12 संबंधों: पेरू, युनेस्को, येल विश्वविद्यालय, हीरम बिंघम, विश्व धरोहर, विश्व धरोहर समिति, इंका सभ्यता, कुज़्को, क्वेशुआ भाषाएं, कोलम्बस-पूर्व युग, २००९, २२ अक्टूबर।
पेरू
पेरू दक्षिणी अमरीका महाद्वीप में स्थित एक देश है। राजधानी लीमा है। प्रमुख नदी अमेजॉन और मुद्रा न्यूवो सोल है। यहाँ तीन तरह की जलवायु पाई जाती है- एँडीज़ में सर्द, तटवर्ती मैदानों में खुश्क-सुहानी और वर्षा वाले जंगलों में गर्म और उमस वाली। यह देश इंका नाम की प्राचीन सभ्यता के लिए भी जाना जाता है। पेरू की भाषा स्पेनिश और क्वेशुका हैं तथा ९० प्रतिशत लोग ईसाई धर्म का पालन करते हैं। प्रमुख उद्योग मछली और खनन हैं। यहाँ सभी प्रकार की धातुओं का प्रचुर खनिज भंडार है तथा अनाज, फल और कोको की खेती होती है। पर्यटन उद्योग भी यहाँ की आय का एक प्रमुख साधन है। .
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युनेस्को
यूनेस्को (UNESCO) 'संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (United Nations Educational Scientific and Cultural Organization)' का लघुरूप है। संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) संयुक्त राष्ट्र का एक घटक निकाय है। इसका कार्य शिक्षा, प्रकृति तथा समाज विज्ञान, संस्कृति तथा संचार के माध्यम से अंतराष्ट्रीय शांति को बढ़ावा देना है। संयुक्त राष्ट्र की इस विशेष संस्था का गठन १६ नवम्बर १९४५ को हुआ था। इसका उद्देश्य शिक्षा एवं संस्कृति के अंतरराष्ट्रीय सहयोग से शांति एवं सुरक्षा की स्थापना करना है, ताकि संयुक्त राष्ट्र के चार्टर में वर्णित न्याय, कानून का राज, मानवाधिकार एवं मौलिक स्वतंत्रता हेतु वैश्विक सहमति बन पाए। इसका मुख्यालय पैरिस, फ्रांस में स्थित है। .
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येल विश्वविद्यालय
यह कला और विज्ञान में 2000 अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम ऑफर करता है। इसमें 65 से ज्यादा विभाग और कोर्स हैं। विश्वविद्यालय में 3600 फैकल्टीज और 11000 छात्र हैं, जिनमें 1872 विदेशी छात्र हैं। .
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हीरम बिंघम
हीरम बिंघम हीरम बिंघम एक अमेरिकी इतिहासकार और अन्वेषक थे। उन्होने 1911 में दक्षिण अमेरिका के देश पेरू में इंका सभ्यता के खोये शहर माचू पिच्चू की खोज की थी, तब से माचू पिच्चू एक महत्वपूर्ण पर्यटन आकर्षण बन गया है। श्रेणी:अन्वेषक.
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विश्व धरोहर
यूनेस्को की विश्व विरासत समिति का लोगो युनेस्को विश्व विरासत स्थल ऐसे खास स्थानों (जैसे वन क्षेत्र, पर्वत, झील, मरुस्थल, स्मारक, भवन, या शहर इत्यादि) को कहा जाता है, जो विश्व विरासत स्थल समिति द्वारा चयनित होते हैं; और यही समिति इन स्थलों की देखरेख युनेस्को के तत्वाधान में करती है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विश्व के ऐसे स्थलों को चयनित एवं संरक्षित करना होता है जो विश्व संस्कृति की दृष्टि से मानवता के लिए महत्वपूर्ण हैं। कुछ खास परिस्थितियों में ऐसे स्थलों को इस समिति द्वारा आर्थिक सहायता भी दी जाती है। अब तक (2006 तक) पूरी दुनिया में लगभग 830 स्थलों को विश्व विरासत स्थल घोषित किया जा चुका है जिसमें 644 सांस्कृतिक, 24 मिले-जुले और 138 अन्य स्थल हैं। प्रत्येक विरासत स्थल उस देश विशेष की संपत्ति होती है, जिस देश में वह स्थल स्थित हो; परंतु अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का हित भी इसी में होता है कि वे आनेवाली पीढियों के लिए और मानवता के हित के लिए इनका संरक्षण करें। बल्कि पूरे विश्व समुदाय को इसके संरक्षण की जिम्मेवारी होती है। .
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विश्व धरोहर समिति
विश्व धरोहर समिति (अंग्रेजी: World Heritage Committee), उन स्थलों का चयन करती है जिन्हें यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों के रूप में सूचीबद्ध किया जा सकता है। यह विश्व धरोहर कन्वेंशन के कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार है, विश्व धरोहर कोष के इस्तेमाल को परिभाषित करता है और राष्ट्र दलों से अनुरोध पर वित्तीय सहायता का आवंटन करती है। इसका गठन 21 राष्ट्र दलों से मिलकर होता है, जिनका चुनाव राष्ट्र दलों की महासभा द्वारा चार साल के कार्यकाल के लिए होता है। विश्व धरोहर कन्वेंशन के नियमानुसार, समिति के सदस्य राष्ट्र का कार्यकाल छह साल के लिए होता है, लेकिन कई राष्ट्र दल स्वेच्छा से केवल चार साल के लिए ही समिति के सदस्य बने रहना स्वीकार करते हैं ताकि, दूसरे राष्ट्र दलों को भी समिति का सदस्य बनने का मौका मिल सके। उदाहरण के लिए, 15 वीं महासभा (2005) के लिए निर्वाचित सभी सदस्यों ने स्वेच्छा से अपना कार्यकाल छह वर्ष से घटा कर चार वर्ष करने का फैसला किया। .
