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थाई लिपि

सूची थाई लिपि

थाई लिपि में बौद्ध सूत्र थाई लिपि (थाई भाषा: อักษรไทย, अक्षरथय, àksǒn thai), थाई भाषा के अलावा थाईलैण्ड की अन्य अल्पसंख्यक भाषाएँ लिखने के लिये प्रयुक्त होती है। थाई लिपि में ४४ व्यंजन (थाई: พยัญชนะ, बयञचन) और १५ स्वर (थाई: สระ, सर) हैं। थाई स्वरों के कम से कम २८ रूप होते हैं तथा चार टोन-मार्क (थाई: วรรณยุกต์ या วรรณยุต, वन्नयुक/वन्नयुत) होते हैं। देवनागरी की तरह थाई लिपि भी बाएँ से दाएँ लिखी जाती है। इसमें भी मात्राएँ व्यंजन के उपर, नीचे, पहले या बाद में लगाई जाती हैं। थाई लिपि के अपने अंक भी हैं जो हिन्दू अंक प्रणाली पर आधारित है। किन्तु अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दू अंक प्रणाली का भी प्रायः उपयोग किया जाता है। .

8 संबंधों: थाई भाषा, थाईलैण्ड, देवनागरी, धम्म लान्ना लिपि, भारतीय अंक प्रणाली, मन्दोदरी, यक्ष, खमेर लिपि

थाई भाषा

थाई भाषा (थाई: ภาษาไทย) थाईलैंड की मातृभाषा और राष्ट्रभाषा है और यहाँ के ९५% लोग यही भाषा बोलते हैं। .

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थाईलैण्ड

श्यामदेश (थाईलैण्ड) जिसका प्राचीन भारतीय नाम श्यामदेश है दक्षिण पूर्वी एशिया में एक देश है। इसकी पूर्वी सीमा पर लाओस और कम्बोडिया, दक्षिणी सीमा पर मलेशिया और पश्चिमी सीमा पर म्यानमार है। थाईलैण्ड को सियाम के नाम से भी जाना जाता है जो ११ मई, १९४९ तक थाईलैण्ड का अधिकृत नाम था। थाई शब्द का अर्थ थाई भाषा में आज़ाद होता है। यह शब्द थाई नागरिको के सन्दर्भ में भी इस्तेमाल किया जाता है। इस वजह से कुछ लोग विशेष रूप से यहाँ बसने वाले चीनी लोग, थाईलैंड को आज भी सियाम नाम से पुकारना पसन्द करते हैं। थाईलैण्ड की राजधानी बैंकाक है। .

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देवनागरी

'''देवनागरी''' में लिखी ऋग्वेद की पाण्डुलिपि देवनागरी एक लिपि है जिसमें अनेक भारतीय भाषाएँ तथा कई विदेशी भाषाएं लिखीं जाती हैं। यह बायें से दायें लिखी जाती है। इसकी पहचान एक क्षैतिज रेखा से है जिसे 'शिरिरेखा' कहते हैं। संस्कृत, पालि, हिन्दी, मराठी, कोंकणी, सिन्धी, कश्मीरी, डोगरी, नेपाली, नेपाल भाषा (तथा अन्य नेपाली उपभाषाएँ), तामाङ भाषा, गढ़वाली, बोडो, अंगिका, मगही, भोजपुरी, मैथिली, संथाली आदि भाषाएँ देवनागरी में लिखी जाती हैं। इसके अतिरिक्त कुछ स्थितियों में गुजराती, पंजाबी, बिष्णुपुरिया मणिपुरी, रोमानी और उर्दू भाषाएं भी देवनागरी में लिखी जाती हैं। देवनागरी विश्व में सर्वाधिक प्रयुक्त लिपियों में से एक है। मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया की एक ट्राम पर देवनागरी लिपि .

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धम्म लान्ना लिपि

धम्म लान्ना ब्राह्मी लिपि से उत्पन्न एक लिपि है जो तीन आधुनिक भाषाओं (उत्तरी थाई भाषा, ताई लू तथा खून्) को लिखने के लिये प्रयुक्त होती है। .

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भारतीय अंक प्रणाली

भारतीय अंक प्रणाली को पश्चिम के देशों में हिंदू-अरबी अंक प्रणाली के नाम से जाना जाता है क्योंकि यूरोपीय देशों को इस अंक प्रणाली का ज्ञान अरब देश से प्राप्त हुआ था। जबकि अरबों को यह ज्ञान भारत से मिला था। भारतीय अंक प्रणाली में 0 को मिला कर कुल 10 अंक होते हैं। संसार के अधिकतम 10 अंकों वाली अंक प्रणाली भारतीय अंक प्रणाली पर ही आधारित हैं। फ्रांस के प्रसिद्ध गणितज्ञ पियरे साइमन लाप्लास के अनुसार, .

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मन्दोदरी

मंदोदरी रामायण के पात्र, पंच-कन्याओं में से एक हैं जिन्हें चिर-कुमारी कहा गया है। मंदोदरी मयदानव की पुत्री थी। उसका विवाह लंकापति रावण के साथ हुआ था। हेमा नामक अप्सरा से उत्पन्न रावण की पटरानी जो मेघनाथ की माता तथा मयासुर की कन्या थी। अतिकाय व अक्षयकुमार इसके अन्य पुत्र थे। रावण को सदा यह अच्छी सलाह देती थी और कहा जाता है कि अपने पति के मनोरंजनार्थ इसीने शतरंज के खेल का प्रारंभ किया था। इसकी गणना भी पंचकन्याओं में है सिंघलदीप की राजकन्या और एक मातृका का भी नाम मंदोदरी था। .

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यक्ष

यह लेख यक्ष नामक पौराणिक चरित्रों पर है। अन्य यक्ष लेखों के लिए देखें: यक्ष (बहुविकल्पी) यक्षों एक प्रकार के पौराणिक चरित्र हैं। यक्षों को राक्षसों के निकट माना जाता है, यद्यपि वे मनुष्यों के विरोधी नहीं होते, जैसे राक्षस होते है। माना जाता है कि प्रारम्भ में दो प्रकार के राक्षस होते थे; एक जो रक्षा करते थे वे यक्ष कहलाये तथा दूसरे यज्ञों में बाधा उपस्थित करने वाले राक्षस कहलाये। यक्ष का शाब्दिक अर्थ होता है 'जादू की शक्ति'। हिन्दू धर्मग्रन्थो में एक अच्छे यक्ष का उदाहरण मिलता है जिसे कुबेर कहते हैं तथा जो धन-सम्पदा में अतुलनीय थे। एक अन्य यक्ष का प्रसंग महाभारत में भी मिलता है। जब पाण्डव दूसरे वनवास के समय वन-वन भटक रहे थे तब एक यक्ष से उनकी भेंट हुई जिसने युधिष्ठिर से विख्यात यक्ष प्रश्न किए थे। .

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खमेर लिपि

खमेर लिपि (អក្ខរក្រមខេមរភាសា; अक्खरक्रम खमेर फिआसा, अनौपचारिक रूप से, अक्सर खमेर; អក្សរខ្មែរ) कम्बोडिया की खमेर भाषा को लिखने में प्रयुक्त होने वाली लिपि है। ऐसा विश्वास किया जाता है कि खमेर लिपि का विकास भारत की पल्लव लिपि (ग्रन्थ लिपि) से हुआ। खमेर लिपि विश्व की सबसे वृहद वर्णमाला है (गिनीज बुक ऑफ वर्ड रिकॉर्ड्स, 1995).

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

थाई वर्णमाला

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