लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

ईरान के प्रान्त

सूची ईरान के प्रान्त

ईरान इकत्तीस प्रान्तों में बंटा हुआ है जिन्हें फ़ारसी में 'ओस्तान' (बहुवचन: ओस्तानहा) कहा जाता है। आम तौर पर हर प्रान्त का प्रशासन उसके सबसे बड़े शहर से किया जाता है जो उसकी राजधानी (मरकज़) कहलाता है। हर प्रान्त का मुख्य अध्यक्ष 'ओस्तानदार' कहलाता है जो ईरान के केन्द्रीय सरकार के गृह मंत्री द्वारा चुना जाता है और जिसे केन्द्रीय सरकार की काबीना की मंज़ूरी ज़रूरी होती है।, Mohammad Jalal Abbasi-Shavazi, Peter McDonald, Meimanat Hosseini-Chavoshi, Springer, 2009, ISBN 978-90-481-3197-6,...

34 संबंधों: चहार्महाल और बाख़्तियारी प्रांत, तेहरान प्रांत, दक्षिण ख़ोरासान प्रांत, पश्चिम अज़रबैजान प्रांत, पूर्व अज़रबैजान प्रांत, फ़ारसी भाषा, फ़ार्स, बुशहर प्रांत, मर्कज़ी प्रांत, माज़ंदरान प्रांत, यज़्द प्रांत, रज़ावी ख़ोरासान, लूरिस्तान, सिस्तान और बलूचिस्तान, सेमनान प्रांत, हमादान प्रांत, होर्मोज़्गान प्रांत, ज़ंजन प्रांत, ईरान, ईरान का इतिहास, ईरान के शहर, ईलम प्रांत, ख़ूज़स्तान, गोलेस्तान, गीलान प्रांत, इस्फ़हान प्रांत, करमान प्रांत, करमानशाह प्रांत, क़ज़्वीन प्रांत, क़ोम प्रांत, कुर्दिस्तान प्रांत (ईरान), कोगिलुये और बोयर-अख़्मद प्रांत, अर्दबील प्रांत, उत्तर ख़ोरासान प्रांत

चहार्महाल और बाख़्तियारी प्रांत

चहार्महाल और बाख़्तियारी (Persian: چهارمحال و بختیاری) एक प्रांत हैं दक्षिणपश्चिम ईरान मैं। .

नई!!: ईरान के प्रान्त और चहार्महाल और बाख़्तियारी प्रांत · और देखें »

तेहरान प्रांत

ओस्तान-ए-तेहरान (persian: استان تهران) एक प्रांत हैं ईरान म | तेहरान इस प्रांत का और ईरान का राजधनी हैं। .

नई!!: ईरान के प्रान्त और तेहरान प्रांत · और देखें »

दक्षिण ख़ोरासान प्रांत

दक्षिण खोरसान (Persian: خراسان جنوبی) एक प्रांत हैं पुर्व ईरान मैं। इस्का राजधानी बिर्जांद हैं। .

नई!!: ईरान के प्रान्त और दक्षिण ख़ोरासान प्रांत · और देखें »

पश्चिम अज़रबैजान प्रांत

पश्चिम अज़रबैजान प्रांत (फ़ार्सी: آذربایجان غربی आज़र्बैजान-ए-घार्बी; कुर्दि: आज़र्बैजानी रोजावा; अज़ेरि: चेर्बि आज़र्बैजान) एक प्रांत है ईरान क उत्तरपस्चिम मैं। .

नई!!: ईरान के प्रान्त और पश्चिम अज़रबैजान प्रांत · और देखें »

पूर्व अज़रबैजान प्रांत

पूर्व अज़रबैजान प्रांत (Persian: آذربایجان شرقی, आज़र्बैजान-ए-शार्क़ी; Azeri:शेर्कि आज़र्बैजान) एक प्रांत है ईरान क उत्तरपस्चिम मैं। श्रेणी:ईरान के प्रांत.

नई!!: ईरान के प्रान्त और पूर्व अज़रबैजान प्रांत · और देखें »

फ़ारसी भाषा

फ़ारसी, एक भाषा है जो ईरान, ताजिकिस्तान, अफ़गानिस्तान और उज़बेकिस्तान में बोली जाती है। यह ईरान, अफ़ग़ानिस्तान, ताजिकिस्तान की राजभाषा है और इसे ७.५ करोड़ लोग बोलते हैं। भाषाई परिवार के लिहाज़ से यह हिन्द यूरोपीय परिवार की हिन्द ईरानी (इंडो ईरानियन) शाखा की ईरानी उपशाखा का सदस्य है और हिन्दी की तरह इसमें क्रिया वाक्य के अंत में आती है। फ़ारसी संस्कृत से क़ाफ़ी मिलती-जुलती है और उर्दू (और हिन्दी) में इसके कई शब्द प्रयुक्त होते हैं। ये अरबी-फ़ारसी लिपि में लिखी जाती है। अंग्रेज़ों के आगमन से पहले भारतीय उपमहाद्वीप में फ़ारसी भाषा का प्रयोग दरबारी कामों तथा लेखन की भाषा के रूप में होता है। दरबार में प्रयुक्त होने के कारण ही अफ़गानिस्तान में इस दारी कहा जाता है। .

नई!!: ईरान के प्रान्त और फ़ारसी भाषा · और देखें »

फ़ार्स

फ़ार्स दक्षिन ईरान में एक प्रांत हैं। श्रेणी:ईरान के प्रांत.

नई!!: ईरान के प्रान्त और फ़ार्स · और देखें »

बुशहर प्रांत

बुशहर (استان بوشهر) एक प्रांत हैं ईरान मैं। .

नई!!: ईरान के प्रान्त और बुशहर प्रांत · और देखें »

मर्कज़ी प्रांत

मर्कज़ी (استان مرکزی in Persian) ईरान का एक प्रांत हैं। मर्कज़ का (फ़ारसी और उर्दू में) मतलब होता है केन्द्र, यानि इस का मतलब हुआ केंन्द्रीय या मध्यप्रांत। श्रेणी:ईरान के प्रांत.

नई!!: ईरान के प्रान्त और मर्कज़ी प्रांत · और देखें »

माज़ंदरान प्रांत

माज़ंदरान (माज़ंदरानी:, माज़ेरून; फ़ारसी:, ओस्तान-ए-माज़न्दरान) उत्तर ईरान में स्थित एक प्रांत है। कैस्पियन सागर का दक्षिणी छोर इस प्रांत से लगता है। यह ईरान के सब से घनी आबादी वाले प्रान्तों में से एक है। .

नई!!: ईरान के प्रान्त और माज़ंदरान प्रांत · और देखें »

यज़्द प्रांत

याज़्द (یزد) एक प्रांत हैं ईरान मैं। .

नई!!: ईरान के प्रान्त और यज़्द प्रांत · और देखें »

रज़ावी ख़ोरासान

रज़ावी खोरसान एक प्रांत हैं ईरान म | .

नई!!: ईरान के प्रान्त और रज़ावी ख़ोरासान · और देखें »

लूरिस्तान

लूरिस्तान (फ़ारसी और लूरी:لرستان) पश्चिम ईरान में एक प्रांत हैं। श्रेणी:ईरान के प्रांत.

नई!!: ईरान के प्रान्त और लूरिस्तान · और देखें »

सिस्तान और बलूचिस्तान

सिस्तान और बलूचिस्तान ईरान का सबसे बड़ा प्रांत है जो देश के दक्षिण-पूर्वी छोर पर स्थित है। पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान की सीमा से लगे इस प्रांत के दो भाग हैं - उत्तरी सिस्तान जहाँ शिया आबादी बसती है और दक्षिणी बलूचिस्तान जहाँ बलोच लोग रहते हैं। इसकी राजधानी ज़ाहेदान है। यह ईरान के सबस विपन्न प्रांत है। इस प्रांत के उत्तरी भाग को सकिस्तान (शकों की भूमि) कहते थे औक दक्षिणी बलूचिस्तान पाकिस्तानी बलूचिस्तान का विस्तार है। हख़ामनी शासकों के बिसितून शिलालेख में बलूचिस्तान का ज़िक्र एक पूर्वी प्रांत के रूप में आता है। .

नई!!: ईरान के प्रान्त और सिस्तान और बलूचिस्तान · और देखें »

सेमनान प्रांत

सेमनान एक प्रांत हैं ईरान का उत्तर मैं। .

नई!!: ईरान के प्रान्त और सेमनान प्रांत · और देखें »

हमादान प्रांत

हमादान एक प्रांत हैं ईरान मैं। श्रेणी:ईरान के प्रांत.

नई!!: ईरान के प्रान्त और हमादान प्रांत · और देखें »

होर्मोज़्गान प्रांत

होर्मोज़्गान एक प्रांत हैं ईरान म | .

नई!!: ईरान के प्रान्त और होर्मोज़्गान प्रांत · और देखें »

ज़ंजन प्रांत

ज़ंजन प्रांत एक प्रांत हैं उत्तरपश्चिम ईरान मैं। .

नई!!: ईरान के प्रान्त और ज़ंजन प्रांत · और देखें »

ईरान

ईरान (جمهوری اسلامی ايران, जम्हूरीए इस्लामीए ईरान) जंबुद्वीप (एशिया) के दक्षिण-पश्चिम खंड में स्थित देश है। इसे सन १९३५ तक फारस नाम से भी जाना जाता है। इसकी राजधानी तेहरान है और यह देश उत्तर-पूर्व में तुर्कमेनिस्तान, उत्तर में कैस्पियन सागर और अज़रबैजान, दक्षिण में फारस की खाड़ी, पश्चिम में इराक और तुर्की, पूर्व में अफ़ग़ानिस्तान तथा पाकिस्तान से घिरा है। यहां का प्रमुख धर्म इस्लाम है तथा यह क्षेत्र शिया बहुल है। प्राचीन काल में यह बड़े साम्राज्यों की भूमि रह चुका है। ईरान को १९७९ में इस्लामिक गणराज्य घोषित किया गया था। यहाँ के प्रमुख शहर तेहरान, इस्फ़हान, तबरेज़, मशहद इत्यादि हैं। राजधानी तेहरान में देश की १५ प्रतिशत जनता वास करती है। ईरान की अर्थव्यवस्था मुख्यतः तेल और प्राकृतिक गैस निर्यात पर निर्भर है। फ़ारसी यहाँ की मुख्य भाषा है। ईरान में फारसी, अजरबैजान, कुर्द और लूर सबसे महत्वपूर्ण जातीय समूह हैं .

नई!!: ईरान के प्रान्त और ईरान · और देखें »

ईरान का इतिहास

सुसा में दारुश (दारा) के महल के बाहर बने "अमर सेनानी"। यह उपाधि कुछ चुनिन्दा सैनिकों को दी जाती थी जो महल रक्षा तथा साम्राज्य विस्तार में प्रमुख माने जाते थे। ईरान का पुराना नाम फ़ारस है और इसका इतिहास बहुत ही नाटकीय रहा है जिसमें इसके पड़ोस के क्षेत्र भी शामिल रहे हैं। इरानी इतिहास में साम्राज्यों की कहानी ईसा के ६०० साल पहले के हख़ामनी शासकों से शुरु होती है। इनके द्वारा पश्चिम एशिया तथा मिस्र पर ईसापूर्व 530 के दशक में हुई विजय से लेकर अठारहवीं सदी में नादिरशाह के भारत पर आक्रमण करने के बीच में कई साम्राज्यों ने फ़ारस पर शासन किया। इनमें से कुछ फ़ारसी सांस्कृतिक क्षेत्र के थे तो कुछ बाहरी। फारसी सास्कृतिक प्रभाव वाले क्षेत्रों में आधुनिक ईरान के अलावा इराक का दक्षिणी भाग, अज़रबैजान, पश्चिमी अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान का दक्षिणी भाग और पूर्वी तुर्की भी शामिल हैं। ये सब वो क्षेत्र हैं जहाँ कभी फारसी सासकों ने राज किया था और जिसके कारण उनपर फारसी संस्कृति का प्रभाव पड़ा था। सातवीं सदी में ईरान में इस्लाम आया। इससे पहले ईरान में जरदोश्त के धर्म के अनुयायी रहते थे। ईरान शिया इस्लाम का केन्द्र माना जाता है। कुछ लोगों ने इस्लाम कबूल करने से मना कर दिया तो उन्हें यातनाएं दी गई। इनमें से कुछ लोग भाग कर भारत के गुजरात तट पर आ गए। ये आज भी भारत में रहते हैं और इन्हें पारसी कहा जाता है। सूफ़ीवाद का जन्म और विकास ईरान और संबंधित क्षेत्रों में ११वीं सदी के आसपास हुआ। ईरान की शिया जनता पर दमिश्क और बग़दाद के सुन्नी ख़लीफ़ाओं का शासन कोई ९०० साल तक रहा जिसका असर आज के अरब-ईरान रिश्तों पर भी देखा जा सकता है। सोलहवीं सदी के आरंभ में सफ़वी वंश के तुर्क मूल लोगों के सत्ता में आने के बाद ही शिया लोग सत्ता में आ सके। इसके बाद भी देश पर सुन्नियों का शासन हुआ और उन शासकों में नादिर शाह तथा कुछ अफ़ग़ान शासक शामिल हैं। औपनिवेशक दौर में ईरान पर किसी यूरोपीय शक्ति ने सीधा शासन तो नहीं किया पर अंग्रेज़ों तथा रूसियों के बीच ईरान के व्यापार में दखल पड़ा। १९७९ की इस्लामिक क्रांति के बाद ईरान की राजनैतिक स्थिति में बहुत उतार-चढ़ाव आता रहा है। ईराक के साथ युद्ध ने भी देश को इस्लामिक जगत में एक अलग जगह पर ला खड़ा किया है। २३ जनवरी २००८ .