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इंका सभ्यता
इंका दक्षिण अमेरीका के मूल निवासिओं (रेड इण्डियन जाति) की एक गौरवशाली उपजाति थी। इंका प्रशासन के सम्बन्ध में विद्वानों का ऐसा मत है कि उनके राज्य में वास्तविक राजकीय समाजवाद (स्टेट सोशियलिज्म) था तथा सरकारी कर्मचारियों का चरित्र अत्यंत उज्वल था। इंका लोग कुशल कृषक थे। इन्होंने पहाड़ियों पर सीढ़ीदार खेतों का प्रादुर्भाव करके भूमि के उपयोग का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया था। आदान-प्रदान का माध्यम द्रव्य नहीं था, अत: सरकारी करों का भुगतान शिल्पों की वस्तुओं तथा कृषीय उपजों में किया जाता था। ये लोग खानों से सोना निकालते थे, परंतु उसका मंदिरों आदि में सजावट के लिए ही प्रयोग करते थे। ये लोग सूर्य के उपासक थे और ईश्वर में विश्वास करते थे। .
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कुज़्को
| | कुज़्को (स्पैनिश: Cusco, क्वेशुआ: Qusqu) पेरू के दक्षिणपश्चिम में एण्डीज़ पर्वतमाला की घाटी उरुबाम्बा में बसा एक शहर है। यह कुज़्को क्षेत्र और कुज़्को प्रांत दोनों की राजधानी है। शहर की वर्तमान आबादी 348,935 है, जो पिछले 20 साल पहले की जनसंख्या का लगभग तीन गुना है। यह कुज़्को के पूर्वी छोर पर स्थित है और समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 3,300 मीटर (11,000 फीट) के आसपास है। कुज़्को इंका साम्राज्य की ऐतिहासिक राजधानी है और 1983 में यूनेस्को द्वारा इसे एक विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है। यह दक्षिण अमेरिका का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और लगभग दस लाख पर्यटक प्रति वर्ष यहां आते हैं। पेरू के संविधान द्वारा यह पेरू की ऐतिहासिक राजधानी के रूप में निर्दिष्ट है। .
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क्वेशुआ भाषाएं
क्वेशुआ (Quechua) दक्षिण अमेरिका के एण्डीज़ पर्वत क्षेत्र के मूल निवासियों द्वारा बोली जाने वाली भाषाओं का एक परिवार है। यह सभी एक विलुप्त आदि-क्वेशुआ भाषा की वंशज हैं और आधुनिक युग में लगभग ९० लाख लोगों द्वारा बोली जाती हैं।, Evan James Kidd, pp.
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कोलम्बस-पूर्व युग
कोलम्बस-पूर्व युग उत्तर, मध्य व दक्षिण अमेरिका के उन सभी ऐतिहासिक दौरों को कहते हैं जो इन क्षेत्रों में यूरोपी प्रभाव पड़ने से पहले गुज़रे।, Charles C. Mann, Random House LLC, 2005, ISBN 9781400040063 यह युग इन महाद्वीपों में पाषाण युग में मनुष्यों के सर्वप्रथम दाख़िल होने से लेकर आधुनिक युग की शुरुआत में यूरोपी उपनिवेशों की स्थापना तक विस्तृत था।, Stacy Kowtko, Greenwood Publishing Group, 2006, ISBN 9780313334726 तब यहाँ पर अमेरिका के मूल आदिवासी लोग ही रहा करते थे। कुछ क्षेत्रों में यह क़बीलाई ख़ानाबदोश जीवनियाँ व्यतीत करते थे लेकिन अन्य जगहों पर इनके आज़तेक साम्राज्य और इन्का साम्राज्य जैसे विस्तृत और समृद्ध राज्य भी पनपे थे। सन् १४९२ में क्रिस्टोफ़र कोलम्बस की खोजयात्रा के बाद अमेरिकी महाद्वीपों पर यूरोप का ज़बरदस्त प्रभाव पड़ा जिसमें अधिकतर क्षेत्रों पर यूरोपीय सामाजिक, धार्मिकि, राजनैतिक और सैनिक क़ब्ज़ा हो गया और कई स्थानों पर तो मूल आदिवासी समुदाय हमेशा के लिये विलुप्त हो गए और वहाँ यूरोपीय मूल के लोग बसने लगे।, Duane Champagne, Gale Research, 1994, ISBN 9780810391956 .
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२००९
२००९ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। वर्ष २००९ बृहस्पतिवार से प्रारम्भ होने वाला वर्ष है। संयुक्त राष्ट्र संघ, यूनेस्को एवं आइएयू ने १६०९ में गैलीलियो गैलिली द्वारा खगोलीय प्रेक्षण आरंभ करने की घटना की ४००वीं जयंती के उपलक्ष्य में इसे अंतर्राष्ट्रीय खगोलिकी वर्ष घोषित किया है। .
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२२ अक्टूबर
22 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 295वॉ (लीप वर्ष मे 296 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 70 दिन बाकी है। .
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