमान पर मानव शरीर 10 माइक्रॉन की अधोरक्त तरंग प्रकाशित कर सकता है। .

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उच्चावृत्ति (HF)

उच्चावृत्ति (HF) वे रेडियो तरंग होती हैं, जो 3 से 30 MHz के मध्य होती हैं। इसे डैकामीटर पट्टी भी कहते हैं, क्रोंकि इनकी तरंग एक से दस डैकामीटर की दैर्घ्य की होती है। लघु तरंग (2.310 - 25.820 MHz) पट्टी इसे कुछ आच्छादित करती है, एवं HF से कुछ ही कम होती है। क्योंकि ये आयनोस्फेयर प्रायं इन्हें परावर्तित करता है, अतः ये लम्बी दूरी के पार्थिव/ कटिबंधीय संचार हेतु प्रयोग होती हैं। वर्णक्रम के इस भाग की अनुकूलता कई अन्य जटिल कारकों पर निर्भर करती है।.

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

विद्युत चुम्बकीय वर्णक्रम, विद्युतचुम्बकीय वर्णक्रम, विद्युत्चुम्बकीय स्पेक्ट्रम

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