लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
इंस्टॉल करें
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

चंद्रगिरि दुर्ग, केरल

सूची चंद्रगिरि दुर्ग, केरल

चन्द्रगिरि दुर्ग (मलयालम:ചന്ദ്രഗിരി കോട്ട and Tulu:ಚಂದ್ರಗಿರಿ ಕೊಟ್ಟೆ) भारत के दक्षिणी राज्य केरल में कैसरगोड जिले में १७वीं शताब्दी से बना हुआ है। यह लगभग वर्गाकार दुर्ग सागर सतह से १५० फीट (४६ मी॰) कि ऊंचाई पर बना है और लगभग ७ एकड़ के क्षेत्र में विस्तृत है। यह दुर्ग पयस्विनी नदी के किनारे स्थित है और वर्तमान में जीर्णावस्था में है। इस दुर्ग का घटनाओं से भरा इतिहास है। पुरातन काल में यह नदी दो शक्तिशाली राज्यों - कोलतुनाडु और तुलुनाडु की सीमा हुआ करती थी। जब तुलुनाडु पर विजयनगर साम्राज्य का अधिकार हुआ, कोलतुनाडु राजाओं ने चन्द्रगिरि दुर्ग भी उनके हाथों गंवा दिया। कालान्तर में विजयनगर साम्राज्य के पतन के समय इस क्षेत्र की देखरेख इक्केरी के केलड़ी नायक के अधीन थी १६वीं शताब्दी में विजयनगर साम्राज्य के पतन होने पर वेंगप्पा नायक ने स्वतंत्र घोषित कर दिया। बाद में शिवप्पा नायक ने इसका अधिकार लिया और एक दुर्गों की शृंखला निर्माण की जिसका चन्द्रगिरी एक भाग है। .

2 संबंधों: बेकल दुर्ग, मलयालम भाषा

बेकल दुर्ग

बेकल किला केरल के कासरकोड जिले की होसदुर्ग तालुका के पल्लीकेरा ग्राम में स्थित बेकल दुर्ग (ബേക്കൽ കോട്ട) राज्य का सबसे बड़ा दुर्ग है। ४० एकड़ क्षेत्रफल में फैला ये दुर्ग मंगलौर से लगभग ६५ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। दुर्ग का निर्माण केलादि के शिवप्पा नायक ने १६५० में किया था। १९९२ में भारत सरकार ने इसे विशेष पर्यटन क्षेत्र घोषित किया। .

नई!!: चंद्रगिरि दुर्ग, केरल और बेकल दुर्ग · और देखें »

मलयालम भाषा

मलयालं (മലയാളം, मलयालम्‌) या कैरली (കൈരളി, कैरलि) भारत के केरल प्रान्त में बोली जाने वाली प्रमुख भाषा है। ये द्रविड़ भाषा-परिवार में आती है। केरल के अलावा ये तमिलनाडु के कन्याकुमारी तथा उत्तर में कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिला, लक्षद्वीप तथा अन्य कई देशों में बसे मलयालियों द्वारा बोली जाती है। मलयालं, भाषा और लिपि के विचार से तमिल भाषा के काफी निकट है। इस पर संस्कृत का प्रभाव ईसा के पूर्व पहली सदी से हुआ है। संस्कृत शब्दों को मलयालम शैली के अनुकूल बनाने के लिए संस्कृत से अवतरित शब्दों को संशोधित किया गया है। अरबों के साथ सदियों से व्यापार संबंध अंग्रेजी तथा पुर्तगाली उपनिवेशवाद का असर भी भाषा पर पड़ा है। .

नई!!: चंद्रगिरि दुर्ग, केरल और मलयालम भाषा · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »