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पृथक्कारक

सूची पृथक्कारक

पृथक्कारक या विलगक (इन्सुलेटर) से निम्नलिखित का बोध हो सकता है-.

7 संबंधों: ऊष्मा रोधन, प्रकाश-विलगक, पृथक्कारक (माइक्रोवेव), पृथक्कारी प्रवर्धक, पृथक्कारी स्विच, रोधन, विद्युतरोधी

ऊष्मा रोधन

ठण्ड से बचने के लिये (अर्थात, ऊष्मा रोधकता को बढ़ाने के लिये) जन्तु अपने रोंओं या परों को कड़ा (सीधा) कर लेते हैं। दो वस्तुओं के बीच में ऊष्मा के प्रवाह में अवरोध को ऊष्मा अवरोधन (Thermal insulation) कहते हैं। ऊष्मा के रोधन के लिये विशेष रूप से अभिकल्पित प्रक्रमों, विशेष आकर तथा उपयुक्त पदार्थों का चुनाव बहुत जरूरी है। दो अलग-अलग ताप वाली वस्तुओं के सीधे सम्पर्क में आने पर उनके बीच ऊष्मा का अन्तरण अवश्य होगा। किन्तु इन दोनों वस्तुओं के बीच ऊष्मारोधी पदार्थ प्रविष्ट करा देने से ऊष्मा का प्रवाह पहले से कम होगा। कितना कम होगा यह इस बात पर निर्भर करता है कि ऊष्मारोधी पदार्थ की मोटाई कितनी है, उसकी ऊष्मा चालकता कितनी कम है आदि। इसी प्रकार विकिरण द्वारा ऊष्मा के प्रवाह को कम करने के लिये कुछ अन्य तरीके अपनाए जाते हैं। किसी पदार्थ की ऊष्मा चालकता जितनी कम होती है, वह उतना ही अच्छा ऊष्मारोधी होता है। ऊष्मा इंजीनियरी के क्षेत्र में ऊष्मारोधी पदार्थ के अन्य गुण हैं, घनत्व तथा विशिष्ट ऊष्मा। .

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प्रकाश-विलगक

कुछ प्रकाश-युग्मक एक प्रकाश-युग्मक की क्रियाविधि इलेक्ट्रॉनिकी में प्रकाश-विलगक (opto-isolator) वह इलेक्ट्रॉनिक अवयव है जो किसी विद्युत संकेत को प्रकाश के माध्यम से एक परिपथ से दूसरे परिपथ में भेज सकता है, जो पहले परिपथ से विलगित (आइसोलेटेड) हो। इस प्रकार यह दो अलग-अलग वोल्तता पर स्थित परिपथों के बीच संकेतों का आदान-प्रदान कर सकता है। इस प्रकार इसका कार्य एक विलगक (आइसोलेटर) का है। किन्तु इसे प्रकाश-युग्मक (optocoupler या photocoupler) भी कहते हैं क्योंकि यह परस्पर विलगित दो परिपथों को संकेत द्वारा 'जोड़ने' का काम भी करता है। वाणिज्यिक रूप से उपलब्ध प्रकाश-विलगक १० हजार वोल्ट तक विलगन प्रदान करते हैं तथा 10 kV/μs तक के वोल्टेज परिवर्तन सह सकते हैं। सबसे सामान्य प्रकाश-विलगक में एक प्रकाश उत्सर्जक डायोड (LED) तथा एक फोटोट्रान्जिस्टर होता है। ये दोनों एक ही अपारदर्शी पैकेज के अन्दर निर्मित होते हैं। प्रायः प्रकाश-विलगकों का उपयोग अंकीय संकेतों (on-off) के संचार के लिये किया जाता है किन्तु कुछ विधियों का उपयोग करके इन्हें अनुरूप संकेतों के साथ भी काम में लिया जा सकता है। .

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पृथक्कारक (माइक्रोवेव)

एक प्रकार का माइक्रोवेव पृथकारक माइक्रोवेव के सन्दर्भ में, पृथक्कारक (आइसोलेटर) एक द्वि-प्रद्वार (two port) युक्ति है जो माइक्रोवेव या रेडियो आवृत्ति की शक्ति को एक ही दिशा में गमन करने देता है, दूसरी दिशा में नहीं। श्रेणी:माइक्रोवेव.

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पृथक्कारी प्रवर्धक

पृथक्कारी प्रवर्धक का प्रतीक ट्रान्सफॉर्मर के माध्यम से पृथक्करण प्रदान करने वाले पृथक्कारी प्रवर्धक का सिद्धान्त प्रकाशिक कपुलिंग के द्वारा पृथक्करण प्रदान करने वाले पृथक्कारी प्रवर्धक का सिद्धान्त पृथक्कारी प्रवर्धक (Isolation amplifiers) वे प्रवर्धक हैं जिनके इन्पुट और आउटपुट के बीच उच्च प्रतिरोध (या प्रतिबाधा) होती है तथा इनपुट और आउटपुट के बीच हजारों वोल्ट (एसी या डीसी) होने के वावजूद ये अपना काम करते हैं। दूसरे शब्दों में, इनके इन्पुट और आउटपुट के बीच कोई सीधा विद्युत चालक मार्ग नहीं होता। पृथक्कारी प्रवर्धक डिजाइन करने के लिये तीन विधियाँ प्रयोग में लायीं जातीं हैं-.

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पृथक्कारी स्विच

उच्च वोल्टता का पृथक्कारी स्विच विद्युत अभियांत्रिकी में पृथक्कारी स्विच (disconnector या disconnect switch या isolator switch) ऐसी युक्ति है जिसका उपयोग शक्ति-प्रणाली के किसी भाग को पूर्णतः पृथक (वोल्टेज रहित) करने के लिये किया जाता है ताकि उस भाग में सुधार (मरम्मत) आदि कार्य किया जा सके। अन्य स्थितियों में परिपथ को बन्द करने के लिये इस स्विच का उपयोग नहीं किया जाता बल्कि ब्रेकर आदि का उपयोग किया जाता है। ये स्विच हाथ से बन्द/चालू किये जाने वाले या स्वचालित, दोनों ही तरह के हो सकते हैं। श्रेणी:विद्युतशक्ति प्रणाली.

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रोधन

*ऊष्मीय रोधन.

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विद्युतरोधी

११० किलोवोल्ट का एक सिरैमिक कुचालक विद्युतरोधी (Insulator) वे पदार्थ होते हैं जो तुलनात्मक रूप से विद्युत धारा के प्रवाह का विरोध करते हैं या जिनमें से होकर समान स्थितियों में बहुत कम धारा प्रवाहित होती है। लकड़ी (सूखी हुई), बैकेलाइट, एस्बेस्टस, चीनी मिट्टी, कागज, पीवीसी आदि कुचालकों के कुछ उदाहरण हैं। वैद्युत प्रौद्योगिकी में जिस तरह सुचालकों, अर्धचालकों एवं अतिचालकों के विविध उपयोग हैं, उसी प्रकार कुचालकों के भी विविध प्रकार से उपयोग किये जाते हैं। ये सुचालक तारों के ऊपर चढ़ाये जाते हैं; विद्युत मशीनों के वाइंडिंग में तारों की परतों के बीच उपयोग किये जाते हैं; उच्च वोल्टता की लाइनों को खम्भों या तावरों से आश्रय देने (लटकाने/झुलाने) आदि विविध कामों में प्रयुक्त होते हैं। .

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

पृथक्कारी, विलगक

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