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रेखाचित्र

सूची रेखाचित्र

एनीबल काराकी द्वारा चित्रित नग्न पुरुष, 16वीं सदी रेखाचित्र या 'आरेखण' (ड्राइंग) एक दृश्य कला है जो द्वि-आयामी साधन को चिह्नित करने के लिए किसी भी तरह के रेखाचित्र उपकरणों का उपयोग करता है। आम उपकरणों में शामिल है ग्रेफाइट पेंसिल, कलम और स्याही, स्याहीदार ब्रश, मोम की रंगीन पेंसिल, क्रेयोन, चारकोल, खड़िया, पैस्टल, मार्कर, स्टाइलस, या विभिन्न धातु सिल्वरपॉइंट। एक रेखाचित्र पर काम करने वाले कलाकार को नक्शानवीस या प्रारूपकार के रूप में उद्धृत किया जा सकता है। सामग्री की अल्प मात्रा एक द्वि-आयामी साधन पर डाली जाती है, जो एक गोचर निशान छोड़ती है - यह प्रक्रिया चित्रकारी के समान ही है। रेखाचित्र के लिए सबसे आम सहायक है कागज़, हालांकि अन्य सामग्री, जैसे गत्ता, प्लास्टिक, चमड़ा, कैनवास और बोर्ड का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। अस्थायी रेखाचित्रों को ब्लैकबोर्ड पर या व्हाईटबोर्ड पर या निस्संदेह लगभग हर चीज़ पर बनाया जा सकता है। यह माध्यम, स्थायी मार्कर की सुलभता के कारण भित्ति चित्रण के माध्यम से सार्वजनिक अभिव्यक्ति का एक लोकप्रिय साधन भी बन गया है। .

24 संबंधों: ऊतक, चमड़ा, चारकोल, चित्रण, चित्रकला, टैबलेट, डिजिटल, दृश्य कला, पाब्लो पिकासो, प्रागितिहास, पेंसिल, बंधक, माइकल एंजेलो, माउस, संरचना, खड़िया, गुफ़ा, ग्रेफाइट, आरेख, इंजीनियरी चित्रण, कार्टून, काग़ज़, अदृश्य स्याही, छाया

ऊतक

ऊतक (tissue) किसी जीव के शरीर में कोशिकाओं के ऐसे समूह को कहते हैं जिनकी उत्पत्ति एक समान हो तथा वे एक विशेष कार्य करती हो। अधिकांशतः ऊतको का आकार एंव आकृति एक समान होती है। परंतु कभी कभी कुछ उतकों के आकार एंव आकृति में असमानता पाई जाती है, मगर उनकी उत्पत्ति एंव कार्य समान ही होते हैं। कोशिकाएँ मिलकर ऊतक का निर्माण करती हैं। ऊतक के अध्ययन को ऊतक विज्ञान (Histology) के रूप में जाना जाता है। .

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चमड़ा

चमड़े के आधुनिक औजारचमड़ा जानवरों की खाल को कमा कर प्राप्त की गयी एक सामग्री है। कमाना या चर्मशोधन एक प्रक्रिया है जो पूयकारी खाल को एक टिकाऊ और विभिन्न प्रयोगों मे आने वाली सामग्री में परिवर्तित कर देती है। चमड़ा बनाने में मुख्यतः गाय और भैंस की खाल का प्रयोग किया जाता है। लकड़ी और चमड़ा ही दो ऐसी सामग्री हैं जो अधिसंख्य प्राचीन तकनीकों का आधार हैं। चमड़ा उद्योग और लोम उद्योग अलग अलग उद्योग हैं और उनकी यह भिन्नता उनके द्वारा प्रयुक्त कच्चे माल के महत्व से पता चलती है। जहां चमड़ा उद्योग का कच्चा माल मांस उद्योग का एक उपोत्पाद है वहीं लोम चर्म उद्योग में लोम की मांस से अधिक महत्वता है। चर्मप्रसाधन भी जानवरों की खालों का इस्तेमाल करता है, लेकिन इसमें आमतौर पर सिर और पीठ का हिस्सा ही प्रयोग में आता है। चर्म और खाल से गोंद और सरेस (जिलेटिन) का उत्पादन भी किया जाता है। .

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चारकोल

चारकोल लकड़ी का कोयला, या काठकोयला या चारकोल (Charcoal) काला-भूरा, सछिद्र, ठोस पदार्थ है जो लकड़ी, हड्डी आदि को आक्सीजन की अनुपस्थिति में गरम करके उसमें से जल एवं अन्य वाष्शील पदार्थों को निकालकर बनाया जाता है। इस क्रिया को "उष्माविघटन" (Pyrolysis) कहते हैं। चारकोल में कार्बन की उच्च मात्रा (लगभग ८०%) होती है। यह लकड़ी को ४०० °C से 700 °C तक हवा की अनुपस्थिति में गरम करके बनाया जाता है। इसका कैलोरीजनन मान (calorific value) 29,000 से 35,000 kJ/kg के बीच होता है जो कि लकड़ी के कैलोरीजनन मान (12,000 से 21,000 kJ/kg) से बहुत अधिक है। चारकोल का उपयोग धातुकर्म में ईंधन के रूप में, औद्योगिक ईंधन के रूप में, खाने बनाने के इंधन के रूप में, बारूद निर्माण के लिये, शुद्धीकरण और फिल्तरण के लिए, कलाकारी, चिकित्सा, आदि के लिये किया जाता है। .

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चित्रण

जेस्सी विकॉक्स स्मिथ के चित्रण. चित्रण रेखांकन, चित्रकारी, छायांकन या कला के अन्य कार्यों के रूप में प्रस्तुत प्रदर्शित मानसदर्शन का एक रूप है, जिसे ग्राफ़िक रूप से दृश्य प्रस्तुति देकर ऐन्द्रिक जानकारी (जैसे कहानी, कविता या समाचारपत्र लेख) की स्पष्ट व्याख्या करने या निर्धारित करने के लिए बनाया जाता है। .

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चित्रकला

राजा रवि वर्मा कृत 'संगीकार दीर्घा' (गैलेक्सी ऑफ म्यूजिसियन्स) चित्रकला एक द्विविमीय (two-dimensional) कला है। भारत में चित्रकला का एक प्राचीन स्रोत विष्णुधर्मोत्तर पुराण है। .

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टैबलेट

सामान्य डिस्क के आकार की गोलियां टैबलेट औषधीय खुराक का एक रूप है। यह आम तौर पर पाउडर के रूप में मौजूद क्रियाशील पदार्थों एवं अनुद्रव्यों (निष्क्रिय पदार्थों) के मिश्रण से मिलकर बना होता है, जिन्हें एक पाउडर से संपीड़ित या दबाकर एक ठोस खुराक में बदला जाता है। कुशलतापूर्वक टैबलेट बनाने के लिए अनुद्रव्यों (निष्क्रिय पदार्थों) में तनूकर (डाईल्युएंट), बंधक या ग्रेंयुलेटिंग एजेंट, पाउडर की प्रवाह क्षमता को बढ़ाने वाले पदार्थ (गलाईडेंट) एवं स्नेहक (लुब्रिकेंट) शामिल हो सकते हैं; पाचन नली में टैबलेट के खंडन को बढ़ावा देने के लिए विघटक; स्वाद में वृद्धि करने के लिए मधुरक या सुगंधि; एवं टैबलेट को देखने में आकर्षक बनाने के लिए रंग शामिल हो सकते हैं। टैबलेट को अधिक चिकना और निगलने में अधिक आसान बनाने, सक्रिय अवयव के स्रावित होने की दर को नियंत्रित करने, इसे पर्यावरण के प्रति अधिक प्रतिरोधी बनाने (इसकी शेल्फ लाइफ को बढ़ाने) या टैबलेट को आकर्षक बनाने के लिए अक्सर एक बहुलक का लेप (पॉलिमर कोटिंग) लगाया जाता है। संकुचित टैबलेट आज प्रयोग में आने वाली सबसे लोकप्रिय खुराक है। लगभग दो-तिहाई नुस्खों को ठोस खुराक के रूप में निर्दिष्ट किया जाता है और इनमें से आधे संकुचित टैबलेट के रूप में होते हैं। एक टैबलेट को किसी विशिष्ट परिस्थिति में सही मात्रा में देने के लिए तैयार किया जा सकता है; इसे आम तौर पर मौखिक रूप से लिया जाता है लेकिन इसे जिह्वा के नीचे, गाल के भीतर, मलाशय मार्ग या योनिमार्ग से भी लिया जा सकता है। टैबलेट, मौखिक औषधि के कई रूपों में से एक है, जैसे कि सीरप, एलिग्जिर, सस्पेंशन एवं एमल्शन.

