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खाता मूल्य

सूची खाता मूल्य

लेखांकन के सन्दर्भ में, खाता मूल्य (बुक वैल्यू) किसी परिसम्पत्ति का वह मूल्य है जो बैलेन्स शीट में लिखी गयी है। परम्परागत रूप से, किसी कम्पनी का खाता मूल्य उस कम्पनी के सम्पूर्ण परिसम्पत्ति में से अगोचर परिसंपत्‍ति (intangible assets) और देयता (liabilities) घटाने से प्राप्त होती है। श्रेणी:परिसम्पत्ति.

3 संबंधों: तुलन पत्र, परिसम्पत्ति, लेखाकरण

तुलन पत्र

कुनीफार्म लिपि में लिखी हुई वार्षिक बैलेंस शीटसुमेरिया, क्ले, सीए.2040 BCE. ओरिएंटल एंटीकुइटीज़ का विभाग, लोउवेरे. वित्तीय लेखांकन में, एक तुलन पत्र या वित्तीय स्थिति का विवरण एकल स्वामित्व, व्यापार साझेदारी या किसी कंपनी के वित्तीय बैलेंस का सार होता है। इसके तहत वित्तीय वर्ष के अंत में एक खास तारीख पर, आस्तियां, देयताएं एवं स्वाधिकृत इक्विटी सूचीबद्ध की जाती हैं। बैलेंस शीट को आम तौर पर "कंपनी की वित्तीय स्थिति का स्नैपशॉट (आशुचित्र) कहा जाता है".

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परिसम्पत्ति

वित्तीय लेखांकन में, परिसम्पत्ति (asset) एक आर्थिक संसाधन है। हर मूर्त या अमूर्त वस्तु जिसका मूल्योत्पादन के लिए स्वामी बना जा सके या नियन्त्रण किया जा सके और जिसके पास धनात्मक आर्थिक मूल्य हो, परिसम्पत्ति मानी जाती है। सरल शब्दों में, परिसम्पत्तियाँ स्वामित्व के मूल्य का प्रतिनिधित्व करती हैं, जो कैश में रूपान्तरित किये जा सकें (यद्यपि, कैश स्वयं एक परिसम्पत्ति मानी जाती है)। परिसम्पत्ति से आशय उद्यम के आर्थिक स्रोत से है जिन्हें मुद्रा में व्यक्त किया जा सकता है, जिनका मूल्य होता है और जिनका उपयोग व्यापर के संचालन व आय अर्जन के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए, मशीन, भूमि, भवन, ट्रक, आदि। .

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लेखाकरण

चित्र:उदाहरण.jpgलेखा शास्त्र शेयर धारकों और प्रबंधकों आदि के लिए किसी व्यावसायिक इकाई के बारे में वित्तीय जानकारी संप्रेषित करने की कला है। लेखांकन को 'व्यवसाय की भाषा' कहा गया है। हिन्दी में 'एकाउन्टैन्सी' के समतुल्य 'लेखाविधि' तथा 'लेखाकर्म' शब्दों का भी प्रयोग किया जाता है। लेखाशास्त्र गणितीय विज्ञान की वह शाखा है जो व्यवसाय में सफलता और विफलता के कारणों का पता लगाने में उपयोगी है। लेखाशास्त्र के सिद्धांत व्यावसयिक इकाइयों पर व्यावहारिक कला के तीन प्रभागों में लागू होते हैं, जिनके नाम हैं, लेखांकन, बही-खाता (बुक कीपिंग), तथा लेखा परीक्षा (ऑडिटिंग)। .

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