लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
डाउनलोड
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

पूर्वी स्लाव लोग

सूची पूर्वी स्लाव लोग

दक्षिण स्लाविक पूर्वी स्लाव (East Slavs) उन स्लाव लोगों को कहा जाता है जो पूर्वी स्लावी भाषाएँ बोलते हैं। यह शुरू में कीवियाई रूस (Kievan Rus') नामक मध्यकालीन राज्य के निवासी हुआ करते थे लेकिन १७वीं सदी तक रूसी, यूक्रेनी और बेलारूसी उपजातियों में बंट चुके थे। .

12 संबंधों: परिसंघ (प्रशासन), पोंटिक-कैस्पियाई स्तेपी, बाल्टिक सागर, यूरेशियाई आवार लोग, यूरोप, सरमती लोग, स्लाव लोग, स्लावी भाषाएँ, सीरिलिक लिपि, हूण लोग, काला सागर, कीवयाई रूस

परिसंघ (प्रशासन)

२००३ में सर्बिया और मोण्टेनेग्रो का परिसंघ बना लेकिन २००६ में मोण्टेनेग्रो (नीला रंग) के निकल जाने पर परिसंघ बिखर गया परिसंघ ऐसी राजनैतिक व्यवस्था को कहा जाता है जिसमें दो या उस से अधिक लगभग पूर्णतः स्वतन्त्र राष्ट्र समझौता कर लें के बाक़ी विश्व के साथ वे एक ही राष्ट्र की तरह सम्बन्ध रखेंगे। संघों की तुलना में परिसंघों के सदस्यों को अधिक स्वतंत्रता होती है। परिसंघों में कभी-कभी केवल नाम मात्र की केन्द्रीय सरकार होती है जिसके पास कोई असली शक्तियां नहीं होती। .

नई!!: पूर्वी स्लाव लोग और परिसंघ (प्रशासन) · और देखें »

पोंटिक-कैस्पियाई स्तेपी

कृष्ण-कैस्पियाई स्तेपी (पोंटिक-कैस्पियाई स्तेपी) दरमियानी हरे-ख़ाकी रंग में है कृष्ण-कैस्पियाई स्तेपी या पोंटिक-कैस्पियाई स्तेपी (Pontic-Caspian steppe) कृष्ण सागर के उत्तर से कैस्पियन सागर के पूर्व के क्षेत्रों तक विस्तृत विशाल स्तेपी मैदानी क्षेत्र को कहते हैं। आधुनिक युग में यह पश्चिमी युक्रेन से रूस के दक्षिणी संघीय क्षेत्र और फिर रूस ही के वोल्गा संघीय क्षेत्र से होता हुआ पश्चिमी काज़ाख़स्तान तक फैला हुआ इलाक़ा है। प्राचीन काल में यह स्किथी लोगों और सरमती लोगों का क्षेत्र हुआ करता था। इस क्षेत्र में सदियों से बहुत से घुड़सवार ख़ानाबदोश क़बीले रहते चले आए हैं जिन्होनें समय-समय पर यूरोप, पश्चिमी एशिया और भारतीय उपमहाद्वीप पर आक्रमण कर के क़ब्ज़ा जमाकर जातियों और देशों के इतिहास बदल दिए हैं। बहुत इतिहासकार मानते हैं कि यह विश्व का पहला इलाक़ा था जहाँ घोड़ों को पालतू बनाया गया।, Ralph D. Sawyer, Basic Books, 2011, ISBN 978-0-465-02145-1,...

