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मैं हूँ ना

सूची मैं हूँ ना

मैं हूँ ना 2004 में बनी हिन्दी भाषा की नाटकीय कॉमेडी फ़िल्म है। यह फराह खान द्वारा निर्देशित पहली फिल्म है। इसमें शाहरुख खान, सुनील शेट्टी, सुष्मिता सेन, अमृता राव और ज़ायेद खान मुख्य कलाकारों में हैं। यह शाहरुख खान की उत्पादन कंपनी रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट की पहली फिल्म है। इसे 30 अप्रैल 2004 को जारी किया गया और आलोचकों से सकारात्मक समीक्षा मिली। फिल्म टिकट खिड़की पर भी सफल रही थी। .

37 संबंधों: टी-सीरीज़, एरोस इंटरनेशनल, ध्वनि-पट्टी, नसीरुद्दीन शाह, फराह खान, फ़िदा (2004 फ़िल्म), फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार, फ़िल्मों के प्रकार, बिन्दू, बोमन ईरानी, भारत, मुम्बई, मुरली शर्मा, युद्ध-बन्दी, राखी सावंत, रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट, शाहरुख़ ख़ान, श्रेया घोषाल, सतीश शाह, सुनिधि चौहान, सुनील शेट्टी, सुष्मिता सेन, सोनू निगम, हिन्दी, ज़ायेद खान, जावेद जाँनिसार अख्तर, वसुंधरा दास, वीर-ज़ारा, गौरी खान, कबीर बेदी, किरण खेर, केके, अनु मलिक, अभिजीत भट्टाचार्य, अमृता राव, अलका याज्ञिक, अलीशा चिनॉय

टी-सीरीज़

सुपर कैसेट्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Super Cassettes Industries Limited; SCIL एससीआयएल), भारत की एक संगीत कम्पनी है। इसका संगीत बिल्ला टी-सीरीज़ (T-Series) है। यह फ़िल्म निर्माता एवं वितरक कम्पनी भी है। बाद में इस कम्पनी ने अगरबत्ती और वाशिंग पाउडर के रूप में अन्य उपभोक्ता उत्पादों को निकालना भी आरम्भ किया॥ सुपर कैसेट्स, गोपाल कैसेट्स (वाशिंग पाउडर निर्माता) & रजनी इंडस्ट्रीज (अगरबत्ती निर्माता) टी-सीरीज़ के भाग हैं। .

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एरोस इंटरनेशनल

'इरोज इंटरनेशनल मीडिया लिमिटेड मुंबई में स्थित एक भारतीय चलचित्र फिल्म और वितरण कंपनी है। 1977 में अर्जन लुल्ला द्वारा स्थापित यह कंपनी भारत में अग्रणी उत्पादन और वितरण कंपनी मानी जाता है। वर्तमान में, उनके बेटे किशोर लुल्ला और सुनील लुल्ला कंपनी को संभालते हैं। इरोज ने थिएटर, टेलीविज़न सिंडिकेशन और डिजिटल प्लेटफॉर्म सहित दुनिया भर में कई प्रारूपों में भारतीय भाषी फिल्मों का निर्माण, उनका अधिग्रहण और वितरण किया है। ग्रुप डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क में 50 से अधिक देश शामिल हैं, जिसमें 25 से अधिक भाषाओं में डब फिल्में हैं और भारत, यूके, अमेरिका, दुबई, ऑस्ट्रेलिया, फिजी और आइल ऑफ मैन में कार्यालय हैं। एरोस की अपनी लाइब्रेरी में 2,300 से अधिक फिल्में हैं, साथ ही एक अतिरिक्त 700 फिल्मों के लिए समूह के पास डिजिटल अधिकार हैं। 2006 में, एरोस इंटरनेशनल पीएलसी, ईरस ग्रुप की होल्डिंग कंपनी, लंदन स्टॉक एक्सचेंज के वैकल्पिक निवेश बाजार (एआईएम) पर सूचीबद्ध होने वाली पहली भारतीय मीडिया कंपनी बन गई। इसके बाद, कंपनी ने नवंबर 2013 में एआईएम से न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (एनवाईएसई: ईआरओएस) की सूची में सूचीबद्ध किया। 2010 में, ईआरओएस ने अपनी भारतीय सहायक कंपनी इरोज इंटरनेशनल मीडिया लिमिटेड को भारत में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में सूचीबद्ध किया था। .

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ध्वनि-पट्टी

ध्वनि-पट्टी या साउंडट्रैक वो अंकित संगीत है जिसे किसी फिल्म, पुस्तक, टेलीविजन कार्यक्रम या वीडियो गेम की छवियों के साथ संक्रमित (सिंक्रनाइज़) किया जा सकता है। व्यावसायिक रूप से जारी किसी फिल्म या टीवी कार्यक्रम की साउंडट्रैक एल्बम उस फिल्म या टीवी कार्यक्रम की मूल फिल्म का वो भौतिक हिस्सा होता है जहां समक्रमित ध्वनि का अंकन किया जाता है। .

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नसीरुद्दीन शाह

नसीरुद्दीन शाह हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध अभिनेता हैं। नसीरुद्दीन शाह, जिन्हें हिंदी फ़िल्म उद्योग में अदाकारी का एक पैमाना कहा जाए तो शायद ही किसी को एतराज हो। नसीर की काबिलियत का सबसे बड़ा सुबूत है, सिनेमा की दोनों धाराओं में उनकी कामयाबी। नसीर का नाम अगर पैरेलल सिनेमा के सबसे बेहतरीन अभिनेताओं की सूची में शामिल हुआ तो बॉलीवुड की मुख्य धारा या व्यापारिक फ़िल्मों में भी उन्होंने बड़ी कामयाबी हासिल की है। नसीर अपने शानदार अंदाज से मुख्य धारा के चहेते सितारे बन गए, ऐसा सितारा जिसने हर तरह के किरदार को बेहतरीन अभिनय से जिंदा कर दिया। ये सितार जब भी स्क्रीन पर आया देखने वाले के दिल पर उस किरदार की यादगार छाप छोड़ गया। उसकी कॉमेडी ने पब्लिक को खूब गुदगुदाया तो एक्शन में भी उसका अलग ही अंदाज नजर आया। मुख्य धारा सिनेमा में नसीरुद्दीन शाह के सफर की शुरुआत 1980 में आई फ़िल्म 'हम पांच' से हुई। फ़िल्म भले ही व्यापारिक थी, लेकिन इसमें नसीर के अभिनय की गहराई समानांतर सिनेमा वाली फ़िल्मों से कम नहीं थी। गुलामी को अपनी तकदीर मान चुके एक गांव में विद्रोह की आवाज बुलंद करते नौजवान के किरदार में नसीर ने जान फूंक दी। हालांकि फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर कामयाब नहीं रही और एक व्यापारिक एक्टर के तौर पर सफलता साबित करने के लिए नसीर को टिकट खिड़की पर भी बिकाऊ बनने की जरूरत थी। और उनके लिए ये काम किया 'जाने भी दो यारों' ने। बॉलीवुड की ऑल टाइम बेस्ट कॉमेडी फ़िल्मों में शुमार 'जाने भी दो यारों' में रवि वासवानी और नसीर की जोड़ी ने बेजोड़ कॉमिक टाइमिंग दिखाई और फ़िल्म बेहद कामयाब रही। लेकिन कमर्शियल सिनेमा में नसीर की सबसे बड़ी कामयाबी बनी 'मासूम'। बाप और बेटे के रिश्तों को उकेरती 'मासूम' में नसीर ने कमाल की अदाकारी से ना केवल खूब वाहवाही बटोरी बल्कि फ़िल्म भी सुपरहिट हुई और नसीर को एक स्टार का दर्जा मिल गया। नसीर के इस स्टार स्टेटस को और मजबूत किया 1986 में आई सुभाष घई की मल्टीस्टारर मेगाबजट फ़िल्म 'कर्मा' ने। फ़िल्म में नसीर के लिए अपनी छाप छोड़ना आसान नहीं था क्योंकि वहां अभिनय सम्राट "दिलीप कुमार भी थे। और उस दौर के नए नवेले सितारे जैकी श्रॉफ और अनिल कपूर भी थे। 1987 में गुलजार की 'इजाजत' नसीर के लिए कामयाबी का एक और जरिया बन कर आई। एक जज्बाती कहानी, बेहतरीन निर्देशन, शानदार अभिनय और यादगार संगीत। 'इजाजत' ने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कामयाबी हासिल की और बतौर व्यापारिक एक्टर नसीर का रुतबा और बढ़ गया। 'त्रिदेव' जैसी सुपरहिट फ़िल्म देकर, 90 का दशक आते-आते नसीर ने व्यापारिक फ़िल्मों में भी अपनी अलग पहचान बना ली थी। 2003 में आई हॉलीवुड फ़िल्म 'द लीग ऑफ एक्सट्रा ऑर्डिनरी जेंटलमेन' में नसीरुद्दीन ने कैप्टन नीमो का किरदार निभाया तो दूसरी तरफ पाकिस्तानी फ़िल्म 'खुदा के लिए' में भी उन्होंने शानदार काम किया। देश से लेकर परदेस तक, नसीरुद्दीन शाह ने अपनी अदाकारी का लोहा सारी दुनिया में मनवाया है। लेकिन नसीर अपनी काबिलियत को खुशकिस्मती का नाम देते हैं। वो कहते हैं, 'मैं खुद को खुशकिस्मत मानता हूं कि मुझे इतने मौके मिले, लेकिन मैं व्यापारिक फ़िल्मों से अभी संतुष्ट नहीं हूँ।' 2008 में आई 'अ वेडनेसडे' ने नसीर की कमाल की अदाकारी का एक और नजराना पेश किया तो 'इश्किया', 'राजनीति', 'सात खून माफ' और 'डर्टी पिक्चर' जैसी फ़िल्मों के जरिए नसीरुद्दीन ने बार-बार ये साबित किया कि एक सच्चे कलाकार को उम्र बांध नहीं सकती। हाल ही में रिलीज हुई फ़िल्म 'मैक्सिमम' में भी नसीर की जोरदार एक्टिंग ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया है। आज के नसीरुद्दीन शाह की बात करें तो शायद ही ऐसा कोई रोल है जो उनपर फिट नहीं बैठे। आखिर वो एक्टर ही ऐसे हैं कि हर रोल के मुताबिक खुद को ढाल लेते हैं। लेकिन एक समय था जब नसीर को दो रोल करने की इच्छा थी जो उस समय उन्हें नहीं मिले। लेकिन बाद 'मिर्जा गालिब', दूरदर्शन धारावाहिक में उन्हें दो रोल मिले जिसमें उन्होंने ग़ालिब का वास्तविक चित्र उभारने की कोशिश की। लेकिन आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि गालिब बनने की नसीर की तमन्ना उनके दिल में एक अधूरे ख्वाब की तरह अटकी हुई थी। 1988 में सीरियल बनाने से सालों पहले गुलजार साहब गालिब पर एक फ़िल्म बनाना चाहते थे और उस फ़िल्म में गालिब के तौर पर उनकी दिली इच्छा संजीव कुमार को लेने की थी। नसीर साहब ने इस बारे में बताते हुए कहा, 'मैंने गुलजार भाई को चिठ्ठी लिखी और अपनी फोटोग्राफ्स भेजी, मैंने लिखा कि ये क्या कर रहे हैं, इस फ़िल्म में आपको मुझे लेना चाहिए।' लेकिन संजीव कुमार को दिल का दौरा पड़ गया था और सेहत उनका साथ नहीं दे रही थी। फिर उसके बाद गुलजार साहब के दिल में उस रोल के लिए अमिताभ के नाम का खयाल आया। लेकिन वहां भी बात नहीं बनी और आखिरकार गालिब पर फ़िल्म बनाने का प्लान ही ठंडे बस्ते में पड़ गया। शायद उस वक्त गुलजार को भी नहीं मालूम होगा कि इस किरदार पर तो तकदीर ने किसी और का नाम लिख दिया है। कई साल बाद गुलजार साहब ने एक दिन नसीर को फोन लगाया। नसीर ने बताया, 'एक दिन मुझे गुलजार भाई का फोन आया कि सीरियल में काम करोगे। मैंने पूछा कौन सा सीरियल तो उन्होंने बताया गालिब पर है। मैंने बिना कुछ सोचे फौरन हां कह दिया।' साल 1982 में 'गांधी' के रिलीज होने के अट्ठारह साल बाद कमल हासन ने 'हे राम' बनाई, जिसने नसीर साहब की गांधी बनने की तमन्ना को भी पूरा कर दिया। सधी हुई अदाकरी और बेजोड़ अंदाज से उन्होंने ना केवल गांधी के किरदार में जान डाल दी। बेजोड़ एक्टिंग और गजब की क्षमता से हर तरह के किरदार निभाने वाले नसीर ने अपनी छाप नकारात्मक भूमिकाओं में भी छोड़ी। समानांतर सिनेमा का ये हीरो कमर्शियल फ़िल्मों में एक ख़तरनाक विलेन के तौर पर भी हमेशा याद किया जाता रहेगा। हिन्दी सिनेमा में विलेन का ये नया चेहरा था, खूंखार और अजीबोगरीब शक्ल वाला कोई गुंडा नहीं बल्कि सोफेस्टिकेटेड इंसान जिसके दिमाग में सिर्फ जहर ही जहर था। विलेन का ये किरदार जितना संजीदा था उससे भी ज्यादा संजीदगी से उसे निभाया था नसीरुद्दीन शाह ने। वैसे खलनायक के तौर पर उनकी एक दो फ़िल्में नहीं थीं। 'मोहरा' में उन्होंने दिखाया विलेन का वो चेहरा जो किसी के भी दिल में खौफ पैदा कर सकता है। अंधा होने का नाटक करने वाला एक शिकारी, लेकिन ये नसीर की असली पहचान नहीं थी। नसीर की असली पहचान समानांतर सिनेमा था। सिनेमा की वो धारा जिसमें एक स्टार के लिए कम और एक्टर के लिए गुंजाइश ज्यादा होती है। और ये बात किसी से छुपी नहीं कि नसीर एक एक्टर पहले और स्टार बाद में हैं। समानांतर सिनेमा के इस सितारे ने स्मिता पाटिल, शबाना आजमी, अमरीश पुरी और ओम पुरी जैसे माहिर कलाकारों के साथ मिलकर आर्ट फ़िल्मों को एक नई पहचान दी। 'निशान्त' जैसी सेंसेटिव फ़िल्म से अभिनय का सफर शुरू करने वाले नसीर ने 'आक्रोश', 'स्पर्श', 'मिर्च मसाला', 'भवनी भवाई', 'अर्धसत्य', 'मंडी' और 'चक्र' जैसी फ़िल्मों में अभिनय की नई मिसाल पेश कर दी। .

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फराह खान

फराह खान बॉलीवुड की एक प्रसिद्ध नृत्य निर्देशिका और फिल्म निर्देशिका है। फराह ने आज तक ८० से अधिक फिल्मों में नृत्य निर्देशन किया है। फराह ने मैं हूँ ना और ओम शांति ओम जैसी बड़ी फिल्मों का निर्देशन भी किया है। फराह का विवाह शिरीष कुंदर के साथ हुआ है। फराह ने ११ फ़रवरी २००८ को एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया था जिनमें से एक लड़का और दो लड़कियां हैं। .

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फ़िदा (2004 फ़िल्म)

फ़िदा 2004 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। .

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फ़िल्मों के प्रकार

फ़िल्म उद्दयोग में फ़िल्मों के कईं प्रकार होते है। इन पर आधारित फ़िल्में अलग-अलग प्रकारों, जिन्हे जेनर (Genre) कहतें है, में वर्गिकृत कि जाती है। .

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बिन्दू

बिन्दू हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .

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बोमन ईरानी

बोमन ईरानी हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध अभिनेता हैं। .

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भारत

भारत (आधिकारिक नाम: भारत गणराज्य, Republic of India) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत, भौगोलिक दृष्टि से विश्व में सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यान्मार स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं। प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता, व्यापार मार्गों और बड़े-बड़े साम्राज्यों का विकास-स्थान रहे भारतीय उपमहाद्वीप को इसके सांस्कृतिक और आर्थिक सफलता के लंबे इतिहास के लिये जाना जाता रहा है। चार प्रमुख संप्रदायों: हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्मों का यहां उदय हुआ, पारसी, यहूदी, ईसाई, और मुस्लिम धर्म प्रथम सहस्राब्दी में यहां पहुचे और यहां की विविध संस्कृति को नया रूप दिया। क्रमिक विजयों के परिणामस्वरूप ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी ने १८वीं और १९वीं सदी में भारत के ज़्यादतर हिस्सों को अपने राज्य में मिला लिया। १८५७ के विफल विद्रोह के बाद भारत के प्रशासन का भार ब्रिटिश सरकार ने अपने ऊपर ले लिया। ब्रिटिश भारत के रूप में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रमुख अंग भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में एक लम्बे और मुख्य रूप से अहिंसक स्वतन्त्रता संग्राम के बाद १५ अगस्त १९४७ को आज़ादी पाई। १९५० में लागू हुए नये संविधान में इसे सार्वजनिक वयस्क मताधिकार के आधार पर स्थापित संवैधानिक लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित कर दिया गया और युनाईटेड किंगडम की तर्ज़ पर वेस्टमिंस्टर शैली की संसदीय सरकार स्थापित की गयी। एक संघीय राष्ट्र, भारत को २९ राज्यों और ७ संघ शासित प्रदेशों में गठित किया गया है। लम्बे समय तक समाजवादी आर्थिक नीतियों का पालन करने के बाद 1991 के पश्चात् भारत ने उदारीकरण और वैश्वीकरण की नयी नीतियों के आधार पर सार्थक आर्थिक और सामाजिक प्रगति की है। ३३ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ भारत भौगोलिक क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा राष्ट्र है। वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था क्रय शक्ति समता के आधार पर विश्व की तीसरी और मानक मूल्यों के आधार पर विश्व की दसवीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था है। १९९१ के बाज़ार-आधारित सुधारों के बाद भारत विश्व की सबसे तेज़ विकसित होती बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में से एक हो गया है और इसे एक नव-औद्योगिकृत राष्ट्र माना जाता है। परंतु भारत के सामने अभी भी गरीबी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य-सेवा और आतंकवाद की चुनौतियां हैं। आज भारत एक विविध, बहुभाषी, और बहु-जातीय समाज है और भारतीय सेना एक क्षेत्रीय शक्ति है। .

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मुम्बई

भारत के पश्चिमी तट पर स्थित मुंंबई (पूर्व नाम बम्बई), भारतीय राज्य महाराष्ट्र की राजधानी है। इसकी अनुमानित जनसंख्या ३ करोड़ २९ लाख है जो देश की पहली सर्वाधिक आबादी वाली नगरी है। इसका गठन लावा निर्मित सात छोटे-छोटे द्वीपों द्वारा हुआ है एवं यह पुल द्वारा प्रमुख भू-खंड के साथ जुड़ा हुआ है। मुम्बई बन्दरगाह भारतवर्ष का सर्वश्रेष्ठ सामुद्रिक बन्दरगाह है। मुम्बई का तट कटा-फटा है जिसके कारण इसका पोताश्रय प्राकृतिक एवं सुरक्षित है। यूरोप, अमेरिका, अफ़्रीका आदि पश्चिमी देशों से जलमार्ग या वायुमार्ग से आनेवाले जहाज यात्री एवं पर्यटक सर्वप्रथम मुम्बई ही आते हैं इसलिए मुम्बई को भारत का प्रवेशद्वार कहा जाता है। मुम्बई भारत का सर्ववृहत्तम वाणिज्यिक केन्द्र है। जिसकी भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 5% की भागीदारी है। यह सम्पूर्ण भारत के औद्योगिक उत्पाद का 25%, नौवहन व्यापार का 40%, एवं भारतीय अर्थ व्यवस्था के पूंजी लेनदेन का 70% भागीदार है। मुंबई विश्व के सर्वोच्च दस वाणिज्यिक केन्द्रों में से एक है। भारत के अधिकांश बैंक एवं सौदागरी कार्यालयों के प्रमुख कार्यालय एवं कई महत्वपूर्ण आर्थिक संस्थान जैसे भारतीय रिज़र्व बैंक, बम्बई स्टॉक एक्स्चेंज, नेशनल स्टऑक एक्स्चेंज एवं अनेक भारतीय कम्पनियों के निगमित मुख्यालय तथा बहुराष्ट्रीय कंपनियां मुम्बई में अवस्थित हैं। इसलिए इसे भारत की आर्थिक राजधानी भी कहते हैं। नगर में भारत का हिन्दी चलचित्र एवं दूरदर्शन उद्योग भी है, जो बॉलीवुड नाम से प्रसिद्ध है। मुंबई की व्यवसायिक अपॊर्ट्युनिटी, व उच्च जीवन स्तर पूरे भारतवर्ष भर के लोगों को आकर्षित करती है, जिसके कारण यह नगर विभिन्न समाजों व संस्कृतियों का मिश्रण बन गया है। मुंबई पत्तन भारत के लगभग आधे समुद्री माल की आवाजाही करता है। .

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मुरली शर्मा

मुरली शर्मा हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। .

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युद्ध-बन्दी

आस्ट्रिया और हंगरी के युद्धबन्दी, रूस में युद्धबन्दी (prisoner of war (POW, PoW) उस व्यक्ति को कहते हैं जो किसी सशस्त्र संघर्ष के दौरान या तुरन्त बाद शत्रु देश द्वारा हिरासत में ले लिया गया है। पकड़ा गया व्यक्ति लड़ाकू हो या न हो, वह 'युद्धबन्दी' ही कहा जाता है। श्रेणी:युद्ध.

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राखी सावंत

राखी सावंत (जन्म २५ नवंबर १९७८) एक भारतीय नर्तक, हिन्दी फ़िल्म व टेलिविज़न अभिनेत्री, मॉडल और टेलिविज़न शो मेज़बान है। उनका जन्म नीरू भेदा के नाम से जया भेदा के यहाँ हुआ जिनका विवाह सावंत से हुआ था जो वोर्ली पुलिस थाने में कॉन्स्टेबल थे। सावंत ने विले पार्ले में स्थित गोकिलाबाई हाई स्कुल में पढ़ाई की व आगे चलकर मीठीबाई कॉलेज में दाखिला लिया। वह फ़िल्म निर्देशक राकेश सावंत व पूर्व अभिनेत्री उषा सावंत की बहन है। .

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रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट

रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट (आरसीई) 2002 में स्थापित, मुंबई के शहर में स्थित भारतीय फ़िल्म उत्पादनकर्ता, वितरणकर्ता और दृश्य प्रभाव (विसुअल इफ़ेक्ट) प्रदान करने वाली कंपनी है। कंपनी की स्थापना 2002 में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान और उनकी पत्नी गौरी खान ने की थी। इसने अब मृत, ड्रीमज़ अनलिमिटेड की जगह ली थी। .

