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फ्रैंकलिन डेलानो रूज़वेल्ट

सूची फ्रैंकलिन डेलानो रूज़वेल्ट

फ्रैंकलिन डेलानो रूज़वेल्ट फ्रैंकलिन डेलानो रूज़वेल्ट(जनवरी 30, 1882- अप्रैल 12, 1945) अमेरिका के 32वें राष्ट्रपति थे। वे द्वितीय विश्वयुद्ध और वैश्विक आर्थिक मंदी के दौरान बीसवीं सदी के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों में से थे। राष्ट्रपति पद के लिए वे चार बार चुने गए और 1933 से 1945 तक इस पर बने रहे। वे अमेरिका के पहले राष्ट्रपति थे जिन्होंने दो बार से ज्यादा इस पद की शोभा बढ़ाई। 1930 के दशक में वैश्विक आर्थिक मंदी के दौरान, उन्होंने रोजगार बढ़ाने, अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने और आर्थिक सुधार के लिए कई बैंकों और एजेंसियों से समझोता किया। इनमें वर्क्स प्रोग्रेस एडमिनिशट्रेशन(पीपीए), नेशनल रिकवरी एडमिनिस्ट्रेशन(एनआरए) और एग्रीकल्चरल एडजस्टमेंट एडमिनिस्ट्रेशन(एएए) शामिल हैं। हालांकि द्वितीय विश्वयुद्ध शुरू होने तक अर्थव्यवस्था नहीं सुधरी, लेकिन उन्होंने फेडेरल डिपोजिट इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन(एफडीआईसी), टेनिज वेली ऑथरिटी(टीवीए) और यूएस सेक्यूरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन जैसे कार्यक्रमों की शुरूआत की। उनके कुछ अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में सोशल सेक्युरिटी सिस्टम और नेशनल लेबर रिलेशन बोर्ड की स्थापना शामिल है। जब अंग्रेजों ने धूरी राष्ट्रों के साथ युद्ध छेड़ दी, तो रुजावेल्ट ने विंसटन चर्चिल को मदद का हाथ बढ़ाया और दिसंबर 1941 में औपचारिक रूप से अमेरिका द्वितीय विश्वयुद्ध में शामिल हो गया। उसी दौरान उन्होंने मूल्यों पर रोक लगाई और लोगों को नियंत्रित दर जरूरी चीजें मुहैया करवाई। जापान द्वारा पर्ल हार्बर पर हमले और नाजियों तथा फ़ासीवादी जर्मनों द्वारा अमेरिका के खिलाफ युद्ध छेड़े जाने के बाद रूजवेल्ट ने जापानी अमेरिकियों, जर्मन अमेरिकियों और इतालवी अमेरिकियों के लिए अंतिम संस्कार की व्यवस्था लागू की, जो युद्ध में मारे गए। ये डेमोक्रैट पार्टी से थे। श्रेणी:अमेरिका के राष्ट्रपति.

4 संबंधों: द्वितीय विश्वयुद्ध, बीसवीं शताब्दी, संयुक्त राज्य, संयुक्त राज्य के राष्ट्रपतियों की सूची

द्वितीय विश्वयुद्ध

द्वितीय विश्वयुद्ध १९३९ से १९४५ तक चलने वाला विश्व-स्तरीय युद्ध था। लगभग ७० देशों की थल-जल-वायु सेनाएँ इस युद्ध में सम्मलित थीं। इस युद्ध में विश्व दो भागों मे बँटा हुआ था - मित्र राष्ट्र और धुरी राष्ट्र। इस युद्ध के दौरान पूर्ण युद्ध का मनोभाव प्रचलन में आया क्योंकि इस युद्ध में लिप्त सारी महाशक्तियों ने अपनी आर्थिक, औद्योगिक तथा वैज्ञानिक क्षमता इस युद्ध में झोंक दी थी। इस युद्ध में विभिन्न राष्ट्रों के लगभग १० करोड़ सैनिकों ने हिस्सा लिया, तथा यह मानव इतिहास का सबसे ज़्यादा घातक युद्ध साबित हुआ। इस महायुद्ध में ५ से ७ करोड़ व्यक्तियों की जानें गईं क्योंकि इसके महत्वपूर्ण घटनाक्रम में असैनिक नागरिकों का नरसंहार- जिसमें होलोकॉस्ट भी शामिल है- तथा परमाणु हथियारों का एकमात्र इस्तेमाल शामिल है (जिसकी वजह से युद्ध के अंत मे मित्र राष्ट्रों की जीत हुई)। इसी कारण यह मानव इतिहास का सबसे भयंकर युद्ध था। हालांकि जापान चीन से सन् १९३७ ई. से युद्ध की अवस्था में था किन्तु अमूमन दूसरे विश्व युद्ध की शुरुआत ०१ सितम्बर १९३९ में जानी जाती है जब जर्मनी ने पोलैंड पर हमला बोला और उसके बाद जब फ्रांस ने जर्मनी पर युद्ध की घोषणा कर दी तथा इंग्लैंड और अन्य राष्ट्रमंडल देशों ने भी इसका अनुमोदन किया। जर्मनी ने १९३९ में यूरोप में एक बड़ा साम्राज्य बनाने के उद्देश्य से पोलैंड पर हमला बोल दिया। १९३९ के अंत से १९४१ की शुरुआत तक, अभियान तथा संधि की एक शृंखला में जर्मनी ने महाद्वीपीय यूरोप का बड़ा भाग या तो अपने अधीन कर लिया था या उसे जीत लिया था। नाट्सी-सोवियत समझौते के तहत सोवियत रूस अपने छः पड़ोसी मुल्कों, जिसमें पोलैंड भी शामिल था, पर क़ाबिज़ हो गया। फ़्रांस की हार के बाद युनाइटेड किंगडम और अन्य राष्ट्रमंडल देश ही धुरी राष्ट्रों से संघर्ष कर रहे थे, जिसमें उत्तरी अफ़्रीका की लड़ाइयाँ तथा लम्बी चली अटलांटिक की लड़ाई शामिल थे। जून १९४१ में युरोपीय धुरी राष्ट्रों ने सोवियत संघ पर हमला बोल दिया और इसने मानव इतिहास में ज़मीनी युद्ध के सबसे बड़े रणक्षेत्र को जन्म दिया। दिसंबर १९४१ को जापानी साम्राज्य भी धुरी राष्ट्रों की तरफ़ से इस युद्ध में कूद गया। दरअसल जापान का उद्देश्य पूर्वी एशिया तथा इंडोचायना में अपना प्रभुत्व स्थापित करने का था। उसने प्रशान्त महासागर में युरोपीय देशों के आधिपत्य वाले क्षेत्रों तथा संयुक्त राज्य अमेरीका के पर्ल हार्बर पर हमला बोल दिया और जल्द ही पश्चिमी प्रशान्त पर क़ब्ज़ा बना लिया। सन् १९४२ में आगे बढ़ती धुरी सेना पर लगाम तब लगी जब पहले तो जापान सिलसिलेवार कई नौसैनिक झड़पें हारा, युरोपीय धुरी ताकतें उत्तरी अफ़्रीका में हारीं और निर्णायक मोड़ तब आया जब उनको स्तालिनग्राड में हार का मुँह देखना पड़ा। सन् १९४३ में जर्मनी पूर्वी युरोप में कई झड़पें हारा, इटली में मित्र राष्ट्रों ने आक्रमण बोल दिया तथा अमेरिका ने प्रशान्त महासागर में जीत दर्ज करनी शुरु कर दी जिसके कारणवश धुरी राष्ट्रों को सारे मोर्चों पर सामरिक दृश्टि से पीछे हटने की रणनीति अपनाने को मजबूर होना पड़ा। सन् १९४४ में जहाँ एक ओर पश्चिमी मित्र देशों ने जर्मनी द्वारा क़ब्ज़ा किए हुए फ़्रांस पर आक्रमण किया वहीं दूसरी ओर से सोवियत संघ ने अपनी खोई हुयी ज़मीन वापस छीनने के बाद जर्मनी तथा उसके सहयोगी राष्ट्रों पर हमला बोल दिया। सन् १९४५ के अप्रैल-मई में सोवियत और पोलैंड की सेनाओं ने बर्लिन पर क़ब्ज़ा कर लिया और युरोप में दूसरे विश्वयुद्ध का अन्त ८ मई १९४५ को तब हुआ जब जर्मनी ने बिना शर्त आत्मसमर्पण कर दिया। सन् १९४४ और १९४५ के दौरान अमेरिका ने कई जगहों पर जापानी नौसेना को शिकस्त दी और पश्चिमी प्रशान्त के कई द्वीपों में अपना क़ब्ज़ा बना लिया। जब जापानी द्वीपसमूह पर आक्रमण करने का समय क़रीब आया तो अमेरिका ने जापान में दो परमाणु बम गिरा दिये। १५ अगस्त १९४५ को एशिया में भी दूसरा विश्वयुद्ध समाप्त हो गया जब जापानी साम्राज्य ने आत्मसमर्पण करना स्वीकार कर लिया। .

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बीसवीं शताब्दी

ग्रेगरी पंचांग (कलेंडर) के अनुसार ईसा की बीसवीं शताब्दी 1 जनवरी 1901 से 31 दिसम्बर 2000 तक मानी जाती है। कुछ इतिहासवेत्ता 1914 से 1992 तक को संक्षिप्त बीसवीं शती का नाम भी देते हैं। (उन्नीसवी शताब्दी - बीसवी शताब्दी - इक्कीसवी शताब्दी - और शताब्दियाँ) दशक: १९०० का दशक १९१० का दशक १९२० का दशक १९३० का दशक १९४० का दशक १९५० का दशक १९६० का दशक १९७० का दशक १९८० का दशक १९९० का दशक ---- समय के गुज़रने को रेकोर्ड करने के हिसाब से देखा जाये तो बीसवी शताब्दी वह शताब्दी थी जो १९०१ - २००० तक चली थी। मनुष्य जाति के जीवन का लगभग हर पहलू बीसवी शताब्दी में बदल गया।.

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संयुक्त राज्य

संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America) (यू एस ए), जिसे सामान्यतः संयुक्त राज्य (United States) (यू एस) या अमेरिका कहा जाता हैं, एक देश हैं, जिसमें राज्य, एक फ़ेडरल डिस्ट्रिक्ट, पाँच प्रमुख स्व-शासनीय क्षेत्र, और विभिन्न अधिनस्थ क्षेत्र सम्मिलित हैं। 48 संस्पर्शी राज्य और फ़ेडरल डिस्ट्रिक्ट, कनाडा और मेक्सिको के मध्य, केन्द्रीय उत्तर अमेरिका में हैं। अलास्का राज्य, उत्तर अमेरिका के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित है, जिसके पूर्व में कनाडा की सीमा एवं पश्चिम मे बेरिंग जलसन्धि रूस से घिरा हुआ है। वहीं हवाई राज्य, मध्य-प्रशान्त में स्थित हैं। अमेरिकी स्व-शासित क्षेत्र प्रशान्त महासागर और कॅरीबीयन सागर में बिखरें हुएँ हैं। 38 लाख वर्ग मील (98 लाख किमी2)"", U.S. Census Bureau, database as of August 2010, excluding the U.S. Minor Outlying Islands.