नई!!: पूर्वी स्लाव लोग और पोंटिक-कैस्पियाई स्तेपी · और देखें »

बाल्टिक सागर

बाल्टिक सागर का भौगोलिक मानचित्र बाल्टिक उत्तरी यूरोप का एक सागर है जो लगभग सभी ओर से जमीन से घिरा है। इसके उत्तर में स्कैडिनेवी प्रायद्वीप (स्वीडन), उत्तर-पूर्व में फ़िनलैंड, पूर्व में इस्टोनिया, लिथुआनिया, लाटविया, दक्षिण में पोलैंड तथा दक्षिण-पश्चिम में जर्मनी है। पश्चिम में डेनमार्क तथा छोटे द्वीप हैं जो इसे उत्तरी सागर तथा अटलांटिक महासागर से अलग करते हैं। जर्मानी भाषाओं, जैसे डच, डेनिश, फ़िन्नी में इसको पूर्वी सागर (Ostsee) के नाम से जाना जाता है। इसमें गौरतलब है कि यह फ़िनलैंड के पश्चिम में बसा हुआ है। यह एक छिछला सागर है जिसका पानी समुद्री जल से कम खारा है। कृत्रिम नहर द्वारा यह श्वेत सागर से जुड़ा हुआ है। फिनलैंड की खाड़ी, बोथ्निया की खाड़ी, रिगा की खाड़ी इत्यादि इसके स्थानीय निकाय हैं। इसकी औसत गहराई ५५ मीटर है तथा यह कोई १६०० किलोमीटर लम्बा है। .

नई!!: पूर्वी स्लाव लोग और बाल्टिक सागर · और देखें »

यूरेशियाई आवार लोग

सन् ६०० ईसवी में यूरोप का नक़्शा जिसके दक्षिण में आवारों का साम्राज्य देखा जा सकता है यूरेशियाई आवार (Eurasian Avar) या प्राचीन आवार मध्य एशिया के स्तेपी मैदानों की एक जाति थी जो आरम्भ में तो शायद जू-जान ख़ागानत की तुर्की मूल की थी लेकिन बाद में मिश्रित यूरेशियाई जातियों का परिसंघ बन गई। आवार एक ख़ागान द्वारा शासित परिसंघ था जिसके शक्ति के केंद्र में ख़ानाबदोश योद्धाओं का एक जत्था था। इन लोगों का वर्णन पाँचवी सदी के बाद इतिहासकारों द्वारा किया जाने लगा लेकिन मध्य और पूर्वी यूरोप पर इन्होनें अपना आवार ख़ागानत नाम का साम्राज्य मध्य छठी सदी में ही जा के क़ायम किया। इनका राज्य नवी शताब्दी के आरम्भ तक चला।, Gábor Hosszú, ISBN 978-963-88437-4-6,...

नई!!: पूर्वी स्लाव लोग और यूरेशियाई आवार लोग · और देखें »

