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लाइकेन

सूची लाइकेन

लाइकेन से आच्छादित वृक्ष लाइकेन (Lichen) निम्न श्रेणी की ऐसी छोटी वनस्पतियों का एक समूह है, जो विभिन्न प्रकार के आधारों पर उगे हुए पाए जाते हैं। इन आधारों में वृक्षों की पत्तियाँ एवं छाल, प्राचीन दीवारें, भूतल, चट्टान और शिलाएँ मुख्य हैं। यद्यपि ये अधिकतर धवल रंग के होते हैं, तथापि लाल, नारंगी, बैंगनी, नीले एवं भूरे तथा अन्य चित्ताकर्षक रंगों के लाइकेन भी पाए जाते हैं। इनकी वृद्धि की गति मंद होती है एंव इनके आकार और बनावट में भी पर्याप्त भिन्नता रहती है। .

2 संबंधों: टैनिन, अधिपादप

टैनिन

टैनिन का पाउडर वनस्पतियों से प्राप्त उन पदार्थों को टैनिन (Tannin) कहते हैं जो चमड़े के कमाने में प्रयुक्त होते हैं। रसायनत: ये विभिन्न प्रकार के होते हैं। विभिन्न स्रोतों से प्राप्त टेनिन के नाम विभिन्न हैं। एक स्रोत रस इमिआलाटा (Rhus emialata) से प्राप्त टैनिन को "चीनी टैनिन" दूसरे स्रोत क्वर्कस इन्फेक्टोनियस (Quercus infectonius) से प्राप्त "टैनिनका टर्की टैनिन" बंजुल से प्राप्त टैनिन को "बंजुल टैनिन" तथा किनो से प्राप्त टैनिन को "किनो टैनिन" कहते हैं। टैनिन में टैनिक अम्ल, गैलिक अम्ल, इलेगिक अम्ल आदि अम्ल रहते हैं .

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अधिपादप

अधिपादप वे पौधे होते हैं, जो आश्रय के लिये वृक्षों पर निर्भर होते हैं लेकिन परजीवी नहीं होते। ये वृक्षों के तने, शाखाएं, दरारों, कोटरों, छाल आदि में उपस्थित मिट्टी में उपज जाते हैं व उसी में अपनी जड़ें चिपका कर रखते हैं। कई किस्मों में तो वायवीय जड़ें भी पायी जाती हैं जिनमें वेलामेन ऊतक होते हैं। ये ऊतक वायु से भी नमी अवशोषित कर लेते हैं। ये पौधे उसी वृक्ष से नमी एवं पोषण खींचते हैं। इसके अलावा वर्षा, वायु या आसपास एकत्रित जैव मलबे से भी पोषण लेते हैं। ये अधिपादप पोषण चक्र का भाग होते हैं और जिस का भाग होते हैं, उस पारिस्थितिकी की विविधता एवं बायोमास, दोनों में ही योगदान देते हैं। ये कई प्रजातियों के लिये खाद्य का महत्त्वपूर्ण स्रोत भी होते हैं। वृक्षों के विशेषकर पुराने भागों पर अधिक अधिपादप पाये जाते हैं। .

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