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ऐंग्लो-सैक्सन भाषा

सूची ऐंग्लो-सैक्सन भाषा

बेओवुल्फ़ कथा-ग्रन्थ का पुरानी अंग्रेज़ी में लिखा एक पन्ना एंग्लो-सैक्सॉन भाषा (Anglo-Saxon), पुरानी अंग्रेज़ी (Old English) या ऐंग्लिस्क (Ænglisc या Anglisc) वह भाषा है जो आज के इंग्लैंड में ४५० से ११०० ईस्वी के काल में बोली जाती थी। यह एक जर्मैनी भाषा है जो उस काल में जर्मनी और डेनमार्क से आये ऐंग्लो-सैक्सन लोग बोला करते थे। पुरानी अंग्रेज़ी आधुनिक अंग्रेज़ी से बहुत भिन्न है; और इसमें बहुत से जर्मन शब्द हैं। इसका व्याकरण बहुत कठिन है और यह जर्मन भाषा के अधिक निकट है। व्याकरण की दृष्टि से यह अन्य प्राचीन हिन्द-ईरानी भाषाओँ के क़रीब समझी जाती है, जैसे कि लातिनी, संस्कृत और प्राचीन यूनानी भाषा। पुरानी अंग्रेज़ी का स्वरूप विलियम विजयी के नॉर्मन आक्रमण के बाद मध्य अंग्रेज़ी में बदला और उन्होंने ३०० वर्षों तक इसे विद्यालयों में पढाने पर रोक लगा दी।, Lauren S. Bahr, Bernard Johnston, P.F. Collier, 1993,...

14 संबंधों: ऐंग्लो-सैक्सन, डेनमार्क, नॉर्मन, बियोवुल्फ़, यूनानी भाषा, लातिन भाषा, संस्कृत भाषा, हिन्द-ईरानी भाषाएँ, जर्मन भाषा, जर्मनी, जर्मैनी भाषा परिवार, विलियम द कॉङ्करर, इंग्लैण्ड, अंग्रेज़ी भाषा

ऐंग्लो-सैक्सन

जर्मैनी भाषी क़बीलों के वंशज थे ऐंग्लो-सैक्सन (अंग्रेज़ी:Anglo-Saxon) मध्यकालीन यूरोप के कुछ जर्मैनी भाषाएँ बोलने वालीं जातियाँ थीं जिन्होनें दक्षिणी और पूर्वी ब्रिटेन में 5वी शताब्दी ईसवी में घुसकर बसना शुरू कर दिया। उन्ही की संतति से आधुनिक इंग्लैण्ड का राष्ट्र जन्मा है। इंग्लैण्ड पर उनका राज पांचवी सदी से विलियम विजयी के साथ सन् 1066 में शुरू होने वाले नॉर्मन राज तक जारी रहा। वह "पुरानी अंग्रेज़ी" (Old English) नाम की एक जर्मैनी भाषा बोला करते थे। आठवी सदी में बीड (Bede) नामक इसाई भिक्षु ने लिखा कि ऐंग्लो-सैक्सन लोग तीन क़बीलों की संतान थे.

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डेनमार्क

डेनमार्क या डेनमार्क राजशाही (डैनिश: Danmark या Kongeriget Danmark) स्कैंडिनेविया, उत्तरी यूरोप में स्थित एक देश है। इसकी भूसीमा केवल जर्मनी से मिलती है, जबकी उत्तरी सागर और बाल्टिक सागर इसे स्वीडन से अलग करते हैं। यह देश जूटलैंड प्रायद्वीप पर हज़ारों द्वीपों में फैला हुआ है। डेनमार्क ने लंबे समय तक बाल्टिक सागर को जाने वाले मार्गों को नियंत्रित किया है और इस जलराशी को डैनिश खाड़ी के नाम से जाना जाता है। इसके छोटे आकार के विपरीत इसकी समुद्री सीमा बहुत लम्बी है लगभग ७,३१४ किमी। डेनमार्क अधिकांशतः एक समतल देश है और समुद्र तल से अधिकतम ऊँचाई वाला स्थान केवल १७० मीटर ऊँचा है। फ़रो द्वीप समूह और ग्रीनलैंड डेनमार्क के अधीनस्थ है। २००८ के वैश्विक शांति सूचकांक के अनुसार डेनमार्क, आइसलैंड के बाद विश्व का सबसे शांत देश है। २००८ के ही भ्रष्टाचार दृष्टिकोण सूचकांक के अनुसार यह विश्व के सबसे कम भ्रष्ट देशों में से है और न्यूज़ीलैंड और स्वीडन के साथ पहले स्थान पर है। मोनोक्ल पत्रिका के २००८ के एक सर्वेक्षण के अनुसार इसकी राजधानी कॉपनहेगन रहने योग्य सर्वाधिक उपयुक्त नगर है। वर्ष २००९ में देश की अनुमानित जनसंख्या ५५,१९,२५९ है। .