यूरोप

यूरोप पृथ्वी पर स्थित सात महाद्वीपों में से एक महाद्वीप है। यूरोप, एशिया से पूरी तरह जुड़ा हुआ है। यूरोप और एशिया वस्तुतः यूरेशिया के खण्ड हैं और यूरोप यूरेशिया का सबसे पश्चिमी प्रायद्वीपीय खंड है। एशिया से यूरोप का विभाजन इसके पूर्व में स्थित यूराल पर्वत के जल विभाजक जैसे यूराल नदी, कैस्पियन सागर, कॉकस पर्वत शृंखला और दक्षिण पश्चिम में स्थित काले सागर के द्वारा होता है। यूरोप के उत्तर में आर्कटिक महासागर और अन्य जल निकाय, पश्चिम में अटलांटिक महासागर, दक्षिण में भूमध्य सागर और दक्षिण पश्चिम में काला सागर और इससे जुड़े जलमार्ग स्थित हैं। इस सबके बावजूद यूरोप की सीमायें बहुत हद तक काल्पनिक हैं और इसे एक महाद्वीप की संज्ञा देना भौगोलिक आधार पर कम, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक आधार पर अधिक है। ब्रिटेन, आयरलैंड और आइसलैंड जैसे देश एक द्वीप होते हुए भी यूरोप का हिस्सा हैं, पर ग्रीनलैंड उत्तरी अमरीका का हिस्सा है। रूस सांस्कृतिक दृष्टिकोण से यूरोप में ही माना जाता है, हालाँकि इसका सारा साइबेरियाई इलाका एशिया का हिस्सा है। आज ज़्यादातर यूरोपीय देशों के लोग दुनिया के सबसे ऊँचे जीवनस्तर का आनन्द लेते हैं। यूरोप पृष्ठ क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का दूसरा सबसे छोटा महाद्वीप है, इसका क्षेत्रफल के १०,१८०,००० वर्ग किलोमीटर (३,९३०,००० वर्ग मील) है जो पृथ्वी की सतह का २% और इसके भूमि क्षेत्र का लगभग ६.८% है। यूरोप के ५० देशों में, रूस क्षेत्रफल और आबादी दोनों में ही सबसे बड़ा है, जबकि वैटिकन नगर सबसे छोटा देश है। जनसंख्या के हिसाब से यूरोप एशिया और अफ्रीका के बाद तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला महाद्वीप है, ७३.१ करोड़ की जनसंख्या के साथ यह विश्व की जनसंख्या में लगभग ११% का योगदान करता है, तथापि, संयुक्त राष्ट्र के अनुसार (मध्यम अनुमान), २०५० तक विश्व जनसंख्या में यूरोप का योगदान घटकर ७% पर आ सकता है। १९०० में, विश्व की जनसंख्या में यूरोप का हिस्सा लगभग 25% था। पुरातन काल में यूरोप, विशेष रूप से यूनान पश्चिमी संस्कृति का जन्मस्थान है। मध्य काल में इसी ने ईसाईयत का पोषण किया है। यूरोप ने १६ वीं सदी के बाद से वैश्विक मामलों में एक प्रमुख भूमिका अदा की है, विशेष रूप से उपनिवेशवाद की शुरुआत के बाद.

नई!!: पूर्वी स्लाव लोग और यूरोप · और देखें »

सरमती लोग

सरमती लोग स्किथी लोगों के सुदूर पश्चिमी क्षेत्र में बसते थे सरमती लोग (लातिनी: Sarmatæ, फ़ारसी:, अंग्रेज़ी: Sarmatian) प्राचीनकाल में दक्षिणी रूस, युक्रेन और बाल्कन प्रदेश में बसने वाली एक जाति थी। सरमती ईरानी भाषाएँ बोलते थे और इस क्षेत्र में इनका प्रभाव पाँचवी शताब्दी ईसापूर्व से चौथी शताब्दी ईसवी तक रहा। यह स्किथी लोगों के पश्चिम में थे और उनसे सम्बंधित थे इसलिए कभी-कभी इन दोनों जातियों को इकट्ठे स्किथी-सरमती बुलाया जाता है। अपने चरम पर सरमती लोग पश्चिम में विस्चुला नदी से लेकर पूर्व में वोल्गा नदी, कृष्ण सागर और कैस्पियन सागर के छोरों तक और दक्षिण में कॉकस क्षेत्र तक फैले हुए थे। चौथी सदी ईसवी में गॉथ और हूण लोग इनके इलाक़ों में आ घुसे और सरमतियों की शक्ति घटती चली गई। मध्य काल में सरमतियों के वंशज अलान कहलाए जाने लगे और आधुनिक काल में यह ओसेती के नाम से जाने जाते हैं।, Richard Brzezinski, Mariusz Mielczarek, Osprey Publishing, 2002, ISBN 978-1-84176-485-6,...

नई!!: पूर्वी स्लाव लोग और सरमती लोग · और देखें »

स्लाव लोग

दक्षिण स्लाविक स्लाव लोग या स्लावी लोग (अंग्रेज़ी: Slavic peoples) पूर्वी यूरोप, दक्षिणी यूरोप और उत्तर एशिया में बसने वाली एक मानव जाति है। यह और इनके पूर्वज स्लावी भाषाएँ बोलते थे, जो हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार की एक उपशाखा है। स्लावी लोगों के नाम अक्सर 'इक' (ic) या 'इच' (ich) की ध्वनि में ख़त्म होते हैं। रूसी, पोलिश, बुल्गारियाई, सर्बी, चेक, स्लोवीनियाई, बेलारूसी, यूक्रेनी और स्लोवाकियाई लोग स्लावी लोगों के कुछ समुदाय हैं। यूरोप की आबादी के एक-तिहाई लोग स्लावी जातियों में से एक के सदस्य हैं।, August Rokicak, Xlibris Corporation, 2010, ISBN 978-1-4568-0030-7,...

नई!!: पूर्वी स्लाव लोग और स्लाव लोग · और देखें »

स्लावी भाषाएँ

देश जिनमें एक दक्षिणी स्लावी भाषा राष्ट्रभाषा है स्लावी भाषाएँ (अंग्रेज़ी: Slavic languages) या स्लावोनी भाषाएँ (अंग्रेज़ी: Slavonic languages) हिन्द-यूरोपीय भाषा परिवार की एक उपशाखा है जो पूर्वी यूरोप, बाल्कन क्षेत्र और उत्तरी एशिया के साइबेरिया क्षेत्र में बोली जाती हैं। स्लावी भाषाएँ बोलने वाली मूल जातियों को स्लाव लोग कहा जाता है। .

नई!!: पूर्वी स्लाव लोग और स्लावी भाषाएँ · और देखें »

सीरिलिक लिपि

सीरिलिक लिपि (या, सीरिलीय लिपि / Cyrillic) पूर्वी यूरोप और मध्य एशिया के क्षेत्र की कई भाषओं को लिखने में प्रयुक्त होती है। इसे अज़्बुका भी कहते हैं, जो इस लिपि की वर्णमाला के शुरुआती दो अक्षरों के पुराने नामों को मिलाकर बनाया गया है, जैसे कि यूनानी वर्णमाला के दो शुरुआती अक्षरों - अल्फ़ा और बीटा - को मिलाकर अल्फ़ाबेट (Alphabet) यानि वर्णमाला बनता है। इस लिपि के वर्णों से जिन भाषओं को लिखा जाता है उसमें रूसी भाषा प्रमुख है। सोवियत संघ के पूर्व सदस्य ताजिकिस्तान में फ़ारसी भाषा का स्थानीय रूप (यानि ताजिक भाषा) भी इसी लिपि में लिखा जाता है। इसके अलावा बुल्गारियन, सर्बियन, कज़ाख़, मैसीडोनियाई, उज़बेक, यूक्रेनी तथा मंगोलियाई भाषा भी मुख्यतः इसी लिपि में लिखी जाती है। इस वर्णमाला को यूरोपीय संघ में आधिकारिक मान्यता प्राप्त है जहाँ केवल रोमन तथा यूनानी लिपि ही अन्य आधिकारिक लिपियाँ हैं। .

नई!!: पूर्वी स्लाव लोग और सीरिलिक लिपि · और देखें »

हूण लोग

हूण बंजारे लोग थे जिनका मूल स्थान वोल्गा के पूर्व में था। वे ३७० ई में यूरोप में पहुँचे और वहाँ विशाल हूण साम्राज्य खड़ा किया। हूण वास्तव में चीन के पास रहने वाली एक जाति थी। इन्हें चीनी लोग "ह्यून यू" अथवा "हून यू" कहते थे। कालान्तर में इसकी दो शाखाएँ बन गईँ जिसमें से एक वोल्गा नदी के पास बस गई तथा दूसरी शाखा ने ईरान पर आक्रमण किया और वहाँ के सासानी वंश के शासक फिरोज़ को मार कर राज्य स्थापित कर लिया। बदलते समय के साथ-साथ कालान्तर में इसी शाखा ने भारत पर आक्रमण किया इसकी पश्चिमी शाखा ने यूरोप के महान रोमन साम्राज्य का पतन कर दिया। यूरोप पर आक्रमण करने वाले हूणों का नेता अट्टिला था। भारत पर आक्रमण करने वाले हूणों को श्वेत हूण तथा यूरोप पर आक्रमण करने वाले हूणों को अश्वेत हूण कहा गया भारत पर आक्रमण करने वाले हूणों के नेता क्रमशः तोरमाण व मिहिरकुल थे तोरमाण ने स्कन्दगुप्त को शासन काल में भारत पर आक्रमण किया था। .

