1 संबंध: अंजनहारी।
अंजनहारी
आंखों की पलकों की फुंसी: '''अंजनहारी''' अंजनहारी या 'बिलनी' या 'गुहेरी' (Sty या Stye स्टाई) रोग आंखों की ऊपरी या निचली परत पर दाने के रूप में हल्के लाल रंग में उभरता है। वैसे तो यह कोई रोग नहीं है किन्तु इस रोग के होने पर रोगी को बहुत परेशानी होती है। बिलनी रोग संक्रमण के कारण फैलता है। इसमें संक्रमित होने वाले पलकों के बालों मे छोटी सी तेल स्रावक ग्रन्थियां होती है। बिलनी रोग में आँख में खुजली व जलन होती है जो बाद में मवाद भरे दानों का रूप ले लेती है। बिलनी रोग में उभरे हुए दानों की सिंकाई करनी चाहिए ताकि वह फूट जाए। फूटने के बाद इन्हे गर्म पानी में कपड़ा भिगोकर साफ कर लेना चाहिए। .
नई!!: पलक और अंजनहारी · और देखें »