12 संबंधों: नर्मदा नदी, पशु चिकित्सा विज्ञान, प्रतीच्य चालुक्य, बिल्हण, मिताक्षरा, संस्कृत भाषा, सोमेश्वर द्वितीय, हिन्दू विधि, विज्ञानेश्वर, कन्नड़ भाषा, कावेरी नदी, अभिलेख।
नर्मदा नदी
'''नर्मदा''' और भारत की अन्य नदियाँ नर्मदा नदी का प्रवाह क्षेत्र नर्मदा, जिसे रेवा के नाम से भी जाना जाता है, मध्य भारत की एक नदी और भारतीय उपमहाद्वीप की पांचवीं सबसे लंबी नदी है। यह गोदावरी नदी और कृष्णा नदी के बाद भारत के अंदर बहने वाली तीसरी सबसे लंबी नदी है। मध्य प्रदेश राज्य में इसके विशाल योगदान के कारण इसे "मध्य प्रदेश की जीवन रेखा" भी कहा जाता है। यह उत्तर और दक्षिण भारत के बीच एक पारंपरिक सीमा की तरह कार्य करती है। यह अपने उद्गम से पश्चिम की ओर 1,221 किमी (815.2 मील) चल कर खंभात की खाड़ी, अरब सागर में जा मिलती है। नर्मदा मध्य भारत के मध्य प्रदेश और गुजरात राज्य में बहने वाली एक प्रमुख नदी है। महाकाल पर्वत के अमरकण्टक शिखर से नर्मदा नदी की उत्पत्ति हुई है। इसकी लम्बाई प्रायः 1310 किलोमीटर है। यह नदी पश्चिम की तरफ जाकर खम्बात की खाड़ी में गिरती है। इस नदी के किनारे बसा शहर जबलपुर उल्लेखनीय है। इस नदी के मुहाने पर डेल्टा नहीं है। जबलपुर के निकट भेड़ाघाट का नर्मदा जलप्रपात काफी प्रसिद्ध है। इस नदी के किनारे अमरकंटक, नेमावर, गुरुकृपा आश्रम झीकोली, शुक्लतीर्थ आदि प्रसिद्ध तीर्थस्थान हैं जहाँ काफी दूर-दूर से यात्री आते रहते हैं। नर्मदा नदी को ही उत्तरी और दक्षिणी भारत की सीमारेखा माना जाता है। .
नई!!: विक्रमादित्य ६ और नर्मदा नदी · और देखें »
पशु चिकित्सा विज्ञान
एक गधे के घाव को साफ करने का तरीका सिखाते हुए पशु-तकनीशियन पशु-चिकित्सा-विज्ञान (Veterinary medicine) में मनुष्येतर जीवों की शरीररचना (anatomy), शरीरक्रिया (physiology), विकृतिविज्ञान (pathology), भेषज (medicine) तथा शल्यकर्म (surgery) का अध्ययन होता है। पशुपालन शब्द से साधारणतया स्वस्थ पशुओं के वैज्ञानिक ढंग से आहार, पोषण, प्रजनन, एवं प्रबंध का बोध होता है। पाश्चात्य देशों में पशुपालन एवं पशुचिकित्सा दोनों भिन्न-भिन्न माने गए हैं पर भारत में ये दोनों एक दूसरे के सूचक समझे जाते हैं। .
नई!!: विक्रमादित्य ६ और पशु चिकित्सा विज्ञान · और देखें »
प्रतीच्य चालुक्य
प्रतीच्य चालुक्य पश्चिमी भारत का राजवंश था जिसने २१६ वर्ष राज किया। प्रतीच्य चालुक्य, c. 1121.
नई!!: विक्रमादित्य ६ और प्रतीच्य चालुक्य · और देखें »
बिल्हण
बिल्हण, ग्यारहवीं शताब्दी के कश्मीर के प्रसिद्ध कवि थे जिनकी रचना.
नई!!: विक्रमादित्य ६ और बिल्हण · और देखें »
मिताक्षरा
मिताक्षरा याज्ञवल्क्य स्मृति पर विज्ञानेश्वर की टीका है जिसकी रचना 11वीं शताब्दी में हुई। यह ग्रन्थ 'जन्मना उत्तराधिकार' (inheritance by birth) के सिद्धान्त के लिए प्रसिद्ध है। हिंदू उत्तराधिकार संबंधी भारतीय कानून को लागू करने के लिए मुख्य रूप से दो मान्यताओं को माना जाता है- पहला है दायभाग स्कूल, जो बंगाल और असम में लागू है। दूसरा है मिताक्षरा, जो शेष भारत में मान्य है। मिताक्षरा के अनुसार, प्रत्येक व्यक्ति को जन्म से ही अपने पिता की संयुक्त परिवार सम्पत्ति में हिस्सेदारी हासिल हो जाती है। इसमें 2005 में कानून में हुए संशोधन के बाद लड़कियों को भी शामिल किया गया। .
