लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

ओडिशा के विश्वविद्यालय

सूची ओडिशा के विश्वविद्यालय

** उत्कल विश्वविद्यालय, वाणी विहार, भुवनेश्वर.

8 संबंधों: पुरी, बालेश्वर, ब्रह्मपुर, भुवनेश्वर, राउरकेला, श्री जगन्नाथ संस्कृत विश्वविद्यालय, संबलपुर, उत्कल विश्वविद्यालय

पुरी

पुरी भारत के ओड़िशा प्रान्त का एक जिला है। भारत के चार पवित्रतम स्थानों में से एक है पुरी, जहां समुद्र इस शहर के पांव धोता है। कहा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति यहां तीन दिन और तीन रात ठहर जाए तो वह जीवन-मरण के चक्कर से मुक्ति पा लेता है। पुरी, भगवान जगन्नाथ (संपूर्ण विश्व के भगवान), सुभद्रा और बलभद्र की पवित्र नगरी है, हिंदुओं के पवित्र चार धामों में से एक पुरी संभवत: एक ऐसा स्थान है जहां समुद्र के आनंद के साथ-साथ यहां के धार्मिक तटों और 'दर्शन' की धार्मिक भावना के साथ कुछ धार्मिक स्थलों का आनंद भी लिया जा सकता है। पुरी एक ऐसा स्थान है जिसे हजारों वर्षों से कई नामों - नीलगिरी, नीलाद्रि, नीलाचल, पुरुषोत्तम, शंखक्षेत्र, श्रीक्षेत्र, जगन्नाथ धाम, जगन्नाथ पुरी - से जाना जाता है। पुरी में दो महाशक्तियों का प्रभुत्व है, एक भगवान द्वारा सृजित है और दूसरी मनुष्य द्वारा सृजित है। .

नई!!: ओडिशा के विश्वविद्यालय और पुरी · और देखें »

बालेश्वर

बालेश्वर भारत के ओड़िशा प्रान्त का एक जिला है। श्रेणी:शहर.

नई!!: ओडिशा के विश्वविद्यालय और बालेश्वर · और देखें »

ब्रह्मपुर

ब्रह्मपुर(ओड़िआ: ବ୍ରହ୍ମପୁର, जो रेशम नगरी के नाम से जाना जाता है, ओड़िशा राज्य का प्रमुख एबं पुरातन नगरों में से एक है। ब्रह्मपुर भारत के पूर्व तट से लगा है। यह नगर, रेशम के शाढी, मंदिर एवं इसकी संस्क्रूति के लिए प्रसिध है। ब्रह्मपुर की जनसंख्या 2009 (संभाभित) के अनुसार 4 लाख से ज्यादा है। .

नई!!: ओडिशा के विश्वविद्यालय और ब्रह्मपुर · और देखें »

भुवनेश्वर

भुवनेश्वर (भुबनेस्वर भी) ओडिशा की राजधानी है। यंहा के निकट कोणार्क में विश्व प्रसिद्ध सूर्य मंदिर स्थित है। भुवनेश्‍वर भारत के पूर्व में स्थित ओडिशा राज्‍य की राजधानी है। यह बहुत ही खूबसूरत और हरा-भरा प्रदेश है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता देखते ही बनती है। यह जगह इतिहास में भी अपना महत्‍वपूर्ण स्‍थान रखता है। तीसरी शताब्‍दी ईसा पूर्व में यहीं प्रसिद्ध कलिंग युद्ध हुआ था। इसी युद्ध के परिणामस्‍वरुप अशोक एक लड़ाकू योद्धा से प्रसिद्ध बौद्ध अनुयायी के रूप में परिणत हो गया था। भुवनेश्‍वर को पूर्व का काशी भी कहा जाता है। लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि यह एक प्रसिद्ध बौद्ध स्‍थल भी रहा है। प्राचीन काल में 1000 वर्षों तक बौद्ध धर्म यहां फलता-फूलता रहा है। बौद्ध धर्म की तरह जैनों के लिए भी यह जगह काफी महत्‍वपूर्ण है। प्रथम शताब्‍दी में यहां चेदी वंश का एक प्रसिद्ध जैन राजा खारवेल' हुए थे। इसी तरह सातवीं शताब्‍दी में यहां प्रसिद्ध हिंदू मंदिरों का निर्माण हुआ था। इस प्रकार भुवनेश्‍वर वर्तमान में एक बहुसांस्‍कृतिक शहर है। ओडिशा की इस वर्तमान राजधानी का निमार्ण इंजीनियरों और वास्‍तुविदों ने उपयोगितावादी सिद्धांत के आधार पर किया है। इस कारण नया भुवनेश्‍वर प्राचीन भुवनेश्‍वर के समान बहुत सुंदर तथा भव्‍य नहीं है। यहां आश्‍चर्यजनक मंदिरों तथा गुफाओं के अलावा कोई अन्‍य सांस्‍कृतिक स्‍थान देखने योग्‍य नहीं है। .

नई!!: ओडिशा के विश्वविद्यालय और भुवनेश्वर · और देखें »

राउरकेला

राउरकेला (ରାଉରେକଲା) भारत के ओडिशा राज्य के उत्तर-पश्चिमी किनारे पर स्थित एक शहर है। यह सुन्दरगढ़ जिला में आता है। यह एक उच्च खनिज क्षेत्र है। यह ओडिशा का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। इस शहर को नदियाँ और पर्वतमाला घेरे हुए हैं। भारत में स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सबसे बड़े इस्पात कारखानों में से एक कारखाना यहां भी स्थित है। यहां राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, राउरकेला, भी स्थित है, जो कि भारत के NIT'sमें से एक है। .

नई!!: ओडिशा के विश्वविद्यालय और राउरकेला · और देखें »

श्री जगन्नाथ संस्कृत विश्वविद्यालय

श्री जगन्नाथ संस्कृत विश्वविद्यालय ओडिशा के जगन्नाथ पुरी में स्थित एक संस्कृत विश्वविद्यालय है। .

नई!!: ओडिशा के विश्वविद्यालय और श्री जगन्नाथ संस्कृत विश्वविद्यालय · और देखें »

संबलपुर

संबलपुर भारत के उड़ीसा प्रान्त का एक जिला है। इसका नाम 'समलेश्वरी देवी' के नाम पर पड़ा है जो शक्तिरूपा हैं और इस क्षेत्र में पूज्य देवी हैं। संबलपुर, भुवनेश्वर से ३२१ किमी की दूरी पर है। इतिहास में इसे 'संबलक', 'हीराखण्ड', 'ओडियान' (उड्डियान), 'ओद्र देश', 'दक्षिण कोशल' और 'कोशल' आदि नामों से संबोधित किया गया है। महानदी इस जिले को विभक्त करती है। यह जिला तरंगित समतल है, जिसमें कई पहाड़ियाँ हैं। इनमें से सबसे बड़ी पहाड़ी ३०० वर्ग मील में फैली हुई है। जिले में महानदी के पश्चिमी भाग में सघन खेती होती है और पूर्वी भाग के अधिकांश में जंगल हैं। जिले में हीराकुड पर बाँध बनाकर सिंचाई के लिए जल एवं उद्योगों के लिए विद्युत् प्राप्त की जा रही है। महानदी और इब नदी के संगमस्थल के समीप हीराकुड में स्वर्णबालू एवं हीरा पाया गया है। संबलपुर, छत्तीसगढ़ और ओड़िशा राज्यों के बीच स्थित है और दोनों प्रान्तों को जोड़ता है। महानदी के बायें किनारे पर स्थित यह नगर कभी हीरों के व्यवसाय का केन्द्र था। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त सूती और रेशमी बुनावट (टशर रेशम) की वस्त्र-कारीगरी (इकत), आदिवासी समृद्ध विरासत और प्रचुर जंगल भूमि के लिए प्रसिद्ध है। नगर की पृष्ठभूमि में वनाच्छादित पहाड़ियाँ स्थित हैं, जिनके कारण नगर सुंदर लगता है। संबलपुर ओड़िशा के जादूई पश्चिमी भाग का प्रवेश द्वार के रूप में सेवारत है। यह राज्य के उत्तरी प्रशासकीय मंडल का मंडल मुख्यालय है - जो एक महत्वपूर्ण और व्यावसायिक और शिक्षा केन्द्र हैं। .

नई!!: ओडिशा के विश्वविद्यालय और संबलपुर · और देखें »

उत्कल विश्वविद्यालय

उत्कल विश्वविद्यालय (ଉତ୍କଳ ବିଶ୍ୱବିଦ୍ୟାଳୟ) ओडिशा का सबसे पुराना विश्वविद्यालय और भारत का 17 वाँ सबसे पुराना विश्वविद्यालय है। राजधानी भुवनेश्वर में स्थित यह विश्वविद्यालय ओडिशा का प्रमुख शैक्षिक केंद्र है। .

नई!!: ओडिशा के विश्वविद्यालय और उत्कल विश्वविद्यालय · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

ओड़िशा के विश्वविद्यालय

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »