सामग्री की तालिका
14 संबंधों: टोकि पोना, एस्पेरांतो, नोवियाल, फ़्रान्सीसी भाषा, लिंगुआ फ़्रांका नोवा, लुडविग लाज़र ज़ामेनहोफ़, स्टार वॉर्स, जॉहान मार्टिन स्कैलियेर, ईडो, वोलापूक भाषा, खिलौना, इडियम न्युट्रल भाषा, अंतरभाषा, अंतरस्लाव भाषा।
- निर्मित भाषाएँ
टोकि पोना
टोकि पोना भाषा का एक चिह्न। टोकि पोना एक निर्मित भाषा है। टोरंटो की सोन्जा एलिन किसा ने इस भाषा का निर्माण किया है। यह भाषा कुछ साधारण से विचारों और प्रतीकों पर आधारित है जो सभी संस्कृतियों को ज्ञात है या लगभग एक समान हैं। टोकि पोना एक न्यून्य भाषा है। इसमें केवल ११८ शब्द हैं। यह संजाल पर प्रथम बार २००१ की गर्मियों में प्रकाशित की गई थी। दाई ओर दिखाए गए चित्र का अर्थ है, हाँ यह सही है। यह शब्दों के स्थान पर हावभावों को ध्यान में रखकर निर्मित की गई है, अर्थात इसका स्वरूप जितना हो सके कम जटिल करके बनाया गया है। इस भाषा में मात्र १४ भाषा ध्वनियां और ११ शब्द हैं। इसे अंतर्राष्ट्रीय सहायक भाषा के रूप में नहीं बनाया गया, बल्कि यह ताओ दर्शन से प्रेरित है। इस भाषा को सीखने वाले शीघ्र ही सरल शब्दों से हावभावों को प्रकट करने की कला सीख जाते हैं। .
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एस्पेरांतो
एस्पेरांतो (अंग्रेज़ी: Esperanto) एक आसान और कृत्रिम अंतरराष्ट्रीय भाषा है। "दोक्तोरो एस्पेरांतो" के उपनाम से इस भाषा के निर्माता लुडविग लाज़र ज़ामेनहोफ़ ने एस्पेरांतो की पहली किताब १८८७ में वारसा (पोलैंड, तब रूस में) में प्रकाशित की थी। उनकी चाहत थी कि एस्परान्तो एक वैश्विक भाषा बने। इस भाषा में "एस्पेरांतो" शब्द का अर्थ है "आशा रखने वाला"। यह भाषा यूरोप की प्रमुख भाषाओं के मदद से बनाई गई थी। इसकी लिपि भी ध्वनि सिद्धांतों पर आधारित है। लिपि जैसे पढ़ी जाती है, भाषा का वैसे ही उच्चारण होता है। अलग-अलग मातृ भाषाएँ बोलने वालों के लिये एस्पेरांतो एक सामूहिक, आयोजित, सरल भाषा है। ज़ामेनहोफ़ का उद्देश्य था की एक ऐसी भाषा हो जो सीखने में आसान हो, राजनैतिक दृष्टि से तटस्थ हो, जो राष्ट्रीयता के पार हो और भिन्न-भिन्न प्रांतीय और राष्ट्रीय भाषाओँ के बोलने वालों के बीच शांति और अंतरराष्ट्रीय संचार का साधन बन सके। कहा जाता है कि आज दुनिया में १ लाख से २० लाख के बीच लोग एस्पेरांतो बोल सकते हैं। इस भाषा को बोलने वालों की सबसे बड़ी संख्या यूरोप, पूर्वी एशिया और दक्षिण अम्रीका में है। पहला विश्व एस्पेरांतो सम्मलेन १९०५ में फ्रांस में आयोजित किया गया था। उसके बाद, दोनों महायुद्धों को छोड़कर, हर वर्ष अलग-अलग देशों में विश्व सम्मलेन होते आ रहे हैं। एस्पेरांतो अन्य भाषाएं सीखने के लिए प्रयोग किया जाता है। .
