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रणथम्भौर चौहान वंशावली

सूची रणथम्भौर चौहान वंशावली

गोविन्द राज चौहान का पुत्र बाल्हणदेव चौहान के दो पुत्र बाग्भट्ट चौहान का पुत्र जैत्रसिंह चौहान प्रहलादनदेव चौहान एवं प्रहलादनदेव का पुत्र वीरनारायण चौहान जैत्रसिंह चौहान का पुत्र हम्मीरदेव चौहान का पुत्र रामदेव का पुत्र चाड़गदेव का पुत्र चाचिगदेव का पुत्र सोमदेव का पुत्र पाल्हणदेव का पुत्र जीतकर्ण का पुत्र कपूरराव का पुत्र वीरधवल का पुत्र शिवराज का पुत्र राघवदेव का पुत्र त्र्यम्बकभूप का पुत्र गड़ंगराज का पुत्र जयसिंह का पुत्र रायसिंह के दो पुत्र- 1.

2 संबंधों: हम्मीर चौहान, जैत्रसिंह चौहान

हम्मीर चौहान

हम्मीर देव चौहान, पृथ्वीराज चौहान के वंशज थे। उन्होने रणथंभोर पर १२८२ से १३०१ तक राज्य किया। वे रणथम्भौर के सबसे महान शासकों में सम्मिलित हैं। हम्मीर देव का कालजयी शासन चौहान काल का अमर वीरगाथा इतिहास माना जाता है। हम्मीर देव चौहान को चौहान काल का 'कर्ण' भी कहा जाता है। पृथ्वीराज चौहान के बाद इनका ही नाम भारतीय इतिहास में अपने हठ के कारण अत्यंत महत्व रखता है। राजस्थान के रणथम्भौर साम्राज्य का सर्वाधिक शक्तिशाली एवं प्रतिभा सम्पन शासक हम्मीर देव को ही माना जाता है। इस शासक को चौहान वंश का उदित नक्षत्र कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा। डॉ॰ हरविलास शारदा के अनुसार हम्मीर देव जैत्रसिंह का प्रथम पुत्र था और इनके दो भाई थे जिनके नाम सूरताना देव व बीरमा देव थे। डॉक्टर दशरथ शर्मा के अनुसार हम्मीर देव जैत्रसिंह का तीसरा पुत्र था वहीं गोपीनाथ शर्मा के अनुसार सभी पुत्रों में योग्यतम होने के कारण जैत्रसिंह को हम्मीर देव अत्यंत प्रिय था। हम्मीर देव के पिता का नाम जैत्रसिंह चौहान एवं माता का नाम हीरा देवी था। यह महाराजा जैत्रसिंह चौहान के लाडले एवं वीर बेटे थे। .

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जैत्रसिंह चौहान

जैत्रसिंह चौहान (ई०१२४८-१२८२) राजस्थान के एक राजपूत राजा थे। उन्हे रणथम्भौर साम्राज्य का एक महान शासक माना जाता है। रणथम्भौर साम्राज्य में महाराजा जैत्रसिंह का १२४९ ईस्वी के लगभग राज्यारोहण हुआ था। इन्होंने रणथम्भौर साम्राज्य पर ३२ साल तक शासन किया और रणथम्भौर साम्राज्य का विस्तार किया। इनके पुत्र का नाम हम्मीरदेव चौहान था जिन्होंने अपने पिता जैत्रसिंह की याद में रणथंभोर दुर्ग में ३२ खंभो की छतरी का निर्माण करवाया था। .

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