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डिजिटल

डिजिटल (Digital) -अंकीय (अंकों के संकलन के कारण), कुंजीय (कुंजियों KEY के द्वारा प्रतिपादित होने के कारण), सांख्यिकीय (संख्याओं यानी अंको की समूह गणनाओं के कारण) डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स की एक शाखा है जिसमें विद्युत संकेत अंकीय होते हैं। अंकीय संकेत बहुत तरह के हो सकते हैं किन्तु बाइनरी डिजिटल संकेत सबसे अधिक उपयोग में आते हैं। शून्य/एक, ऑन/ऑफ, हाँ/नहीं, लो/हाई आदि बाइनरी संकेतों के कुछ उदाहरण हैं। जबसे एकीकृत परिपथों (इन्टीग्रेटेड सर्किट) का प्रादुर्भाव हुआ है और एक छोटी सी चिप में लाखों करोंड़ों इलेक्ट्रॉनिक युक्तियाँ भरी जाने लगीं हैं तब से डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक बहुत महत्वपूर्ण हो गयी है। आधुनिक व्यक्तिगत कम्प्यूटर (पीसी) तथा सेल-फोन, डिजिटल कैमरा आदि डिजिटल इलेक्ट्रॉनिकी की देन हैं।.

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दृश्य कला

दृश्य कला (visual arts), कला का वह रूप है जो मुख्यत: 'दृश्य' (visual) प्रकृति की होती हैं। जैसे - रेखाचित्र (ड्राइंग), चित्रकला, मूर्तिकला, वास्तुकला (architecture), फोटोग्राफी, विडियो, चलचित्र आदि। किन्तु आजकल दृष्यकला में ललित कलाएँ तथा हस्तकलाएँ शामिल मानी जातीं हैं। .

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पाब्लो पिकासो

पाब्लो पिकासो पाब्लो पिकासो (1881-1973) स्पेन के महान चित्रकार थे। वे बीसवीं शताब्दी के सबसे अधिक चर्चित, विवादास्पद और समृद्ध कलाकार थे। उन्होंने तीक्ष्ण रेखाओं का प्रयोग करके घनवाद को जन्म दिया। पिकासो की कलाकृतियां मानव वेदना का जीवित दस्तावेज हैं। .

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प्रागितिहास

आज से लगभग २७,००० साल पहले फ़्रान्स की एक गुफ़ा में एक प्रागैतिहासिक मानव ने अपने हाथ के इर्दगिर्द कालख लगाकर यह छाप छोड़ी प्रागैतिहासिक (Prehistory) इतिहास के उस काल को कहा जाता है जब मानव तो अस्तित्व में थे लेकिन जब लिखाई का आविष्कार न होने से उस काल का कोई लिखित वर्णन नहीं है।, Chris Gosden, pp.

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पेंसिल

पेंसिल लिखने या चित्र बनाने के काम आती है। इसमें एक आसानी से सरकने वाली पतली छड़ होती है जो प्राय: ग्रेफाइट की बनी होती है जो कागज पर घिसकर अपने रंग के अनुरूप एक निशान छोड़ जाती है। बाज़ार में कई प्रकार के पेंसिल उप्लब्ध हैं जैसे 6H,2B,HB ईत्यादी। HB में H का hard एवं B का मतलब black से होता है। The Wikipede edits ''पेंसिल''. .

