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परचित्‍तज्ञान

सूची परचित्‍तज्ञान

दूरसंवेदन, मन:पर्यय या परचित्‍तज्ञान (अंग्रेजी: Telepathy) एक ऐसी शक्ति है, जिससे दूर बैठे व्यक्ति की मानसिक स्थिति से सम्पर्क किया जा सकता है। प्राचीनकाल में इसके माध्यम से सिद्ध लोग एक दूसरे से वार्तालाप किया करते थे। .

3 संबंधों: सुदूर संवेदन, अभिज्ञा, अल्बर्ट आइंस्टीन

सुदूर संवेदन

सुदूर संवेदन (अंग्रेज़ी: Remote Sensing) का सामान्य अर्थ है किसी वस्तु के सीधे संपर्क में आये बिना उसके बारे में आँकड़े संग्रह करना। लेकिन वर्तमान वैज्ञानिक परिप्रेक्ष्य में सुदूर संवेदन का तात्पर्य आकाश में स्थित किसी प्लेटफार्म (जैसे हवाईजहाज, उपग्रह या गुब्बारे) से पृथ्वी के किसी भूभाग का चित्र लेना। यह एक ऐसी उन्नत विधा है जिसके माध्यम से ऊँचाई पर जाकर बिना किसी भौतिक सम्पर्क के पृथ्वी के धरातलीय रूपों और संसाधनों का अध्ययन वैज्ञानिक विधि से किया जाता हैं। सुदूर संवेदन की तकनीक को संवेदक (Sensor) की प्रकृति के आधार पर मुख्यतः दो प्रकारों में बाँटा जाता है एक्टिव और पैसिव। ज्यादातर पैसिव संवेदकों द्वारा सूर्य का परावर्तित प्रकाश संवेदित किया जाता है। एक्टिव संवेदक वे हैं जो खुद ही विद्युत चुंबकीय विकिरण उत्पन्न करके उसे पृथ्वी की ओर फेंकते हैं और परावर्तित किरणों को संवेदित (रिकार्ड) करते हैं। हवाई छायाचित्र और उपग्रह चित्र सुदूर संवेदन के दो प्रमुख उत्पाद हैं जिनका उपयोग वैज्ञानिक अध्ययनों से लेकर अन्य बहुत से कार्यों में हो रहा है। .

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अभिज्ञा

अभिज्ञा का अर्थ है - ज्ञान, 'सीधे ज्ञान प्राप्ति'। इसका अर्थ कभी-कभी 'उच्च ज्ञान' या 'अलौकिक ज्ञान' भी होता है। बौद्ध धर्म में अभिज्ञा की प्राप्ति धर्म एवं ध्यान से होती है। श्रेणी:बौद्ध धर्म श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अल्बर्ट आइंस्टीन

अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein; १४ मार्च १८७९ - १८ अप्रैल १९५५) एक विश्वप्रसिद्ध सैद्धांतिक भौतिकविद् थे जो सापेक्षता के सिद्धांत और द्रव्यमान-ऊर्जा समीकरण E .

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दूरसन्वेदन

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