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नोआइदी

सूची नोआइदी

नोआइदी (उत्तरी सामी: noaidi) उत्तरी यूरोप के स्कैंडिनेविया क्षेत्र के सामी लोगों के पारम्परिक ओझाओं को कहते हैं। नोआदी सामियों के पारम्परिक धर्म-विश्वास में रोग हरने वाला और मानवों व देवताओं के बीच सम्बन्ध करने वाला व्यक्ति होता था। अधिकतर नोआदी १७वीं सदी में मार दिये गये थे क्योंकि सामी क्षेत्रों पर क़बज़ा करने वाले राजवंशो में उनके द्वारा विद्रोह फैलाने का डर रहता था। सामियों की कुछ ओझाप्रथाएँ कई साइबेरियाई संस्कृतियों से मिलती-जुलती थी।Voigt 1966: 296 .

6 संबंधों: यूरोप, सामी भाषाएँ (यूरोप), सामी लोग, साइबेरिया, स्कैण्डिनेवियाई देश, ओझा

यूरोप

यूरोप पृथ्वी पर स्थित सात महाद्वीपों में से एक महाद्वीप है। यूरोप, एशिया से पूरी तरह जुड़ा हुआ है। यूरोप और एशिया वस्तुतः यूरेशिया के खण्ड हैं और यूरोप यूरेशिया का सबसे पश्चिमी प्रायद्वीपीय खंड है। एशिया से यूरोप का विभाजन इसके पूर्व में स्थित यूराल पर्वत के जल विभाजक जैसे यूराल नदी, कैस्पियन सागर, कॉकस पर्वत शृंखला और दक्षिण पश्चिम में स्थित काले सागर के द्वारा होता है। यूरोप के उत्तर में आर्कटिक महासागर और अन्य जल निकाय, पश्चिम में अटलांटिक महासागर, दक्षिण में भूमध्य सागर और दक्षिण पश्चिम में काला सागर और इससे जुड़े जलमार्ग स्थित हैं। इस सबके बावजूद यूरोप की सीमायें बहुत हद तक काल्पनिक हैं और इसे एक महाद्वीप की संज्ञा देना भौगोलिक आधार पर कम, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक आधार पर अधिक है। ब्रिटेन, आयरलैंड और आइसलैंड जैसे देश एक द्वीप होते हुए भी यूरोप का हिस्सा हैं, पर ग्रीनलैंड उत्तरी अमरीका का हिस्सा है। रूस सांस्कृतिक दृष्टिकोण से यूरोप में ही माना जाता है, हालाँकि इसका सारा साइबेरियाई इलाका एशिया का हिस्सा है। आज ज़्यादातर यूरोपीय देशों के लोग दुनिया के सबसे ऊँचे जीवनस्तर का आनन्द लेते हैं। यूरोप पृष्ठ क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का दूसरा सबसे छोटा महाद्वीप है, इसका क्षेत्रफल के १०,१८०,००० वर्ग किलोमीटर (३,९३०,००० वर्ग मील) है जो पृथ्वी की सतह का २% और इसके भूमि क्षेत्र का लगभग ६.८% है। यूरोप के ५० देशों में, रूस क्षेत्रफल और आबादी दोनों में ही सबसे बड़ा है, जबकि वैटिकन नगर सबसे छोटा देश है। जनसंख्या के हिसाब से यूरोप एशिया और अफ्रीका के बाद तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला महाद्वीप है, ७३.१ करोड़ की जनसंख्या के साथ यह विश्व की जनसंख्या में लगभग ११% का योगदान करता है, तथापि, संयुक्त राष्ट्र के अनुसार (मध्यम अनुमान), २०५० तक विश्व जनसंख्या में यूरोप का योगदान घटकर ७% पर आ सकता है। १९०० में, विश्व की जनसंख्या में यूरोप का हिस्सा लगभग 25% था। पुरातन काल में यूरोप, विशेष रूप से यूनान पश्चिमी संस्कृति का जन्मस्थान है। मध्य काल में इसी ने ईसाईयत का पोषण किया है। यूरोप ने १६ वीं सदी के बाद से वैश्विक मामलों में एक प्रमुख भूमिका अदा की है, विशेष रूप से उपनिवेशवाद की शुरुआत के बाद.

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सामी भाषाएँ (यूरोप)

उत्तरी यूरोप में सामी भाषाओं का विस्तार - 1. दक्षिणी सामी, 2. उमे सामी, 3. पीते सामी, 4. लूले सामी, 5. उत्तरी सामी, 6. स्कोल्त सामी, 7. इनारी सामी, 8. किलदीन सामी, 9. तेर सामी सामी भाषाएँ (अंग्रेज़ी: Sami languages) उत्तरी यूरोप में उत्तरी फ़िनलैंड, नॉर्वे, स्वीडन और सुदूर पश्चिमोत्तरी रूस में बोली जाने वाली यूराली भाषाओं का एक समूह है। अक्सर ग़लती से इन सभी भाषाओं को एक ही भाषा समझा जाता है। इन भाषाओं को सामी लोग बोलते हैं, जिन्हें यूरोप में 'लैप्प' भी कहा जाता था, जिस वजह से इन भाषाओं को भी 'लैप्प भाषाएँ' कहा जाता था। वर्तमान युग में 'लैप्प' शब्द अपमानजनक माना जाता है इसलिए इन्हें 'सामी भाषाएँ' ही कहते हैं। उत्तरी सामी भाषा सभी सामी भाषाओं में से सबसे ज़्यादा बोली जाती है और 75% सामी लोग इसी भाषा को बोलते हैं।, Deborah B. Robinson, pp.

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सामी लोग

कुछ सामी लोग स्कैंडिनेविया में सामी लोगों की मातृभूमि 1900 के आसपास नॉर्वे में सामी परिवार। सामी लोग (Sami, Saami या Sámi) उत्तरी स्वीडन, नॉर्वे, फिनलैंड और रूस के कोला प्रायद्वीप में बसने वाले एक आदिवासी समुदाय का नाम है। यह जिस आर्कटिक क्षेत्र में रहते हैं उसे सापमी (Sápmi) भी बुलाया जाता है और इसका क्षेत्रफल लगभग ३,८८,३५० किमी२ है। मूल रूप से यह लोग सामी भाषाएँ बोलते हैं जो युराली भाषा-परिवार की एक शाखा है। पारम्परिक रूप से इनका व्यवसाय रेनडियर-पालन, मछली पकड़ना, भेड़ चराना और जंगली जानवरों का शिकार करना हुआ करता था। सामियों की कुल आबादी १.५ से २ लाख के बीच अनुमानित की गई है। .

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साइबेरिया

साइबेरिया का नक़्शा (गाढ़े लाल रंग में साइबेरिया नाम का संघी राज्य है, लेकिन लाल और नारंगी रंग वाले सारे इलाक़े साइबेरिया का हिस्सा माने जाते हैं गर्मी के मौसम में दक्षिणी साइबेरिया में जगह-जगह पर झीलें और हरियाली नज़र आती है याकुत्स्क शहर में 17वी शताब्दी में बना एक रूसी सैनिक-गृह साइबेरिया (रूसी: Сибирь, सिबिर) एक विशाल और विस्तृत भूक्षेत्र है जिसमें लगभग समूचा उत्तर एशिया समाया हुआ है। यह रूस का मध्य और पूर्वी भाग है। सन् 1991 तक यह सोवियत संघ का भाग हुआ करता था। साइबेरिया का क्षेत्रफल 131 लाख वर्ग किमी है। तुलना के लिए पूरे भारत का क्षेत्रफल 32.8 लाख वर्ग किमी है, यानि साइबेरिया भारत से क़रीब चार गुना है। फिर भी साइबेरिया का मौसम और भूस्थिति इतनी सख़्त है के यहाँ केवल 4 करोड़ लोग रहते हैं, जो 2011 में केवल उड़ीसा राज्य की आबादी थी। यूरेशिया का अधिकतर स्टॅप (मैदानी घासवाला) इलाक़ा साइबेरिया में आता है। साइबेरिया पश्चिम में यूराल पहाड़ों से शुरू होकर पूर्व में प्रशांत महासागर तक और उत्तर में उत्तरध्रुवीय महासागर (आर्कटिक महासागर) तक फैला हुआ है। दक्षिण में इसकी सीमाएँ क़ाज़ाक़स्तान, मंगोलिया और चीन से लगती हैं। .

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स्कैण्डिनेवियाई देश

स्केंडिनेविया प्रायद्वीप में उत्तरी यूरोप के आने वाले देशों को स्कैंडिनेवियाई देश कहते हैं इनमें नॉर्वे, स्वीडन व डेनमार्क आते हैं। इनके अलावा फिनलैंड, आइसलैंड एवं फैरो द्वीपसमूह के संग ये नॉर्डिक देश भी कहलाते हैं। .

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ओझा

ख़कास जाति की एक स्त्री ओझा की सन् १९०८ में ली गई तस्वीर ओझा (अंग्रेज़ी: shaman, शेमन या शामन) पारम्परिक समाजों में ऐसे व्यक्ति को कहा जाता है जिनके बारे में यह विश्वास हो कि उनमें प्रत्यक्ष दुनिया से बाहर किसी रूहानी दुनिया, आत्माओं, देवी-देवताओं या ऐसे अन्य ग़ैर-सांसारिक तत्वों से सम्पर्क रखने या उनकी शक्तियों से लाभ उठाने की क्षमता है। ओझाओं के बारे में यह धारणा होती है कि वे अच्छी और बुरी आत्माओं तक पहुँचकर उनपर प्रभाव डाल सकते हैं और अक्सर ऐसा करते हुए वे किसी विशेष चेतना की अवस्था में होते हैं। ऐसी अवस्था को अक्सर किसी देवी-देवता या आत्मा का 'चढ़ना' या 'हावी हो जाना' कहतें हैं। पारम्परिक समाजों में अक्सर चिकित्सा के उपचार भी ओझा ही जाना करते थे। अक्सर जनजातियों या पारम्परिक क़बीलों में ओझाओं का प्रभाव ज़्यादा होता है और उन्हें धर्म और चिकित्सा दोनों का स्रोत माना जाता है।, Michael Harner, Michael J. Harner, HarperCollins, 1990, ISBN 978-0-06-250373-2,...

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