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नोवियाल
नोवियाल का ध्वज नोवियाल (Novial) एक कृत्रिम भाषा है, जिसे १९२८ में ओटो येस्पर्सन नामक एक डैनिश भाषाविद् ने निर्मित किया था। यह शब्द "nov" (नया) और "ial" (अन्तर्राष्ट्रीय सहायक भाषा) से बना है। .
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फ़्रान्सीसी भाषा
फ़्रांसीसी भाषा (फ़्रांसीसी: français उच्चारण: फ़्रांसे) एक रोमांस भाषा है जो विश्वभर में लगभग ९ करोड़ लोगों द्वारा प्रथम भाषा के रूप में बोली जाती है। मूल रूप से इस भाषा को बोलने वाले अधिकांश लोग फ़्राँस में रहते हैं जहाँ इस भाषा का जन्म हुआ था। इस भाषा को बोलने वाले अन्य क्षेत्र ये हैं- अधिकांश कनाडा, बेल्जियम, स्विटज़रलैंड, अफ़्रीकी फ़्रेंकोफ़ोन, लक्ज़म्बर्ग और मोनाको। फ्रांसी भाषा १९ करोड़ लोगों द्वारा दूसरी भाषा के रूप में और अन्य २० करोड़ द्वारा अधिग्रहित भाषा के रूप में बोली जाती है। विश्व के ५४ देशों में इस भाषा को बोलने वालों की अच्छी भली संख्या है। फ़्रांसीसी रोमन साम्राज्य की लैटिन भाषा से निकली भाषा है, जैसे अन्य राष्ट्रीय भाषाएँ - पुर्तगाली, स्पैनिश, इटालियन, रोमानियन और अन्य अल्पसंख्यक भाषाएँ जैसे कैटेलान इत्यादि। इस भाषा के विकासक्रम में इसपर मूल रोमन गौल की कैल्टिक भाषाओं और बाद के रोमन फ़्रैकिश आक्रमणकारियों की जर्मनेक भाषा का प्रभाव पड़ा। यह २९ देशों में एक आधिकारिक भाषा है, जिनमें से अधिकांशतः ला फ़्रेंकोफ़ोनी नामक फ़्रांसीसी भाषी देशों के समुह से हैं। यह सयुंक्त राष्ट्र की सभी संस्थाओं की और अन्य बहुत से अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की भी आधिकारिक भाषा है। यूरोपीय संघ के अनुसार, उसके २७ सदस्य राष्ट्रों के १२.९ करोड़ (४९,७१,९८,७४० का २६%) लोग फ़्रांसीसी बोल सकते हैं, किसमें से ६.५ करोड़ (१२%) मूलभाष्ई हैं और ६.९ करोड़ (१४%) इसे दूसरी भाषा के रूप में बोल सकते हैं, जो इसे अंग्रेज़ी और जर्मन के बाद संघ की तीसरी सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा बनाता है। इसके अतिरिक्त २० वीं शताब्दी के प्रारंभ में अंग्रेज़ी के अधिरोहण से पहले, फ़्रांसीसी यूरोपीय और औपनिवेशिक शक्तियों के मध्य कूटनीति और संवाद की प्रमुख भाषा थी और साथ ही साथ यूरोप के शिक्षित वर्ग की बोलचाल की भाषा भी थी। .
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लिंगुआ फ़्रांका नोवा
लिंगुआ फ़्रांका नोवा का ध्वज लिंगुआ फ़्रांका नोवा (Lingua Franca Nova / नई लोकभाषा) एक कृत्रिम क्रियोल भाषा है, जिसे १९९८ में सी.
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लुडविग लाज़र ज़ामेनहोफ़
लुडविग लाज़र ज़ामेनहोफ़ (15 दसंबर 1859 - 14 अप्रैल 1917) एक आँखों के डाक्टर थे पर वह अपने द्वारा बनाई गई एस्पेरांतो भाषा के लिए प्रसिद्ध हैं। उनका जन्म बिआलिस्तोक(अब पोलैंड) नाम के शहर में हुआ जो उस समें रूसी साम्राज्य का हिस्सा था। .