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शाहरुख़ ख़ान

शाहरुख़ ख़ान (उच्चारण; जन्म 2 नवम्बर 1965), जिन्हें अक्सर शाहरुख खान के रूप में श्रेय दिया जाता है और अनौपचारिक रूप में एसआरके नाम से सन्दर्भित किया जाता, एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता है। अक्सर मीडिया में इन्हें "बॉलीवुड का बादशाह", "किंग खान", "रोमांस किंग" और किंग ऑफ़ बॉलीवुड नामों से पुकारा जाता है। खान ने रोमैंटिक नाटकों से लेकर ऐक्शन थ्रिलर जैसी शैलियों में 75 हिन्दी फ़िल्मों में अभिनय किया है। फिल्म उद्योग में उनके योगदान के लिये उन्होंने तीस नामांकनों में से चौदह फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार जीते हैं। वे और दिलीप कुमार ही ऐसे दो अभिनेता हैं जिन्होंने साथ फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार आठ बार जीता है। 2005 में भारत सरकार ने उन्हें भारतीय सिनेमा के प्रति उनके योगदान के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया। अर्थशास्त्र में उपाधी ग्रहण करने के बाद इन्होने अपने करियर की शुरुआत १९८० में रंगमंचों व कई टेलिविज़न धारावाहिकों से की और १९९२ में व्यापारिक दृष्टी से सफल फ़िल्म दीवाना से फ़िल्म क्षेत्र में कदम रखा। इस फ़िल्म के लिए उन्हें फ़िल्मफ़ेयर प्रथम अभिनय पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके पश्च्यात उन्होंने कई फ़िल्मों में नकारात्मक भूमिकाएं अदा की जिनमे डर (१९९३), बाज़ीगर (१९९३) और अंजाम (१९९४) शामिल है। वे कई प्रकार की भूमिकाओं में दिखे व भिन्न-भिन्न प्रकार की फ़िल्मों में कार्य किया जिनमे रोमांस फ़िल्में, हास्य फ़िल्में, खेल फ़िल्में व ऐतिहासिक ड्रामा शामिल है। उनके द्वारा अभिनीत ग्यारह फ़िल्मों ने विश्वभर में १ बिलियन का व्यवसाय किया है। खान की कुछ फ़िल्में जैसे दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे (१९९५), कुछ कुछ होता है (१९९८), ''देवदास'' (२००२), ''चक दे! इंडिया'' (२००७), ओम शांति ओम (२००७), रब ने बना दी जोड़ी (२००८) और रा.वन (२०११) अबतक की सबसे बड़ी हीट फ़िल्मों में रही है और कभी खुशी कभी ग़म (२००१), कल हो ना हो (२००३), वीर ज़ारा (२००६)। वेल्थ रिसर्च फर्म वैल्थ एक्स के मुताबिक किंग खान पहले सबसे अमीर भारतीय अभिनेता बन गए हैं। फर्म ने अभिनेता की कुल संपत्ति 3660 करोड़ रूपए आंकी थी लेकिन अब 4000 करोङ बताई जाती है। .

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श्रेया घोषाल

श्रेया घोषाल (जन्म तारीख़: 12 मार्च 1984) एक भारतीय पार्श्व गायिका है। उन्होंने बॉलीवुड में, क्षेत्रीय फिल्मों बहुत सारे गाने गाए और कस्तूरी जैसे भारतीय धारावाहिकों के लिए भी गाया है। हिंदी के अलावा, उन्होंने असमिया, बंगाली, कन्नड़, मलयालम, मराठी, पंजाबी, तमिल और तेलुगु में भी गाने गाए हैं। .

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सतीश शाह

सतीश शाह भारत के एक प्रसिद्ध हास्य अभिनेता हैं। .

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सुनिधि चौहान

सुनिधि चौहान (जन्म निधी चौहान, १४ अगस्त १९८३) एक भारतीय पार्श्वगायिका है जो हिन्दी गीतों को गाने के लिए लोकप्रिय है। उन्होंने मराठी, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, बंगाली, असमिया और गुजराती फ़िल्मों में भी २००० से अधिक गीत गाए हैं। चौहान ने गायन की शुरुआत चार वर्ष की आयु से की और एक स्थानीय टीवी मेज़बान ने उनकी इस प्रतिभा को देखा। उन्हें प्रसिद्धी टेलिविज़न गायन प्रतियोगिता मेरी आवाज़ सुनो से मिली जिसमे जित के बाद उन्होंने पार्श्वगायन क्षेत्र में शस्त्र फ़िल्म से पदार्पण किया। उन्हें लोकप्रियता राम गोपाल वर्मा की फ़िल्म मस्त से मिली जिसमे उन्होंने "रुकी रुकी सी ज़िंदगी" गीत गाया जो एक हीट गीत साबित हुआ। उन्हें कुल चौदह फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कारों का नामांकन और तीन में जित हासिल हुई। उन्होंने दो स्टार स्क्रीन पुरस्कार, दो आइफा पुरस्कार और एक ज़ी सिने पुरस्कार जीते हैं। .

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सुनील शेट्टी

सुनील शेट्टी (जन्म: 11 अगस्त, 1961) हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं।i .

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सुष्मिता सेन

सुष्मिता सेन (जन्म: 19 नवंबर, 1975, हैदराबाद, आंध्रप्रदेश) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। इन्होंने 1994 में मिस इंडिया और ब्रह्माण्ड सुन्दरी का खिताब जीता था। मिस इंडिया स्पर्धा में इन्होंने ऐश्वर्या राय को हराया था। .

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सोनू निगम

सोनू निगम (जन्म: ३० जुलाई १९७३, फरीदाबाद, हरियाणा, भारत) हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध गायक हैँ। वे हिन्दी के अलावा कन्नड़, उड़िया, तमिल, असमिया, पंजाबी, बंगाली, मराठी और तेलुगु फ़िल्मों में भी गा चुके हैं। इन्होने बहुत से इन्डि-पॉप एलबम बनाए हैं और कुछ हिंदी फिल्मों में काम किया है। .

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हिन्दी

हिन्दी या भारतीय विश्व की एक प्रमुख भाषा है एवं भारत की राजभाषा है। केंद्रीय स्तर पर दूसरी आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है। यह हिन्दुस्तानी भाषा की एक मानकीकृत रूप है जिसमें संस्कृत के तत्सम तथा तद्भव शब्द का प्रयोग अधिक हैं और अरबी-फ़ारसी शब्द कम हैं। हिन्दी संवैधानिक रूप से भारत की प्रथम राजभाषा और भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। हालांकि, हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है क्योंकि भारत का संविधान में कोई भी भाषा को ऐसा दर्जा नहीं दिया गया था। चीनी के बाद यह विश्व में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा भी है। विश्व आर्थिक मंच की गणना के अनुसार यह विश्व की दस शक्तिशाली भाषाओं में से एक है। हिन्दी और इसकी बोलियाँ सम्पूर्ण भारत के विविध राज्यों में बोली जाती हैं। भारत और अन्य देशों में भी लोग हिन्दी बोलते, पढ़ते और लिखते हैं। फ़िजी, मॉरिशस, गयाना, सूरीनाम की और नेपाल की जनता भी हिन्दी बोलती है।http://www.ethnologue.com/language/hin 2001 की भारतीय जनगणना में भारत में ४२ करोड़ २० लाख लोगों ने हिन्दी को अपनी मूल भाषा बताया। भारत के बाहर, हिन्दी बोलने वाले संयुक्त राज्य अमेरिका में 648,983; मॉरीशस में ६,८५,१७०; दक्षिण अफ्रीका में ८,९०,२९२; यमन में २,३२,७६०; युगांडा में १,४७,०००; सिंगापुर में ५,०००; नेपाल में ८ लाख; जर्मनी में ३०,००० हैं। न्यूजीलैंड में हिन्दी चौथी सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। इसके अलावा भारत, पाकिस्तान और अन्य देशों में १४ करोड़ १० लाख लोगों द्वारा बोली जाने वाली उर्दू, मौखिक रूप से हिन्दी के काफी सामान है। लोगों का एक विशाल बहुमत हिन्दी और उर्दू दोनों को ही समझता है। भारत में हिन्दी, विभिन्न भारतीय राज्यों की १४ आधिकारिक भाषाओं और क्षेत्र की बोलियों का उपयोग करने वाले लगभग १ अरब लोगों में से अधिकांश की दूसरी भाषा है। हिंदी हिंदी बेल्ट का लिंगुआ फ़्रैंका है, और कुछ हद तक पूरे भारत (आमतौर पर एक सरल या पिज्जाइज्ड किस्म जैसे बाजार हिंदुस्तान या हाफ्लोंग हिंदी में)। भाषा विकास क्षेत्र से जुड़े वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी हिन्दी प्रेमियों के लिए बड़ी सन्तोषजनक है कि आने वाले समय में विश्वस्तर पर अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व की जो चन्द भाषाएँ होंगी उनमें हिन्दी भी प्रमुख होगी। 'देशी', 'भाखा' (भाषा), 'देशना वचन' (विद्यापति), 'हिन्दवी', 'दक्खिनी', 'रेखता', 'आर्यभाषा' (स्वामी दयानन्द सरस्वती), 'हिन्दुस्तानी', 'खड़ी बोली', 'भारती' आदि हिन्दी के अन्य नाम हैं जो विभिन्न ऐतिहासिक कालखण्डों में एवं विभिन्न सन्दर्भों में प्रयुक्त हुए हैं। .

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ज़ायेद खान

ज़ायेद खान (जन्म: 27 अप्रैल, 1980) हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। .

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जावेद जाँनिसार अख्तर

जावेद अख्तर हिन्दी फिल्मों के एक गीतकार हैं। .

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वसुंधरा दास

वसुंधरा दास (ವಸುಂಧರಾ ದಾಸ್), (வசுந்தரா தாஸ்) (जन्म 1977) एक भारतीय अभिनेत्री और गायिका हैं। .

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वीर-ज़ारा

वीर-ज़ारा २००४ में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

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गौरी खान

गौरी खान (जन्म 8 अक्टूबर 1970) एक भारतीय फिल्म निर्माता है और वे बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान की पत्नी है। श्रेणी:1970 में जन्मे लोग श्रेणी:जीवित लोग श्रेणी:फ़िल्म निर्माता श्रेणी:दिल्ली के लोग श्रेणी:मुंबई के लोग श्रेणी:हिन्दी फ़िल्मों के निर्माता.

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कबीर बेदी

कबीर बेदी कबीर बेदी हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। अनुज कुमार पान्देय किसे चह्ता हाइ अ .

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किरण खेर

किरण खेर एक भारतीय अभिनेत्री व राजनेत्री हैं। वर्तमान में यह चण्डीगढ़ संसदीय क्षेत्र से सांसद है। वह अनुपम खेर की पत्नी हैं। वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव में हिस्सा लेते हुए किरण खेर ने सक्रिय राजनीति में कदम रखा। बीजेपी के टिकट पर वे चंडीगढ़ से चुनाव लड़ीं और कांग्रेस उम्मीदवार पवन बंसल और आम आदमी पार्टी (AAP) की उम्मीदवार और बॉलीवुड एक्ट्रेस गुल पनाग को हराकर जीत हासिल की। .

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केके

कृष्णकुमार कुन्नथ (मलयालम: കൃഷ്ണകുമാര് കുന്നത്ത്, जन्म: 23 अगस्त 1970), केके के रूप में भी जाने जाते है| वे एक भारतीय पार्श्व गायक है| वह हिंदी, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़ और तमिल फिल्मों में एक प्रमुख गायक है| उनका जन्म त्रिश्शूर, केरल में सीएस नायर और कनाकवाल्ली, एक मलयाली जोड़े, को हुआ| कृष्णकुमार कुन्नाथ नई दिल्ली में पले बढे| उनके बॉलीवुड ब्रेक से पहले उन्होंने 3,500 विज्ञापन गीत गाया| वे दिल्ली के माउंट सेंट मैरी स्कूल के एक पूर्व छात्र है| उन्होंने 1999 क्रिकेट विश्व कप के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के समर्थन के लिए "जोश ऑफ़ इंडिया" गाना गाया| इस के बाद, उन्होंने पल नामक एलबम निकला जिसे सर्वश्रेष्ठ सोलो एल्बम के लिए स्टार स्क्रीन पुरस्कार मिला| इस एल्बम के दो गाने 'पल' और 'यारों' काफी लोकप्रिय थे| .

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अनु मलिक

अनु मलिक हिन्दी फ़िल्मों के एक संगीतकार हैं। वह सरदार मलिक के पुत्र हैं। इन्होंने संगीत निर्माण का कार्य 1977 में शुरू किया। 1990 के दशक में यह कई सफल फिल्मों के गाने लिख चुके हैं। जिसमें फिर तेरी कहानी याद आई, बाज़ीगर, और जानम जैसे फिल्में शामिल है। हंटरवाली नामक फिल्म से इन्होंने अपने गायिकी का सफर शुरू किया। .

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अभिजीत भट्टाचार्य

अभिजीत हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध गायक हैं। .

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अमृता राव

अमृता राव (जन्म 17 जून 1981 भारत) एक माडल तथा बॉलीवुड अभिनेत्री हैं। "अमृता" संस्कृत भाषा का शब्द है। जिसका तात्पर्य अमरत्व है। (वास्तव में यह अमृत शब्द का स्त्रीलिंग है।) .

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अलका याज्ञिक

अलका याज्ञिक भारतीय सिनेमा की एक प्रसिद्ध पार्श्वगायिका हैं। वे हिंदी सिनेमा में तीन दशकों तक अपनी गायकी के लिए विख्यात हैं। हिंदी सिनेमा में वे सबसे ज्यादा गाने रिकॉर्ड करने वाली पांचवी पार्श्वगायिका हैं। उन्हें फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार के ३६ नामांकनों में से ७ बार पुरस्कार मिल चुका है जो कि खुद में एक रिकॉर्ड है। उन्हें दो राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त है। साथ ही उनके २० गाने बीबीसी के "बॉलीवुड के श्रेष्ठ ४० सदाबहार साउंडट्रैक" में शामिल हैं। उनके कुछ हिट गानों में से हैं — "कुछ कुछ होता है", "टिप टिप बरसा पानी", "परदेसी परदेसी", "छम्मा छम्मा", "पूछो ज़रा पूछो", "एक दो तीन", "चाँद छुपा बादल में", "लाल दुपट्टा", "मुझको राणाजी" और "बाज़ीगर ओ बाज़ीगर"। .

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अलीशा चिनॉय

अलीशा चेनॉय एक भारतीय पॉप गायिका हैं, वह अपने कई निजी एल्बम तथा भारतीय सिनेमा में पार्श्व (प्लेबैक) गायन के लिए जानी जाती है। .

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

मैं हूँ ना (2004 फ़िल्म)

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