नई!!: ईरान के प्रान्त और ईरान का इतिहास · और देखें »

ईरान के शहर

यह ईरान के शहरों की सूची है।.

नई!!: ईरान के प्रान्त और ईरान के शहर · और देखें »

ईलम प्रांत

ईलाम प्रांत (استان ایلام,پارێزگای ئیلام) ईरान का एक प्रांत है। 2014 में इसको ईरान के क्षेर्तों में शामिल किया गया। .

नई!!: ईरान के प्रान्त और ईलम प्रांत · और देखें »

ख़ूज़स्तान

ख़ूज़स्तान (फ़ार्सी: خوزستان ओस्तान-ए-ख़ूज़स्तान) ईरान के ३१ प्रांतों में से एक है जो देश के दक्षिण-पश्चिम की दिशा में इराक़ की सीमा से लगा है। इसका इतिहास ईलम के साम्राज्य से शुरु होता है जो ईसा के २४००-६४० साल पहले था। यहाँ के लोग अरबी और फ़ारसी दोनों बोलते हैं और इसके अलावा बख़्तियारी तथा लूरी भाषा भी बोली जाती है। इसकी राजधनी अहवाज़ है। ख़ुज़स्तान को हुज़ लोगों का स्थान माना जाता है जो प्राचीनकाल से यहाँ रहते हैं। .

नई!!: ईरान के प्रान्त और ख़ूज़स्तान · और देखें »

गोलेस्तान

गोलेस्तान ईरान के ३१ प्रान्तों में से एक है। यह देश के उत्तर पूर्व में तथा कैस्पियन सागर के दक्षिण में स्थित है। इसकी राजधानी गोरगान है। गोलेस्तान १९९७ में मज़न्दरान प्रान्त से निकालकर बनाया गया था। इसकी जनसंख्या 16 लाख (2006) तथा क्षेत्रफल 20,380 वर्ग किलोमीटर है। इस प्रान्त की बड़ी बस्तियाँ इस प्रकार हैं: गोरगान, गोनबाद कावूस, बन्दर तोर्कमान, बन्दर गज़, अलियाबाद-ए कतुल, कोर्द कूय, फ़ेन्देरेस्क तथा मिनू दश्त। आज का गोरगान 1937 तक एस्तेरबा या अस्तराबाद कहा जाता था। .

नई!!: ईरान के प्रान्त और गोलेस्तान · और देखें »

गीलान प्रांत

गीलान एक प्रांत हैं उत्तरपश्चिम ईरान मैं। .

नई!!: ईरान के प्रान्त और गीलान प्रांत · और देखें »

इस्फ़हान प्रांत

इस्फ़हान प्रांत (फ़ारसी: استان اصفهان (ओस्तान-ए-इस्फ़हान)) ईरान के ३० में से एक प्रांत है। यह ईरान के लगभग मध्य में है और इसकी राजधनी इस्फ़हान शहर है। यह प्रांत ऐतिहासिक रूप से काफ़ी महत्वपूर्ण है और सफ़वी वंश की राजधानी रहा है। इसका नाम इस्फ़हान इसके फ़ारसी निस्फ़ज़हान का संक्षेप है। निस्फ़ का अर्थ होता है आधा और जहान का अर्थ दुनिया। इसका शाब्दिक अर्थ हुआ - आधी दुनिया। मध्यकाल में इस ज़गह को घूमने का मतलब समझा जाता था कि आधी दुनिया देख ली। श्रेणी:ईरान के प्रांत.

नई!!: ईरान के प्रान्त और इस्फ़हान प्रांत · और देखें »

करमान प्रांत

ओस्तान-ए-कर्मान एक प्रांत हैं दक्षिन-पुर्व ईरान मैं। २,०००,००० लोग इस प्रांत मैं रहते हैं। श्रेणी:ईरान के प्रांत.

नई!!: ईरान के प्रान्त और करमान प्रांत · और देखें »

करमानशाह प्रांत

करमानशाह (फ़ारसी:, ओस्तान-ए-करमानशाह; कुर्दी: Kirmaşan, किरमाशान) ईरान का एक प्रान्त है। १९६९ से १९८६ तक इसे 'करमानशाहान' और १९८६ से १९९५ तक इसे 'बख़्तारान' के नाम से जाना जाता था। .

नई!!: ईरान के प्रान्त और करमानशाह प्रांत · और देखें »

क़ज़्वीन प्रांत

ओस्तान-ए-क़ज़्वीन ईरान के उत्तर पश्चिम में स्थित एक प्रांत है। १९९६ में तेहरान प्रांत से अलग कर बनाया था। ये सोलहवीं सदी में सफ़वियों की राजधानी रहा था। आजकल यह बुनकरों के काम के लिए मशहूर है। देश है। प्रांत, क़ज़्वीन.

नई!!: ईरान के प्रान्त और क़ज़्वीन प्रांत · और देखें »

क़ोम प्रांत

क़ोम प्रांत (استان قم) ईरान के ३१ प्रान्तों में से एक है। इसका क्षेत्रफल ११,२३७ वर्ग किमी है और यह ईरान के कुल क्षेत्र का ०.८९% हिस्सा घेरता है। यह देश के उत्तर में स्थित है। यहाँ की राजधानी क़ोम नगर है। .

नई!!: ईरान के प्रान्त और क़ोम प्रांत · और देखें »

कुर्दिस्तान प्रांत (ईरान)

कूर्दिस्तान (फ़ारसी: استان کردستان, Ostâne Kordestân; कुर्द: پارێزگه ی کوردستان, Parêzgeha Kurdistanê) एक प्रांत हैं ईरान का पूर्व मैं। यह इराक़ से सटा है तथा यहाँ कुर्द आबादी रहती है। श्रेणी:ईरान के प्रांत.

नई!!: ईरान के प्रान्त और कुर्दिस्तान प्रांत (ईरान) · और देखें »

कोगिलुये और बोयर-अख़्मद प्रांत

कोगिलुये और बोयर-अख़्मद (Persian: کهگیلویه و بویراحمد) एक प्रांत हैं ईरान का दक्षिनपश्चिम मैं। .

नई!!: ईरान के प्रान्त और कोगिलुये और बोयर-अख़्मद प्रांत · और देखें »

अर्दबील प्रांत

पीरबिदाक़ गाँव अर्दबील प्रान्त (फ़ारसी:, ओस्तान-ए-अल्बोर्ज़; उच्चारण: अर+दबील; अंग्रेज़ी: Ardabil Province) ईरान के ३१ प्रान्तों में से एक है जो उस देश के पश्चिमोत्तरी भाग में स्थित है। इसकी राजधानी अर्दबील नाम का शहर ही है। यहाँ बहुत से अज़ेरी लोग रहते हैं और इसे 'ईरानी अज़रबेजान' का हिस्सा माना जाता है।, Patricia Baker, Hilary Smith, Bradt Travel Guides, 2009, ISBN 978-1-84162-289-7 .

नई!!: ईरान के प्रान्त और अर्दबील प्रांत · और देखें »

उत्तर ख़ोरासान प्रांत

उत्तर खोरसान एक प्रांत हैं उत्तरपुर्व ईरान मैं। इस्का राजधानी बोज्नूर्द हैं। श्रेणी:ईरान के प्रांत.

नई!!: ईरान के प्रान्त और उत्तर ख़ोरासान प्रांत · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

ईरान के प्रदेश, ईरान के प्रांत

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »