सामग्री की तालिका
9 संबंधों: दुर्ग जिला, बस्तर, बस्तर जिला, भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग, रायपुर जिला, सरगुजा जिला, विश्व धरोहर, छत्तीसगढ़, छत्तीसगढ़ के राज्य संरक्षित स्थल।
दुर्ग जिला
दुर्ग भारतीय राज्य छत्तीसगढ़ का एक जिला है। दुर्ग जिला ८,५ ३ ७ वर्ग किलोमीटर की एरिया में फैला हुआ है। यहाँ की जनसंख्या सन १९ ९ १ में २,३९ ७, १ ३ ४ था। जिले का मुख्यालय दुर्ग है। क्षेत्रफल - वर्ग कि.मी.
देखें छत्तीसगढ़ के भारत सरकार संरक्षित स्थल और दुर्ग जिला
बस्तर
बस्तर छत्तीसगढ़ प्रान्त का एक जिला है। ख़ूबसूरत जंगलों और आदिवासी संस्कृति में रंगा ज़िला बस्तर, प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी के तौर पर जाना जाता है। 39114 वर्ग किलोमीटर में फैला ये ज़िला एक समय केरल जैसे राज्य और बेल्जियम, इज़राइल जैसे देशॊ से बड़ा था। ज़िले का संचालन व्यवस्थित रूप से हो सके इसके लिए 1998में इसमें से दो अलग ज़िले कांकेर और दंतेवाड़ा बनाए गए। बस्तर का ज़िला मुख्यालय जगदलपुर, राजधानी रायपुर से 305 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ज़िले की करीब 70 प्रतिषत आबादी गौंड, मारिया-मुरिया, ध्रुव और हलबा जाति की है। उड़ीसा से शुरू होकर दंतेवाड़ा की भद्रकाली नदी में समाहित होने वाली करीब 240 किलोमीटर लंबी इंद्रावती नदी बस्तर के लोगों के लिए आस्था और भक्ति की प्रतीक है। इंद्रावती नदी के मुहाने पर बसा जगदलपुर एक प्रमुख सांस्कृतिक एवं हस्तशिल्प केन्द्र है। यहां मौजूद मानव विज्ञान संग्रहालय में बस्तर के आदिवासियों की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक एवं मनोरंजन से संबंधित वस्तुएं प्रदर्शित की गई हैं। डांसिंग कैक्टस कला केन्द्र, बस्तर के विख्यात कला संसार की अनुपम भेंट है। यहां एक प्रशिक्षण संस्थान भी है। पर्यटन स्थल - बस्तर महल, दलपत सागर, चित्रकोट जलप्रपात, तीरथगढ़ जलप्रपात, कुटुमसर और कैलाश गुफ़ा,और एक ग्रिन गुफा मिला है। .
देखें छत्तीसगढ़ के भारत सरकार संरक्षित स्थल और बस्तर
बस्तर जिला
बस्तर भारतीय राज्य छत्तीसगढ़ का एक जिला है। जिले का प्रशासनीक मुख्यालय जगदलपुर है। यहां की कुल आबादी का लगभग 70% भाग जनजातीय है। इसके उत्तर में दुर्ग, उत्तर-पूर्व में रायपुर, पश्चिम में चांदा, पूर्व में कोरापुट तथा दक्षिण में पूर्वी गोदावरी जिले हैं। यह पहले एक देशी रियासत था। इसका अधिकांश भाग कृषि के अयोग्य है। यहाँ जंगल अधिक हैं जिनमें गोंड एवं अन्य आदिवासी जातियाँ निवास करती हैं। जगंलों में टीक तथा साल के पेड़ प्रमुख हैं। यहाँ की स्थानांतरित कृषि में धान तथा कुछ मात्रा में ज्वार, बाजरा पैदा कर लिया जाता है। इंद्रावती यहाँ की प्रमुख नदी है। चित्राकट में कई झरने भी हैं। जगदलपुर, बीजापुर, कांकेर, कोंडागाँव, भानु प्रतापपुर आदि प्रमुख नगर हैं। यहाँ के आदिवासी जंगलों में लकड़ियाँ, लाख, मोम, शहद, चमड़ा साफ करने तथा रँगने के पदार्थ आदि इकट्ठे करते रहते हैं। खनिज पदार्थों में लोहा, अभ्रक महत्वपूर्ण हैं। .
देखें छत्तीसगढ़ के भारत सरकार संरक्षित स्थल और बस्तर जिला
भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, भारत सरकार के संस्कृति विभाग के अन्तर्गत एक सरकारी एजेंसी है, जो कि पुरातत्व अध्ययन और सांस्कृतिक स्मारकों के अनुरक्षण के लिये उत्तरदायी होती है। इसकी वेबसाइट के अनुसार, ए.एस.
देखें छत्तीसगढ़ के भारत सरकार संरक्षित स्थल और भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग
रायपुर जिला
रायपुर भारतीय राज्य छत्तीसगढ़ का एक जिला है। जिले का मुख्यालय रायपुर है। क्षेत्रफल - 15,190.62 वर्ग कि.मी.
देखें छत्तीसगढ़ के भारत सरकार संरक्षित स्थल और रायपुर जिला
सरगुजा जिला
सरगुजा भारतीय राज्य छत्तीसगढ़ का एक जिला है। जिले का मुख्यालय अम्बिकापुर है। भारत देश के छत्तीसगढ राज्य के उत्तर-पुर्व भाग में आदिवासी बहुल जिला सरगुजा स्थित है। इस जिले के उत्तर में उत्तरप्रदेश राज्य की सीमा है, जबकी पूर्व में झारखंड राज्य है। जिले के दक्षिणी क्षेत्र में छत्तीसगढ का रायगढ, कोरबा एवं जशपुर जिला है, जबकी इसके पश्चिम में कोरिया जिला है। .
देखें छत्तीसगढ़ के भारत सरकार संरक्षित स्थल और सरगुजा जिला
विश्व धरोहर
यूनेस्को की विश्व विरासत समिति का लोगो युनेस्को विश्व विरासत स्थल ऐसे खास स्थानों (जैसे वन क्षेत्र, पर्वत, झील, मरुस्थल, स्मारक, भवन, या शहर इत्यादि) को कहा जाता है, जो विश्व विरासत स्थल समिति द्वारा चयनित होते हैं; और यही समिति इन स्थलों की देखरेख युनेस्को के तत्वाधान में करती है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विश्व के ऐसे स्थलों को चयनित एवं संरक्षित करना होता है जो विश्व संस्कृति की दृष्टि से मानवता के लिए महत्वपूर्ण हैं। कुछ खास परिस्थितियों में ऐसे स्थलों को इस समिति द्वारा आर्थिक सहायता भी दी जाती है। अब तक (2006 तक) पूरी दुनिया में लगभग 830 स्थलों को विश्व विरासत स्थल घोषित किया जा चुका है जिसमें 644 सांस्कृतिक, 24 मिले-जुले और 138 अन्य स्थल हैं। प्रत्येक विरासत स्थल उस देश विशेष की संपत्ति होती है, जिस देश में वह स्थल स्थित हो; परंतु अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का हित भी इसी में होता है कि वे आनेवाली पीढियों के लिए और मानवता के हित के लिए इनका संरक्षण करें। बल्कि पूरे विश्व समुदाय को इसके संरक्षण की जिम्मेवारी होती है। .
देखें छत्तीसगढ़ के भारत सरकार संरक्षित स्थल और विश्व धरोहर
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ भारत का एक राज्य है। छत्तीसगढ़ राज्य का गठन १ नवम्बर २००० को हुआ था। यह भारत का २६वां राज्य है। भारत में दो क्षेत्र ऐसे हैं जिनका नाम विशेष कारणों से बदल गया - एक तो 'मगध' जो बौद्ध विहारों की अधिकता के कारण "बिहार" बन गया और दूसरा 'दक्षिण कौशल' जो छत्तीस गढ़ों को अपने में समाहित रखने के कारण "छत्तीसगढ़" बन गया। किन्तु ये दोनों ही क्षेत्र अत्यन्त प्राचीन काल से ही भारत को गौरवान्वित करते रहे हैं। "छत्तीसगढ़" तो वैदिक और पौराणिक काल से ही विभिन्न संस्कृतियों के विकास का केन्द्र रहा है। यहाँ के प्राचीन मन्दिर तथा उनके भग्नावशेष इंगित करते हैं कि यहाँ पर वैष्णव, शैव, शाक्त, बौद्ध संस्कृतियों का विभिन्न कालों में प्रभाव रहा है। .
देखें छत्तीसगढ़ के भारत सरकार संरक्षित स्थल और छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ के राज्य संरक्षित स्थल
शिव मंदिर,बस्तर,छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ में अनेकों संरक्षित स्मारक स्थल हैं। इनमें से कई राज्य सरकार द्वारा संरक्षित है, कई भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा संरक्षित स्थल, व कुछ विश्व धरोहर स्थल घोषित हैं। .
देखें छत्तीसगढ़ के भारत सरकार संरक्षित स्थल और छत्तीसगढ़ के राज्य संरक्षित स्थल