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माध्यम (सम्पादित्र)

सूची माध्यम (सम्पादित्र)

माध्यम कृतिदेव फॉण्ट में हिन्दी लिखने के लिये एक पाठ सम्पादित्र है। कृतिदेव फॉण्ट रेमिंगटन लेआउट पर आधारित है जिस कारण इन्स्क्रिप्ट के प्रयोक्ताओं को इसमें टाइप करने में ससस्या आती है। माध्यम इन्स्क्रिप्ट लेआउट द्वारा कृतिदेव में टाइप करने की सुविधा प्रदान करता है। माध्यम में टैक्स्ट टाइप कर लेने के उपरान्त आप उसे किसी भी ऍप्लीकेशन में कॉपी कर सकते हैं। माध्यम द्वारा विकसित किया गया है। फोटोशॉप तथा पेजमेकर जैसे सॉफ्टवेयर इण्डिक यूनिकोड का समर्थन नहीं करते, अत: उनमें मजबूरन नॉन-यूनिकोड हिन्दी में कार्य करना पड़ता है जिस कारण इन्स्क्रिप्ट एवं फोनेटिक के अभ्यस्तों को दिक्कत होती है। माध्यम इन प्रोग्रामों में हिन्दी टाइप करने हेतु काम आता है। माध्यम में टैक्स्ट टाइप कर लेने के उपरान्त आप उसे इन ऍप्लिकेशन में कॉपी कर सकते हैं। माध्यम खुद में तो कोई विशेष सम्पादित्र नहीं है पर अयूनिकोडित प्रोग्रामों में हिन्दी टाइप करने हेतु उपयोगी औजार है। यह एक निःशुल्क देवनागरी वर्ड प्रोसैसर (शब्द संसाधक) है। इसके माध्यम से आप हिन्दी, संस्कृत, मराठी, कोंकणी, मैथिली, भोजपुरी तथा नेपाली आदि में आसानी से काम कर सकते हैं। RTF फॉर्मेटिंग के अलावा इसमें एक सामान्य टैक्स्ट ऍडीटर की सभी सुविधायें मौजूद हैं। इसके माध्यम से हिन्दी में ईमेल भी भेजी जा सकती है। फिलहाल माध्यम में यूनिकोड समर्थन नहीं है तथा इसका इण्टरफ़ेस अंग्रेज़ी में ही है। इसे सॉफ्टपीडिया ने '100 प्रतिशत स्वच्छ साफ्टवेयर पुरस्कार' भी प्रदान किया है। .

18 संबंधों: ध्वन्यात्मक लिप्यन्तरण, नेपाली (बहुविकल्पी), प-पत्र, पाठ सम्पादित्र, भोजपुरी भाषा, मराठी भाषा, मैथिली भाषा, यूनिकोड, रेमिंगटन (हिन्दी कुञ्जीपटल), संस्कृत भाषा, हिन्दी, हिन्दी शब्द संसाधक, इण्डिक यूनिकोड, इन्स्क्रिप्ट, कृतिदेव (फॉण्ट), कोंकणी भाषा, अडोबी पेजमेकर, अडोबी फोटोशॉप

ध्वन्यात्मक लिप्यन्तरण

ध्वन्यात्मक लिप्यन्तरण (फोनेटिक ट्राँसलिट्रेशन) मशीनी लिप्यन्तरण की एक विधि है। यह एक लिप्यन्तरण विधि है जिससे कि हिन्दी आदि भारतीय लिपियों को आपस में तथा रोमन में बदला जाता है। .

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नेपाली (बहुविकल्पी)

नेपाली शब्द के कई अर्थ हो सकते हैं:-.

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प-पत्र

एक ई-मेल परमाणु पत्र (प-पत्र) ईमेल इलॅक्ट्रॉनिक मेल का संक्षिप्त रूप है। यह संगणक द्वारा अंतरजाल के माध्यम से पत्र भेजने का एक तरीका है। एक ईमेल को भेजने के लिए एक ईमेल पते की आवश्यकता होती है जो यूजर-नेम आैर डोमेन नेम से मिल कर बना होता है | आमतौर इण्टरनेट पर कई मुफ्त ईमेल सेवायें उपलब्ध हैं और जिस प्रकार एक ईमेल को कंप्यूटर से भेजा जाता है उसी प्रकार से एक ईमेल को स्मार्टफ़ोन से भी भेजा जा सकता है | .

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पाठ सम्पादित्र

पाठ सम्पादित्र (टैक्स्ट ऍडीटर) एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है जो कि कम्प्यूटर पर अथवा अन्य कम्प्यूटिंग डिवाइसों पर पाठ (टैक्स्ट) टाइप करने, सम्पादित करने तथा संशोधित करने के काम आता है। विभिन्न ऑपरेटिंग सिस्टमों में अपने अन्तर्निर्मित टैक्स्ट ऍडीटर होते हैं, इसके अतिरिक्त अलग से भी कई मुफ्त टैक्स्ट ऍडीटर उपलब्ध हैं। विण्डोज़ प्रचालन तन्त्र में नोटपैड नामक पाठ सम्पादित्र होता है, लिनक्स में vi Editor नाम से तथा मॅकिन्तोश में नाम से होता है। नोटपैड++ एक मुफ्त, मुक्त स्रोत तथा क्रॉस प्लेटफॉर्म पाठ सम्पादित्र है जो कि सभी ऑपरेटिंग सिस्टमों पर कार्य करता है तथा अपनी विशेषताओं के चलते काफी लोकप्रिय है। .

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भोजपुरी भाषा

भोजपुरी शब्द का निर्माण बिहार का प्राचीन जिला भोजपुर के आधार पर पड़ा। जहाँ के राजा "राजा भोज" ने इस जिले का नामकरण किया था।भाषाई परिवार के स्तर पर भोजपुरी एक आर्य भाषा है और मुख्य रूप से पश्चिम बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा उत्तरी झारखण्ड के क्षेत्र में बोली जाती है। आधिकारिक और व्यवहारिक रूप से भोजपुरी हिन्दी की एक उपभाषा या बोली है। भोजपुरी अपने शब्दावली के लिये मुख्यतः संस्कृत एवं हिन्दी पर निर्भर है कुछ शब्द इसने उर्दू से भी ग्रहण किये हैं। भोजपुरी जानने-समझने वालों का विस्तार विश्व के सभी महाद्वीपों पर है जिसका कारण ब्रिटिश राज के दौरान उत्तर भारत से अंग्रेजों द्वारा ले जाये गये मजदूर हैं जिनके वंशज अब जहाँ उनके पूर्वज गये थे वहीं बस गये हैं। इनमे सूरिनाम, गुयाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, फिजी आदि देश प्रमुख है। भारत के जनगणना (2001) आंकड़ों के अनुसार भारत में लगभग 3.3 करोड़ लोग भोजपुरी बोलते हैं। पूरे विश्व में भोजपुरी जानने वालों की संख्या लगभग ४ करोड़ है, हालांकि द टाइम्स ऑफ इंडिया के एक लेख के में ये बताया गया है कि पूरे विश्व में भोजपुरी के वक्ताओं की संख्या १६ करोड़ है, जिसमें बिहार में ८ करोड़ और उत्तर प्रदेश में ७ करोड़ तथा शेष विश्व में १ करोड़ है। उत्तर अमेरिकी भोजपुरी संगठन के अनुसार वक्ताओं की संख्या १८ करोड़ है। वक्ताओं के संख्या के आंकड़ों में ऐसे अंतर का संभावित कारण ये हो सकता है कि जनगणना के समय लोगों द्वारा भोजपुरी को अपनी मातृ भाषा नहीं बताई जाती है। .

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मराठी भाषा

मराठी भारत के महाराष्ट्र प्रांत में बोली जानेवाली सबसे मुख्य भाषा है। भाषाई परिवार के स्तर पर यह एक आर्य भाषा है जिसका विकास संस्कृत से अपभ्रंश तक का सफर पूरा होने के बाद आरंभ हुआ। मराठी भारत की प्रमुख भाषओं में से एक है। यह महाराष्ट्र और गोवा में राजभाषा है तथा पश्चिम भारत की सह-राजभाषा हैं। मातृभाषियों कि संख्या के आधार पर मराठी विश्व में पंद्रहवें और भारत में चौथे स्थान पर है। इसे बोलने वालों की कुल संख्या लगभग ९ करोड़ है। यह भाषा 900 ईसवी से प्रचलन में है और यह भी हिन्दी के समान संस्कृत आधारित भाषा है। .

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मैथिली भाषा

मैथिली भारत के उत्तरी बिहार और नेपाल के तराई क्षेत्र में बोली जाने वाली भाषा है। यह हिन्द आर्य परिवार की सदस्य है। इसका प्रमुख स्रोत संस्कृत भाषा है जिसके शब्द "तत्सम" वा "तद्भव" रूप में मैथिली में प्रयुक्त होते हैं। यह भाषा बोलने और सुनने में बहुत ही मोहक लगता है। मैथिली भारत में मुख्य रूप से दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, शिवहर, भागलपुर, मधेपुरा, अररिया, सुपौल, वैशाली, सहरसा, रांची, बोकारो, जमशेदपुर, धनबाद और देवघर जिलों में बोली जाती है| नेपाल के आठ जिलों धनुषा,सिरहा,सुनसरी, सरलाही, सप्तरी, मोहतरी,मोरंग और रौतहट में भी यह बोली जाती है। बँगला, असमिया और ओड़िया के साथ साथ इसकी उत्पत्ति मागधी प्राकृत से हुई है। कुछ अंशों में ये बंगला और कुछ अंशों में हिंदी से मिलती जुलती है। वर्ष २००३ में मैथिली भाषा को भारतीय संविधान की ८वीं अनुसूची में सम्मिलित किया गया। सन २००७ में नेपाल के अन्तरिम संविधान में इसे एक क्षेत्रीय भाषा के रूप में स्थान दिया गया है। .

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यूनिकोड

यूनिकोड का प्रतीक-चिह्न यूनिकोड (Unicode), प्रत्येक अक्षर के लिए एक विशेष संख्या प्रदान करता है, चाहे कोई भी कम्प्यूटर प्लेटफॉर्म, प्रोग्राम अथवा कोई भी भाषा हो। यूनिकोड स्टैंडर्ड को एपल, एच.पी., आई.बी.एम., जस्ट सिस्टम, माइक्रोसॉफ्ट, ऑरेकल, सैप, सन, साईबेस, यूनिसिस जैसी उद्योग की प्रमुख कम्पनियों और कई अन्य ने अपनाया है। यूनिकोड की आवश्यकता आधुनिक मानदंडों, जैसे एक्स.एम.एल, जावा, एकमा स्क्रिप्ट (जावास्क्रिप्ट), एल.डी.ए.पी., कोर्बा 3.0, डब्ल्यू.एम.एल के लिए होती है और यह आई.एस.ओ/आई.ई.सी. 10646 को लागू करने का अधिकारिक तरीका है। यह कई संचालन प्रणालियों, सभी आधुनिक ब्राउजरों और कई अन्य उत्पादों में होता है। यूनिकोड स्टैंडर्ड की उत्पति और इसके सहायक उपकरणों की उपलब्धता, हाल ही के अति महत्वपूर्ण विश्वव्यापी सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी रुझानों में से हैं। यूनिकोड को ग्राहक-सर्वर अथवा बहु-आयामी उपकरणों और वेबसाइटों में शामिल करने से, परंपरागत उपकरणों के प्रयोग की अपेक्षा खर्च में अत्यधिक बचत होती है। यूनिकोड से एक ऐसा अकेला सॉफ्टवेयर उत्पाद अथवा अकेला वेबसाइट मिल जाता है, जिसे री-इंजीनियरिंग के बिना विभिन्न प्लेटफॉर्मों, भाषाओं और देशों में उपयोग किया जा सकता है। इससे आँकड़ों को बिना किसी बाधा के विभिन्न प्रणालियों से होकर ले जाया जा सकता है। .

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रेमिंगटन (हिन्दी कुञ्जीपटल)

रेमिंगटन (Remington) एक टच टाइपिंग प्रणाली है। यह हिन्दी टाइपिंग की सबसे पुरानी विधि है। इसके लिए पहले से टाइपराइटर पर हिन्दी टाइपिंग सीखी होनी चाहिए। कंप्यूटर पर इस प्रणाली से टाइपिंग सीखना मुश्किल कार्य है। यह सिर्फ उनके लिए उपयोगी है जिन्होंने पहले से टाइपराइटर पर हिन्दी टाइपिंग सीखी हो तथा इसके अभ्यस्त हों। हाँ यदि आप पहले से रेमिंगटन टाइपिंग जानते हों तब यह आपके लिए एकदम सही है। यह विधि अब काफी हद तक समयातीत (आउटडेटेड) हो चुकी है तथा नए सिरे से हिन्दी टाइपिंग सीखने वालों के लिए उपयोगी नहीं है। आजकल इसका प्रयोग मुख्य रूप से नॉन-यूनिकोड ग्राफिक्स तथा डीटीपी (डेस्कटॉप पब्लिशिंग) प्रोग्रामों में किया जाता है। कृतिदेव एक प्रसिद्ध तथा प्रचलित रेमिंगटन फॉण्ट है। .

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संस्कृत भाषा

संस्कृत (संस्कृतम्) भारतीय उपमहाद्वीप की एक शास्त्रीय भाषा है। इसे देववाणी अथवा सुरभारती भी कहा जाता है। यह विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है। संस्कृत एक हिंद-आर्य भाषा हैं जो हिंद-यूरोपीय भाषा परिवार का एक शाखा हैं। आधुनिक भारतीय भाषाएँ जैसे, हिंदी, मराठी, सिन्धी, पंजाबी, नेपाली, आदि इसी से उत्पन्न हुई हैं। इन सभी भाषाओं में यूरोपीय बंजारों की रोमानी भाषा भी शामिल है। संस्कृत में वैदिक धर्म से संबंधित लगभग सभी धर्मग्रंथ लिखे गये हैं। बौद्ध धर्म (विशेषकर महायान) तथा जैन मत के भी कई महत्त्वपूर्ण ग्रंथ संस्कृत में लिखे गये हैं। आज भी हिंदू धर्म के अधिकतर यज्ञ और पूजा संस्कृत में ही होती हैं। .

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हिन्दी

हिन्दी या भारतीय विश्व की एक प्रमुख भाषा है एवं भारत की राजभाषा है। केंद्रीय स्तर पर दूसरी आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है। यह हिन्दुस्तानी भाषा की एक मानकीकृत रूप है जिसमें संस्कृत के तत्सम तथा तद्भव शब्द का प्रयोग अधिक हैं और अरबी-फ़ारसी शब्द कम हैं। हिन्दी संवैधानिक रूप से भारत की प्रथम राजभाषा और भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। हालांकि, हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है क्योंकि भारत का संविधान में कोई भी भाषा को ऐसा दर्जा नहीं दिया गया था। चीनी के बाद यह विश्व में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा भी है। विश्व आर्थिक मंच की गणना के अनुसार यह विश्व की दस शक्तिशाली भाषाओं में से एक है। हिन्दी और इसकी बोलियाँ सम्पूर्ण भारत के विविध राज्यों में बोली जाती हैं। भारत और अन्य देशों में भी लोग हिन्दी बोलते, पढ़ते और लिखते हैं। फ़िजी, मॉरिशस, गयाना, सूरीनाम की और नेपाल की जनता भी हिन्दी बोलती है।http://www.ethnologue.com/language/hin 2001 की भारतीय जनगणना में भारत में ४२ करोड़ २० लाख लोगों ने हिन्दी को अपनी मूल भाषा बताया। भारत के बाहर, हिन्दी बोलने वाले संयुक्त राज्य अमेरिका में 648,983; मॉरीशस में ६,८५,१७०; दक्षिण अफ्रीका में ८,९०,२९२; यमन में २,३२,७६०; युगांडा में १,४७,०००; सिंगापुर में ५,०००; नेपाल में ८ लाख; जर्मनी में ३०,००० हैं। न्यूजीलैंड में हिन्दी चौथी सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। इसके अलावा भारत, पाकिस्तान और अन्य देशों में १४ करोड़ १० लाख लोगों द्वारा बोली जाने वाली उर्दू, मौखिक रूप से हिन्दी के काफी सामान है। लोगों का एक विशाल बहुमत हिन्दी और उर्दू दोनों को ही समझता है। भारत में हिन्दी, विभिन्न भारतीय राज्यों की १४ आधिकारिक भाषाओं और क्षेत्र की बोलियों का उपयोग करने वाले लगभग १ अरब लोगों में से अधिकांश की दूसरी भाषा है। हिंदी हिंदी बेल्ट का लिंगुआ फ़्रैंका है, और कुछ हद तक पूरे भारत (आमतौर पर एक सरल या पिज्जाइज्ड किस्म जैसे बाजार हिंदुस्तान या हाफ्लोंग हिंदी में)। भाषा विकास क्षेत्र से जुड़े वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी हिन्दी प्रेमियों के लिए बड़ी सन्तोषजनक है कि आने वाले समय में विश्वस्तर पर अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व की जो चन्द भाषाएँ होंगी उनमें हिन्दी भी प्रमुख होगी। 'देशी', 'भाखा' (भाषा), 'देशना वचन' (विद्यापति), 'हिन्दवी', 'दक्खिनी', 'रेखता', 'आर्यभाषा' (स्वामी दयानन्द सरस्वती), 'हिन्दुस्तानी', 'खड़ी बोली', 'भारती' आदि हिन्दी के अन्य नाम हैं जो विभिन्न ऐतिहासिक कालखण्डों में एवं विभिन्न सन्दर्भों में प्रयुक्त हुए हैं। .

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हिन्दी शब्द संसाधक

अधिकतर नये शब्द संसाधक इण्डिक समर्थन युक्त हैं, इसलिये हिन्दी में अच्छा कार्य करते हैं। माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस हिन्दीकाफी सुविधाजनक हिन्दी शब्द संसाधक (वर्ड प्रोसैसर) है। इसके अतिरिक्त का आइलीप, का श्रीलिपि, का अक्षरमाला, का माध्यम (निःशुल्क), वेबदुनिया का टाइप एंड कास्ट, सी-डैक का एच-वर्ड आदि देवनागरी में काम करने के अच्छे साधन हैं। .

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इण्डिक यूनिकोड

इण्डिक यूनिकोड यूनिकोड के भारतीय लिपियों से सम्बंधित सॅक्शन को कहा जाता है। यूनिकोड के नवीनतम संस्करण ५.२ में विविध भारतीय लिपियों को मानकीकृत किया गया है जिनमें देवनागरी भी शामिल है। .

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इन्स्क्रिप्ट

इन्स्क्रिप्ट (इण्डियन स्क्रिप्ट का लघुरूप) भारतीय भाषी लिपियों का मानक कीबोर्ड है। यह कम्यूटर हेतु एक टच टाइपिंग कुंजीपटल खाका है। यह कुंजीपटल खाका भारत सरकार द्वारा भारतीय लिपियों के लिये मानक के रूप में स्वीकृत है। यह भारत की भाषायी सॉफ्टवेयर के लिये नामी कम्पनी सी-डैक द्वारा विकसित है। यह देवनागरी, बंगाली, गुजराती, गुरुमुखी, कन्नड़, मलयालम, ओड़िया, तमिल तथा तेलुगू आदि सहित १२ भारतीय लिपियों का मानक कीबोर्ड है। .

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कृतिदेव (फॉण्ट)

कृतिदेव एक नॉन-यूनिकोड भारतीय भाषायी फॉण्ट शृँखला है। यह डीटीपी तथा ग्राफिक्स के कार्य में बहुतायत में उपयोग होता है। कृतिदेव हिन्दी के अतिरिक्त गुरुमुखी, गुजराती, बांग्ला, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, ओड़िया आदि लिपियों हेतु उपलब्ध है। .

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कोंकणी भाषा

कोंकणी गोवा, महाराष्ट्र के दक्षिणी भाग, कर्नाटक के उत्तरी भाग, केरल के कुछ क्षेत्रों में बोली जाती है। भाषायी तौर पर यह 'आर्य' भाषा परिवार से संबंधित है और मराठी से इसका काफी निकट का संबंध है। राजनैतिक तौर पर इस भाषा को अपनी पहचान के लिये मराठी भाषा से काफी संघर्ष करना पड़ा है। अब भारतीय संविधान के तहत कोंकणी को आठवीं अनुसूची में स्थान प्राप्त है। १९८७ में गोवा में कोंकणी को मराठी के बराबर राजभाषा का दर्जा दिया गया किन्तु लिपि पर असहमति के कारण आजतक इस पर अमल नहीं किया जा सका। कोंकणी अनेक लिपियों में लिखी जाती रही है; जैसे - देवनागरी, कन्नड, मलयालम और रोमन। गोवा को राज्य का दर्जा मिलने के बाद दवनागरी लिपि में कोंकणी को वहाँ की राजभाषा घोषित किया गया है। .

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अडोबी पेजमेकर

पेजमेकर अडोबी द्वारा विकसित एक पेज लेआउट सॉफ्टवेयर है। यह डीटीपी के कार्यों में काफी प्रयुक्त होता है। इसका नवीनतम संस्करण अडोबी इनडिजाइन के नाम से है। अभी भी भारत में पेजमेकर का छोटे-मोटे व्यवसायों एवं दुकानों में काफी कार्य होता है। .

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अडोबी फोटोशॉप

अडोबी फोटोशॉप (या अडोब फोटोशॉप) अडोबी सिस्टम्स नामक कम्पनी द्वारा विकसित एक प्रसिद्ध एवं लोकप्रिय ग्राफिक्स प्रोग्राम है। यह बिटमैप इमेजों को उन्नत रूप से सम्पादित करने की सुविधा प्रदान करता है। इसका नवीनतम संस्करण फोटोशॉप सीएस 6 है। एडोब फोटोशॉप एक रेखापुंज ग्राफिक्स संपादक है जिसे मैक ओएस और विंडोज के लिए एडोब सिस्टम द्वारा विकसित और प्रकाशित किया गया है। फ़ोटोशॉप 1988 में थॉमस और जॉन नॉल द्वारा बनाया गया था तब से, यह रेस्टर ग्राफिक्स संपादन में वास्तविक उद्योग मानक बन गया है, जैसे कि "फोटोशॉप" शब्द "फ़ोटोशॉप एक छवि," "फोटोशॉपिंग" और "फ़ोटोशॉप प्रतियोगिता" के रूप में एक क्रिया बन गया है, हालांकि एडोब इस तरह के प्रयोग को हतोत्साहित करता है। यह एकाधिक परतों में रेखापुंज छवियों को संपादित और ढंक सकता है और मास्क, अल्फा कंपोजिटिंग और आरजीबी, सीएमवायके, सीआईईएलएब्ब, स्पॉट कलर और डुओटोन सहित कई रंग मॉडल का समर्थन करता है। फ़ोटोशॉप में ग्राफ़िक फ़ाइल प्रारूपों के लिए व्यापक समर्थन है लेकिन यह स्वयं के PSD और PSB फ़ाइल प्रारूप का भी उपयोग करता है जो सभी पूर्ववर्ती सुविधाओं का समर्थन करते हैं। रेखापुंज ग्राफिक्स के अतिरिक्त, इसमें पाठ को संपादित करने या प्रस्तुत करने की क्षमता सीमित है, वेक्टर ग्राफिक्स (विशेषकर क्लिपिंग पथ के माध्यम से), 3 डी ग्राफिक्स और वीडियो फ़ोटोशॉप की फीचर सेट फ़ोटोशॉप प्लग-इन द्वारा विस्तारित किया जा सकता है, जो कि फ़ोटोशॉप के स्वतंत्र रूप से विकसित और वितरित किए गए प्रोग्राम हैं जो इसके अंदर चला सकते हैं और नए या उन्नत सुविधाएं प्रदान कर सकते हैं। फ़ोटोशॉप नामकरण योजना शुरू में संस्करण संख्याओं पर आधारित थी। हालांकि, अक्टूबर 2002 में, क्रिएटिव सूइट ब्रांडिंग के परिचय के बाद, फ़ोटोशॉप के प्रत्येक नए संस्करण को "सीएस" से अधिक संख्या में नामित किया गया; उदा।, फ़ोटोशॉप का आठवां प्रमुख संस्करण Photoshop CS था और नौवां प्रमुख संस्करण Photoshop CS2 था। फ़ोटोशॉप सीएस 3 के माध्यम से CS6 भी दो अलग-अलग संस्करणों में वितरित किए गए: मानक और विस्तारित। जून 2013 में, क्रिएटिव क्लाउड ब्रैंडिंग की शुरुआत के साथ, फ़ोटोशॉप की लाइसेंसिंग योजना को सॉफ्टवेयर के रूप में बदल दिया गया था और एक सर्विस रेटल मॉडल के रूप में "सीएस" प्रत्यय को "सीसी" से बदल दिया गया था। ऐतिहासिक रूप से, फ़ोटोशॉप को अतिरिक्त सॉफ्टवेयर जैसे एडोब इमेजरेडी, एडोब आतिशबाजी, एडोब ब्रिज, एडोब डिवाइस सेंट्रल और एडोब कैमरा रॉ के साथ बंडल किया गया था। फ़ोटोशॉप के साथ, एडोब भी फ़ोटोशॉप एलीमेंट्स, फ़ोटोशॉप लाइटरूम, फ़ोटोशॉप एक्सप्रेस और फ़ोटोशॉप टच को विकसित और प्रकाशित करता है। सामूहिक रूप से, उन्हें "एडोब फोटोशॉप फैमिली" के रूप में ब्रांडेड किया जाता है। वर्तमान में यह एक लाइसेंस प्राप्त सॉफ्टवेयर है .

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