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घोरपडे राजवंश

सूची घोरपडे राजवंश

घोरपडे उपनाम शिवाजी के समय से अधिक प्रसिद्ध हुआ है। शिवाजी के पिता शाहजी एक महान योद्धा थे। बीजापुर के आदिलशाह के आदेश पर उन्हें मुस्तफा खान, अफजल खान और बाजी घोरपड़े ने धोखे से कैद कर लिया। शिवाजी ने शाहजहां से परदे के पीछे संपर्क किया और अपने पिता को मुक्त करा लिया। लेकिन, शाहजी अपने अपमान को भूले नहीं। बाजी घोरपड़े के बारे में उन्होंने अपने बेटे शिवाजी को लिखा: ‘मेरे बेटे, वह बाजी घृणित तुर्कों की साजिश में शामिल हो गया और उसने मुझे धोखा दिया। तुम उससे बदला जरूर लेना।’ शिवाजी ने अक्टूबर, 1664 में एक खुली लड़ाई में बाजी घोरपड़े को मार डाला था। .

2 संबंधों: शाह जहाँ, शिवाजी

शाह जहाँ

शाह जहाँ (उर्दू: شاہجہان)पांचवे मुग़ल शहंशाह था। शाह जहाँ अपनी न्यायप्रियता और वैभवविलास के कारण अपने काल में बड़े लोकप्रिय रहे। किन्तु इतिहास में उनका नाम केवल इस कारण नहीं लिया जाता। शाहजहाँ का नाम एक ऐसे आशिक के तौर पर लिया जाता है जिसने अपनी बेग़म मुमताज़ बेगम के लिये विश्व की सबसे ख़ूबसूरत इमारत ताज महल बनाने का यत्न किया। सम्राट जहाँगीर के मौत के बाद, छोटी उम्र में ही उन्हें मुगल सिंहासन के उत्तराधिकारी के रूप में चुन लिया गया था। 1627 में अपने पिता की मृत्यु होने के बाद वह गद्दी पर बैठे। उनके शासनकाल को मुग़ल शासन का स्वर्ण युग और भारतीय सभ्यता का सबसे समृद्ध काल बुलाया गया है। .

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शिवाजी

छत्रपति शिवाजी महाराज या शिवाजी राजे भोसले (१६३० - १६८०) भारत के महान योद्धा एवं रणनीतिकार थे जिन्होंने १६७४ में पश्चिम भारत में मराठा साम्राज्य की नींव रखी। उन्होंने कई वर्ष औरंगज़ेब के मुगल साम्राज्य से संघर्ष किया। सन १६७४ में रायगढ़ में उनका राज्याभिषेक हुआ और छत्रपति बने। शिवाजी महाराज ने अपनी अनुशासित सेना एवं सुसंगठित प्रशासनिक इकाइयों की सहायता से एक योग्य एवं प्रगतिशील प्रशासन प्रदान किया। उन्होंने समर-विद्या में अनेक नवाचार किये तथा छापामार युद्ध (Gorilla War) की नयी शैली (शिवसूत्र) विकसित की। उन्होंने प्राचीन हिन्दू राजनीतिक प्रथाओं तथा दरबारी शिष्टाचारों को पुनर्जीवित किया और फारसी के स्थान पर मराठी एवं संस्कृत को राजकाज की भाषा बनाया। भारत के स्वतन्त्रता संग्राम में बहुत से लोगों ने शिवाजी के जीवनचरित से प्रेरणा लेकर भारत की स्वतन्त्रता के लिये अपना तन, मन धन न्यौछावर कर दिया। .

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