लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

पात्र (कलाशास्त्र)

सूची पात्र (कलाशास्त्र)

पात्र (कभी-कभी फ़िक्शनल पात्र, कपोलकल्पित पात्र या काल्पनिक पात्र के रूप में प्रसिद्ध) किसी कहानी (जैसे कि उपन्यास, नाटक, टेलीविजन शृंखला, फ़िल्म, या वीडियो गेम) में कोई व्यक्ति या कोई अन्य जीव होता हैं। पात्र पूरी तरह कपोलकल्पित हो सकता है या वास्तविक जीवन के किसी व्यक्ति पर आधारित हो सकता है, जिस मामले में "कपोलकल्पित" बनाम "वास्तविक" पात्र का भेद किया जा सकता हैं। .

5 संबंधों: टेलीविजन कार्यक्रम, फ़िल्म, वीडियो गेम, कहानी, उपन्यास

टेलीविजन कार्यक्रम

टेलीविजन कार्यक्रम (या टीवी कार्यक्रम, टेलीविजन शो, टीवी शो) (Television show) किसी विज्ञापन, ट्रेलर या दर्शकों के लिए आकर्षण के हेतु न होने वाली सामग्री के किसी अन्य खंड के अलावा, ओवर-द-एयर, केबल टेलीविजन या इंटरनेट टेलीविजन पर प्रसारित करने के लिए सम्बन्धित प्रस्तुतियों की एक शृंखला हैं। शायद ही कभी यह एकल प्रस्तुति हो सकती है, जिसे टीवी प्रोग्राम कहा जाता है। किसी टेलीविजन कार्यक्रम के सीमित संख्याओं के प्रकरणों को एक मिनीसीरीज़ (लघुशृंखला) या सीरियल (धारावाहिक) या सीमित शृंखला कहा जा सकता है। किसी एक-बार प्रसारण को "विशेष" या ख़ासकर यूके में एक "विशेष प्रकरण" कहा जा सकता हैं। .

नई!!: पात्र (कलाशास्त्र) और टेलीविजन कार्यक्रम · और देखें »

फ़िल्म

फ़िल्म, चलचित्र अथवा सिनेमा में चित्रों को इस तरह एक के बाद एक प्रदर्शित किया जाता है जिससे गति का आभास होता है। फ़िल्में अकसर विडियो कैमरे से रिकार्ड करके बनाई जाती हैं, या फ़िर एनिमेशन विधियों या स्पैशल इफैक्ट्स का प्रयोग करके। आज ये मनोरंजन का महत्त्वपूर्ण साधन हैं लेकिन इनका प्रयोग कला-अभिव्यक्ति और शिक्षा के लिए भी होता है। भारत विश्व में सबसे अधिक फ़िल्में बनाता है। फ़िल्म उद्योग का मुख्य केन्द्र मुंबई है, जिसे अमरीका के फ़िल्मोत्पादन केन्द्र हॉलीवुड के नाम पर बॉलीवुड कहा जाता है। भारतीय फिल्मे विदेशो में भी देखी जाती है .

नई!!: पात्र (कलाशास्त्र) और फ़िल्म · और देखें »

वीडियो गेम

वीडियो गेम या वीडियो खेल ऐसे इलेक्ट्रॉनिक खेल होते है जिसमें यूज़र इंटरफ़ेस के साथ परस्पर क्रिया करके दृश्य प्रतिक्रिया उत्पन्न होती है। वीडियो गेम खेलने के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले इलेक्ट्रॉनिक प्रणालियों को प्लेटफॉर्म या मंच के रूप में जाना जाता है। पर्सनल कम्प्यूटर और वीडियो गेम के लिये विशिष्ट तौर पर बनाई गई मशीन जिसे कंसोल कहते है, ज़्यादातर वीडियो गेम के लिये प्रयोग में लिये जाते हैं। आर्केड गेम के रूप में वीडियो गेम के, जो पहले आम थे, उपयोग में धीरे-धीरे गिरावट आई है। वीडियो गेम एक कला का रूप और उद्योग बन गया है। मुख्य रूप से वीडियो गेम में हेरफेर करने के लिए इस्तेमइस को खेल नियंत्रक कहा जाता है, जो प्लेटफार्मों भर में बदलता है। एक नियंत्रक, केवल एक बटन और एक जॉयस्टिक से मिलकर बन सकता है, जबकि कई में उदाहरण के लिए एक और एक दर्जन से अधिक बटन और एक या एक से अधिक जॉयस्टिक सुविधा हो सकती है। कई आधुनिक कंप्यूटर गेम खिलाड़ी को कीबोर्ड और साथ ही माउस का उपयोग करने की अनुमति देते हैं। हाल के वर्षों में, इनपुट के अतिरिक्त तरीके उभरे है जैसे वीडियो गेम कंसोल के लिए कैमरा आधारित खिलाड़ी अवलोकन और मोबाइल उपकरणों के लिये टचस्क्रीन। .

