2 संबंधों: प्लूटो (बौना ग्रह), क्लाइड टॉमबॉ।
प्लूटो (बौना ग्रह)
यम या प्लूटो सौर मण्डल का दुसरा सबसे बड़ा बौना ग्रह है (सबसे बड़ा ऍरिस है)। प्लूटो को कभी सौर मण्डल का सबसे बाहरी ग्रह माना जाता था, लेकिन अब इसे सौर मण्डल के बाहरी काइपर घेरे की सब से बड़ी खगोलीय वस्तु माना जाता है। काइपर घेरे की अन्य वस्तुओं की तरह प्लूटो का अकार और द्रव्यमान काफ़ी छोटा है - इसका आकार पृथ्वी के चन्द्रमा से सिर्फ़ एक-तिहाई है। सूरज के इर्द-गिर्द इसकी परिक्रमा की कक्षा भी थोड़ी बेढंगी है - यह कभी तो वरुण (नॅप्टयून) की कक्षा के अन्दर जाकर सूरज से ३० खगोलीय इकाई (यानि ४.४ अरब किमी) दूर होता है और कभी दूर जाकर सूर्य से ४५ ख॰ई॰ (यानि ७.४ अरब किमी) पर पहुँच जाता है। प्लूटो काइपर घेरे की अन्य वस्तुओं की तरह अधिकतर जमी हुई नाइट्रोजन की बर्फ़, पानी की बर्फ़ और पत्थर का बना हुआ है। प्लूटो को सूरज की एक पूरी परिक्रमा करते हुए २४८.०९ वर्ष लग जाते हैं। .
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क्लाइड टॉमबॉ
क्लाइड विलियम टॉमबॉ (Clyde William Tombaugh, जन्म: ४ फ़रवरी १९०६, देहांत:१७ जनवरी १९९७) एक अमेरिकी खगोलशास्त्री थे, जिन्होने १९३० में प्लूटो (बौने ग्रह) की खोज की। यह हमारे सौर मंडल के काइपर घेरे में पाई जाने वाली सर्वप्रथम वस्तु थी। इसके अतिरिक्त उन्होने कई क्षुद्रग्रहों की भी खोज की थी। .