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चिट्ठाकार

सूची चिट्ठाकार

चिट्ठाकार (अंग्रेज़ी:ब्लॉगर) ब्लॉगिंग करने वाले यानि चिट्ठा या ब्लॉग लिखने वाले व्यक्ति को कहा जाता है। इण्टरनेट के संसार में चिट्ठाकार उस व्यक्ति को कहा जाता है जो अपने चिट्ठे पर लगातार लेख, ऑडिया या वीडियो आदि पोस्ट करता है। व्लॉगर वीडियो पाठ और अन्य सामग्री के साथ या उनसे अलग पोस्ट करता है।। हिन्दुस्तान लाईव। १३ मई २००५ कुछ व्लॉगर निजी लेखन करते हैं, जबकि अन्य किसी खास विधा जैसे हास्य, विज्ञान या खेल के बारे में लिखते हैं। विश्व का पहला चिट्ठा ‘दि जर्नी’ माना जाता है जिसे व्लॉगर एडम कोन्ट्रास ने पोस्ट किया था। ‘दि जर्नी’ में कोन्ट्रास की लॉस एंजिलिस तक की यात्रा दिखाई गई है। कोन्ट्रास को इसके लिए विश्व भर में इस माध्यम के अनोखे प्रयोग के लिए प्रसिद्धि मिली थी। इसके बाद से व्लॉगर एक वार्षिक सम्मेलन व्लॉगरकॉन के माध्यम से अपनी बात विश्व के समक्ष रखते हैं। इस सम्मेलन में ‘दि व्लॉगीज़’ नामक पुरस्कार भी दिया जाता है। कई व्लॉगर्स यू ट्यूब के माध्यम से अपने वीडियो पोस्ट करते हैं। यू ट्यूब पर प्रतिमाह लगभग सात करोड़ लोग वीडियो देखते हैं। इसके अतिरिक्त जूमला, वर्डप्रेस, ब्लॉगर और अन्य वेब २.० उपकरण भी सामग्री प्रबंधन प्रणाली (कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम या सीएमएस) से वीडियो पोस्ट करने में सहायक होते हैं। विभिन्न मामलों में चिट्ठाकारी के माध्यम से मुख्यधारा पत्रकारों और स्वायत्त नागरिक पत्रकारों और चिट्ठाकारों के मध्य मुक्त वाचन यानि फ्री स्पीच अधिकारों को लेकर भी विवाद उठे हैं। सन् २००६ में व्लॉगर जॉश वुल्फ को जी८ समूह के विरुद्ध प्रदर्शनों के वीडियो फिल्मांकन के सदर्भ में गिरफ्तारी ऐसा ही एक मामला था। वायरल वीडियो को मिलने वाली प्रसिद्धी से कई चिट्ठाकारों और निगमों ने अपने जालस्थलों पर चिट्ठाकारी आरंभ कर दी है। किसी प्रसिद्ध वायरल वीडियो को उसके शीर्ष काल में जालस्थल पर डालकर उस पर आने वाले हिट्स बढ़ जाते हैं। जो चिट्ठाकार चाहते हैं कि उनकी साइटों को अधिकाधिक लोग देखें, वह इसके लिए अपनी साइट को यूटय़ूब के साथ जोड़ देते हैं और उस पर इससे मिलते-जुलते वीडियो देखें जैसा कैप्शन उस पर लिख देते हैं। हिन्दी का पहला चिट्ठा नौ दो ग्यारह माना जाता है जिसे आलोक कुमार ने पोस्ट किया था। ब्लॉग के लिये चिट्ठा शब्द भी उन्हीं ने प्रदिपादित किया था जो कि अब इण्टरनेट पर इसके लिये प्रचलित हो चुका है। .

6 संबंधों: चिट्ठा, ब्लॉगर (सेवा), लॉस एंजेलिस, हिन्दी चिट्ठाजगत, आलोक कुमार, अंग्रेज़ी भाषा

चिट्ठा

चिट्ठा (अंग्रेज़ी:ब्लॉग), बहुवचन: चिट्ठे (अंग्रेज़ी:ब्लॉग्स) एक प्रकार के व्यक्तिगत जालपृष्ठ (वेबसाइट) होते हैं जिन्हें दैनन्दिनी (डायरी) की तरह लिखा जाता है।। चिट्ठाजगत संकलक हर चिट्ठे में कुछ लेख, फोटो और बाहरी कड़ियाँ होती हैं। इनके विषय सामान्य भी हो सकते हैं और विशेष भी। चिट्ठा लिखने वाले को चिट्ठाकार (ब्लॉगर) तथा इस कार्य को चिट्ठाकारी अथवा चिट्ठाकारिता (ब्लॉगिंग) कहा जाता है। कई चिट्ठे किसी खास विषय से संबंधित होते हैं, व उस विषय से जुड़े समाचार, जानकारी या विचार आदि उपलब्ध कराते हैं। एक चिट्ठे में उस विषय से जुड़े पाठ, चित्र/मीडिया व अन्य चिट्ठों के लिंक्स मिल सकते हैं। चिट्ठों में पाठकों को अपनी टीका-टिप्पणियां देने की क्षमता उन्हें एक संवादात्मक (इंटरैक्टिव) प्रारूप प्रदन प्रदान करती है।। हिन्दुस्तान लाइव। अधिकतर चिट्ठे मुख्य तौर पर पाठ रूप में होते हैं, हालांकि कुछ कलाओं (आर्ट ब्लॉग्स), छायाचित्रों (फोटोग्राफ़ी ब्लॉग्स), वीडियो, संगीत (एमपी३ ब्लॉग्स) एवं ऑडियो (पॉडकास्टिंग) पर केन्द्रित भी होते हैं। अंग्रेजी शब्द ब्लॉग वेब लॉग (web log) शब्द का सूक्ष्म रूप है, इसे एक आरम्भिक ब्लॉगर द्वारा मजाक में वी ब्लॉग (We blog) की तरह प्रयोग किया गया था, बाद में इसका केवल 'ब्लॉग' (blog) शब्द रह गया तथा बाद में यह शब्द इण्टरनेट पर प्रचलित हो गया। हिन्दी शब्द 'चिट्ठा' पहले हिन्दी चिट्ठाकार आलोक कुमार द्वारा प्रतिपादित किया गया था जो कि अब इण्टरनेट पर हिन्दी दुनिया में प्रचलित हो गया है। यह शब्द अब गूगल द्वारा भी अपने शब्दकोश में शामिल किया जा चुका है। हिन्दी का पहला चिट्ठा नौ दो ग्यारह माना जाता है जिसे आलोक कुमार ने पोस्ट किया था। ब्लॉग के लिये चिट्ठा शब्द भी उन्हीं ने प्रदिपादित किया था जो कि अब इण्टरनेट पर इसके लिये प्रचलित हो चुका है। चिट्ठा बनाने के कई तरीके होते हैं, जिनमें सबसे सरल तरीका है, किसी अंतर्जाल पर किसी चिट्ठा वेसाइट जैसे या या आदि जैसे स्थलों में से किसी एक पर खाता खोल कर लिखना शुरू करना। एक अन्य प्रकार की चिट्ठेकारी सूक्ष्म चिट्ठाकारी कहलाती है। इसमें अति लघु आकार के पोस्ट्स होते हैं। दिसंबर २००७ तक, चिट्ठा सर्च इंजिन टेक्नोरैटी द्वारा ११२,०००,००० चिट्ठे ट्रैक किये जा रहे थे। आज के संगणक जगत में चिट्ठा का भारी चलन चल पड़ा है। कई प्रसिद्ध मशहूर हस्तियों के चिट्ठा लोग बड़े चाव से पढ़ते हैं और उन पर अपने विचार भी भेजते हैं। चिट्ठों पर लोग अपने पसंद के विषयों पर लिखते हैं और कई चिट्ठे विश्व भर में मशहूर होते हैं जिनका हवाला कई नीति-निर्धारण मुद्दों में किया जाता है। चिट्ठा का आरंभ १९९२ में लांच की गई पहली जालस्थल के साथ ही हो गया था। आगे चलकर १९९० के दशक के अंतिम वर्षो में जाकर चिट्ठाकारी ने जोर पकड़ा। आरंभिक चिट्ठा संगणक जगत संबंधी मूलभूत जानकारी के थे। लेकिन बाद में कई विषयों के चिट्ठा सामने आने लगे। वर्तमान समय में लेखन का हल्का सा भी शौक रखने वाला व्यक्ति अपना एक चिट्ठा बना सकता है, चूंकि यह निःशुल्क होता है और अपना लिखा पूरे विश्व के सामने तक पहुंचा सकता है। चिट्ठों पर राजनीतिक विचार, उत्पादों के विज्ञापन, शोधपत्र और शिक्षा का आदान-प्रदान भी किया जाता है। कई लोग चिट्ठों पर अपनी शिकायतें भी दर्ज कर के दूसरों को भेजते हैं। इन शिकायतों में दबी-छुपी भाषा से लेकर बेहद कर्कश भाषा तक प्रयोग की जाती है। वर्ष २००४ में चिट्ठा शब्द को मेरियम-वेबस्टर में आधिकारिक तौर पर सम्मिलित किया गया था। कई लोग अब चिट्ठों के माध्यम से ही एक दूसरे से संपर्क में रहने लग गए हैं। इस प्रकार एक तरह से चिट्ठाकारी या चिट्ठाकारी अब विश्व के साथ-साथ निजी संपर्क में रहने का माध्यम भी बन गया है। कई कंपनियां आपके चिट्ठों की सेवाओं को अत्यंत सरल बनाने के लिए कई सुविधाएं देने लग गई हैं। .

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ब्लॉगर (सेवा)

ब्लॉगर (पूर्व नाम: ब्लॉगस्पॉट) एक चिट्ठा होस्टिंग सेवा है जो गूगल ब्लॉगर प्रोग्राम के द्वारा उपलब्ध कराई जाती है, व जिसके द्वारा ब्लॉगर्स अपने नए ब्लॉग शीघ्र ही बना सकते हैं। इसकी मदद से डोमेन नेम और होस्टिंग जब तक ब्लॉगर चाहे निःशुल्क उपलब्ध रहती है। गूगल के एडसेंस कार्यक्रम के द्वारा ब्लोगर्स अपने ब्लॉग से आय भी कर सकते हैं।। हिन्दुस्तान लाईव। २२ अप्रैल २०१० यह सुविधा अन्य चिट्ठाकारी कार्यक्रमों पर निर्भर नहीं होती। एक ब्लॉग किसी भी कार्य के लिए प्रयोग किया जा सकता है, चाहे वह निजी दैनंदिनी के रूप में हो या व्यावसायिक कार्य के लिए या सामान्य रूप में अपने विचार दूसरों तक पहुंचाने के लिए ब्लॉग्गिंग का ज्यादा उपयोग किया जाता है। ब्लॉगस्पॉट का आरंभ १९९९ में एक होस्टिंग टूल के रूप में पायरा लैब्स ने की थी। सन् २००३ में इसे गूगल ने खरीद लिया था, और तब से यह इंटरनेट पर सबसे प्रसिद्ध शुल्करहित होस्टिंग वेबसाइट बनी हुई है। .

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लॉस एंजेलिस

सिटी हॉल लॉस एंजेल्स अमरीका के कैलिफोर्निया प्रांत का सबसे बडा शहर एवं पूरे देश का दूसरा सबसे बडा शहर है। शहर को अक्सर बोलचाल में एल ए, कहा जाता है एवं इसकी अनुमानित जनसंख्या ३.८ मिलियन एवं क्षेत्रफल ४६९.१ वर्गमील (१,२१४.९ वर्ग किमी) है। यदि इसमें ग्रेटर लॉस एंजेल्स की आबादी शामिल की जाए तो इसकी आबादी लगभग १२.९ मिलियन हो जाती है जिनमें पूरी दुनिया से आए लोग शामिल हैं एवं २२४ अलग-अलग भाषाएं बोलते हैं। लॉस एंजेल्स शहर लॉस एंजेल्स काउंटी क प्रशासनिक मुख्यालय भी है एवं जो अमरीका में अत्यंत सघन बसा हुआ एवं काफी विविधता वाला काउंटी है। इस काउंटी में रहने वालों को "एंजीलियंस" कहकर संबोधित किया जाता है। लॉस एंजेल्स की स्थापना १७८१ में स्पैनिश गवर्नर फेलिपे दे नेवे द्वारा की गयी थी। स्पेन से आजाद होने के बाद यह शहर १८२१ में मेक्सिको का हिस्सा बना एवं १८४८ में मेक्सिकन अमरीकी युद्ध के समाप्त होने के बाद, अमरीका एवं मेक्सिको के बीच हुई एक संधि के तहत अमरीका द्वारा खरीद लिया गया। १८५० में कैलिफोर्निया के पूर्ण राज्य घोषित होने से पांच महीने पूर्व ४ अप्रैल को इसे नगर निगम का दर्जा भी हासिल हुआ। आज लॉस एंजेल्स पूरी दुनिया के संस्कृति, तकनीक, मीडिया, व्यापार के क्षेत्र में एक प्रमुख शहर के रूप में स्थापित है। .

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हिन्दी चिट्ठाजगत

हिन्दी चिट्ठाकार समुदाय का प्रचलित लोगो हिन्दी चिट्ठाजगत से आशय है हिन्दी भाषी चिट्ठों का ऑनलाइन समुदाय जो कि बृहतर भारतीय चिट्ठाजगत का एक भाग है। .

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आलोक कुमार

आलोक कुमार भारत के एक सॉफ्टवेयर इंजनियर हैं। वे प्रथम हिन्दी चिट्ठाकार के तौर पर जाने जाते हैं। उनका चिट्ठा 9211 हिन्दी का पहला ज्ञात चिट्ठा है। इन्होंने ब्लॉग के लिए हिन्दी शब्द चिट्ठा प्रतिपादित किया जो कि बाद में इण्टरनेट पर ब्लॉग के लिए मानक शब्द बन गया। आलोक इण्टरनेट पर हिन्दी कम्प्यूटरी एवं हिन्दीकरण से सम्बंधित विभिन्न परियोजनाओं में सम्मिलित रहे हैं। वर्तमान में वे चिट्ठाजगत.इन नामक हिन्दी ब्लॉग ऍग्रीगेटर का संचालन कर रहे हैं। आलोक द्वारा शुरु की गई अथवा भागीदारी वाली विभिन्न परियोजनाएँ.

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अंग्रेज़ी भाषा

अंग्रेज़ी भाषा (अंग्रेज़ी: English हिन्दी उच्चारण: इंग्लिश) हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार में आती है और इस दृष्टि से हिंदी, उर्दू, फ़ारसी आदि के साथ इसका दूर का संबंध बनता है। ये इस परिवार की जर्मनिक शाखा में रखी जाती है। इसे दुनिया की सर्वप्रथम अन्तरराष्ट्रीय भाषा माना जाता है। ये दुनिया के कई देशों की मुख्य राजभाषा है और आज के दौर में कई देशों में (मुख्यतः भूतपूर्व ब्रिटिश उपनिवेशों में) विज्ञान, कम्प्यूटर, साहित्य, राजनीति और उच्च शिक्षा की भी मुख्य भाषा है। अंग्रेज़ी भाषा रोमन लिपि में लिखी जाती है। यह एक पश्चिम जर्मेनिक भाषा है जिसकी उत्पत्ति एंग्लो-सेक्सन इंग्लैंड में हुई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका के 19 वीं शताब्दी के पूर्वार्ध और ब्रिटिश साम्राज्य के 18 वीं, 19 वीं और 20 वीं शताब्दी के सैन्य, वैज्ञानिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभाव के परिणाम स्वरूप यह दुनिया के कई भागों में सामान्य (बोलचाल की) भाषा बन गई है। कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों और राष्ट्रमंडल देशों में बड़े पैमाने पर इसका इस्तेमाल एक द्वितीय भाषा और अधिकारिक भाषा के रूप में होता है। ऐतिहासिक दृष्टि से, अंग्रेजी भाषा की उत्पत्ति ५वीं शताब्दी की शुरुआत से इंग्लैंड में बसने वाले एंग्लो-सेक्सन लोगों द्वारा लायी गयी अनेक बोलियों, जिन्हें अब पुरानी अंग्रेजी कहा जाता है, से हुई है। वाइकिंग हमलावरों की प्राचीन नोर्स भाषा का अंग्रेजी भाषा पर गहरा प्रभाव पड़ा है। नॉर्मन विजय के बाद पुरानी अंग्रेजी का विकास मध्य अंग्रेजी के रूप में हुआ, इसके लिए नॉर्मन शब्दावली और वर्तनी के नियमों का भारी मात्र में उपयोग हुआ। वहां से आधुनिक अंग्रेजी का विकास हुआ और अभी भी इसमें अनेक भाषाओँ से विदेशी शब्दों को अपनाने और साथ ही साथ नए शब्दों को गढ़ने की प्रक्रिया निरंतर जारी है। एक बड़ी मात्र में अंग्रेजी के शब्दों, खासकर तकनीकी शब्दों, का गठन प्राचीन ग्रीक और लैटिन की जड़ों पर आधारित है। .

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