आचार्य मघराज तेरापंथ के पांचवे आचार्य थे। उनका जन्म विक्रम सम्वत १८९७ चैत्र मास शुक्ल ग्यारस को राजस्थान के चुरू जिले के बीदासर के बेंगानी परिवार में हुआ। उनके पिता का नाम पूरनमलजी और माँ का नाम बन्नां जी था। विक्रम सम्वत १९०८ को युवाचार्य जीतमलजी द्वारा लाडनू में उनकी दीक्षा हुई। श्रेणी:जैन आचार्य.
2 संबंधों: चूरू, तेरापंथ।
चूरू भारत के सबसे बड़े राज्य राजस्थान के मरुस्थलीय भाग का एक नगर एवं लोकसभा क्षेत्र है। इसे थार मरुस्थल का द्वार भी कहा जाता है। यह चूरू जिले का जिला मुख्यालय है। चूरू की स्थापना 1620 ई. में चूहरू जाट ने की थी। .
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तेरापन्थ से निम्नलिखित दो जैन सम्प्रदायों का बोध होता है-.
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