लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
इंस्टॉल करें
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

स्फटयातु जारेय

सूची स्फटयातु जारेय

स्फटयातु जारेय (एल्युमिनियम आक्साइड) प्राकृतिक अवस्था में कुरुविन्द, माणिक्य, नीलम, बिल्लौर, पन्ना तथा दूसरे रत्नों के रूप में पाया जाता है। ये रत्न मणिभीय और पारदर्शक होते हैं। अन्य धातुओं के जारेयों (आक्साइडों) की उपस्थति के कारण ही ये रत्न रंगीन हो जाते हैं। रत्नों में ये जारेय (आक्साइड) कलिलीय अवस्था (कोलाइडल स्टेट) में आलंबित रहते हैं। माणिक्य में थोड़ी मात्रा में वर्णातु का जारेय (आक्साइड), नीलम में क्रोमियम या लोहा का जारेय (आक्साइड) और बिल्लौर में अयस रहता है। बृहत मात्रा में यह खनिज स्फोदिज (बॉक्साइट) के रूप में पाया जाता है, जो स्फटयातु (ऐल्यूमिनियम) का जलीय जारेय (आक्साइड) है। प्रयोगशाला में या औद्योगिक रूप में निर्माण करने पर ऐल्यूमिना एक श्वेत अघुलनीय चूर्ण के रूप में मिलता है। यह कृत्रिम रत्न, ऐलंडम घरिया (क्रूसिब्ल) और घर्षक पदार्थ बनाने के काम आता है।.

7 संबंधों: नीलम, पन्ना, मैंगनीज़, लोहा, कुरुविन्द, कुरुविंद, क्रोमियम

नीलम

नीलम एक रत्न श्रेणी का खनिज है। यह अल्यूमिनियम भस्म (ऑक्साइड) (Al2O3) है, जब यह लाल के सिवाय अन्य वर्ण का होता है। नीलम प्रकृति में भी मिलता है, एवं कृत्रिम भी बनाया जाता है। अपनी उल्लेखनीय सख्तता के कारण कई अनुप्रयोगों में प्रयुक्त होता है, जैसे अधोरक्त दृष्टि सम्बन्धी उपकरण, घडी़ के क्रिस्टल, अर्धचालकों की डिपोसीशन हेतु जैसे कि। .

नई!!: स्फटयातु जारेय और नीलम · और देखें »

पन्ना

पन्ना, बेरिल (Be3Al2(SiO3)6) नामक खनिज का एक प्रकार है जो हरे रंग का होता है और जिसे क्रोमियम और कभी-कभी वैनेडियम की मात्रा से पहचाना जाता है।हर्ल्बट, कॉर्नेलियस एस.

नई!!: स्फटयातु जारेय और पन्ना · और देखें »

मैंगनीज़

मैंगनीज़ एक रासायनिक तत्व है जो रासायनिक नज़रिये से संक्रमण धातु समूह का सदस्य है। प्रकृति में यह शुद्ध रूप में नहीं मिलता बल्कि अन्य तत्वों के साथ बने यौगिकों में मिलता है, जिनमें अक्सर लोहे के यौगिक शामिल होते हैं। शुद्ध करने के बाद इसका रंग सलेटी होता है और अगर इसे इस्पात में मिलाया जाये तो इस्पात ज़ंग नहीं खाता है। ओक्सीजन के साथ मिलकर इसके जो आयन होते हैं वह परमैंगनेट (permanganate, MnO4−) कहलाते हैं, और जब यह पोटैशियम जैसी क्षार धातुओं या क्षारीय पार्थिव धातुओं के साथ यौगिक बनाते हैं तो वह बहुत ही ओक्सीकारक (oxidizing) होते हैं (मसलन पोटैशियम परमैंगनेट)। मनुष्यों व अन्य जीवों को थोड़ी मात्रा में मैंगनीज़ अपने आहार में ज़रूरी होता है लेकिन उस से अधिक मात्रा में यह विषैला साबित होता है। .

नई!!: स्फटयातु जारेय और मैंगनीज़ · और देखें »

लोहा

एलेक्ट्रोलाइटिक लोहा तथा उसका एक घन सेमी का टुकड़ा लोहा या लोह (Iron) आवर्त सारणी के आठवें समूह का पहला तत्व है। धरती के गर्भ में और बाहर मिलाकर यह सर्वाधिक प्राप्य तत्व है (भार के अनुसार)। धरती के गर्भ में यह चौथा सबसे अधिक पाया जाने वाला तत्व है। इसके चार स्थायी समस्थानिक मिलते हैं, जिनकी द्रव्यमान संख्या 54, 56, 57 और 58 है। लोह के चार रेडियोऐक्टिव समस्थानिक (द्रव्यमान संख्या 52, 53, 55 और 59) भी ज्ञात हैं, जो कृत्रिम रीति से बनाए गए हैं। लोहे का लैटिन नाम:- फेरस .

नई!!: स्फटयातु जारेय और लोहा · और देखें »

कुरुविन्द

विभिन्न रंग-रूप के कुरुविन्द कुरुविंद या कुरंड एक मणिभीय खनिज पत्थर है, जो संसार के विभिन्न स्थलों में पाया जाता है। इस पत्थर की दो विशेषाएँ हैं, एक तो यह कठोर होता है, दूसरे चमकदार। भारत में भी कुरुविंद प्राप्य है। असम की खासी और जयंतिया पहाड़ियों, झारखण्ड (हजारीबाग, सिंहभूम और मानभूम जिलों में), तमिलनाडु (सेलम जिले में), मध्यप्रदेश (पोहरा, भंडारा तथा रीवाँ), उड़ीसा तथा कर्नाटक प्रदेशों में यह पत्थर मिलता है। कर्नाटक, तमिलनाडु और कश्मीर में प्राप्त होनेवाली कुरुविंद अधोवर्ती वर्ग (लोवर कग्रेड) का है। सामान्य कुरुविंद में कोई आकर्षक रंग नहीं होता। यह साधारणतया धूसर, भूरा, नीला और काला होता है। कुछ रंगीन कुरु्व्राद विशिष्ट आकर्षक रंगों के होने के कारण रत्न के रूप में, माणिक, नीलम, याकूत आदि नामों से बिकते हैं। थोड़े अपद्रव्यों के कारण इसमें रंग होता है। ये अपद्रव्य धातुओं के आक्साइड, विशेषत: क्रोमियम और लोहे के आक्साइड होते हैं। कुरुविंद की कठोरता ९ है, जबकि हीरे की कठोरता १० होती है। इसका विशिष्ट घनत्व ३.९४ से ४.१० होता है। यह ऐल्यूमिनियम का प्राकृतिक आक्साइड (Al2 O3) है, जिसके मणिभ षट्कोणीय तथा कभी-कभी बेलन या मृदंग की आकृति के होते हैं। अंगुठी में लगा हुआ कुरुविंद कुरुविंद का अभियांत्रिकी उद्योगों में तथा अपघर्षकों (abrasives) और शणचक्रों (ग्राइंडिंग ह्वील) के निर्माण में अधिकतर प्रयोग किया जाता है। पारदर्शक कुरुविंद का प्रयोग बहुमूल्य पत्थर की भाँति होता है। आजकल कुरुविंद का स्थान एक नवीन पदार्थ कार्बोरंडम ने ले लिया है, जो भारत में विदेशों से आयात होता है। .

नई!!: स्फटयातु जारेय और कुरुविन्द · और देखें »

कुरुविंद

प्राकृतिक रूबी का एक क्रिस्टल कुरुविंद या रूबी (ruby) एक रत्न है जो गुलाबी रंग से लेकर रक्तवर्ण तक का होता है। यह अलुमिनियम आक्साइड (खनिज) का विशेष प्रकार है। इसका लाल रंग इसमें क्रोमियम की उपस्थिति के कारण होता है। इसका 'रूबी' नाम लैटिन शब्द रुबेर (ruber) से आया है जिसका अर्थ लाल होता है। चार प्रमुख बहुमूल्य रत्नों में कुरुविन्द भी है; अन्य तीन हैं - सफायर (sapphire), एमराल्ड (emerald), तथा हीरा। .

नई!!: स्फटयातु जारेय और कुरुविंद · और देखें »

क्रोमियम

क्रोमियम एक रासायनिक तत्व है जो रासायनिक नज़रिये से संक्रमण धातु समूह का सदस्य है। यह एक चमकीला, सलेटी-भूरे रंग का, सख़्त लेकिन आसानी से टूट जाने वाला धातु है। इसे पालिश करने पर यह अत्याधिक चमकीला बन जाता है और यह आसानी से नहीं धुंधलाता। इसका पिघलाव तापमान १९०७ °सेंटीग्रेड है जो कि काफ़ी ऊँचा है। अगर इसे इस्पात में मिलाया जाये तो इस्पात पर ज़ंग और धब्बे नहीं लगते, जिस कारण से इसे 'स्टेनलेस स्टील' (ज़ंगरोधी इस्पात) बनाने में काम लाया जाता है। मानव शरीर को बहुत ही हल्की मात्रा में क्रोमियम आहार में आवश्यक होता है लेकिन अधिक मात्रा में यह विष की तरह काम करता है। .

नई!!: स्फटयातु जारेय और क्रोमियम · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

एल्मुनियम आक्साइड

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »