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कायाकल्प (लक्ष्मीनंदन बोरा)

सूची कायाकल्प (लक्ष्मीनंदन बोरा)

कायाकल्प एक लक्ष्मीनंदन बोरा द्वारा रचित असमिया उपन्यास है। इसको बिड़ला फाउंडेशन द्वारा २००८ के सरस्वती सम्मान से सम्मानित किया गया था। श्रेणी:सरस्वती सम्मान से सम्मानित कृति श्रेणी:असमिया साहित्य श्रेणी:उपन्यास.

4 संबंधों: लक्ष्मीनंदन बोरा, सरस्वती सम्मान, असमिया भाषा, उपन्यास

लक्ष्मीनंदन बोरा

लक्ष्मीनंदन बोरा (जन्म १ मार्च १९३२) असमिया भाषा के सुप्रसिद्ध साहित्यकार हैं। भारत के असम राज्य में स्थित नौगाँव जिले के कुजिदह गाँव में जन्में लक्ष्मीनंदन बोरा जोरहाट के असम कृषि विश्वविद्यालय में कृषि एवं मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष हैं। उनकी कृति पाताल भैरवी को १९८८ में साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया जा चुका है। उन्हें बिरला फाउंडेशन द्वारा २००८ के सरस्वती सम्मान से भी सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें २००२ में प्रकाशित उपन्यास कायाकल्प के लिए दिया गया। वे अब तक ५६ पुस्तकें लिख चुके हैं, जिसमें उपन्यास, कहानी संग्रह, एकांकी, यात्रा वृत्तांत और जीवनी शामिल है। सरस्वती सम्मान से अलंकृत होने वाले वे पहले असमिया साहित्यकार हैं। .

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सरस्वती सम्मान

Saraswathi samman 1.jpg सरस्वती सम्मान के.

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असमिया भाषा

आधुनिक भारतीय आर्यभाषाओं की शृंखला में पूर्वी सीमा पर अवस्थित असम की भाषा को असमी, असमिया अथवा आसामी कहा जाता है। असमिया भारत के असम प्रांत की आधिकारिक भाषा तथा असम में बोली जाने वाली प्रमुख भाषा है। इसको बोलने वालों की संख्या डेढ़ करोड़ से अधिक है। भाषाई परिवार की दृष्टि से इसका संबंध आर्य भाषा परिवार से है और बांग्ला, मैथिली, उड़िया और नेपाली से इसका निकट का संबंध है। गियर्सन के वर्गीकरण की दृष्टि से यह बाहरी उपशाखा के पूर्वी समुदाय की भाषा है, पर सुनीतिकुमार चटर्जी के वर्गीकरण में प्राच्य समुदाय में इसका स्थान है। उड़िया तथा बंगला की भांति असमी की भी उत्पत्ति प्राकृत तथा अपभ्रंश से भी हुई है। यद्यपि असमिया भाषा की उत्पत्ति सत्रहवीं शताब्दी से मानी जाती है किंतु साहित्यिक अभिरुचियों का प्रदर्शन तेरहवीं शताब्दी में रुद्र कंदलि के द्रोण पर्व (महाभारत) तथा माधव कंदलि के रामायण से प्रारंभ हुआ। वैष्णवी आंदोलन ने प्रांतीय साहित्य को बल दिया। शंकर देव (१४४९-१५६८) ने अपनी लंबी जीवन-यात्रा में इस आंदोलन को स्वरचित काव्य, नाट्य व गीतों से जीवित रखा। सीमा की दृष्टि से असमिया क्षेत्र के पश्चिम में बंगला है। अन्य दिशाओं में कई विभिन्न परिवारों की भाषाएँ बोली जाती हैं। इनमें से तिब्बती, बर्मी तथा खासी प्रमुख हैं। इन सीमावर्ती भाषाओं का गहरा प्रभाव असमिया की मूल प्रकृति में देखा जा सकता है। अपने प्रदेश में भी असमिया एकमात्र बोली नहीं हैं। यह प्रमुखतः मैदानों की भाषा है। .

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उपन्यास

उपन्यास गद्य लेखन की एक विधा है। .

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