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तक्षकर्म

सूची तक्षकर्म

तक्षण लकड़ी, हाथीदाँत या अन्य सामग्री को अपनी कलात्मक कुशलता से तरह-तरह के रूपों में परिवर्तित कर देना एक महत्त्वपूर्ण कला है। जो लकड़ी का कार्य करते हैं उन्हें बढ़ई कहते हैं। यह कला चौंसठ कलाओं के अन्तर्गत आती है। श्रेणी:चौंसठ कला.

3 संबंधों: बढ़ई, लकड़ी, हाथीदाँत

बढ़ई

बढ़ई काष्ठकारी से सम्बन्धित औजार लकड़ी का काम करने वाले लोगों को बढ़ई या 'काष्ठकार' (Carpenter) कहते हैं। ये प्राचीन काल से समाज के प्रमुख अंग रहे हैं। घर की आवश्यक काष्ठ की वस्तुएँ बढ़ई द्वारा बनाई जाती हैं। इन वस्तुओं में चारपाई, तख्त, पीढ़ा, कुर्सी, मचिया, आलमारी, हल, चौकठ, बाजू, खिड़की, दरवाजे तथा घर में लगनेवाली कड़ियाँ इत्यादि सम्मिलित हैं। .

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लकड़ी

कई विशेषताएं दर्शाती हुई लकड़ी की सतह काष्ठ या लकड़ी एक कार्बनिक पदार्थ है, जिसका उत्पादन वृक्षों(और अन्य काष्ठजन्य पादपों) के तने में परवर्धी जाइलम के रूप में होता है। एक जीवित वृक्ष में यह पत्तियों और अन्य बढ़ते ऊतकों तक पोषक तत्वों और जल की आपूर्ति करती है, साथ ही यह वृक्ष को सहारा देता है ताकि वृक्ष खुद खड़ा रह कर यथासंभव ऊँचाई और आकार ग्रहण कर सके। लकड़ी उन सभी वानस्पतिक सामग्रियों को भी कहा जाता है, जिनके गुण काष्ठ के समान होते हैं, साथ ही इससे तैयार की जाने वाली सामग्रियाँ जैसे कि तंतु और पतले टुकड़े भी काष्ठ ही कहलाते हैं। सभ्यता के आरंभ से ही मानव लकड़ी का उपयोग कई प्रयोजनों जैसे कि ईंधन (जलावन) और निर्माण सामग्री के तौर पर कर रहा है। निर्माण सामग्री के रूप में इसका उपयोग मुख्य रूप भवन, औजार, हथियार, फर्नीचर, पैकेजिंग, कलाकृतियां और कागज आदि बनाने में किया जाता है। लकड़ी का काल निर्धारण कार्बन डेटिंग और कुछ प्रजातियों में वृक्षवलय कालक्रम के द्वारा किया जाता है। वृक्ष वलयों की चौड़ाई में साल दर साल होने वाले परिवर्तन और समस्थानिक प्रचुरता उस समय प्रचलित जलवायु का सुराग देते हैं। विभिन्न प्रकार के काष्ठ .

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हाथीदाँत

इटली के संग्रहालय में ११वीं शताब्दी का हाथीदाँत ईरान के साअदाबाद राजमहल में नक्काशीदार हाथीदाँत हाथीदाँत या गजदन्त हाथी के उन दो दाँतों को कहते हैं जो हाथी के मुँह से बाहर निकले होते हैं और बहुमूल्य माने जाते हैं। पुराने समय में इनसे कई प्रकार की बहुमूल्य वस्तुएँ निर्मित की जाती थीं, यहाँ तक की मनुष्य के नकली दाँत भी इनसे बनते थे। हाथीदाँत के कारण हाथियों का अवैध शिकार किया जाता है तथा उनकी संख्या तेज़ी से गिरने के कारण वह जंगल में संकटग्रस्त हो गये हैं। यही कारण है कि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर हाथीदाँत के व्यापार पर रोक लगा दी गई है।"To Save An Elephant" by Allan Thornton & Dave Currey, Doubleday 1991 ISBN 0-385-40111-6 हाथीदाँत के कई सजावटी और व्यावहारिक उपयोग हैं। जिन मै हाथ मै पहन ने की चूडियाँ, कंगन,गहने रखने के बक्से आदि शामिल हैं ! प्लास्टिक के ईजाद से पहले, यह बिलियर्ड गेंदों, पियानो चाबियों, स्कॉटिश बैगपाइप (वाद्ययंत्र), बटन और विस्तृत सजावटी सामान के लिए इस्तेमाल किया गया था। फिर हाथीदाँत के लिए कृत्रिम विकल्प विकसित किये गये। प्लास्टिक पियानो चाबियों को पियानो के जानकार एक निम्न विकल्प मानते हैं, हालांकि हाल में विकसित अन्य कृत्रिम सामग्री हाथीदाँत से बनी पियानो चाबियों का बेहतर अहसास कराती हैं। .

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तक्षणकला

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