16 संबंधों: ताल (१९९९ फ़िल्म), दबंग, देवदास (२००२ फ़िल्म), धूम (2004 फ़िल्म), बंटी और बबली, ममता शर्मा, लगान (२००१ फ़िल्म), श्रेया घोषाल, सुनिधि चौहान, ज़िस्म (2003 फ़िल्म), आशा भोंसले, कहो ना प्यार है, कविता कृष्णमूर्ति, अलका याज्ञिक, अलीशा चिनॉय, अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फ़िल्म अकादमी।
ताल (१९९९ फ़िल्म)
ताल 1999 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
नई!!: आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार और ताल (१९९९ फ़िल्म) · और देखें »
दबंग
दबंग (Dabangg) २०१० में बनी हिन्दी फ़िल्म है जिसका निर्देशन अभिनव कश्यप ने व् निर्माण अरबाज़ खान ने किया है। फ़िल्म में सलमान खान और सोनाक्षी सिन्हा मुख्य भूमिका में है। यह फ़िल्म सोनाक्षी सिन्हा का अभिनय क्षेत्र में पदार्पण करवाती है। दबंग को ईद के दिन १० सितम्बर २०१० को १६०० पद्रों पर रिलीज़ किया गया था। फ़िल्म ने रिलीज़ के बाद कई रिकोर्ड तोड़े और इसे कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया जिनमे सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म के लिए फ़िल्मफेयर और राष्ट्रिय दिलम पुरस्कार शामिल है। .
नई!!: आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार और दबंग · और देखें »
देवदास (२००२ फ़िल्म)
देवदास शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय के उपन्यास देवदास पर आधारित चलचित्र है। यह इसी नाम पर बना तीसरा और प्रथम रंगीन चलचित्र है। इस चलचित्र में शाहरुख़ खान, ऐश्वर्या राय और माधुरी दीक्षित प्रमुख भुमिका में हैं और इसका निर्देशन संजय लीला भंसाली ने किया है। जब यह चलचित्र प्रदर्शित किया गया था, तब यह बॉलीवुड का सर्वाधिक बजट वाला चलचित्र था जिसका बजट ५० करोड़ रु बताया जाता है। हिन्दी के अतिरिक्त इसे छः अन्य भाषाओं में प्रदर्शित किया गया था: अंग्रेजी़, गुजराती, फ्रांसीसी, मंदारिन (चीनी), थाई और पंजाबी। .
नई!!: आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार और देवदास (२००२ फ़िल्म) · और देखें »
धूम (2004 फ़िल्म)
कोई विवरण नहीं।
नई!!: आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार और धूम (2004 फ़िल्म) · और देखें »
बंटी और बबली
बंटी और बबली 2005 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
नई!!: आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार और बंटी और बबली · और देखें »
ममता शर्मा
ममता शर्मा हिंदी फिल्मों की एक प्रसिद्ध गायिका है। उनके गाने बॉलीवुड में काफी हिट हुए हैं। उन्होंने "मुन्नी बदनाम हुई", "फेविकोल से", "टिंकू जिया", "अनारकली डिस्को चली" जैसे कई गानों को आवाज़ दी है। श्रेणी:गायिका श्रेणी:पार्श्वगायक.
नई!!: आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार और ममता शर्मा · और देखें »
लगान (२००१ फ़िल्म)
लगान २००१ में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। लगान (उर्फ़ लगान: वन्स अपॊन अ टाइम इन इन्डीया) हिन्दी चलचित्र ई.स.२००१ में भारत में प्र्स्तुत की गई थी। यह फ़िल्म आशुतोष गौरीकर की मूल कथा पर आधारित है, जिसका उन्होनेही दिग्दर्शन किया है। आमीर ख़ान इसके सहनिर्माता होने के अलावा मुख्य अभिनेता भी है। साथ मे ग्रेसी सींह, रचेल शॅली और पॉल ब्लॅकथॉर्न ने पात्र निभाये है। फ़िल्म रानी विक्टोरिया के ब्रिटानी राज की एक सूखा पीडित गांव के किसानो पर कठोर ब्रीटानी लगान की कहानी है। जब किसान लगान कम करने की मांग कर्ते हैं, तब ब्रिटानी अफ़्सर एक प्रस्ताव देतें है। अगर क्रिकॅट के खेल में उन्को गांववासीओं ने परजित किया तो लगान मांफ़। चूनौती स्वीकारने के बाद गांवनिवासीऒं पर क्या बीतती है, यही इस फ़िल्म का चरीत्र है। इस फ़िल्म की समालोचनात्म्क सरहाना के अलावा इस को कई देसी और विदेशी पुरस्कार भी मिले है। ऑस्कर के "सर्वोत्तम अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म" पुरस्कार के लिये नियुक्त की गई यह तिसरी हिन्दी फ़िल्म है। इससे पह्ले "मधर इन्डीया" और "सलाम बॉम्बे" नियुक्त किये जा चुके हैं। ई.स.२००१ की यह बहुत लोकप्रिय फ़िल्म रही। ई.स.२००७ तक इस की डीवीडी की बिक्री सबसे अव्वल थी। जीतू मीना फुलवाड़ा फुलवाड़ा9057673720 .
नई!!: आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार और लगान (२००१ फ़िल्म) · और देखें »
श्रेया घोषाल
श्रेया घोषाल (जन्म तारीख़: 12 मार्च 1984) एक भारतीय पार्श्व गायिका है। उन्होंने बॉलीवुड में, क्षेत्रीय फिल्मों बहुत सारे गाने गाए और कस्तूरी जैसे भारतीय धारावाहिकों के लिए भी गाया है। हिंदी के अलावा, उन्होंने असमिया, बंगाली, कन्नड़, मलयालम, मराठी, पंजाबी, तमिल और तेलुगु में भी गाने गाए हैं। .
नई!!: आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार और श्रेया घोषाल · और देखें »
सुनिधि चौहान
सुनिधि चौहान (जन्म निधी चौहान, १४ अगस्त १९८३) एक भारतीय पार्श्वगायिका है जो हिन्दी गीतों को गाने के लिए लोकप्रिय है। उन्होंने मराठी, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, बंगाली, असमिया और गुजराती फ़िल्मों में भी २००० से अधिक गीत गाए हैं। चौहान ने गायन की शुरुआत चार वर्ष की आयु से की और एक स्थानीय टीवी मेज़बान ने उनकी इस प्रतिभा को देखा। उन्हें प्रसिद्धी टेलिविज़न गायन प्रतियोगिता मेरी आवाज़ सुनो से मिली जिसमे जित के बाद उन्होंने पार्श्वगायन क्षेत्र में शस्त्र फ़िल्म से पदार्पण किया। उन्हें लोकप्रियता राम गोपाल वर्मा की फ़िल्म मस्त से मिली जिसमे उन्होंने "रुकी रुकी सी ज़िंदगी" गीत गाया जो एक हीट गीत साबित हुआ। उन्हें कुल चौदह फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कारों का नामांकन और तीन में जित हासिल हुई। उन्होंने दो स्टार स्क्रीन पुरस्कार, दो आइफा पुरस्कार और एक ज़ी सिने पुरस्कार जीते हैं। .
नई!!: आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार और सुनिधि चौहान · और देखें »
ज़िस्म (2003 फ़िल्म)
ज़िस्म 2003 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
नई!!: आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार और ज़िस्म (2003 फ़िल्म) · और देखें »
आशा भोंसले
आशा भोंसले (जन्म: 8 सितम्बर 1933) हिन्दी फ़िल्मों की मशहूर पार्श्वगायिका हैं। लता मंगेशकर की छोटी बहन और दीनानाथ मंगेशकर की पुत्री आशा ने फिल्मी और गैर फिल्मी लगभग 16 हजार गाने गाये हैं और इनकी आवाज़ के प्रशंसक पूरी दुनिया में फैले हुए हैं। हिंदी के अलावा उन्होंने मराठी, बंगाली, गुजराती, पंजाबी, भोजपुरी, तमिल, मलयालम, अंग्रेजी और रूसी भाषा के भी अनेक गीत गाए हैं। आशा भोंसले ने अपना पहला गीत वर्ष 1948 में सावन आया फिल्म चुनरिया में गाया। आशा की विशेषता है कि इन्होंने शास्त्रीय संगीत, गजल और पॉप संगीत हर क्षेत्र में अपनी आवाज़ का जादू बिखेरा है और एक समान सफलता पाई है। उन्होने आर॰ डी॰ बर्मन से शादी की थी। .
नई!!: आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार और आशा भोंसले · और देखें »
कहो ना प्यार है
कहो ना प्यार है 2000 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इस फिल्म के निर्देशक और लेखक राकेश रोशन हैं। इस फिल्म के द्वारा ऋतिक रोशन और अमीषा पटेल ने फिल्मों में अपने अभिनय के सफर को शुरू किया था। इसमें ऋतिक रोशन रोहित और राज की दोहरी भूमिका निभाएँ हैं। यह फिल्म 2000 की सबसे सफल फिल्म थी। इसे बहुत अधिक पुरस्कार भी मिले। इस फिल्म के लिए राकेश रोशन को पहली बार निर्माता और निर्देशक के रूप में फिल्मफेयर पुरस्कार मिला। सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेता के लिए ऋतिक रोशन को एक ही फिल्म में यह दोनों पुरस्कार भी मिल गया। .
नई!!: आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार और कहो ना प्यार है · और देखें »
कविता कृष्णमूर्ति
कविता कृष्णमूर्ति(जन्म:१९५८) भारतीय सिनेमा की एक महत्वपूर्ण पार्श्वगायिका है।कविता जब आठ साल की थीं तो उन्होंने एक गायन प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार जीता। तभी से वह बड़ी होकर एक मशहूर गायिका बनने का सपना देखने लगी थीं। .
नई!!: आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार और कविता कृष्णमूर्ति · और देखें »
अलका याज्ञिक
अलका याज्ञिक भारतीय सिनेमा की एक प्रसिद्ध पार्श्वगायिका हैं। वे हिंदी सिनेमा में तीन दशकों तक अपनी गायकी के लिए विख्यात हैं। हिंदी सिनेमा में वे सबसे ज्यादा गाने रिकॉर्ड करने वाली पांचवी पार्श्वगायिका हैं। उन्हें फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार के ३६ नामांकनों में से ७ बार पुरस्कार मिल चुका है जो कि खुद में एक रिकॉर्ड है। उन्हें दो राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त है। साथ ही उनके २० गाने बीबीसी के "बॉलीवुड के श्रेष्ठ ४० सदाबहार साउंडट्रैक" में शामिल हैं। उनके कुछ हिट गानों में से हैं — "कुछ कुछ होता है", "टिप टिप बरसा पानी", "परदेसी परदेसी", "छम्मा छम्मा", "पूछो ज़रा पूछो", "एक दो तीन", "चाँद छुपा बादल में", "लाल दुपट्टा", "मुझको राणाजी" और "बाज़ीगर ओ बाज़ीगर"। .
नई!!: आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार और अलका याज्ञिक · और देखें »
अलीशा चिनॉय
अलीशा चेनॉय एक भारतीय पॉप गायिका हैं, वह अपने कई निजी एल्बम तथा भारतीय सिनेमा में पार्श्व (प्लेबैक) गायन के लिए जानी जाती है। .
नई!!: आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार और अलीशा चिनॉय · और देखें »
अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फ़िल्म अकादमी
अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फ़िल्म अकादमी एक संस्था है जो सब जगह हिन्दी फ़िल्म के विकास और प्रोत्साहन के लिये काम करती है। .
नई!!: आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार और अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फ़िल्म अकादमी · और देखें »