नई!!: पूर्वी स्लाव लोग और हूण लोग · और देखें »

काला सागर

नासा के वर्ल्ड विंड ग्लोब सॉफ्टवेयर द्वारा कृष्ण सागर का दृश्य कृष्ण सागर या काला सागर एक महाद्वीपीय समुद्र है जो दक्षिण-पूर्वी यूरोप, कॉकेशस और अनातोलिया के प्रायद्वीप (तुर्की) से घिरा है। अंध महासागर में यह भूमध्य और एजियन सागरों और विभिन्न जलडमरूमध्यों के माध्यम से जुड़ा हुआ है। इसमें बोस्पोरस की जलसंयोगी मारमरा सागर का नाम उल्लेखनीय है। कृष्ण सागर, 436,400 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल का जलाशय है, जिसकी अधिकतम गहराई 2212 मीटर है। इसमें समाहित जल का आयतन लगभग 5,47,000 घन किमी है। कृष्ण सागर पश्चिम में बुल्गारिया, रोमानिया, उत्तर-पूर्व में रूस और यूक्रेन, दक्षिण में तुर्की के बीच स्थित है। इसके पूर्व में जॉर्जिया तथा कॉकेशस की पर्वतमालाएँ हैं जो इसे कैस्पियन सागर से अलग करती हैं। पूर्व से पश्चिम की सबसे अधिक लंबाई लगभग 1175 किमी है। '''कृष्ण सागर''' का क्रीमिया गणराज्य के एक गांव से दृश्य इस तट के साथ लगे महत्वपूर्ण शहरों में शामिल हैं: कॉस्टैंटा (306000 550000 के एक मेट्रो के साथ), इस्तांबुल (11372613), ओडेसा (1001000), मंगालिया (41153), बुर्गास (229250), वार्ना (357752 416000 के एक मेट्रो के साथ), खेरसॉन (358000), सेवास्टॉपॉल (379200), याल्टा (80552), कर्च (158165), नोवोरोसीस्क (281400), सोची (328809), सूखुमी (43700), नैवोदारी (34669), पोती (47149), बातुमी (121806), ट्रैबज़ॉन (275137), सैमसन (439000) ओर्दू (190143) और जोंगूल्दाक (104276).

नई!!: पूर्वी स्लाव लोग और काला सागर · और देखें »

कीवयाई रूस

11वीं सदी में कीवयाई रूस राज्य कीवयाई रूस (रूसी: Киевская Русь, अंग्रेज़ी: Kievan Rus') मध्यकालीन यूरोप का एक राज्य था। यह 9वीं से 13वीं शताब्दी ईसवी तक अस्तित्व में रहा और 1237-1240 के मंगोल आक्रमण से ध्वस्त हो गया। अपने शुरूआती काल में इसे 'रूस ख़ागानत​' के नाम से जाना जाता था। सन् 882 में 'रूस' नाम की एक वाइकिंग उपजाति ने इसे ख़ज़रों की अधीनता से आज़ाद करवाया और इसकी राजधानी नोवगोरोद से हटाकर कीव कर दी।, pp.

नई!!: पूर्वी स्लाव लोग और कीवयाई रूस · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

पूर्वी स्लाव, पूर्वी स्लाव लोगों, पूर्वी स्लाव जाति

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »