3 संबंधों: बचत खाता, ब्याज, सावधि जमा।
बचत खाता
एक पासबुक, बचत खातों के लेनदेन का पारंपरिक जरिया. बचत खाते (सेविंग्स अकाउंट), खुदरा वित्तीय संस्थाओं द्वारा बनाये रखे जाने वाले खातों को कहते हैं जो ब्याज तो प्रदान करते हैं लेकिन जिन्हें सीधे तौर पर धन के रूप में (उदाहरण के लिए, एक चेक लिखकर) इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। इन खातों में ग्राहक अपने अतिरिक्त धन के कुछ हिस्से को अलग रखने के साथ-साथ थोड़ा ब्याज (मॉनेटरी रिटर्न) भी कमा सकते हैं। .
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ब्याज
ब्याज एक ऐसा शुल्क है जो उधार ली गयी संपत्ति (ऋण) के लिए किया जाता है। यह उधार लिए गए पैसे के लिए अदा की गयी कीमत है, या, जमा धन से अर्जित किया गया पैसा है। जिन संपत्तियों को ब्याज के साथ उधार दिया जाता है उनमें शामिल हैं धन, शेयर, किराए पर खरीद द्वारा उपभोक्ता वस्तुएं, प्रमुख संपत्तियां जैसे विमान और कभी-कभी वित्त पट्टा व्यवस्था पर दिया गया पूरा कारखाना.
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सावधि जमा
सावधि जमा (fixed deposit (FD)) बैंको एवं अन्य वित्तीय संस्थाओं द्वारा प्रदत्त जमा योजना है जिसमें एक नियत अवधि (समय) के लिये जमा की गयी धनराशि पर बचत खाते की अपेक्षा अधिक ब्याज दिया जाता है। सावधि जमा की एक निश्चित परिपक्वता तिथि (या परिपक्वता अवधि) होती है। जमा की अवधि ७ दिन से लेकर १० वर्ष तक हो सकती है। इसी तरह इस पर ब्याज की दर भी ४% वार्षिक से लेकर लगभग ११% वार्षिक तक है। निर्धारित अवधि के लिये जमा किये गये पैसे को परिपक्व होने के पहले निकालने पर पूर्व घोषित ब्याज नहीं मिलता है बल्कि उससे कम (या शून्य) ब्याज दिया जाता है। .
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