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नॉर्मन

सन् 1130 तक नॉर्मनों द्वारा राज किये गए क्षेत्र (लाल रंग में) इटली के आद्रानो शहर में बना एक पुराना नॉर्मन गढ़ नॉर्मन (अंग्रेज़ी: Norman) मध्यकाल के आरम्भ में उत्तरी फ़्रांस में लोगों की एक जाती थी जो उत्तरी यूरोप से आये वाइकिंग हमलावरों और स्थानीय (फ़्रैंक और गैलो-रोमन) जातियों का मिश्रण थे। यहाँ नॉर्मन जाती 10वी सदी की शुरुआत में उभरी और आने वाली सदियों में इसमें बदलाव आते रहे। इंग्लैण्ड, यूरोप और मध्य पूर्व के इलाक़ों पर इन्होने अपनी गहरी छाप छोड़ी है। उत्तरी फ़्रांस का जो क्षेत्र उनकी मातृभूमि था उसे अब "नोरमांदी" (फ़्रांसिसी: Normandie) बुलाया जाता है। .

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बियोवुल्फ़

बियोवुल्फ़ (पुरानी अंग्रेज़ी में या तो या), एक पुराने अंग्रेज़ी वीर महाकाव्य कविता का पारम्परिक नाम है, जिसमें 3182 अनुप्रास लंबी पंक्तियां हैं, जो स्कैंडिनेविया में सेट की गई हैं और जिसे सामान्यतः एंग्लो-सेक्सोन साहित्य का सबसे महत्वपूर्ण कार्य माना जाता है। इसे केवल एक ही पांडुलिपि में लिखा गया है, इस पांडुलिपि को नोवेल कोडेक्स के नाम से भी जाना जाता है। इसकी रचना एक अनाम एंग्लो-सेक्सोन कवि द्वारा 8वीं और आरंभिक 11वीं सदी के बीच की गई थी। कविता में, बियोवुल्फ़, गेट्स का नायक है, जो तीन शत्रुओं:ग्रैन्डल, जो हरूगर के मीड हॉल में आवासी योद्धाओं के ऊपर आक्रमण करता रहता है (डेन्स का राजा), ग्रैन्डल की माँ और एक अनाम ड्रैगन (अझ़दहा) के साथ युद्ध करता है। अंतिम लड़ाई बाद में होती है, बियोवुल्फ़ अब गेट्स का राजा बन चुका है। अंतिम लड़ाई में, बियोवुल्फ़ गंभीर रूप से घायल हो जाता है। उसके देहांत के बाद उसके समर्थक उसे गेटलैंड के टुमुलस में दफना देते हैं। .

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यूनानी भाषा

यूनानी या ग्रीक (Ελληνικά या Ελληνική γλώσσα), हिन्द-यूरोपीय (भारोपीय) भाषा परिवार की स्वतंत्र शाखा है, जो ग्रीक (यूनानी) लोगों द्वारा बोली जाती है। दक्षिण बाल्कन से निकली इस भाषा का अन्य भारोपीय भाषा की तुलना में सबसे लंबा इतिहास है, जो लेखन इतिहास के 34 शताब्दियों में फैला हुआ है। अपने प्राचीन रूप में यह प्राचीन यूनानी साहित्य और ईसाईयों के बाइबल के न्यू टेस्टामेंट की भाषा है। आधुनिक स्वरूप में यह यूनान और साइप्रस की आधिकारिक भाषा है और करीबन 2 करोड़ लोगों द्वारा बोली जाती है। लेखन में यूनानी अक्षरों का उपयोग किया जाता है। यूनानी भाषा के दो ख़ास मतलब हो सकते हैं.

