लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

जलविरोधी

सूची जलविरोधी

जलविरोधी (hydrophobic) या जलविरागी ऐसा अणु या आण्विक इकाई होती है जो जल को स्वयं से दूर रखने की चेष्टा प्रतीत करता हुआ लगता है, यानि जल से आकर्षित होने की बजाय अपकर्षित प्रतीत होता है। ध्यान योग्य है कि यह वास्तव में जल से दूर नहीं रहता बल्कि जल के अणु एक दूसरे से आकर्षित होते हैं और जलविरोधी पदार्थों से नहीं, जिस से जल अपने-आप में सिकुड़कर जलविरोधी पदार्थों को अपने से अलग कर लेता है। इस से विपरीत जलस्नेही पदार्थ पानी के अणुओं से आकर्षित होते हैं। .

5 संबंधों: जल, जलस्नेही, जलविरोधी प्रभाव, वसास्नेही, अणु

जल

जल या पानी एक आम रासायनिक पदार्थ है जिसका अणु दो हाइड्रोजन परमाणु और एक ऑक्सीजन परमाणु से बना है - H2O। यह सारे प्राणियों के जीवन का आधार है। आमतौर पर जल शब्द का प्प्रयोग द्रव अवस्था के लिए उपयोग में लाया जाता है पर यह ठोस अवस्था (बर्फ) और गैसीय अवस्था (भाप या जल वाष्प) में भी पाया जाता है। पानी जल-आत्मीय सतहों पर तरल-क्रिस्टल के रूप में भी पाया जाता है। पृथ्वी का लगभग 71% सतह को 1.460 पीटा टन (पीटी) (1021 किलोग्राम) जल से आच्छदित है जो अधिकतर महासागरों और अन्य बड़े जल निकायों का हिस्सा होता है इसके अतिरिक्त, 1.6% भूमिगत जल एक्वीफर और 0.001% जल वाष्प और बादल (इनका गठन हवा में जल के निलंबित ठोस और द्रव कणों से होता है) के रूप में पाया जाता है। खारे जल के महासागरों में पृथ्वी का कुल 97%, हिमनदों और ध्रुवीय बर्फ चोटिओं में 2.4% और अन्य स्रोतों जैसे नदियों, झीलों और तालाबों में 0.6% जल पाया जाता है। पृथ्वी पर जल की एक बहुत छोटी मात्रा, पानी की टंकिओं, जैविक निकायों, विनिर्मित उत्पादों के भीतर और खाद्य भंडार में निहित है। बर्फीली चोटिओं, हिमनद, एक्वीफर या झीलों का जल कई बार धरती पर जीवन के लिए साफ जल उपलब्ध कराता है। जल लगातार एक चक्र में घूमता रहता है जिसे जलचक्र कहते है, इसमे वाष्पीकरण या ट्रांस्पिरेशन, वर्षा और बह कर सागर में पहुॅचना शामिल है। हवा जल वाष्प को स्थल के ऊपर उसी दर से उड़ा ले जाती है जिस गति से यह बहकर सागर में पहँचता है लगभग 36 Tt (1012किलोग्राम) प्रति वर्ष। भूमि पर 107 Tt वर्षा के अलावा, वाष्पीकरण 71 Tt प्रति वर्ष का अतिरिक्त योगदान देता है। साफ और ताजा पेयजल मानवीय और अन्य जीवन के लिए आवश्यक है, लेकिन दुनिया के कई भागों में खासकर विकासशील देशों में भयंकर जलसंकट है और अनुमान है कि 2025 तक विश्व की आधी जनसंख्या इस जलसंकट से दो-चार होगी।.

नई!!: जलविरोधी और जल · और देखें »

जलस्नेही

जलस्नेही (hydrophile) या जलरागी ऐसा अणु या आण्विक इकाई होती है जो जल के अणुओं की ओर आकर्षित हो और पानी में घुल जाने की प्रवृत्ति रखता हो। इस से विपरीत जलविरोधी पदार्थ पानी के अणुओं से आकर्षित होने की बजाय अपकर्षित होता है। .

नई!!: जलविरोधी और जलस्नेही · और देखें »

जलविरोधी प्रभाव

जलविरोधी प्रभाव (hydrophobic effect) अध्रुवीय पदार्थों को जल या जलीय घोलों में डालने पर जल से अलग होकर आपस में एकत्रित होने की प्रवृत्ति को कहते हैं। यह वास्तव में जल के अणुओं की प्रक्रिया है, क्योंकि वे ध्रुवीय होते हैं और उनके विपरीत आवेश (चार्ज) वाले ध्रुव एक दूसरे के समीप रहने की चेष्टा में अध्रुवीय पदार्थ को धकेलकर एकत्रित कर देते हैं। जलविरोधी प्रभाव ही कारण है कि तेल और जल को मिलाकर छोड़ने पर तेल और पानी अलग हो जाते हैं। जीवविज्ञान में कई प्रभाव इसी जलविरोध से देखे जाते हैं, जिनमें कोशिका झिल्ली का बनना, प्रोटीन अणुओं में मुड़ाव बनना, इत्यादि। इसलिए जलविरोधी प्रभाव जीवन के लिए आवश्यक है। .

नई!!: जलविरोधी और जलविरोधी प्रभाव · और देखें »

वसास्नेही

वसास्नेही (Lipophilic, fat-loving) ऐसे रासायनिक यौगिक होते हैं जो वसा, तेलों, लिपिडों और हेक्सेन व टाल्यूईन जैसे अध्रुवीय विलायकों में घुल जाते हैं। कुछ रसायनों के अलावा देखा जाता है कि वसास्नेही रसायन अन्य वसास्नेही रसायनों में घुल जाते हैं जबकि जलस्नेही रसायन जल व अन्य जलस्नेही रसायनों में घुल जाते हैं। .

नई!!: जलविरोधी और वसास्नेही · और देखें »

अणु

साधारण चीनी का अणु - इसमें १२ कार्बन (काला रंग), २२ हाइड्रोजन (सफ़ेद रंग) और ११ आक्सीजन (लाल रंग) के परमाणु एक दुसरे से जुड़े हुए होते हैं अणु पदार्थ का वह छोटा कण है जो प्रकृति के स्वतंत्र अवस्था में पाया जाता है लेकिन रासायनिक प्रतिक्रिया में भाग नहीं ले सकता है। रसायन विज्ञान में अणु दो या दो से अधिक, एक ही प्रकार या अलग अलग प्रकार के परमाणुओं से मिलकर बना होता है। परमाणु मजबूत रसायनिक बंधन के कारण आपस में जुड़े रहते हैं और अणु का निर्माण करते हैं। अणु की संकल्पना ठोस, द्रव और गैस के लिये अलग अलग हो सकती है। अणु पदार्थ के सबसे छोटे भाग को कहते हैं। यह कथन गैसो के लिये ज्यादा उपयुक्त है। उदाहरण के लिये, ओक्सीजन गैस उसके स्वतन्त्र अणुओ का एक समूह है। द्रव और ठोस में अणु एक दूसरे से किसी ना किसी बन्धन में रह्ते है, इनका स्वतन्त्र अस्तित्व नहीं होता है। कई अणु एक दूसरे से जुडे होते है और एक अणु को अलग नहीं किया जा सकता है। अणु में कोई विद्युत आवेश नहीं होता है। अणु एक ही तत्व के परमाणु से मिलकर बने हो सकते हैं या अलग अलग तत्वों के परमाणु से मिलकर। .

नई!!: जलविरोधी और अणु · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

जलभीतिक, जलविरागी

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »