लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
डाउनलोड
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

लांबिक फलन

सूची लांबिक फलन

गणित में दो फलन f तथा g परस्पर लम्बकोणीय (orthogonal) कहलाते हैं यदि उनका आन्तरिक गुणनफल (inner product) \langle f,g\rangle सभी f ≠ g के लिए शून्य हो। आन्तरिक गुणफल की परिभाषा भी सन्दर्भ के साथ बदलती रहती है। तथापि आन्तरिक गुणफल की निम्नलिखित परिभाषा दे सकते हैं: इसमें समाकलन की सीमा समुचित रूप से ली जा सकती है। यहाँ 'तारांकित f' का अर्थ f के समिश्र युग्म से है।; कुछ उदाहरण.

5 संबंधों: फलन, लांबिक बहुपद, लजान्द्र बहुपद, ज्या, गणित

फलन

''X'' के किसी सदस्य का ''Y'' के केवल एक सदस्य से सम्बन्ध हो तो वह फलन है अन्यथा नहीं। ''Y''' के कुछ सदस्यों का '''X''' के किसी भी सदस्य से सम्बन्ध '''न''' होने पर भी फलन परिभाषित है। गणित में जब कोई राशि का मान किसी एक या एकाधिक राशियों के मान पर निर्भर करता है तो इस संकल्पना को व्यक्त करने के लिये फलन (function) शब्द का प्रयोग किया जाता है। उदाहरण के लिये किसी ऋण पर चक्रवृद्धि ब्याज की राशि मूलधन, समय एवं ब्याज की दर पर निर्भर करती है; इसलिये गणित की भाषा में कह सकते हैं कि चक्रवृद्धि ब्याज, मूलधन, ब्याज की दर तथा समय का फलन है। स्पष्ट है कि किसी फलन के साथ दो प्रकार की राशियां सम्बन्धित होती हैं -.

नई!!: लांबिक फलन और फलन · और देखें »

लांबिक बहुपद

गणित में लाम्बिक बहुपद से तात्पर्य बहुपदों के ऐसे श्रेणी से है जिसके कोई भी दो बहुपद किसी आन्तरिक गुणफल के अधीन परस्पर लम्बकोणिक (आर्थोगोनल) हों। हर्माइट बहुपद, लजान्द्र बहुपद, जैकोबी बहुपद, चेबीसेव बहुपद आदि लाम्बिक बहुपद के उदाहरण हैं। श्रेणी:बहुपद.

नई!!: लांबिक फलन और लांबिक बहुपद · और देखें »

लजान्द्र बहुपद

गणित में लजान्द्र बहुपद (Legendre Polynomial) वे बहुपद हैं जो लजान्द्र के अवकल समीकण के हल हैं: यह नामकरण आद्रियें मारि लजान्द्र‎ के नाम पर किया गया है। ये बहुपद लांबिक फलन (आर्थोगोनल फलन) के सरलतम उदाहरण हैं। .

नई!!: लांबिक फलन और लजान्द्र बहुपद · और देखें »

ज्या

समकोण त्रिभुज में किसी कोण की ज्या उस कोण के सामने की भुजा और कर्ण के अनुपात के बराबर होती है। गणित में ज्या (Sine), एक त्रिकोणमितीय फलन का नाम है। समकोण त्रिभुज में का समकोण के अलावा एक कोण x है तो, उदाहरण के लिये, यदि कोण का मान डिग्री में हो तो, .

नई!!: लांबिक फलन और ज्या · और देखें »

गणित

पुणे में आर्यभट की मूर्ति ४७६-५५० गणित ऐसी विद्याओं का समूह है जो संख्याओं, मात्राओं, परिमाणों, रूपों और उनके आपसी रिश्तों, गुण, स्वभाव इत्यादि का अध्ययन करती हैं। गणित एक अमूर्त या निराकार (abstract) और निगमनात्मक प्रणाली है। गणित की कई शाखाएँ हैं: अंकगणित, रेखागणित, त्रिकोणमिति, सांख्यिकी, बीजगणित, कलन, इत्यादि। गणित में अभ्यस्त व्यक्ति या खोज करने वाले वैज्ञानिक को गणितज्ञ कहते हैं। बीसवीं शताब्दी के प्रख्यात ब्रिटिश गणितज्ञ और दार्शनिक बर्टेंड रसेल के अनुसार ‘‘गणित को एक ऐसे विषय के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जिसमें हम जानते ही नहीं कि हम क्या कह रहे हैं, न ही हमें यह पता होता है कि जो हम कह रहे हैं वह सत्य भी है या नहीं।’’ गणित कुछ अमूर्त धारणाओं एवं नियमों का संकलन मात्र ही नहीं है, बल्कि दैनंदिन जीवन का मूलाधार है। .

नई!!: लांबिक फलन और गणित · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »