लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
डाउनलोड
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

उड़ान (चलचित्र)

सूची उड़ान (चलचित्र)

उडान एक भारतीय चलचित्कार है। मतलब है उडना। इसका निर्मान २०१० मैं हुआ था। इसका इसका निर्माता श्री सनजय स्ंघजी हैं और इसका निर्मापक श्री अनुराग कश्यब जी है। इस सिनेमा का निरदेशक भी श्री अनुराग कश्यब जी है। इस सिनेमा को 'उ जी कन्ना' प्रशति, २०१० का कन्निस प्रशस्ति'तिरछे अक्षर और गिफ्फोनि प्रशस्ति इत्यादि प्रशस्तिया का भाग है। इस सिनेमा को बेस्ट सिनेमा, बेस्ट नायकनट, बेस्ट साउड और डिजाइन इत्यादियों का भाग भी हैं। .

21 संबंधों: डिज़ाइन, दूरभाष, दोस्त, पत्नी, पिता, प्रमुख, फ़िल्म, बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं यातायात, मकान, श्री, हर, जीवन, घर, वर्ष, विद्यालय, विभाजन (गणित), काम, कारण, कोशिश, अर्जुन, १ (संख्या)

डिज़ाइन

अभिकल्प या डिजाइन (Design) शब्द का उपयोग प्रयुक्त कलाओं, अभियांत्रिकी, वास्तुशिल्प एवं इसी तरह के अन्य सृजनात्मक कार्यों एवं क्षेत्रों में किया जाता है। इसे क्रिया के रूप में एवं संज्ञा के रूप में प्रयोग किया जाता है। क्रिया के रूप में डिजाइन का अर्थ उस प्रक्रिया से है जो किसी उत्पाद, ढांचा, तन्त्र या सामान को अस्तित्व में लाने या उसके विकास के लिये अपनायी जाती है। संज्ञा के रूप में डिजाइन शब्द दो अर्थों में प्रयुक्त होता है-.

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और डिज़ाइन · और देखें »

दूरभाष

टच टोन, एकल लाइन, व्यापारिक दूरभाष दूरभाष या टेलीफोन, दूरसंचार का एक उपकरण है। यह दो या कभी-कभी अधिक व्यक्तियों के बीच बातचीत करने के काम आता है। विश्व भर में आजकल यह सर्वाधिक प्रचलित घरेलू उपकरण है। .

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और दूरभाष · और देखें »

दोस्त

कोई विवरण नहीं।

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और दोस्त · और देखें »

पत्नी

पत्नी विवाहिता महिला होती है। पत्नी का विरुद्धार्थी शब्द पति होता है। पत्नी और पत्नी मिलकर वैवाहिक जीवन को जीते हैं। गृहस्वामिनी होने से ग्रामीण भाषा में ये गृहवाली या घरवाली भी कही जाती है। .

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और पत्नी · और देखें »

पिता

एक बच्चा अपने बाप के साथ एक बच्चे के जन्म लेने के लिये स्त्री के अतिरिक्त जिस पुरुष का सहयोग होता है, पिता कहलाता है | इसे वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाये तो स्त्री के गर्भ में बच्चे का जन्म जिस पुरुष के वीर्य से होता है वो पुरुष ही पिता कहलाता है | बच्चे का लिंग पिता के ही वीर्य के प्रकार पर निर्भर करता है। .

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और पिता · और देखें »

प्रमुख

प्रमुख का अर्थ विशेष है। .

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और प्रमुख · और देखें »

फ़िल्म

फ़िल्म, चलचित्र अथवा सिनेमा में चित्रों को इस तरह एक के बाद एक प्रदर्शित किया जाता है जिससे गति का आभास होता है। फ़िल्में अकसर विडियो कैमरे से रिकार्ड करके बनाई जाती हैं, या फ़िर एनिमेशन विधियों या स्पैशल इफैक्ट्स का प्रयोग करके। आज ये मनोरंजन का महत्त्वपूर्ण साधन हैं लेकिन इनका प्रयोग कला-अभिव्यक्ति और शिक्षा के लिए भी होता है। भारत विश्व में सबसे अधिक फ़िल्में बनाता है। फ़िल्म उद्योग का मुख्य केन्द्र मुंबई है, जिसे अमरीका के फ़िल्मोत्पादन केन्द्र हॉलीवुड के नाम पर बॉलीवुड कहा जाता है। भारतीय फिल्मे विदेशो में भी देखी जाती है .