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स्टार वॉर्स
स्टार वॉर्स लोगो, जैसा सभी फ़िल्मों में देखा गया है स्टार वॉर्स जॉर्ज लूकस द्वारा कल्पित एक महाकाव्यात्मक अंतरिक्ष ओपेरा का फ़्रैन्चाइज़ है। इस फ़्रैन्चाइज़ की बनी पहली फ़िल्म मूलतः 25 मई 1977 को 20th सेंचुरी फॉक्स के सौजन्य से रिलीज़ हुई और विश्वव्यापी पॉप संस्कृति की अदभुत घटना बन गई, जिसके दो तात्कालिक परवर्ती प्रभाव स्वरूप तीन वर्षों के अंतराल में रिलीज़ हुए.
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जॉहान मार्टिन स्कैलियेर
जॉहान मार्टिन स्कैलियेर जॉहान मार्टिन स्कैलियेर (१८ जुलाई १८३१ - १६ अगस्त १९१२) एक जर्मन रोमन कैथलिक पादरी थे जिन्होंने वोलापूक नामक कृत्रिम भाषा का निर्माण किया था। उनका आधिकारिक नाम "मार्टिन स्कैलियेर" था; जॉहान नाम उन्होंने अपने धर्मपिता के सम्मान में अपने नाम के आगे जोड़ा था। उनका जन्म ओबेरलौडा (बाडन) में हुआ था। उनके स्वयं के प्रतिवेदन के अनुसार, एक अन्तर्राष्ट्रीय भाषा बनाने का विचार उन्हें अपने एक यजमान (पैरिशनर) के साथ वार्ता के दौरान आया। उनका यह यजमान एक कम-पढ़ालिखा जर्मन किसान था जिसका बेटा अमेरिका चला गया था और वह अपने पुत्र तक अपना पत्र नहीं पहुँचा सकता था क्योंकि अमेरिकी डाक सेवा वाले उस किसान की लिखाई नहीं समझ सकते थे। .
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ईडो
ईडो (अंग्रेज़ी: Ido) एक आयोजित भाषा है जिसके निर्माता चाहते थे की वह एक वैश्विक भाषा बने। उसका व्याकरण अत्यंत नियमशील होनेके कारण वह बिलकुल आसानीसे सिखी जा सकती है। यह भाषा रोमन लिपि में लिखी जाती है जिसमें २६ अक्षर हैं। उदाहरण: Ido es la maxim facila linguo.
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वोलापूक भाषा
वोलापूक आन्दोलन का लोगो (दूसरा चरण)। वोलापूक भाषा (Volapük) एक कृत्रिम भाषा है, जिसे १८७९-१८८० में जॉहान मार्टिन स्कैलियेर नामक एक रोमन कैथलिक पादरी ने बाडन, जर्मनी में निर्मित किया था। स्कैलियेर को यह अनुभव हुआ कि ईश्वर ने उसे कहा है कि वह एक अन्तर्राष्ट्रीय भाषा का निर्माण करे। वोलापूक सम्मेलन १८८४ में फ़्रीड्रिकशैफ़न, १८८७ में म्यूनिख और १८८९ में पेरिस में हुआ था। प्रथम दो सम्मेलनों में जर्मन का उपयोग हुआ था और अन्तिम सम्मेलन में केवल वोलापूक का। वर्ष १८८९ में वोलापूक भाषा में या इसके बारे में २८३ क्लब, २५ नियतकालिक पत्रिकाएँ और २५ भाषाओं में ३१६ पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध थीं। वर्ष २००० के अनुमाक अनुसार पूरे विश्व में इस भाषा को बोलने वालों की संख्या २०-३० तक है। फ़्रवरी २०१२ की स्थिति तक वोलापूक भाषा विकिपीडिया पर लेखों की संख्या १,१९,००० के लगभग है और यह सैतीसवाँ सबसे बड़ा विकिपीडिया संस्करण है। .
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खिलौना
सिन्धु घाटी सभ्यता के अवशेषों से मिला एक प्राचीन खिलौना खिलौना ऐसी किसी भी वस्तु को कहा जा सकता है जिस से खेलकर आनंद हो। खिलौनों को अक्सर बच्चों से सम्बंधित समझा जाता है लेकिन बड़े लोग भी इनका प्रयोग करते हैं। भारत में खिलौनों का प्रयोग अति-प्राचीन है और सिन्धु घाटी सभ्यता के खंडहरों से भी यह प्राप्त हुए हैं।, John Marshall, Asian Educational Services, 1996, ISBN 978-81-206-1179-5,...
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इडियम न्युट्रल भाषा
इदीओम नेउत्राल (Idiom Neutral) एक कृत्रिम भाषा है, जिसे १९०२ में वाल्देमार रॉसेनबैर्गर नामक एक रूसी इंजीनियर ने निर्मित किया था। .
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अंतरभाषा
अंतरभाषा का लोगो अंतरभाषा (इंटरलिंगुआ / Interlingua) का अर्थ है - 'अनेक भाषाओं के मध्य एक सर्वनिष्ठ भाषा'। यह एक अंतर-राष्ट्रीय मददगार भाषा है। चूँकि एक भाषा दूसरी से सर्वथा पृथक् होती है अत: ऐसी भाषा स्वाभाविक न होकर कृत्रिम ही हो सकती है। आधुनिक युग में (२०वीं शताब्दी में) विश्व अंतरभाषा बनाने के दो प्रयास किए गए। प्रथम प्रयास १९०८ ई.
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अंतरस्लाव भाषा
अंतरस्लाव भाषा का ध्वज अंतरस्लाव भाषा (रोमन लिपि: Medžuslovjansky jezyk, सीरिलिक: Меджусловјанскы језык, उच्चारण: मेजुस्लोव्यान्स्की येज़िक, अंग्रेज़ी: Interslavic language) एक कृत्रिम स्लाव भाषा है, जिसे यूरी क्रिझ़ानिच नामक क्रोएशिया से एक रोमन कैथलिक पादरी ने निर्मित किया था और जिसके निर्माता चाहता था की वह अनेक स्लाव भाषाओं के मध्य एक सर्वनिष्ठ भाषा बने। अंतरस्लाव भाषा के विचार से पुराने चर्च स्लाव भाषा के काफी निकट है। इस भाषा भी अन्य स्लाव भाषाएं सीखने के लिए प्रयोग किया जाता है। पहला व्याकरण १६६५ में सामने आयी। २००६ से २०११ तक भाषा का नाम "स्लोव्यान्स्की" (Slovianski) था। स्लोव्यान्स्की एक कृत्रिम भाषा थी, जिसे भाषा-वैज्ञानिकों की एक कमेटी ने निर्मित किया था। भाषा के निर्माताओं ओंद्रेय रेचनिक, गाब्रियेल स्वोबोदा, यान वान स्तय्न्बेर्गन और इगोर पोल्याकोव थे। आजकल दो अंतरस्लाव भाषा की परियोजनाएं हैं: "स्लोव्यान्स्की" और वोयतेक मेरुंका की "आधुनिक स्लाव भाषा"। दुनिया भर में अनुमानित २००० लोग अंतरस्लाव बोलते हैं। .
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यह भी देखें
निर्मित भाषाएँ
- अंतरभाषा
- अंतरस्लाव भाषा
- इडियम न्युट्रल भाषा
- ईडो
- एस्पेरांतो
- कृत्रिम भाषा
- कृत्रिम भाषाओं की सूची
- टोकि पोना
- नोवियाल
- वोलापूक भाषा
- सोलरेसोल