4 संबंधों: मूल, मूल (संख्या का), लघुगणक, वर्गमूल।
मूल
मूल के कई अर्थ हो सकते हैं-.
नई!!: घातांक और मूल · और देखें »
मूल (संख्या का)
घातांक फलन तथा मूलांक फलन यदि संख्या b पर n घात लगाने पर a प्राप्त होता है तो संख्या b संख्या a का nवाँ मूल (n-th root) कहलाती है। उदाहरण के लिये 2, 16 का 4था मूल है क्योंकि 24 .
नई!!: घातांक और मूल (संख्या का) · और देखें »
लघुगणक
अलग-अलग आधार के लिये लघुगणकीय फलन का आरेखण: लाल रंग वाला ''e'', हरा रंग वाला 10, तथाबैगनी वाला 1.7. सभी आधारों के लघुगणक बिन्दु (1, 0) से होकर गुजरते हैं क्योंकि किसी भी संख्या पर शून्य घातांक का मान 1 होता है। स्कॉटलैंड निवासी जाॅन नेपियर द्वारा प्रतिपादित लघुगणक (Logarithm / लॉगेरिद्म) एक ऐसी गणितीय युक्ति है जिसके प्रयोग से गणनाओं को छोटा किया जा सकता है। इसके प्रयोग से गुणा और भाग जैसी जटिल प्रक्रियाओं को जोड़ और घटाने जैसी अपेक्षाकृत सरल क्रियाओं में बदल दिया जाता है। कम्प्यूटर और कैलकुलेटर के आने के पहले जटिल गणितीय गननाएँ लघुगणक के सहारे ही की जातीं थीं। .
नई!!: घातांक और लघुगणक · और देखें »
वर्गमूल
संख्या के साथ उसके वर्गमूल का आलेख गणित में किसी संख्या x का वर्गमूल (square root (\sqrt) या x^) वह संख्या (r) होती है जिसका वर्ग करने पर x प्राप्त होता है; अर्थात् यदि r2 .
नई!!: घातांक और वर्गमूल · और देखें »