नई!!: विक्रमादित्य ६ और मिताक्षरा · और देखें »
संस्कृत भाषा
संस्कृत (संस्कृतम्) भारतीय उपमहाद्वीप की एक शास्त्रीय भाषा है। इसे देववाणी अथवा सुरभारती भी कहा जाता है। यह विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है। संस्कृत एक हिंद-आर्य भाषा हैं जो हिंद-यूरोपीय भाषा परिवार का एक शाखा हैं। आधुनिक भारतीय भाषाएँ जैसे, हिंदी, मराठी, सिन्धी, पंजाबी, नेपाली, आदि इसी से उत्पन्न हुई हैं। इन सभी भाषाओं में यूरोपीय बंजारों की रोमानी भाषा भी शामिल है। संस्कृत में वैदिक धर्म से संबंधित लगभग सभी धर्मग्रंथ लिखे गये हैं। बौद्ध धर्म (विशेषकर महायान) तथा जैन मत के भी कई महत्त्वपूर्ण ग्रंथ संस्कृत में लिखे गये हैं। आज भी हिंदू धर्म के अधिकतर यज्ञ और पूजा संस्कृत में ही होती हैं। .
नई!!: विक्रमादित्य ६ और संस्कृत भाषा · और देखें »
सोमेश्वर द्वितीय
सोमेश्वर द्वितीय (तराज्यकाल 1068 – 1076 ई.), सोमेश्वर प्रथम का सबसे बड़ा पुत्र तथा पश्चिमी चालुक्य राजवंश का शासक था। अपने पिता बाद वह गद्दी पर बैठा। अपने पिता के शासनकाल में वह गडग के आसपास के क्षेत्रों का प्रशासन देखता था। अपने शासनकाल में वह अपने छोटे भाई विक्रमादित्य षष्ठ से लगातार चुनौती पाता रहा जो अत्यन्त महत्वाकांक्षी था। अन्ततः विक्रमादित्य ने १०७६ ई में उसे पराजित कर शासन अपने हाथ में ले लिया। श्रेणी:भारत के शासक.
नई!!: विक्रमादित्य ६ और सोमेश्वर द्वितीय · और देखें »
हिन्दू विधि
हिन्दू विधि (Hindu Law) जिन व्यक्तियो पर लागू होती है, उन्हे हम तीन मुख्य प्रवर्गो मे बाट सकते है:-.
नई!!: विक्रमादित्य ६ और हिन्दू विधि · और देखें »
विज्ञानेश्वर
विज्ञानेश्वर १२वीं शताब्दी में भारत के महत्वपूर्ण धर्मशास्त्री (jurist) थे। उनके द्वारा रचित मिताक्षरा टीका हिन्दू विधि का सर्वप्रमुख ग्रन्थ है। विज्ञानेश्वर का जन्म वर्तमान समय के कर्नाटक में गुलबर्ग के निकट मर्तूर ग्राम में हुआ था। वे वे विक्रमादित्य चतुर्थ (1076-1126) के राजसभासद थे। .
नई!!: विक्रमादित्य ६ और विज्ञानेश्वर · और देखें »
कन्नड़ भाषा
कन्नड़ (ಕನ್ನಡ) भारत के कर्नाटक राज्य में बोली जानेवाली भाषा तथा कर्नाटक की राजभाषा है। यह भारत की उन २२ भाषाओं में से एक है जो भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में साम्मिलित हैं। name.
नई!!: विक्रमादित्य ६ और कन्नड़ भाषा · और देखें »
कावेरी नदी
पश्चिमी घाट में. कावेरी कर्नाटक तथा उत्तरी तमिलनाडु में बहनेवाली एक सदानीरा नदी है। यह पश्चिमी घाट के पर्वत ब्रह्मगिरीसे निकली है। इसकी लम्बाई प्रायः 800 किलोमीटर है। दक्षिण पूर्व में प्रवाहित होकर कावेरी नदी बंगाल की खाड़ी में मिली है। सिमसा, हिमावती,भवानी इसकी उपनदियाँ है। कावेरी नदी के किनारे बसा हुआ शहर तिरुचिरापल्ली हिन्दुओं का प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है। कावेरी नदी के डेल्टा पर अच्छी खेती होती है। इसके पानी को लेकर दोनो राज्यों में विवाद है। इस विवाद को लोग कावेरी जल विवाद कहते हैं। कावेरी नदी पर तमिलनाडु में होगेनक्कल जलप्रपात तथा कर्नाटक राज्य में भारचुक्की और बालमुरी जलप्रपात अवस्थित है। .
नई!!: विक्रमादित्य ६ और कावेरी नदी · और देखें »
अभिलेख
कंधार स्थित सम्राट अशोक के द्वारा उत्कीर्ण एक पाषाण अभिलेख अभिलेख पत्थर अथवा धातु जैसी अपेक्षाकृत कठोर सतहों पर उत्कीर्ण किये गये पाठन सामाग्री को कहते है। प्राचीन काल से इसका उपयोग हो रहा है। शासको के द्वारा अपने आदेशो को इस तरह उत्कीर्ण करवाते थे, ताकि लोग उन्हे देख सके एवं पढ़ सके और पालन कर सके। आधुनिक युग मे भी इसका उपयोग हो रहा है। .
नई!!: विक्रमादित्य ६ और अभिलेख · और देखें »