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और फ़िल्म · और देखें »

बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं यातायात

बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं यातायात (बेस्ट) (मराठी: बृहन्मुंबई विद्युतपुरवठा आणि परिवहन उपक्रम / बेस्ट) मुंबई की लोक परिवहन और विद्युत प्रदाय संस्था है। इसकी स्थापना १८७३ में हुई थी। यह भारत का सबसे बड़ा लोक परिवहन बस-सेवा संचालक है। इसकी स्थापना के समय बंबई विद्युत आपूर्ति एवं ट्रामवेज़ कंपनी (बेस्ट) के नाम से बनाया था। यह वाडी बंदर में स्थित एक विद्युत ताप गृह की १९०५ में स्थापना के समय बनाया गया था। यह ट्राम और शहर हेतु विद्युत उत्पादन करता था। Image:BEST-first-bus-1926.jpg| Image:Best cbd wad.jpg|टाटा स्टारबस Image:India.Mumbai.02.jpg|आधुनिक डबल-डेकर Image:Mumbai 03-2016 48 bus in Mahim.jpg|सी एन जी बस चित्र:Pylon-gorai.jpg चित्र:BEST-ferry.jpg|फेरी-सेवा, मनौरी क्रीक .

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं यातायात · और देखें »

मकान

घर उस आवास या भवन को कहते हैं जो किसी मानव के निवास के काम आती हो। घर के अन्तर्गत साधारण झोपड़ी से लेकर गगनचुम्बी इमारतें शामिल हैं। .

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और मकान · और देखें »

श्री

श्री एक हिन्दी में प्रत्येक पुरुष के नाम के आगे लगाया जाने वाला सम्मानजनक शब्द है। इसके अतिरिक्त यह हिन्दू देवी लक्ष्मी के पर्याय के रूप में तथा सम्पत्ति सम्पदा धन इत्यादि के पर्याय के रूप में उपयोग किया जाता है। .

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और श्री · और देखें »

हर

⅓ में 1'अंश' और 3 'हर' होता है।.

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और हर · और देखें »

जीवन

हमारे जन्म से मृत्यु के बीच की अवधि ही जीवन कहलाती है। लेकिन हमारा जन्म क्या हमारी इच्छा से होता है? नहीं, यह तो मात्र नर और मादा के संभोग का परिणाम होता है जो प्रकृति के नियम के अंतर्गत है। इसके अतिरिक्त जीवन का मुख्य अंग एक चेतन तत्त्व है जो जीवन की सभी क्रियाओं का साक्षी होता है। .

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और जीवन · और देखें »

घर

केरल का एक घर घर या निवास शरण या आराम की जगह होता है। यह आमतौर पर एक जगह है, जिसमें एक व्यक्ति या एक परिवार के आराम और निजी संपत्ति का भंडारण कर सकते हैं। आधुनिकतम घरों में स्वच्छता सुविधाओं के संग ही खाना बनाने की व्यवस्था भी होती है। पशु व जानवर भी अपने अपने घरों में निवास करते हैं, चाहे जंगली हों या पालतू पशु। एक भौतिक स्थान के रूप में 'घर' की परिभाषा वह मकान होती है, जहां शरण या आराम की मानसिक या भावनात्मक तृप्ति प्राप्त हो। .

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और घर · और देखें »

वर्ष

एक वर्ष या साल सूर्य की चारों ओर अपनी कक्षा में चलती पृथ्वी की कक्षीय अवधि है। पृथ्वी के अक्षीय झुकाव के कारण, एक वर्ष का कोर्स ऋतुओं के गुजरने को देखता है, और वह चिन्हित होता हैं मौसम में, दिवालोक के घंटों में, और परिणामस्वरूप, वनस्पति और मिट्टी उर्वरता में बदलावों द्वारा। ग्रह के शीतोष्ण और उपध्रुवीय क्षेत्रों में, चार ऋतु आमतौर पर पहचाने जाते हैं: वसंत, ग्रीष्म, शरद और शीत ऋतु। उष्णकटिबन्धीय और उपोष्णकटिबन्धीय क्षेत्रों में, कई भौगोलिक क्षेत्र परिभाषित मौसम प्रस्तुत नहीं करते हैं; लेकिन मौसमी उष्णकटिबन्ध में, वार्षिक आर्द्र (गीले) और शुष्क (सूखे) ऋतु पहचाने जाते हैं और ट्रैक किए जाते हैं। चालू वर्ष है। एक कालदर्शक वर्ष किसी प्रदत्त कालदर्शक में गिने हुएँ पृथ्वी की कक्षीय अवधि के दिनों की संख्या का अनुमान है। ग्रेगोरियन, या आधुनिक, कालदर्शक, अपने कालदर्शक के रूप में 365 दिनों के एक आम वर्ष या 366 दिनों के अधिवर्ष को प्रस्तुत करता है, जो जूलियन कालदर्शक भी करते हैं; नीचे देखो। .