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लातिन भाषा

लातीना (Latina लातीना) प्राचीन रोमन साम्राज्य और प्राचीन रोमन धर्म की राजभाषा थी। आज ये एक मृत भाषा है, लेकिन फिर भी रोमन कैथोलिक चर्च की धर्मभाषा और वैटिकन सिटी शहर की राजभाषा है। ये एक शास्त्रीय भाषा है, संस्कृत की ही तरह, जिससे ये बहुत ज़्यादा मेल खाती है। लातीना हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार की रोमांस शाखा में आती है। इसी से फ़्रांसिसी, इतालवी, स्पैनिश, रोमानियाई और पुर्तगाली भाषाओं का उद्गम हुआ है (पर अंग्रेज़ी का नहीं)। यूरोप में ईसाई धर्म के प्रभुत्व की वजह से लातीना मध्ययुगीन और पूर्व-आधुनिक कालों में लगभग सारे यूरोप की अंतर्राष्ट्रीय भाषा थी, जिसमें समस्त धर्म, विज्ञान, उच्च साहित्य, दर्शन और गणित की किताबें लिखी जाती थीं। .

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संस्कृत भाषा

संस्कृत (संस्कृतम्) भारतीय उपमहाद्वीप की एक शास्त्रीय भाषा है। इसे देववाणी अथवा सुरभारती भी कहा जाता है। यह विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है। संस्कृत एक हिंद-आर्य भाषा हैं जो हिंद-यूरोपीय भाषा परिवार का एक शाखा हैं। आधुनिक भारतीय भाषाएँ जैसे, हिंदी, मराठी, सिन्धी, पंजाबी, नेपाली, आदि इसी से उत्पन्न हुई हैं। इन सभी भाषाओं में यूरोपीय बंजारों की रोमानी भाषा भी शामिल है। संस्कृत में वैदिक धर्म से संबंधित लगभग सभी धर्मग्रंथ लिखे गये हैं। बौद्ध धर्म (विशेषकर महायान) तथा जैन मत के भी कई महत्त्वपूर्ण ग्रंथ संस्कृत में लिखे गये हैं। आज भी हिंदू धर्म के अधिकतर यज्ञ और पूजा संस्कृत में ही होती हैं। .

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हिन्द-ईरानी भाषाएँ

हिन्द ईरानी शाखा हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार की एक शाखा है। ये सातम वर्ग के अन्दर आती है। इसकी दो उपशाखाएँ हैं.

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जर्मन भाषा

विश्व के जर्मन भाषी क्षेत्र जर्मन भाषा (डॉयट्श) संख्या के अनुसार यूरोप की सब से अधिक बोली जाने वाली भाषा है। ये जर्मनी, स्विट्ज़रलैंड और ऑस्ट्रिया की मुख्य- और राजभाषा है। ये रोमन लिपि में लिखी जाती है (अतिरिक्त चिन्हों के साथ)। ये हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार में जर्मनिक शाखा में आती है। अंग्रेज़ी से इसका करीबी रिश्ता है। लेकिन रोमन लिपि के अक्षरों का इसकी ध्वनियों के साथ मेल अंग्रेज़ी के मुक़ाबले कहीं बेहतर है। आधुनिक मानकीकृत जर्मन को उच्च जर्मन कहते हैं। जर्मन भाषा भारोपीय परिवार के जर्मेनिक वर्ग की भाषा, सामान्यत: उच्च जर्मन का वह रूप है जो जर्मनी में सरकारी, शिक्षा, प्रेस आदि का माध्यम है। यह आस्ट्रिया में भी बोली जाती है। इसका उच्चारण १८९८ ई. के एक कमीशन द्वारा निश्चित है। लिपि, फ्रेंच और अंग्रेजी से मिलती-जुलती है। वर्तमान जर्मन के शब्दादि में अघात होने पर काकल्यस्पर्श है। तान (टोन) अंग्रेजी जैसी है। उच्चारण अधिक सशक्त एवं शब्दक्रम अधिक निश्चित है। दार्शनिक एवं वैज्ञानिक शब्दावली से परिपूर्ण है। शब्दराशि अनेक स्रोतों से ली गई हैं। उच्च जर्मन, केंद्र, उत्तर एवं दक्षिण में बोली जानेवाली अपनी पश्चिमी शाखा (लो जर्मन-फ्रिजियन, अंग्रेजी) से लगभग छठी शताब्दी में अलग होने लगी थी। भाषा की दृष्टि से "प्राचीन हाई जर्मन" (७५०-१०५०), "मध्य हाई जर्मन" (१३५० ई. तक), "आधुनि हाई जर्मन" (१२०० ई. के आसपास से अब तक) तीन विकास चरण हैं। उच्च जर्मन की प्रमुख बोलियों में यिडिश, श्विज्टुन्श, आधुनिक प्रशन स्विस या उच्च अलेमैनिक, फ्रंकोनियन (पूर्वी और दक्षिणी), टिपृअरियन तथा साइलेसियन आदि हैं। .

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जर्मनी

कोई विवरण नहीं।

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जर्मैनी भाषा परिवार

जर्मैनी भाषाओँ का फैलाव - गाढ़े नीले रंग के देशों में कोई जर्मैनी भाषा बहुसंख्यक या प्रथम भाषा है, हलके नीले देशों में कोई जर्मैनी भाषा सरकारी स्तर पर मान्य है जर्मैनी भाषा परिवार हिन्द-यूरोपी भाषा परिवार की एक शाखा है। इस परिवार की सारी भाषाओँ की सांझी पूर्वजा "आदिम जर्मैनी" नाम की एक कल्पित भाषा है। इतिहासकार अनुमान लगते हैं की आदिम जर्मैनी भाषा लौह युग में लगभग 800 ईसापूर्व के काल में उत्तर यूरोप में बोली जाती थी। अंग्रेज़ी इसी भाषा परिवार की सदस्या है और इसकी अन्य जानी-मानी भाषाएँ जर्मन, डच और स्कैंडिनेविया क्षेत्र की भाषाएँ हैं (जिनमें नोर्वीजियाई, स्वीडी, डेनी और आइसलैंडी शामिल हैं)। कुल मिलकर विश्व में लगभग 56 करोड़ लोग किसी जर्मैनी भाषा को अपनी मातृभाषा के रूप में बोलते हैं। दुनिया में अंग्रेज़ी के फैलाव के कारण लगभग 2 अरब लोग किसी जर्मैनी भाषा को बोल सकते हैं (चाहे वह मातृभाषा न होकर उनकी दूसरी या तीसरी भाषा ही हो)। .

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विलियम द कॉङ्करर

सन् 1620 में बनाया गया विलियम विजयी का एक चित्र जो उनके शक्ल-सूरत के लिखित विवरण के आधार पर बनाया गया था इंग्लैण्ड के विलियम प्रथम (अनुमानित जन्म: सन् 1028, देहांत: 9 सितम्बर 1087) जिसे आम तौर पर विलियम द कॉंकरर (अंग्रेज़ी: William the Conquerer) यानी विलियम विजयी भी कहते हैं इंग्लैण्ड का पहला नॉर्मन राजा था। इंग्लैण्ड फ़तेह करने से पहले उसे विलियम हरामी (William the Bastard, विलियम द बासटर्ड) के नाम से भी जाना जाता था क्योंकि उसके माँ-बाप एक दुसरे से शादीशुदा नहीं थे। सन् 1066 में उसने फ़्रांस से 696 जहाज़ों पर सेना लेकर इंग्लिश चैनल का समुद्री रास्ता पार करके इंग्लैण्ड पर धावा बोला। वहाँ उसने कई जंगे लड़ी जिनमें से "हेस्टिंग्स का युद्ध" बहुत मशहूर है। कुछ विद्रोहों को कुचलने के बाद उसने ब्रिटेन को पराजित कर दिया और वहाँ नॉर्मन राज का काल शुरू किया। क्योंकि नॉर्मन लोग फ़्रांसिसी भाषा की एक उपभाषा बोलते थे, इसलिए इसके बाद अंग्रेज़ी में बहुत से फ़्रांसिसी के शब्द आ गए जिस से आधुनिक अंग्रेज़ी प्राचीन अंग्रेज़ी से शब्दावली के हिसाब से बहुत अलग हो गयी। .

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इंग्लैण्ड

इंग्लैण्ड (अंग्रेज़ी: England), ग्रेट ब्रिटेन नामक टापू के दक्षिणी भाग में स्थित एक देश है। इसका क्षेत्रफल 50,331 वर्ग मील है। यह यूनाइटेड किंगडम का सबसे बड़ा निर्वाचक देश है। इंग्लैंड के अलावा स्कॉटलैंड, वेल्स और उत्तर आयरलैंड भी यूनाइटेड किंगडम में शामिल हैं। यह यूरोप के उत्तर पश्चिम में अवस्थित है जो मुख्य भूमि से इंग्लिश चैनल द्वारा पृथकीकृत द्वीप का अंग है। इसकी राजभाषा अंग्रेज़ी है और यह विश्व के सबसे संपन्न तथा शक्तिशाली देशों में से एक है। इंग्लैंड के इतिहास में सबसे स्वर्णिम काल उसका औपनिवेशिक युग है। अठारहवीं सदी से लेकर बीसवीं सदी के मध्य तक ब्रिटिश साम्राज्य विश्व का सबसे बड़ा और शकितशाली साम्राज्य हुआ करता था जो कई महाद्वीपों में फैला हुआ था और कहा जाता था कि ब्रिटिश साम्राज्य में सूर्य कभी अस्त नहीं होता। उसी समय पूरे विश्व में अंग्रेज़ी भाषा ने अपनी छाप छोड़ी जिसकी वज़ह से यह आज भी विश्व के सबसे अधिक लोगों द्वारा बोले व समझे जाने वाली भाषा है। .

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अंग्रेज़ी भाषा

अंग्रेज़ी भाषा (अंग्रेज़ी: English हिन्दी उच्चारण: इंग्लिश) हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार में आती है और इस दृष्टि से हिंदी, उर्दू, फ़ारसी आदि के साथ इसका दूर का संबंध बनता है। ये इस परिवार की जर्मनिक शाखा में रखी जाती है। इसे दुनिया की सर्वप्रथम अन्तरराष्ट्रीय भाषा माना जाता है। ये दुनिया के कई देशों की मुख्य राजभाषा है और आज के दौर में कई देशों में (मुख्यतः भूतपूर्व ब्रिटिश उपनिवेशों में) विज्ञान, कम्प्यूटर, साहित्य, राजनीति और उच्च शिक्षा की भी मुख्य भाषा है। अंग्रेज़ी भाषा रोमन लिपि में लिखी जाती है। यह एक पश्चिम जर्मेनिक भाषा है जिसकी उत्पत्ति एंग्लो-सेक्सन इंग्लैंड में हुई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका के 19 वीं शताब्दी के पूर्वार्ध और ब्रिटिश साम्राज्य के 18 वीं, 19 वीं और 20 वीं शताब्दी के सैन्य, वैज्ञानिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभाव के परिणाम स्वरूप यह दुनिया के कई भागों में सामान्य (बोलचाल की) भाषा बन गई है। कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों और राष्ट्रमंडल देशों में बड़े पैमाने पर इसका इस्तेमाल एक द्वितीय भाषा और अधिकारिक भाषा के रूप में होता है। ऐतिहासिक दृष्टि से, अंग्रेजी भाषा की उत्पत्ति ५वीं शताब्दी की शुरुआत से इंग्लैंड में बसने वाले एंग्लो-सेक्सन लोगों द्वारा लायी गयी अनेक बोलियों, जिन्हें अब पुरानी अंग्रेजी कहा जाता है, से हुई है। वाइकिंग हमलावरों की प्राचीन नोर्स भाषा का अंग्रेजी भाषा पर गहरा प्रभाव पड़ा है। नॉर्मन विजय के बाद पुरानी अंग्रेजी का विकास मध्य अंग्रेजी के रूप में हुआ, इसके लिए नॉर्मन शब्दावली और वर्तनी के नियमों का भारी मात्र में उपयोग हुआ। वहां से आधुनिक अंग्रेजी का विकास हुआ और अभी भी इसमें अनेक भाषाओँ से विदेशी शब्दों को अपनाने और साथ ही साथ नए शब्दों को गढ़ने की प्रक्रिया निरंतर जारी है। एक बड़ी मात्र में अंग्रेजी के शब्दों, खासकर तकनीकी शब्दों, का गठन प्राचीन ग्रीक और लैटिन की जड़ों पर आधारित है। .

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

एंग्लो-सैक्सॉन भाषा, पुरानी अंग्रेज़ी, पुरानी अंग्रेजी, पुरानी अंग्रेजी भाषा

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