नई!!: पात्र (कलाशास्त्र) और वीडियो गेम · और देखें »

कहानी

कथाकार (एक प्राचीन कलाकृति)कहानी हिन्दी में गद्य लेखन की एक विधा है। उन्नीसवीं सदी में गद्य में एक नई विधा का विकास हुआ जिसे कहानी के नाम से जाना गया। बंगला में इसे गल्प कहा जाता है। कहानी ने अंग्रेजी से हिंदी तक की यात्रा बंगला के माध्यम से की। कहानी गद्य कथा साहित्य का एक अन्यतम भेद तथा उपन्यास से भी अधिक लोकप्रिय साहित्य का रूप है। मनुष्य के जन्म के साथ ही साथ कहानी का भी जन्म हुआ और कहानी कहना तथा सुनना मानव का आदिम स्वभाव बन गया। इसी कारण से प्रत्येक सभ्य तथा असभ्य समाज में कहानियाँ पाई जाती हैं। हमारे देश में कहानियों की बड़ी लंबी और सम्पन्न परंपरा रही है। वेदों, उपनिषदों तथा ब्राह्मणों में वर्णित 'यम-यमी', 'पुरुरवा-उर्वशी', 'सौपणीं-काद्रव', 'सनत्कुमार- नारद', 'गंगावतरण', 'श्रृंग', 'नहुष', 'ययाति', 'शकुन्तला', 'नल-दमयन्ती' जैसे आख्यान कहानी के ही प्राचीन रूप हैं। प्राचीनकाल में सदियों तक प्रचलित वीरों तथा राजाओं के शौर्य, प्रेम, न्याय, ज्ञान, वैराग्य, साहस, समुद्री यात्रा, अगम्य पर्वतीय प्रदेशों में प्राणियों का अस्तित्व आदि की कथाएँ, जिनकी कथानक घटना प्रधान हुआ करती थीं, भी कहानी के ही रूप हैं। 'गुणढ्य' की "वृहत्कथा" को, जिसमें 'उदयन', 'वासवदत्ता', समुद्री व्यापारियों, राजकुमार तथा राजकुमारियों के पराक्रम की घटना प्रधान कथाओं का बाहुल्य है, प्राचीनतम रचना कहा जा सकता है। वृहत्कथा का प्रभाव 'दण्डी' के "दशकुमार चरित", 'बाणभट्ट' की "कादम्बरी", 'सुबन्धु' की "वासवदत्ता", 'धनपाल' की "तिलकमंजरी", 'सोमदेव' के "यशस्तिलक" तथा "मालतीमाधव", "अभिज्ञान शाकुन्तलम्", "मालविकाग्निमित्र", "विक्रमोर्वशीय", "रत्नावली", "मृच्छकटिकम्" जैसे अन्य काव्यग्रंथों पर साफ-साफ परिलक्षित होता है। इसके पश्‍चात् छोटे आकार वाली "पंचतंत्र", "हितोपदेश", "बेताल पच्चीसी", "सिंहासन बत्तीसी", "शुक सप्तति", "कथा सरित्सागर", "भोजप्रबन्ध" जैसी साहित्यिक एवं कलात्मक कहानियों का युग आया। इन कहानियों से श्रोताओं को मनोरंजन के साथ ही साथ नीति का उपदेश भी प्राप्त होता है। प्रायः कहानियों में असत्य पर सत्य की, अन्याय पर न्याय की और अधर्म पर धर्म की विजय दिखाई गई हैं। .

नई!!: पात्र (कलाशास्त्र) और कहानी · और देखें »

उपन्यास

उपन्यास गद्य लेखन की एक विधा है। .

नई!!: पात्र (कलाशास्त्र) और उपन्यास · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

फ़िक्शनल पात्र

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »