3 संबंधों: पदानुक्रम, प्रत्यक्ष बिक्री, विपणन रणनीति।
पदानुक्रम
पदानुक्रम, अधिक्रम या पदसोपान (hierarchy) वस्तुओं का ऐसा विन्यास है जिसमें वस्तुएँ एक दूसरे के सापेक्ष 'ऊपर', 'नीचे', या 'समान स्तर पर' रखी जातीं हैं। ये वस्तुएं नाम, मान (वैल्यू), श्रेणी आदि हो सकती हैं। किसी भी संगठन की कार्यकुशलता एवं लक्ष्य प्राप्ति के लिए आवश्यक है कि संगठन की रचना करते समय कुछ आधारभूत सिद्धान्त अपनाए जाएं। संगठन के सिद्धान्त से तात्पर्य, प्रशासनिक संगठनों की उन प्रक्रियाओं तथा नियमो से है, जिसके अनुसार प्रशासनिक संगठनों का संचालन होता है। इन सिद्धान्तों में पदसोपान, आदेश की एकता, नियंत्रण का क्षेत्र, नेतृत्व, पर्यवेक्षण, प्रत्यायोजन, समन्वय, सत्ता तथा उत्तरदायित्व इत्यादि सम्मिलित हैं। .
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प्रत्यक्ष बिक्री
आधुनिक डायरेक्ट सेलिंग (प्रत्यक्ष बिक्री) के अंतर्गत ऐसी बिक्रियाँ आतीं हैं जो पार्टी योजना, एक एक करके प्रदर्शन और अन्य व्यक्तिगत संपर्क व्यवस्था या अंतर्जाल के द्वारा की जातीं हैं। कुछ सूत्रों से ज्ञात होता है कि डायरेक्ट सेलिंग या प्रत्यक्ष बिक्री सीधा व्यक्तिगत प्रदर्शन, प्रस्तुति, उत्पादों या सेवाओं अथवा दोनों की बिक्री अपने घर परिवार के तथा परिचितों से करना है। एफटीसी के अनुसार प्रत्यक्ष बिक्री एक ऐसी विधि है जो व्यक्ति से व्यक्ति बिक्री पर निर्धारित है। यह रीटेल से अलग सोशल मीडिया के द्वारा या विक्रयकर्ता के द्वारा की जाती है। प्रत्यक्ष बिक्री दो प्रकार के व्यावसायिक प्रारूपों में कार्य करत है: सिंगल लेवल मार्केटिंग जहाँ एक डायरेक्ट सेलर कंपनी का सामान क्रय या विक्रय करके पैसे कमा सकता है या मल्टी लेवल मार्केटिंग (नेटवर्क मार्केटिंग या व्यक्ति दर व्यक्ति मार्केटिंग) जिसमें वह सामान क्रय विक्रय तथा नए डायरेक्ट सेलर्स को लाकर और उनके क्रय विक्रय पर भी पैसा कमा सकता है। डायरेक्ट सेलिंग व्यवसाय में भारत में अपार संभावनाएं हैं। पूरे दुनियाभर में भारत प्रत्यक्ष बिक्री के मामले में ११वें पायदान पर तथा इससे प्राप्त राजस्व के मामले में २३ वें स्थान पर है। २००८-०९ के सर्वे के अनुसार यह व्यवसाय ३३३०० मिलियन का था। व्यवसाय को पारदर्शी बनाने हेतु इण्डियन डायरेक्ट सेलिंग असोसिएशन का भी निर्माण हुआ जिसमें कुछ कम्पनियां सम्मिलित हैं। साथ ही सितंबर २०१६ में भारतीय राजपत्र में प्रत्यक्ष बिक्री के नियमों का लेखन भी हुआ। .
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विपणन रणनीति
विपरण के लिए रणनीति भी बनानी आवश्यक होती है, जैसे की हमें वस्तुओ या सेवाओ को लोगो तक कैसे पहुचाये, पहुचाने के तरीकों और इनमे आने वाली समस्याओ के लिए प्लानिंग करना विपणन रणनीति कहलाती है। श्रेणी:रणनीति.