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और वर्ष · और देखें »

विद्यालय

सूडान के एक ग्रामीण विद्यालय का दृष्य विद्यालय वह स्थल है जहाँ शिक्षा प्रदान की जाती है। ""विद्यालय एक ऐसी संस्था है जहाँ बच्चों के शारीरिक,मानसिक,बौधिक एवं नैतिक गुणों का विकास होता है। ' विद्यालय' शब्द के लिए आंग्ल भाषा में 'स्कूल' शब्द का प्रयोग होता है, जिसकी उत्पत्ति ग्रीक शब्द 'Skohla'या 'Skhole' से हुई है, जिस से तात्पर्य है- 'अवकाश'.

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और विद्यालय · और देखें »

विभाजन (गणित)

'''20 ÷ 4 .

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और विभाजन (गणित) · और देखें »

काम

काम, जीवन के चार पुरुषार्थों (धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष) में से एक है। प्रत्येक प्राणी के भीतर रागात्मक प्रवृत्ति की संज्ञा काम है। वैदिक दर्शन के अनुसार काम सृष्टि के पूर्व में जो एक अविभक्त तत्व था वह विश्वरचना के लिए दो विरोधी भावों में आ गया। इसी को भारतीय विश्वास में यों कहा जाता है कि आरंभ में प्रजापति अकेला था। उसका मन नहीं लगा। उसने अपने शरीर के दो भाग। वह आधे भाग से स्त्री और आधे भाग से पुरुष बन गया। तब उसने आनंद का अनुभव किया। स्त्री और पुरुष का युग्म संतति के लिए आवश्यक है और उनका पारस्परिक आकर्षण ही कामभाव का वास्तविक स्वरूप है। प्रकृति की रचना में प्रत्येक पुरुष के भीतर स्त्री और प्रत्येक स्त्री के भीतर पुरुष की सत्ता है। ऋग्वेद में इस तथ्य की स्पष्ट स्वीकृति पाई जाती है, जैसा अस्यवामीय सूक्त में कहा है—जिन्हें पुरुष कहते हैं वे वस्तुत: स्त्री हैं; जिसके आँख हैं वह इस रहस्य को देखता है; अंधा इसे नहीं समझता। (स्त्रिय: सतीस्तां उ मे पुंस आहु: पश्यदक्षण्वान्न बिचेतदन्ध:। - ऋग्वेद, ३। १६४। १६)। इस सत्य को अर्वाचीन मनोविज्ञान शास्त्री भी पूरी तरह स्वीकार करते हैं। वे मानते हैं कि प्रत्येक पुरुष के मन में एक आदर्श सुंदरी स्त्री बसती है जिसे "अनिमा' कहते हैं और प्रत्येक स्त्री के मन में एक आदर्श तरुण का निवास होता है जिसे "अनिमस' कहते हैं। वस्तुत: न केवल भावात्मक जगत्‌ में किंतु प्राणात्मक और भौतिक संस्थान में भी स्त्री और पुरुष की यह अन्योन्य प्रतिमा विद्यमान रहती है, ऐसा प्रकृति की रचना का विधान है। कायिक, प्राणिक और मानसिक, तीन ही व्यक्तित्व के परस्पर संयुक्त धरातल हैं और इन तीनों में काम का आकर्षण समस्त रागों और वासनाओं के प्रबल रूप में अपना अस्तित्व रखता हे। अर्वाचीन शरीरशास्त्री इसकी व्याख्या यों करते हैं कि पुरुष में स्त्रीलिंगी हार्मोन (Female sex hormones) और स्त्री में पुरुषलिंगी हार्मोंन (male sex hormones) होते हैं। भारतीय कल्पना के अनुसार यही अर्धनारीश्वर है, अर्थात प्रत्येक प्राणी में पुरुष और स्त्री के दोनों अर्ध-अर्ध भाव में सम्मिलित रूप से विद्यमान हैं और शरीर का एक भी कोष ऐसा नहीं जो इस योषा-वृषा-भाव से शून्य हो। यह कहना उपयुक्त होगा कि प्राणिजगत्‌ की मूल रचना अर्धनारीश्वर सूत्र से प्रवृत्त हुई और जितने भी प्राण के मूर्त रूप हैं सबमें उभयलिंगी देवता ओत प्रोत है। एक मूल पक्ष के दो भागों की कल्पना को ही "माता-पिता' कहते हैं। इन्हीं के नाम द्यावा-पृथिवी और अग्नि-सोम हैं। द्यौ: पिता, पृथिवी मता, यही विश्व में माता-पिता हैं। प्रत्येक प्राणी के विकास का जो आकाश या अंतराल है, उसी की सहयुक्त इकाई द्यावा पृथिवी इस प्रतीक के द्वारा प्रकट की जाती है। इसी को जायसी ने इस प्रकार कहा है: द्यावा पृथिवी, माता पिता, योषा वृषा, पुरुष का जो दुर्धर्ष पारस्परिक राग है, वही काम है। कहा जाता है, सृष्टि का मूल प्रजापति का ईक्षण अर्थात्‌ मन है। विराट् में केंद्र के उत्पत्ति को ही मन कहते हैं। इस मन का प्रधान लक्षण काम है। प्रत्येक केंद्र में मन और काम की सत्ता है, इसलिए भारतीय परिभाषा में काम को मनसिज या संकल्पयोनि कहा गया है। मन का जो प्रबुद्ध रूप है उसे ही मन्यु कहते हैं। मन्यु भाव की पूर्ति के लिए जाया भाव आवश्यक है। बिना जाया के मन्यु भाव रौद्र या भयंकर हो जाता है। इसी को भारतीय आख्यान में सत्ती में सती से वियुक्त होने पर शिव के भैरव रूप द्वारा प्रकट किया गया है। वस्तुत: जाया भाव से असंपृक्त प्राण विनाशकारी है। अतृप्त प्राण जिस केंद्र में रहता है उसका विघटन कर डालता है। प्रकृति के विधान में स्त्री पुरुष का सम्मिलन सृष्टि के लिए आवश्यक है और उस सम्मिलन के जिस फल की निष्पति होती है उसे ही कुमार कहते हैं। प्राण का बालक रूप ही नई-नई रचना के लिए आवश्यक है और उसी में अमृतत्व की श्रृंखला की बार-बार लौटनेवाली कड़ियाँ दिखाई पड़ती हैं। आनंद काम का स्वरूप है। यदि मानव के भीतर का आकाश आनंद से व्याप्त न हो तो उसका आयुष्यसूत्र अविच्छन्न हो जाए। पत्नी के रूप में पति अपने आकाश को उससे परिपूर्ण पाता है। अर्वाचीन मनोविज्ञान का मौलिक अन्वेषण यह है कि काम सब वासनाओं की मूलभूत वासना है। यहाँ तक तो यह मान्यता समुचित है, किंतु भारतीय विचार के अनुसार काम रूप की वासना स्वयं ईश्वर का रूप है। वह कोई ऐसी विकृति नहीं है जिसे हेय माना जाए। इस नियम के अनुसार काम प्रजनन के लिए अनिवार्य है और उसका वह छंदोमय मर्यादित रूप अत्यंत पवित्र है। काम वृत्ति की वीभत्स व्याख्या न इष्ट है, न कल्याणकारी। मानवीय शरीर में जिस श्रद्धा, मेधा, क्षुधा, निद्रा, स्मृति आदि अनेक वृत्तियों का समावेश है, उसी प्रकार काम वृत्ति भी देवी की एक कला रूप में यहाँ निवास करती है और वह चेतना का अभिन्न अंग है। .

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और काम · और देखें »

कारण

कारण जो कार्य के पूर्व में नियत रूप से रहता है और अन्यथासिद्धि न हो उसे कारण नहीं कहते हैं। केवल कार्य के पूर्व में रहने से ही कारणत्व नहीं हाता, कार्य के उत्पादन में साक्षात्कार सहयोगी भी इसे होना चाहिए। अन्यथासिद्ध में उन तथाकथित कारणों का समावेश होता है जो कार्य की उत्पत्ति के पूर्व रहते हैं पर कार्य के उत्पादन में साक्षात् उपयोगी नहीं है। जैसे कुम्हार का पिता अथवा मिट्टी ढोनेवाला गधा घट रूप कार्य के प्रति अन्यथासिद्ध है। .

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और कारण · और देखें »

कोशिश

कोशिश का अर्थ प्रयास है। .

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और कोशिश · और देखें »

अर्जुन

शिव अर्जुन को अस्त्र देते हुए। महाभारत के मुख्य पात्र हैं। महाराज पाण्डु एवं रानी कुन्ती के वह तीसरे पुत्र थे। द्रौपदी, कृष्ण और बलराम की बहन सुभद्रा, नाग कन्या उलूपी और मणिपुर नरेश की पुत्री चित्रांगदा इनकी पत्नियाँ थीं। इनके भाई क्रमशः युधिष्ठिर, भीम, नकुल, सहदेव। .

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और अर्जुन · और देखें »

१ (संख्या)

एक देवनागरी लिपि में प्रयुक्त होने वाली एक संख्या है। इसको एक कहते हैं। अंग्रेज़ी भाषा में इसे वन (One) या 1 लिखते है। एक गणित उदहारण के तोर पे १ को २ में से घटाने पर १ बचता है। २ - १ .

नई!!: उड़ान (चलचित्र) और १ (संख्या) · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »