लगातार चलने या दौड़ने की वजह से किसी भी आधार (जैसे धरती, फर्श या छत) पर उस इन्सान/जानवर के लगातार पदचिन्ह बन जाते हैं जिसे हम चलने का तरीका या गेट pattern बोलते हैं। गेट पैटर्न के परिक्षण से हमे चलने वाले व्यक्ति के बारे में अनेक चीजो का पता चल जाता है जैसे 1: चलने की दिशा - गेट pattern से हम चलने वाले व्यक्ति की दिशा का पता लगा सकते हैं कि वो किस दिशा में चल रहा था इस से हमे अपराध स्थल पे आने और जाने का पता चल जाता है 2: गेट लाइन - गेट पैटर्न को अध्यन करके व्यक्ति की गेट लाइन का पता लगया जा सकता है कि उसके पैरो की गेट लाइन कैसी है। 3:पैर की दिशा व् कोण - चलने वाला व्यक्ति पैर किस दिशा में और किस कोण में रख के चलता है इसका भी गेट पैटर्न को अध्यन करने से लगाया जा सकता है। 4: कदम की लम्बाई व् चोड़ाई:-गेट पैटर्न को अध्यन करके व्यक्ति के कदम की लम्बाई व् चौड़ाई का पता लगया जा सकता है कि उसके पैरो की गेट लाइन कैसी है। गेट पैटर्न में उपरोक्त चीजो को अध्यन करने के बाद चलने वाले व्यक्ति के बारे में निम्न्लिखित जानकारी प्राप्त की जा सकती है: 1:चलने वाले व्यक्ति की उम्र:-चलने वाले व्यक्ति के युवा एवं वृद्ध होने की भी जान्कर्की प्राप्त की जा सकती है.
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