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बंधक

संपत्ति अंतरण अधिनियम 1982 की धारा 58(a) में बंधक (Mortgage) को परिभाषित किया गया है I जिसके अनुसार बंधक का तात्पर्य किसी ऋण के रूप में अग्रिम तौर पर ली गई या ली जाने वाली राशी अथवा कोई विधमान या भविष्य ऋण अथवा किसी कार्य व्यवहार से उत्पन्न आर्थिक देनदारियों के दायित्व के भुगतान की सुरक्षा के उद्देश्य के लिए किसी विनिर्दिष्ट अचल संपत्ति में हित के अंतरण से हैं I बंधक के प्रकार: १) साधारण बंधक - जहॉ बंधककर्त्ता बंधक रखी हुई सम्पत्ति का कब्जा दिये बिना स्वयं को व्यक्तिगत रूप से बंधक राशि के भुगतान के लिए बाध्य करता है, और स्पष्ट रूप से अथवा निहित रूप से सहमति देता है कि उसकी संविदा के अनुसार भुगतान करने के असफल होने की स्थिति में, बंधकगृहीता को बंधक राशि के भुगतान हेतू, जैसा भी आवश्यक हो, बंधक की गई सम्पत्ति को विक्रय करने का अधिकार होगा और विक्रय प्रक्रिया लागू होगी, ऐसे बंधक को साधारण बंधक के नाम से जाना जाता हैं। बंधक, एक व्यक्ति या अन्य कोई चीज़ है जो दो जुझारू पार्टियों में से एक द्वारा किसी समझौते को करने या युद्ध के खिलाफ एक निवारक उपाय के रूप में अपनी सुरक्षा के रूप में जब्त कर ली जाती/जाता है। .

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माइकल एंजेलो

फ्लोरेंस स्थित माइकल एंजेलो की मूर्ति माइकल एंजेलो (माइकल एंजेलो डि लोडोविको बुआना रोत्ती, १४७५-१५३४) एक इतालवी मूर्तिकार, चित्रकार, वास्तुकार और उच्च पुनर्जागरण युग के कवि थे जो फ्लोरेंस गणराज्य में पैदा हुए थे। उन्हौने पश्चिमी कला के विकास पर एक अद्वितीय प्रभाव डाला था। उन्हें उनके जीवनकाल के दौरान सबसे महान जीवित कलाकार माना जाता था, उसके बाद से उन्हें सर्वकालीन महानतम कलाकारों में से एक के रूप में वर्णित किया गया है। उनकी कई विषयों मे बहुमुखी प्रतिभा बहुत उच्च स्तर की मानी जाती है, इसी कारण कला के क्षेत्र के बाहर कुछ ही प्रभाव होने पर भी वह अक्सर अपने प्रतिद्वंद्वी व साथी फ्लोरेंटाइन मेडिसि हितधारक, लियोनार्डो दा विंची, के साथ पुनर्जागरण युगी विचारकों के प्रमुख उदाहरण माने जाते है। माइकल एंजेलो की चित्रकला, मूर्तिकला और वास्तुकला के क्षेत्रों मे कई कृतियां विश्व की प्रसिद्धतम रचनाओं मे गिनी जाती है। अपनी रुची के हर क्षेत्र में उनका योगदान विलक्षण था; बचा हुआ पत्राचार, नमूने, और संस्मरणो की संख्या को देखते हुए, वह १६ वीं शताब्दी के सर्वश्रेष्ठ प्रलेखित कलाकार माने जाते है। उन्हौने अपने दो सबसे प्रसिद्ध कार्यों, पिएटा और डेविड को, तीस वर्ष की आयु से पहले रूप दिया। चित्रकला को कम महत्व का मानने के बावजूद, माइकल एंजेलो ने पश्चिमी कला के इतिहास में दो सबसे प्रभावशाली भित्तिचित्रों का निर्माण किया: रोम में सिस्टिन चैपल की छत पर 'जेनेसीस' के दृश्य, और उसकी वेदी की दीवार पर 'दी लास्ट जजमेंट'। एक वास्तुकार के रूप में, माइकल एंजेलो ने लॉरेनटियन पुस्तकालय में मेनेरनिस्ट शैली का नेतृत्व किया। ७४ साल की उम्र में, वह "सेंट पिटर्स बेसीलीस्क" के वास्तुकार के रूप में एंटोनियो दा संगलो द यंगर के उत्तराधिकारी बने। माइकल एंजेलो ने इस योजना को परिवर्तित कर दिया तथा पश्चिमी अंत उनके प्रारूप के रूप के अनुसार निर्मीत हो गया। गुंबद भी उनकी मृत्यु के बाद कुछ संशोधन के साथ निर्मीत हो गया। माइकल एंजेलो पहले पश्चिमी कलाकार थे जिसकी जीवनी उनके जीवनकाल में ही प्रकाशित हुई। वास्तव में, उनके जीवनकाल में दो उनकी जीवनीयां प्रकाशित हुईं; उनमें से एक, जियोर्जियो वसारी द्वारा लिखी गयी मे प्रस्ताव दिया गया था कि मिकेलांजेलो का कार्य किसी भी अन्य मृत या जिवीत कलाकार से परे है और "केवल एक ही कला में नहीं बल्कि सभी तीनों में श्रेष्ठ" है। अपने जीवनकाल में,माइकल एंजेलो को अक्सर "अल डिविनो" (दिव्य व्यक्ति) कहा जाता था। बाद के कलाकारों द्वारा माइकल एंजेलो की भावनात्मक और अत्यधिक व्यक्तिगत शैली की अनुकरण करने की कोशिश ने मेनेरनिस्म, उच्च पुनर्जागरण के बाद पश्चिमी कला में अगले प्रमुख आंदोलन,को जन्म दिया। .

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माउस

माउस की भीतरी संरचना 'माउस' संगणकों में इस्तेमाल होने वाला एक इनपुट उपकरण है। यह कर्सर को चलाकर पटल के वांछित स्थान पर उसे ले जाने तथा इसका नोद्य (बटन) दबाकर उचित विकल्प चुनने में मदद करता है। यह एक छोटा सा यन्त्र है जो कड़े समतल सतह पर हथेली में पकड़कर चलाया जा सकता है। इसमें कम से कम एक नोद्य (बटन) लगा रहता है और कभी-कभी तीन से पाँच नोद्य (बटन) तक लगे रहते हैं। इसमे साधारणत: दो नोद्य तथा पटल (स्क्रीन) पर कर्सर (वैकल्पिक पेंसिल) उपर नीचे ले जाने के लिए एक गोलाकार नोद्य होता है। यह विशेषकर चियोसा (ग्राफिकल यूज़र इन्टरफेस) के लिए महत्वपूर्ण है। .

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संरचना

संरचना किसी स्थूल अथवा सूक्ष्म तत्व या वस्तु की रचना में परिलक्षित होने वाले प्रतिरूप को कहते हैं। श्रेणी:संरचना.

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खड़िया

खड़िया (Chalk) एक चिकनी, सफेद एवं सछिद्र (porous) अवसादी शैल (sedimentary rock) है। यह चूने के पत्थर का एक रूप है जो खनिज कैल्साइट से बना होता है। .

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गुफ़ा

अमेरिका के न्यू मेक्सिको राज्य में स्थित लेचुगुइया गुफ़ा गुफ़ा गुफ़ा धरती में ऐसे भूमिगत (ज़मीन से नीचे के) स्थल को कहते हैं जो इतना बड़ा हो कि कोई व्यक्ति उसमें प्रवेश कर सके।, Stephen Kramer, First Avenue Editions, 1995, ISBN 978-0-87614-896-9 अगर ऐसा कोई स्थान इतना छोटा हो कि उसमें केवल एक छोटा जानवर ही प्रवेश कर पाए तो उसे आम तौर से हिन्दी में गुफ़ा की बजाए 'बिल' कहा जाता है। यह संभव है कि कोई गुफ़ा समुद्र के पानी के अन्दर भी हो - ऐसी गुफ़ाओं को समुद्री गुफ़ा कहा जाता है।, Sir Monier Monier-Williams, Motilal Banarsidass Publ., 2005, ISBN 978-81-208-3105-6 ---> .

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ग्रेफाइट

ग्रेफाइट ग्रेफाइट कार्बन का एक बहुरूप है। काले भूरे रंग का यह अधातु सिंहल, साइबेरिया, अमेरिका के केलिफोर्निया, कोरिया, न्यूजीलैण्ड तथा इटली में पाया जाता है। इसमें एक विशेष प्रकार की चमक पायी जाती है एवं यह विद्युत तथा ताप का सुचालक होता है। इसका आपेक्षिक घनत्व 2.25 है। यह 7000C पर जलकर कार्बन डाई-आक्साइड बनाता है। .

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आरेख

विकिपीडिया में नया लेख जोड़ने की निर्णय प्रक्रिया को व्यक्त करता फ्लोचार्ट किसी सूचना का किसी दृष्य-तकनीक के अनुसार द्विविमीय (2D) ज्यामिति में सांकेतिक अभिव्यक्ति संरेखी, या आरेख (diagram) कहलाता है। कभी-कभी इसे ग्राफ नाम से भी पुकारते हैं। आरेख वह चित्र है जिसके विभिन्न भागों के परस्पर सम्बन्ध आरेख से निरूपित वस्तुओं के परस्पर सम्बन्ध को स्पष्ट करते हैं तथा उन सम्बन्धों को जो चित्र से आरेखी रीति से अभिव्यक्त नहीं होते, चित्र में अंकित संख्याओं अथवा अन्य प्रविष्टियों द्वारा दिखाते हैं। किसी आरेख का अभिप्राय उन मुख्य सम्बन्धों को नेत्रों के समक्ष स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करना है जिनपर ध्यान आकर्षित करना हो और कभी-कभी आरेख से अभिव्यक्त वस्तु से सम्बन्धित कुछ महत्वपूर्ण राशियों के यथार्थ संख्यात्मक मान को, चित्र पर माप द्वारा, दिखाना है। .

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इंजीनियरी चित्रण

एक फायरस्टॉप प्रणाली के लिए तकनीकी ड्राइंग का प्रमाणीकरण सूचिबद्धता इंजीनियरिंग ड्राइंग, एक प्रकार की तकनीकी ड्राइंग है जिसे तकनीकी ड्राइंग शिक्षण के अन्दर बनाया जाता है और अभियांत्रिक वस्तुओं के लिए आवश्यकताओं को पूर्ण रूप से और स्पष्ट रूप से परिभाषित करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। .

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कार्टून

कार्टून (en:Cartoon) का अर्थ है कोई भी हास्य या मनोरंजक चित्र। कार्टून फ़िल्म एक चलचित्र (सिनेमा, या उसका हिस्सा) होता है, जो एक कार्टून-चित्रों के सिलसिले को लगातार फ़ोटोग्राफ़ी करके बनाया जाता है। हर चित्र अपने पिछले वाले से थोड़ा अलग हरकत या चाल चित्रित करता है, जिससे कि हमारी आँखों को ये चित्र चलते-फ़िरते नज़र आते हैं, जब उनको इसी सिलसिले में प्रोजेक्ट किया जाता है। कार्टून फ़िल्में मनोरंजन का अच्छा साधन हैं, ख़ास तौर पर बच्चों के लिये। कुछ टीवी चैनल सिर्फ़ कार्टूनों के लिये ही बने हैं, जैसे कार्टून नेटवर्क। .

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काग़ज़

कागज का पुलिन्दा चीन में कागज का निर्माण कागज एक पतला पदार्थ है जिस पर लिखा या प्रिन्ट किया जाता है। कागज मुख्य रूप से लिखने और छपाई के लिए प्रयुक्त होता है। यह वस्तुओं की पैकेजिंग करने के काम भी आता है। मानव सभ्यता के विकास में कागज का बहुत बड़ा योगदान है। गीले तन्तुओं (फाइबर्स्) को दबाकर एवं तत्पश्चात सुखाकर कागज बनाया जाता है। ये तन्तु प्राय: सेलुलोज की लुगदी (पल्प) होते हैं जो लकड़ी, घास, बांस, या चिथड़ों से बनाये जाते हैं। पौधों में सेल्यूलोस नामक एक कार्बोहाइड्रेट होता है। पौधों की कोशिकाओं की भित्ति सेल्यूलोज की ही बनी होतीं है। अत: सेल्यूलोस पौधों के पंजर का मुख्य पदार्थ है। सेल्यूलोस के रेशों को परस्पर जुटाकर एकसम पतली चद्दर के रूप में जो वस्तु बनाई जाती है उसे कागज कहते हैं। कोई भी पौधा या पदार्थ, जिसमें सेल्यूलोस अच्छी मात्रा में हो, कागज बनाने के लिए उपयुक्त हो सकता है। रुई लगभग शुद्ध सेल्यूलोस है, किंतु कागज बनाने में इसका उपयोग नहीं किया जाता क्योंकि यह महँगी होती है और मुख्य रूप से कपड़ा बनाने के काम में आती है। परस्पर जुटकर चद्दर के रूप में हो सकने का गुण सेल्यूलोस के रेशों में ही होता है, इस कारण कागज केवल इसी से बनाया जा सकता है। रेशम और ऊन के रेशों में इस प्रकार परस्पर जुटने का गुण न होने के कारण ये कागज बनाने के काम में नहीं आ सकते। जितना अधिक शुद्ध सेल्यूलोस होता है, कागज भी उतना ही स्वच्छ और सुंदर बनता है। कपड़ों के चिथड़े तथा कागज की रद्दी में लगभग शतप्रतिशत सेल्यूलोस होता है, अत: इनसे कागज सरलता से और अच्छा बनता है। इतिहासज्ञों का ऐसा अनुमान है कि पहला कागज कपड़ों के चिथड़ों से ही चीन में बना था। पौधों में सेल्यूलोस के साथ अन्य कई पदार्थ मिले रहते हैं, जिनमें लिग्निन और पेक्टिन पर्याप्त मात्रा में तथा खनिज लवण, वसा और रंग पदार्थ सूक्ष्म मात्राओं में रहते हैं। इन पदार्थों को जब तक पर्याप्त अंशतक निकालकर सूल्यूलोस को पृथक रूप में नहीं प्राप्त किया जाता तब तक सेल्यूलोस से अच्छा कागज नहीं बनाया जा सकता। लिग्निन का निकालना विशेष आवश्यक होता है। यदि लिग्निन की पर्याप्त मात्रा में सेल्यूलोस में विद्यमान रहती है तो सेल्यूलोस के रेशे परस्पर प्राप्त करना कठिन होता है। आरंभ में जब तक सेल्यूलोस को पौधों से शुद्ध रूप में प्राप्त करने की कोई अच्छी विधि ज्ञात नहीं हो सकी थी, कागज मुख्य रूप से फटे सूती कपड़ों से ही बनाया जाता था। चिथड़ों तथा कागज की रद्दी से यद्यपि कागज बहुत सरलता से और उत्तम कोटि का बनता है, तथापि इनकी इतनी मात्रा का मिल सकना संभव नहीं है कि कागज़ की हामरी पूरी आवश्यकता इनसे बनाए गए कागज से पूरी हो सके। आजकल कागज बनाने के लिए निम्नलिखित वस्तुओं का उपयोग मुख्य रूप से होता है: चिथड़े, कागज की रद्दी, बाँस, विभिन्न पेड़ों की लकड़ी, जैसे स्प्रूस और चीड़, तथा विविध घासें जैसे सबई और एस्पार्टो। भारत में बाँस और सबई घास का उपयोग कागज बनाने में मुख्य रूप से होता है। .

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अदृश्य स्याही

अदृश्य स्याही, जिसे सुरक्षा स्याही एक ऐसा द्रव्य होता है जिससे लिखने के काम में लिया जाता है, जो लिखते समय अथवा उसके तुरन्त बाद अदृश्य हो जाता है और बाद में आवश्यकता पड़ने पर इसे किसी अन्य तरीके से दृश्य किया जाता है। अदृश्य स्याही एक प्रकार की स्टेग्नोग्राफ़ी है। इसका उपयोग मुख्यतः खुफिया सन्देश लिखने के लिए किया जाता है। .

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छाया

किसी प्रकाशीय स्रोत के सामने एक अपारदर्शक वस्तु रखने पर प्रकाश की किरणें वस्तु को पार नहीं कर पाती हैं जिससे वस्तु के पीछे एक अन्धकार भाग दिखाई पड़ता है जिसे छाया कहते हैं। श्रेणी:प्रकाश.

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आरेखण

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