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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान

सूची राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) को पहले क्षेत्रीय इंजिनीयरिंग कालेज (आर ई सी) के नाम से जाना जाता था। सन् २००२ में भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इन १७ इंजिनीयरंग महाविद्यालयों का स्तर बढ़ाकर इनका नाम "राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान" कर दिया। भारत में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षण के स्तर, विद्यार्थियों की गुणवत्ता तथा स्थापन (प्लेसमेन्ट) की दृष्टि से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आई आई टी) के बाद इनका ही स्थान आता है। इस समय (सन् २००७) एन आई टी की संख्या ३० है। प्रारम्भ में सन् १९५९ और् सन् १९६५ के बीच चौदह आर ई सी की स्थापना हुई। वर्तमान समय में ३१ एन आई टी निम्नलिखित स्थानों पर स्थित हैं.

37 संबंधों: डॉ॰ बी॰आर॰ अम्बेडकर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जालंधर, भारतीय प्रबन्धन संस्थान, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मानव संसाधन मंत्रालय, भारत सरकार, मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर, मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भोपाल, मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान नागालैंड, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान सिक्किम, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, तिरुचिरापल्ली, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दुर्गापुर, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, पटना, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, पुडुचेरी, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रायपुर, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, राउरकेला, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, श्रीनगर, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सिलचर, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सूरतकल, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, हमीरपुर, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जमशेदपुर, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, वारांगल, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गोवा, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कालीकट, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कुरुक्षेत्र, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, अगरतला, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, उत्तराखंड, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,मिजोरम, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,मेघालय, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,अरुणाचल प्रदेश, राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान, ताड़ेपल्लीगुड़म, राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान, मणिपुर, सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सूरत, विश्वेश्वरैय्या राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नागपुर, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, अखिल भारतीय इंजिनीयरिंग प्रवेश परीक्षा, १९६५

डॉ॰ बी॰आर॰ अम्बेडकर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जालंधर

संस्थान का मुख्य भवन। डॉ॰ बी.

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भारतीय प्रबन्धन संस्थान

भारतीय प्रबन्धन संस्थान (आई आई एम) भारत के सर्वोत्तम प्रबंधन संस्थान हैं। प्रबन्धन की शिक्षा के अतिरिक्त ये अनुसंधान व सलाह (कांसल्टेंसी) का कार्य भी करते हैं। वर्तमान में ६ भारतीय प्रबन्धन संस्थान हैं जो बंगलुरू, अहमदाबाद, कोलकाता, लखनऊ, इन्दौर तथा कोझीकोड में स्थित हैं। ये प्रबन्धन में पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा की उपाधि प्रदान करते हैं जो एम बी ए के समतुल्य है। इन संस्थानों में प्रवेश अखिल भारतीय स्तर पर होने वाली प्रवेश परीक्षा कामन ऐडमिशन टेस्ट (सी ए टी) के आधार पर होता है। यह परीक्षा दुनिया की सर्वाधिक प्रतिस्पर्धी परिक्षाओं में से है। .

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भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान भारत के 23 तकनीकी शिक्षा संस्थान हैं। ये संस्थान भारत सरकार द्वारा स्थापित किये गये "राष्ट्रीय महत्व के संस्थान" हैं। 2018 तक, सभी 23 आईआईटी में स्नातक कार्यक्रमों के लिए सीटों की कुल संख्या 11,279 है। .

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मानव संसाधन मंत्रालय, भारत सरकार

मानव संसाधन मंत्रालय, भारत सरकार भारत सरकार का एक मंत्रालय है। .

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मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर

मालवीय राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, जयपुर, राजस्थान की स्थापना १९६३ में की गई थी और २६ जून २००२ को इसे मालवीय राष्‍ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान का दर्जा दिया गया। यह संस्थान नौ अवर स्नातक पाठयक्रम तथा १० पूर्णकालिक एवं पांच अंशकालिक स्नातकोत्तर पाठयक्रमों का संचालन करता है। यह संस्थान सिविल इंजीनियरी, रसायन इंजीनियरी, विद्युत इंजीनियरी, इलैक्ट्रॉनिकी तथा संचार इंजीनियरी, सूचना प्रौद्योगिकी, अभियांत्रिकी इंजीनियरी तथा धातुकर्मीय इंजीनियरी में चार वर्षीय अवर स्नातक पाठयक्रमों और एक पांच वर्षीय बी.

