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पारो जिला

सूची पारो जिला

पारो जिला भूटान देश के २० जिलों में एक जिला है। यह जिला भूटान की ऐतिहासिक घाटी में स्थित है। इस जिले की सभ्यता तिब्बत से प्रभावित है। इस जिले की उत्तरी सीमा तिब्बत से मिलती है। प्रारम्भ में इस घाटी में आकर बसने वाले तिब्बत मूल के लोग ही हैं। इस जिले की मुख्या भाषा द्ज़ोंग्ख (भूटानी) है और यही भाषा भूटान की राष्ट्रीय भाषा है। .

5 संबंधों: तिब्बत, थिम्फू जिला, पद्मसम्भव, पारो विमानक्षेत्र, भूटान

तिब्बत

तिब्बत का भूक्षेत्र (पीले व नारंगी रंगों में) तिब्बत के खम प्रदेश में बच्चे तिब्बत का पठार तिब्बत (Tibet) एशिया का एक क्षेत्र है जिसकी भूमि मुख्यतः उच्च पठारी है। इसे पारम्परिक रूप से बोड या भोट भी कहा जाता है। इसके प्रायः सम्पूर्ण भाग पर चीनी जनवादी गणराज्य का अधिकार है जबकि तिब्बत सदियों से एक पृथक देश के रूप में रहा है। यहाँ के लोगों का धर्म बौद्ध धर्म की तिब्बती बौद्ध शाखा है तथा इनकी भाषा तिब्बती है। चीन द्वारा तिब्बत पर चढ़ाई के समय (1955) वहाँ के राजनैतिक व धार्मिक नेता दलाई लामा ने भारत में आकर शरण ली और वे अब तक भारत में सुरक्षित हैं। .

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थिम्फू जिला

थिम्फू जिला भूटान के 20 जिलों में एक है। इस जिले का मुख्यालय एवम वर्ष १९६४ के बाद से भूटान की राजधानी भी थिम्फू नगर में है। थिम्फू भूटान देश का सबसे अधिक आबादी वाला नगर है। .

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पद्मसम्भव

भारत के सिक्किम में गुरू रिन्पोचे की प्रतिमा पद्मसम्भव (तिब्बती: པདྨ་འབྱུང་གནས), (अर्थ: कमल से उत्पन्न) भारत के एक साधुपुरुष थे जिन्होने आठवीं शती में तांत्रिक बौद्ध धर्म को भूटान एवं तिब्बत में ले जाने एवं प्रसार करने में महती भूमिका निभायी। वहाँ उनको "गुरू रिन्पोछे" (बहुमूल्य गुरू) या "लोपों रिन्पोछे" के नाम से जाना जाता है। ञिङमा सम्प्रदाय के अनुयायी उन्हें द्वितीय बुद्ध मानते हैं। ऐसा माना जाता है कि मंडी के राजा अर्शधर को जब यह पता चला कि उनकी पुत्री ने गुरु पद्मसंभव से शिक्षा ली है तो उसने गुरु पद्मसंभव को आग में जला देने का आदेश दिया, क्योंकि उस समय बौद्ध धर्म अधिक प्रचलित नहीं था और इसे शंका की दृष्टि से देखा जाता था। बहुत बड़ी चिता बनाई गई जो सात दिन तक जलती रही। इससे वहाँ एक झील बन गई जिसमें से एक कमल के फूल में से गुरु पद्मसंभव एक षोडशवर्षीय किशोर के रूप में प्रकट हुए। यह झील आज के रिवालसर शहर में है जो हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में स्थित है। Shrine to Mandarava in cave above Lake Rewalsar.jpg| रिवालसर झील के समीप स्थित गुरु पद्मसमभव की विशाल मूर्ति Guru Rinpoche in mist 2.jpg|रिवालसर स्थित गुरु पद्मसमभव की विशाल मूर्ति का निकट से लिया गया चित्र .

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पारो विमानक्षेत्र

पारो विमानक्षेत्र भूटान का एकमात्र अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र है। यह पारो से पारो छू नदी के तट पर ऊंचाई पर एक गहन घाटी में स्थित है। निकटवर्ती पर्वत शिखरों की ऊंचाई से घिरा हुआ यह विमानक्षेत्र विश्व के चुनौती भरे विमानक्षेत्रों में से एक है। अक्तूबर २००९ तक प्राप्त आक्ड़ों के अनुसार विश्व में मात्र ८ विमानचालकों को इस विमानक्षेत्र में अवतरण करने का प्रमाणन प्राप्त है। पारो विमानक्षेत्र पर उड़ानों को केवल दृश्य मौसम स्थितियों में ही अवतरण संभव है, अतः यहां सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही उड़ान समय का प्रतिबंध लागु है। देश के दो अन्य विमानक्षेत्रों में बथपलाथंग, बमथंग जिला एवं याँगफ़ुला विमानक्षेत्र, त्राशिगंग जिले में स्थित हैं। .

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भूटान

भूटान का राजतंत्र (भोटान्त) हिमालय पर बसा दक्षिण एशिया का एक छोटा और महत्वपूर्ण देश है। यह चीन (तिब्बत) और भारत के बीच स्थित भूमि आबद्ध(Land Lock)देश है। इस देश का स्थानीय नाम ड्रुग युल है, जिसका अर्थ होता है अझ़दहा का देश। यह देश मुख्यतः पहाड़ी है और केवल दक्षिणी भाग में थोड़ी सी समतल भूमि है। यह सांस्कृतिक और धार्मिक तौर से तिब्बत से जुड़ा है, लेकिन भौगोलिक और राजनीतिक परिस्थितियों के मद्देनजर वर्तमान में यह देश भारत के करीब है। .

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