यह अस्त्र भगवान ब्रह्मा जी का सबसे शक्तिशाली अस्त्र है। इसका एक नाम ब्रह्मदंड भी है। इसके शीर्ष पर ब्रह्मा जी के पांचों शीश हैं। ब्रह्मा जी ने अपना पांचवां शीश भगवान शिव से युद्ध में गंवा दिया था। यह इतना शक्तिशाली है कि क्षणभर में ही सारे ब्रह्माण्ड, सभी सृष्टिओं और सभी लोकों को विलीन कर सकता है। ज्ञानी- महापुरुष जो एक क्षण का भी ज्ञान रखते हैं उनके अनुसार इसके प्रयोग से सबकुछ भस्म हो जायेगा यहाँ तक की भस्म भी जल जायेगी। सारे पर्वत तूफान में उड़ने लगेंगे।.
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