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संयुक्त राज्य के राष्ट्रपतियों की सूची

संयुक्त राज्य के संविधान के मुताबिक, राष्ट्रपति देश और सरकार दोनों का प्रमुख है। देश की कार्यकारिणी शाखा और संघीय सरकार के मुखिया के रूप में राष्ट्रपति पद प्रभाव और मान्यता द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका में सर्वोच्च राजनीतिक पद है। राष्ट्रपति संयुक्त राज्य अमेरिका के सशस्त्र बलों का प्रमुख भी है। राष्ट्रपति परोक्ष रूप से एक निर्वाचक मंडल द्वारा चार साल के कार्यकाल के लिए चुना जाता है (या प्रतिनिधि सभा द्वारा अगर निर्वाचक मंडल किसी भी व्यक्ति को बहुमत नहीं देता है)। १९५१ में संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान में बाईसवें (22) संशोधन के बाद से कोई भी व्यक्ति दो बार से अधिक राष्ट्रपति निर्वाचित नहीं किया जा सकता है और कोई भी जिसने दो साल से ज़्यादा राष्ट्रपति का कार्यभार संभाला है जब कोई और निर्वाचित हुआ था (हत्या, मृत्यु या पद त्याग के कारण), एक से अधिक बार चुने नहीं जा सकते हैं। अगर कोई अवलंबी राष्ट्रपति कार्यालय के बीच में पद त्याग देता है या उन्हें हटा दिया जाता है या उनकी मृत्यु हो जा जाती है, इस परिस्थिति में उपराष्ट्रपति उनका पद संभाल लेता है। किसी व्यक्ति को राष्ट्रपति बनने के लिये 35 या उससे अधिक वर्ष का होना जरूरी है, न्यूनतम 14 साल वो संयुक्त राज्य अमेरिका में रहे हों और वो "प्राकृतिक रूप से जन्मे" अमेरिका के नागरिक हो। आज तक 43 व्यक्ति राष्ट्रपति पद पर आसीन हुये हैं और 44 कार्यकाल हुये हैं, चूंकि ग्रोवर क्लीवलाण्ड गैरलगातार दो बार राष्ट्रपति बने थे। राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित व्यक्तियों में से चार लोगो की कार्यालय अवधि में मृत्यु हो गयी थी (विलियम हेनरी हैरिसन, ज़ेकरी टेलर, वारेन हार्डिंग, और फ्रेंकलिन रोज़वेल्ट), चार की हत्या कर दी गयी (अब्राहम लिंकन,Martin, Paul, Smithsonian Magazine, April 8, 2010, Retrieved November 15, 2010 जेम्स गार्फील्ड, विलियम मकिन्ली, और जाह्न केनेडी) और एक ने इस्तीफ़ा दे दिया (रिचर्ड निक्सन)। जार्ज वाशिंगटन 1789 में निर्वाचन मंडल के सर्वसम्मत वोट के बाद सबसे पहले राष्ट्रपति बने थे। विलियम हेनरी हैरिसन 1841 में केवल 32 दिन इस पद पर रहे थे, जो किसी भी राष्ट्रपति का सबसे छोटा कार्यकाल है। फ्रेंकलिन रोज़वेल्ट बारह से अधिक वर्षो तक इस पद पर रहे जो सबसे बड़ा कार्यकाल है, पर जल्द ही उनकी अपने चौथे कार्यकाल में मृत्यु हो गयी; वो अकेले राष्ट्रपति है जो इस पद पर दो बार से ज़्यादा चुने गये हैं। जाह्न केनेडी अकेले राष्ट्रपति रहे हैं जिनका धर्म रोमन कैथोलिक था (दूसरे या तो प्रोटेस्टैंट थे या नास्तिक) और निवर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा, अफ्रीकी मूल के पहले राष्ट्रपति थे, अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हैं। इस सूची में अमेरिका की मौजूदा सरकार के राष्ट्रपति के नाम है जो 1789 में अस्तित्व में आयी थी, हालांकि इससे पहले भी संयुक्त राज्य में सरकार रही है। इसके अलावा गृहयुद्ध के दौरान एक और राष्ट्रपति नामक पद था जो अपने अस्तित्व के दौरान केवल एक व्यक्ति के पास रहा। .

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

फ़्राँक्लिन रुज़वेल्ट, फ्रान्कलिन डेलानो रोज़वेल्ट, फ्रेंकलिन रोज़वेल्ट

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