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मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भोपाल

---- मौलाना आजाद राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, भोपाल की स्थापना १९६० में की गई थी और २६ जून २००२ को इसे राष्‍ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान का दर्जा दिया गया। इस संस्थान में 8 विभाग हैं। यह संस्थान सिविल इंजीनियरी, अभियांत्रिकी इंजीनियरी, विद्युत इंजीनियरी, इलैक्टोनिकी तथा संचार इंजीनियरी, कम्प्यूटर विज्ञान तथा इंजीनियरी, सूचना प्रौद्योगिकी में चार वर्षीय बी.टेक कार्यक्रम और एक पांच वर्षीय बी.आर्क.

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मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद

संस्थान का शैक्षणिक ब्लॉक संस्थान का मुख्य भवन मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में स्थित भारत का प्रमुख राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान है। इसका पूर्व नाम 'मोतीलाल नेहरू क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कालेज' था। इसकी स्थापना १९६१ में की गई थी और २६ जून २००२ को इसे राष्‍ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान का दर्जा दिया गया। इस संस्थान में आठ विभाग हैं। यह संस्थान सिविल इंजीनियरी, विद्युत इंजीनियरी, अभियांत्रिकी इंजीनियरी, कम्प्यूटर विज्ञान इंजीनियरी, इलैक्ट्रानिकी इंजीनियरी, उत्पादन और औद्योगिक इंजीनियरी, रसायन इंजीनियरी, जैव प्रौद्योगिकी इंजीनियरी तथा सूचना प्रौद्योगिकी जैसे विषेयों में चार वर्षीय अवर स्नातक पाठयक्रम चलाता है। यह संस्थान १३ एम.टेक कार्यक्रमों तथा मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (एमसीए) एवं मास्टर ऑफ मैनेजमेंट स्टजीज (एमएमएस) का भी संचालन करता है। वर्तमान में संस्थान ९ प्रौद्योगिकी स्नातक, १९ प्रौद्योगिकी निष्णात (अंशकालिक सहित), कंप्यूटर अनुप्रयोग में स्नातकोत्तर (एम्. सी. ए.), प्रबंधन में स्नातकोत्तर (एम्. बी. ए.), विज्ञान के क्षेत्र में निष्णात (एम्. एस. सी.)(गणित और वैज्ञानिक संगणन), और समाज कार्य निष्णात (एम्. एस. डब्लू.) में शिक्षा प्रदान करता है तथा उम्मीदवारों को पी.एच.डी डिग्री पाठ्यक्रम के लिए पंजीकृत भी करता है। संस्थान एम.

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान नागालैंड

तेस्तो कोलेज नागाल्ड टैक्नोलॉजी के राष्ट्रीय संस्थान, नागालैंड नागालैंड राज्य में तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के लिए ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना (2007-2012) के हिस्से के रूप में, 2009 में भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया था। उस साल सरकार ने पूरे भारत में 10 नए एनआईटी खोला। हमारे एनआईटी नागालैंड की सलाह जिम्मेदारी एनआईटी सिलचर के लिए दिया गया था। एनआईटी नागालैंड (2010-2014) के पहले बैच में दो साल के लिए एनआईटी सिलचर में अध्ययन किया और अंत में एनआईटी नागालैंड सितम्बर 2012 में अपने गृह राज्य नगालैंड में स्थानांतरित कर दिया गया था। एनआईटी नागालैंड भारतीय संसद के एक अधिनियम द्वारा स्थापित एक संघ वित्त पोषित तकनीकी विश्वविद्यालय है। एक स्थायी परिसर के लिए भूमि निउलैंड क्षेत्र में अधिग्रहण कर लिया था लेकिन, जबकि मूल रूप से, संस्थान, चुमुकेदिमा पर ओल्ड डीसी परिसर में एक अस्थायी परिसर से कामकाज शुरू करने के लिए जनवरी 2012 में दीमापुर से लगभग 14 किलोमीटर की दूरी (8.7 मील) था, साइट चयन समिति के विशेष सचिव (तकनीकी शिक्षा), मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी), अशोक ठाकुर और निर्देशक, सलाहकार प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी सिलचर), डॉ॰ के नेतृत्व में एनवी देशपांडे, 14 जनवरी और 15 पर नागालैंड के लिए अपने 2 दिवसीय दौरे के दौरान पिछले, निउलैंड और चुमुकेदिमा दोनों साइटों का निरीक्षण किया। 15 जनवरी की दोपहर में, टीम कोहिमा में अपने आवासीय कार्यालय में मुख्यमंत्री नेइफिउ रियो से मुलाकात की और समिति एनआईटी नागालैंड के लिए स्थायी साइट के रूप में चुमुकेदिमा चुना था कि बाद के बारे में बताया। एनआईटी नागालैंड सोसायटी अधिनियम के तहत पंजीकृत एनआईटी नागालैंड सोसायटी द्वारा किया जाता है। संस्थान पूरी तरह से भारत के मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित है। वर्तमान में सरकार इंजीनियरिंग अर्थात् इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल और इलैक्टौनिक्स इंजीनियरिंग में 3 स्नातकीय कोर्सेज है। 13 अक्टूबर 2012 को, मानव संसाधन विकास, संचार और सूचना प्रौद्योगिकी कपिल सिब्बल की पूर्व केंद्रीय मंत्री चुमुकेदिमा पर एनआईटी नागालैंड का उद्घाटन किया। एनआईटी नींव रखने के समारोह में मुख्यमंत्री नेइफिउ रियो, लोकसभा सदस्य सीएल रुआला, राज्य सरकार और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों ने भाग लिया। वेबसाइट: http://nitnagaland.ac.in/home/ प्रवेश परीक्षा: - अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा, लेटरल एंट्री.

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान सिक्किम

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सिक्किम, जो कि आम तौर पर संदर्भित करने के लिए एनआईटी सिक्किम या एनआईटी एसकेएम के रूप में जाना जाता है, रावंगला शहर के पास सिक्किम, भारत में  स्थित एक सार्वजनिक अभियांत्रिकी संस्थान है। यह भारत के ३१ राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में से एक है और भारत सरकार द्वारा एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय संस्थान के रूप में घोषित किया गया है है।यह एक स्वायत्त संस्थान है और मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार तत्वावधान में कार्य करती है। .

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, तिरुचिरापल्ली

राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, तिरुचिरापल्ली, तमिल नाडु की स्थापना १९६४ में की गई थी और २८ जुलाई २००३ को इसे राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान का दर्जा दिया गया था। संस्थान में १३ विभाग हैं और यह सिविल इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर विज्ञान इंजीनियरिंग, विद्युत और इलैक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलैक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग, धातुकर्मीय उत्पादन इंजीनियरिंग, रसायन इंजीनियरिंग, इंस्ट्रूमैन्टेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग, विषयों में चार वर्षीय अवर स्नातक पाठयक्रमों और बी.आर्क.

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली (National Institute Of Technology Delh या NIT Delhi), दिल्ली स्थित एक राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान है।.

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दुर्गापुर

राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, दुर्गापुर राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, दुर्गापुर, पश्चिम बंगाल की स्थापना १९६० में की गई थी और ३ जुलाई २००३ को इसे राष्‍ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के रूप में परिवर्तित किया गया था। इस संस्थान में १५ विभाग हैं। यह संस्थान सिविल इंजीनियरी, विद्युत इंजीनियरी, अभियांत्रिकी इंजीनियरी, रसायन इंजीनियरी, धातुकर्मीय इंजीनियरी, इलैक्ट्रॉनिकी तथा संचार इंजीनियरी, कम्प्यूटर विज्ञान तथा इंजीनियरी, जैब प्रौद्योगिकी तथा सूचना प्रौद्योगिकी जैसे विषयों मे चार-वर्षीय अवर-स्नातक पाठयक्रम चलाता है। यह संस्थान एमबीए तथा एमसीए सहित नौ विषयों में एम.टेक पाठयक्रमों का भी संचालन करता है। यह संस्थान विदेशी विद्यार्थियों के लिए १२० विद्यार्थी क्षमता वाला एक पुरूष छात्रावास, तीन १२० बिस्तर वाले लेक्चरर दीर्घाएं, कम्प्यूटर केन्द्र विस्तार, विद्युत यंत्र प्रयोगशाला, हाई पावर प्रयोगशाला का निर्माण करेगा। .

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, पटना

राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, पटना, बिहार मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सृजित अठारहवाँ राष्ट्रीय संस्थान है जो पूर्व में बिहार इंजीनियरी कालेज, पटना था। संस्थान, विद्युत इंजीनियरी, अभियांत्रिकी इंजीनियरी, सिविल इंजीनियरी, इलैक्ट्रानिक एवं संचार इंजीनियरी, आर्कीचेक्टर में अवर स्नातक पाठयक्रम और विद्युत इंजीनियरी, अभियांत्रिकी इंजीनियरी एवं सिविल इंजीनियरी में स्नातकोत्तर पाठयक्रम संचालित करता है। संस्थान आंशिक रूप से आवासीय है जो कुछ छात्रों और शिक्षण स्टाफ को आवास के लिए सीमित सुविधाएं प्रदान करता है। संस्थान में लड़कों के लिए तीन छात्रावास और लड़कियों के लिए एक छात्रावास है। संस्थान परिसर में सात अनिवार्य सेवाएं अर्थात २४ घंटे बिजली की आपूर्ति, उपयुक्त पेयजल, सफाई एवं स्वच्छता का रख-रखाव, सुरक्षा प्रबंध, चिकित्सा आकस्मिक सहायता के लिए एम्बुलेंस सेवा, ईपीएबी एक्स.

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, पुडुचेरी

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, पुडुचेरी कराईकल, पुडुचेरी में स्थित राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है।इसकी  स्थापना २०१० में हुई थी। इसे 'एनआईटी पुडुचेरी' या 'एनआईटी कराईकल' के नाम से भी जाना जाता है। बाक़ी सभी  एनआईटी की तरह यहाँ भी ५०% सीटें स्थानीय छात्रों के लिए आरक्षित हैं। दक्षिण भारत में  स्थित होने के बाद भी हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों को किसी प्रकार की कठिनाई का अनुभव नहीं होता है। संस्थान का माहौल पढाई के लिए उपयुक्त है। श्रेणी:राष्ट्रिय प्रौद्योगिकी संस्थान.

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रायपुर

राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, रायपुर, छत्तीसगढ़ को दिनांक १ दिसम्बर २००५ से केन्द्रीय सरकार के पूर्णत: वित्तपोषित संस्थान के रूप में अधिग्रहित किया गया और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान का दर्जा प्रदान किया गया। वर्तमान में संस्थान अवर स्नातक स्तर पर १२ पाठयक्रम और ६ स्नातकोत्तर पाठयक्रम संचालित कर रहा है। संस्थान में दूरस्थ शिक्षा प्रदान करने की सुविधा है। संस्थान में ८२ प्रयोगशालाएँ हैं जो बहुत बड़ी हैं। कॉलेज में एक बालिका छात्रावास सहित ६ छात्रावास हैं। इस संस्थान में एक सुसज्जित पुस्तकालय हैं। .

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, राउरकेला

राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, (एन.आई.टी) राउरकेला, भारत का प्रमुख राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान है। इसकी स्थापना १९६० में की गई थी तथा इसे २६ जून २००२ को राष्‍ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के रूप में स्तरोन्नत किया गया था। संस्थान में १८ विभाग हैं तथा यह रसायन इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, विद्युत इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, धातुकर्मीय इंजीनियरिंग, खनन इंजीनियरिंग, एंप्‍लाइड इलैक्ट्रानिक्स तथा इस्ट्रूमेनटेशन इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर साइंस, सिरेमिक इंजीनियरिंग और प्रबंधन, विषयों में अवर स्नातक के पाठयक्रम संचालित करता है। अवर स्नातक स्तर पाठयक्रमों में दाखिला क्षमता ४२० है। संस्थान ६ स्नातकोत्तर पाठयक्रम तथा तीन वर्षीय एमसीए भी संचालित करता है। यहाँ पर लड़कों हेतु छह तथा लड़कियों हेतु एक छात्रावास है। राश्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, राउरकेला राष्‍ट्रीय तकनीकी जनशक्ति सूचना केन्द्र, उड़ीसा का नोडल केन्द्र है। संस्थान ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान का दर्जा प्राप्त करने के बाद वर्ष २००४-०५ में दाखिल छात्रों के लिए प्रथम सेमिस्टर के लिए आईआईटी की तर्ज पर शैक्षिक एवं मूल्यांकन प्रक्रिया को अपनाया है। एन आई टी राउरकेला का मुख्य भवन .

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, श्रीनगर

एनाअईटी के शैक्षणिक ब्लॉक का मुख्य भवन राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, श्रीनगर, कश्मीर की स्थापना १९६० में की गई थी तथा ७ अगस्त २००३ को इसे राष्‍ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान का दर्जा दिया गया था। संस्थान सिविल इंजीनियरिंग, विद्युत इंजीनियरिंग, इलैक्ट्रानिक तथा संचार इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, रसायन तथा धातुकर्मीय इंजीनियरिंग, विषयों में अवर स्नातक पाठयक्रम तथा संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी और मैकेनिकल सिस्टम डिजाईन में एमई पाठयक्रम संचालित करता है। संस्थान सभी विज्ञान विभागों तथा कुछ इंजीनियरिंग विभागों हेतु एम.फिल तथा पी.एच-डी.

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सिलचर

राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, सिलचर, की स्थापना एक राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में सन् १९७६ में सिलचर (असम) में की गई थी। २८ जून २००२ को इसे राष्‍ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सिलचर के रूप में स्तरोन्नत किया गया था। ६७० एकड़ जमीन पर फैला हुआ इसका भव्य परिसर प्राकृतिक दृश्यों से परिपूर्ण एवं झीलों और टीलों से घिरा हुआ है। इंडिया टुडे और आउटलुक जैसी कई पत्रिकाओं के सर्वेक्षणों में यह संस्थान भारत के ३५ उत्तम संस्थानों में से एक है। रोजगार नियुक्ति, बुनियादी सुविधाओं एवं शैक्षिक वातावरण जैसे मानकों में इस संस्थान ने उच्च स्तर हासिल किया है। .

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सूरतकल

राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, सूरतकल की स्थापना १९६० में की गई थी तथा २६ जून २००२ को इसे राष्‍ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सूरतकल के रूप में स्तरोन्नत किया गया था। संस्थान, सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग तथा संचार इंजीनियरिंग, धातुकर्मीय इंजीनियरिंग, खनन इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर इंजीनियरिंग तथा सूचना प्रौद्योगिकी विषयों में अवर स्नातक पाठयक्रम संचालित करता है। रिपोर्टाधीन वर्ष के दौरान अवर स्नातक पाठयक्रमों हेतु कुल लगभग ४८० छात्र दाखिल किए गए थे। संस्थान २१ स्नातकोत्तर कार्यक्रम भी संचालित करता है। इस संस्थान में पीएच डी कार्यक्रम भी संचालित किए जाते हैं। .

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, हमीरपुर

राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, हमीरपुर (NIT Hamirpur) की स्थापना, १९८५ में की गई थी और २६ जून २००२ को इसे राष्‍ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान का दर्जा प्रदान किया गया। बुनियादी सुविधाओं को उपलब्ध करवाने के लिहाज से विश्व बैंक द्वारा इस कालेज को सबसे अच्छी एनआईटी का दर्जा प्रदान किया जा चुका है। नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलाजी, हमीरपुर इंजीनियरिंग, सैद्धांतिक विज्ञान के कार्यक्रमों के साथ व्यवहारिक विज्ञान के पाठ्यक्रमों का संचालन करता है। एनआईटी में अंडर ग्रेजुएट छात्रों को दाखिला भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा द्वारा प्राप्त होता है। छात्रों को बैचलर ऑफ टेक्नोलाजी (बीटेक) की डिग्री आठ समेस्टर उत्तीर्ण करने के बाद प्राप्त होती है। स्नातकोत्तर कार्यक्रम (एमटेक) डिग्री 2005 से प्रारंभ हुई,2009 बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) डिग्री शुरू हुई। एनआईटी बेहतरीन एजुकेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए पूरे भारत में जाना जाता है। शांत परिवेश में स्थित इसका कैम्पस उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थिंयों के लिए बेहतरीन भौगोलिक माहौल उपलब्ध करवाता है। संस्थान में पुस्तकालय की अलग से 1986 में स्थापना की गई। इस पुस्तकालय में लगभग सौ विद्यार्थियों की एक साथ बैठने की सुव्यवस्था है। एनआईटी हमीरपुर इनडोर और आउटडोर खेलों के लिए खेल सुविधाएं प्रदान करता है। खेल सुविधाओं के अतिरिक्त कालेज छात्रों को समय-समय पर ऐतिहासिक भ्रमण या एजुकेशनल टूर के लिए बाहर भी ले जाता है। तकनीकी शिक्षा के लिहाज से इसे हिमाचल का सर्वश्रेष्ठ संस्थान माना जा सकता है। .

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जमशेदपुर

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जमशेदपुर भारत के लगभग बीस राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (एन आई टी) में से एक है। पहले इसे क्षेत्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जमशेदपुर (Regional Institute of Technology (RIT)) के नाम से जाना जाता था। इसकी स्थापना १९६० में की गई थी तथा २७ दिसम्बर २००२ को इसे राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के रूप में स्तरोन्नत किया गया था। यह संस्थान जमशेदपुर के बाहरी क्षेत्र में अदित्यपुर के पास है। इसके आस-पास अनेक लघु औद्योगिक इकाइयाँ स्थापित हैं। संस्थान में १३ विभाग हैं। यह सिविल, मैकेनिकल, इलैक्ट्रीकल, धातुकर्म तथा कम्प्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग जैसे विषयों में अवर-स्नातक पाठयक्रम संचालित करता है। संस्थान स्नातकोत्तर पाठयक्रम और एम.सी.ए. भी संचालित करता है। संस्थान में एक सुसज्जित पुस्तकालय है। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जमशेद्पुर का प्रशासकीय भवन एवं मुख्य प्रवेश-द्वार .

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, वारांगल

राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, वारांगल, आंध्र प्रदेश की स्थापना १९५९ में की गई थी और १० सितम्बर २००२ को इसे राष्‍ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, वारंगल को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान का दर्जा दिया गया था। यह संस्थान, क्षेत्रीय इंजीनियरी कालेजों की श्रृंखला में प्रथम था। संस्थान इंजीनियरी, विज्ञान और मानविकी की सभी शाखाओं में ८ अवर स्नातक कार्यक्रम, स्नातकोतर कार्यक्रम तथा पीएच डी कार्यक्रम संचालित करता है। संस्थान का केन्द्रीय पुस्तकालय, आन्ध्र प्रदेश राज्य के तकनीकी पुस्तकालय में से सबसे उत्तम माना जाता है। संस्थान के परिसर को नेटवर्क से जोड़ा गया है और सभी स्टाफ और विद्यार्थियों के लिए इंटरनेट सुविधाएं उपलब्ध हैं। सभी विद्यार्थियों और स्टाफ के अधिकतर सदस्यों को परिसर में आवासीय सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। .

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गोवा

राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान, गोवा गोवा में स्थित राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है। यह भारत के प्रशिद्ध राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में से एक है। इसे 'एनआईटी गोवा' के नाम से भी जाना जाता है। इस संस्थान में शिक्षण कार्य सन २०१०  से प्रारम्भ हुआ था। पूर्णकालिक कैंपस का निर्माण ३०० एकड़  में शुरू हो चुका है। इसके लिए पैसा मानव संसाधन विकास मंत्रालय देता है। श्रेणी:राष्ट्रिय प्रौद्योगिकी संस्थान.

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कालीकट

राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, कालीकट, केरल की स्थापना १९६१ में की गई थी और २६ जून २००२ को इसे राष्‍ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान का दर्जा प्रदान किया गया है। इस संस्थान में आठ विभाग हैं। यह संस्थान सिविल इंजीनियरी, रसायन इंजीनियरी, विद्युत तथा इलैक्ट्रॉनिकी इंजीनियरी, इलैक्ट्रॉनिकी तथा संचार इंजीनियरी, अभियांत्रिकी इंजीनियरी, उत्पादन इंजीनियरी तथा प्रबंधन, कम्प्यूटर विज्ञान तथा इंजीनियरी, सूचना प्रौद्योगिकी में चार वर्षीय अवर स्नातक पाठयक्रम और वी.आर्क.

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कुरुक्षेत्र

राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, कुरुक्षेत्र, हरियाणा क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कालेज, कुरूक्षेत्र की स्थापना १९६३ में की गई थी तथा इसे २६ जून २००२ को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कुरूक्षेत्र के रूप में स्तरोन्नत किया गया था। संस्थान सिविल इंजीनियरिंग, इलैक्ट्रीकल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलैक्ट्रॅनिक्स तथा संचार इंजीनियरिंग, औद्योगिक इंजीनियरिंग, सूचना प्रौद्योगिकी तथा कम्प्यूटर इंजीनियरिंग जैसे विषयों में ७ अवर स्नातक पाठयक्रम संचालित करता है। संस्थान इन विषयों में स्नातकोत्तर पाठयक्रम भी संचालित करता है। संस्थान के पास सुविकसित कैंपस तथा फाइवर आपटिक के माध्यम से कम्प्यूटर नेटवर्किंग भी है। .

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, अगरतला

राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, अगरतला, त्रिपुरा की स्थापना वर्ष १९५५ में की गई थी और दिनांक १ अप्रैल २००६ को केन्द्र सरकार के पूर्णत: वित्त पोषित संस्थान के रूप में अधिग्रहित किया गया और राष्‍ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, अगरतला बनाया गया। संस्थान अवर-स्नातक स्तर पर प्रति वर्ष २६६ विद्यार्थियों की भर्ती कर ७ कोर्स संचालित करता है। .

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, उत्तराखंड

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, उत्तराखंड (National Institute of Technology Uttarakhand या NIT Uttarakhand या NITUK) उत्तराखण्ड के श्रीनगर में स्थित एक राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान है। इसकी स्थापना २०१० में हुई थी। .

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,मिजोरम

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मिजोरम आइजोल स्थित भारत का एक प्रमुख तकनीकी संस्थान है। इसका आरम्भ सन २०१० में हुआ था। अस्थाई रूप से संस्थान की कक्षाएं सरदार बल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सूरत में चल रही हैं। श्रेणी:राष्ट्रिय प्रौद्योगिकी संस्थान.

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,मेघालय

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मेघालय शिलांग स्थित भारत का एक प्रमुख तकनीकी संस्थान है। इसका आरम्भ सन २०१० में हुआ था। अस्थाई रूप से संस्थान की कक्षाएं सरदार बल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सूरत में चल रही हैं। .

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,अरुणाचल प्रदेश

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, अरुणाचल प्रदेश युपिआ स्थित भारत का एक प्रमुख तकनीकी संस्थान है। इसका आरम्भ सन २०१० में हुआ था। अस्थायी रूप से संस्थान की कक्षाएं राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दुर्गापुर में चल रही हैं। .

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राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान, ताड़ेपल्लीगुड़म

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, ताड़ेपल्लीगुड़म  आंध्र प्रदेश  में स्थित राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है। यह भारत के प्रशिद्ध राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में से एक है। इसे 'एनआईटी ताड़ेपल्लीगुड़म' या 'एनआईटी आंध्र प्रदेश' के नाम से भी जाना जाता है। इस संस्थान में शिक्षण कार्य सन २०१५ से प्रारम्भ हुआ था। पूर्णकालिक कैंपस का निर्माण ४०० एकड़  में शुरू हो चुका है। इसके लिए पैसा मानव संसाधन विकास मंत्रालय देता है। श्रेणी:राष्ट्रिय प्रौद्योगिकी संस्थान.

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राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान, मणिपुर

राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान, मणिपुर इम्फाल में स्थित राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है। यह भारत के 30 राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में से एक है। इसे 'एनआईटी मणिपुर' के नाम से भी जाना जाता है। इस संस्थान में शिक्षण कार्य सन २०१० से शासकीय पॉलीटेक्निक के कैम्पस में आरम्भ हुआ। .

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सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सूरत

सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सूरत जिसे 'एन आई टी सूरत' के नाम से भी जाना जाता है, प्रौद्योगिकी एवम अभियांत्रिकी का राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है। यह भारत के लगभग तीस राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (एन आई टी) में से एक है। इसे भारत सरकार ने १९६१ में स्थापित किया था। इसकी संगठनात्मक संरचना एवम स्नातक प्रवेश प्रक्रिया शेष सभी एन आई टी की तरह ही है। संस्थान में इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, विज्ञान मानविकी और प्रबंधन में स्नातक, पूर्व स्नातक एवम डॉक्टरेट के पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। .

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विश्वेश्वरैय्या राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नागपुर

विश्वेश्वरैय्या राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, नागपुर, महाराष्ट्र की स्थापना १९६० में की गई थी तथा इसे २६ जून २००२ को विश्वेश्वरैय्या राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नागपुर के रूप में स्तरोन्नत कर दिया गया था। संस्थान में १३ विभाग हैं। संस्थान सिविल इंजीनियरिंग, कैमिकल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलैक्ट्रानिक इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर विज्ञान तथा इंजीनियरिंग, स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग जैसे विषयों में बी.टेक.

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अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान या एम्स (AIIMS) सार्वजनिक आयुर्विज्ञान महाविद्यालय का समूह है। इस समूह में नई दिल्ली स्थित भारत का सबसे पुराना उत्कृष्ट एम्स संस्थान है। इसकी आधारशिला 1952 में रखी गयी और इसका सृजन 1956 में संसद के एक अधिनियम के माध्‍यम से एक स्‍वायत्त संस्‍थान के रूप में स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल के सभी पक्षों में उत्कृष्‍टता को पोषण देने के केन्‍द्र के रूप में कार्य करने हेतु किया गया। एम्स चौक दिल्ली के रिंग रोड पर पड़ने वाला चौराहा है, इसे अरविन्द मार्ग काटता है। सन् 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी श्रंखला में 6 अन्य एम्स संस्थान पूरे भारत में स्थापित किये गये। ताकि दूर दराज के लोगों को बेहतर इलाज की सुविधायें पाई जा सके! 2022 तक हर राज्य में एक AIIMS खोलने का विचार है। .

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अखिल भारतीय इंजिनीयरिंग प्रवेश परीक्षा

इस प्रतियोगिता प्रवेश परीक्षा का लोकप्रिय नाम ए आई ट्रिपल ई (AIEEE) भी है। इसका आयोजन सेन्ट्रल बोर्ड ऑफ सेकेण्डरी एजूकेशन् (CBSE) द्वारा किया जाता है जो मेडिकल कालेजों में प्रवेश के लिये ए आई पी एम टी की परीक्षा भी लेती है। इस परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते हैं जो बहु-विकल्पीय होते हैं। इस परीक्षा के मेरिट के आधार पर सभी राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान की स्नातक पाठ्यक्रम के विभिन्न शाखाओं में प्रवेश दिया जाता है। इस के अतिरिक्त निम्नलिखित अन्य तकनीकी संस्थाओं के स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रमों में प्र्वेश भी इसी परीक्षा के मेरिट के आधार पर दिया जाता है: DA-IICT, DCE, NSIT, IIITs, SPA दिल्ली तथा बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान, मेसरा श्रेणी:अभियान्त्रिकी श्रेणी:चित्र जोड़ें en:All India Engineering Entrance Examination.

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१९६५

1965 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, राष्‍ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान

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