लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
इंस्टॉल करें
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन

सूची अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन

अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन अलेक्सान्द्र इसयेविच सोल्शेनीत्सिन का जन्म ११ दिसम्बर १९१८ को हुआ था। सोल्शेनीत्सिन रुसी भाषा के २० वी सदी के महत्वपूर्ण लेखक थे। सोल्शेनीत्सिन ने कई उपन्यास, कविताएँ और कहनियों की रचना की। ये १९७० के नोबेल पुरस्कार (साहित्य) के विजेता है। .

11 संबंधों: टेंपलटन पुरस्कार, दक्षिणी संघीय विश्वविद्यालय, नोबेल पुरस्कार, मास्को, रूस, रूसी लोग, लोमोसोव स्वर्ण पदक, सोवियत संघ, किस्लोवोदस्क, कैंसर वार्ड, अंतरराष्ट्रीय बोतेव पुरस्कार

टेंपलटन पुरस्कार

टेंपलटन पुरस्कार प्रतिवर्ष टेंपलटन फ़ाउण्डेशन द्वारा दिया जाने वाला एक पुरस्कार है। इसकी शुरूआत 1973 में हुई थी और यह किसी ऐसे जीवित व्यक्ति को दिया जाता है जिसने अध्यात्म के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो। वर्ष २०१२ में यह पुरस्कार तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा को दिया गया था। इससे पहले यह पुरस्कार मदर टेरेसा (1973) सर्वपल्ली राधाकृष्णन (1975)बाबाआमटे(1990),पांडुरंग शास्त्री आठवले (1997) को भी दिया जा चुका है। मदर टेरेसा को पुरस्कृत करने के साथ ही इसकि शुरूआत हुई थी और वे इस पुरस्कार को पाने वाली पहली व्यक्ति थीं। .

नई!!: अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन और टेंपलटन पुरस्कार · और देखें »

दक्षिणी संघीय विश्वविद्यालय

दक्षिणी संघीय विश्वविद्यालय को पहले रोस्तोव राज्य विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता था। यह एक सरकारी विश्वविद्यालय है। यह रोस्तोव ओब्लास्ट में स्थित है। इस विश्वविद्यालय के दो कैंपस है। एक रोतोव-ऑन-डॉन शहर में है और दूसरा तन्गंरोग नामक शहर में है। .

नई!!: अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन और दक्षिणी संघीय विश्वविद्यालय · और देखें »

नोबेल पुरस्कार

नोबेल फाउंडेशन द्वारा स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की याद में वर्ष १९०१ में शुरू किया गया यह शांति, साहित्य, भौतिकी, रसायन, चिकित्सा विज्ञान और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में विश्व का सर्वोच्च पुरस्कार है। इस पुरस्कार के रूप में प्रशस्ति-पत्र के साथ 14 लाख डालर की राशि प्रदान की जाती है। अल्फ्रेड नोबेल ने कुल ३५५ आविष्कार किए जिनमें १८६७ में किया गया डायनामाइट का आविष्कार भी था। नोबेल को डायनामाइट तथा इस तरह के विज्ञान के अनेक आविष्कारों की विध्वंसक शक्ति की बखूबी समझ थी। साथ ही विकास के लिए निरंतर नए अनुसंधान की जरूरत का भी भरपूर अहसास था। दिसंबर १८९६ में मृत्यु के पूर्व अपनी विपुल संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा उन्होंने एक ट्रस्ट के लिए सुरक्षित रख दिया। उनकी इच्छा थी कि इस पैसे के ब्याज से हर साल उन लोगों को सम्मानित किया जाए जिनका काम मानव जाति के लिए सबसे कल्याणकारी पाया जाए। स्वीडिश बैंक में जमा इसी राशि के ब्याज से नोबेल फाउँडेशन द्वारा हर वर्ष शांति, साहित्य, भौतिकी, रसायन, चिकित्सा विज्ञान और अर्थशास्त्र में सर्वोत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। नोबेल फ़ाउंडेशन की स्थापना २९ जून १९०० को हुई तथा 1901 से नोबेल पुरस्कार दिया जाने लगा। अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार की शुरुआत 1968 से की गई। पहला नोबेल शांति पुरस्कार १९०१ में रेड क्रॉस के संस्थापक ज्यां हैरी दुनांत और फ़्रेंच पीस सोसाइटी के संस्थापक अध्यक्ष फ्रेडरिक पैसी को संयुक्त रूप से दिया गया। अल्फ्रेड नोबेल .

नई!!: अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन और नोबेल पुरस्कार · और देखें »

मास्को

thumb मास्को स्थित रेड स्केव्यर का एक दृश्य मास्को या मॉस्को (रूसी: Москва́ (मोस्कवा)), रूस की राजधानी एवं यूरोप का सबसे बडा शहर है, मॉस्को का शहरी क्षेत्र दुनिया के सबसे बडे शहरी क्षेत्रों में गिना जाता है। मास्को रूस की राजनैतिक, आर्थिक, धार्मिक, वित्तीय एवं शैक्षणिक गतिविधियों का केन्द्र माना जाता है। यह मोस्कवा नदी के तट पर बसा हुआ है। ऐतिहासिक रूप से यह पुराने सोवियत संघ एवं प्राचीन रूसी साम्राज्य की राजधानी भी रही है। मास्को को दुनिया के अरबपतियों का शहर भी कहा जाता है जहां दुनिया के सबसे ज्यादा अरबपति बसते हैं। २००७ में मास्को को लगातार दूसरी बार दुनिया का सबसे महंगा शहर भी घोषित किया गया था। .

नई!!: अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन और मास्को · और देखें »

रूस

रूस (रूसी: Росси́йская Федера́ция / रोस्सिज्स्काया फ़ेदेरात्सिया, Росси́я / रोस्सिया) पूर्वी यूरोप और उत्तर एशिया में स्थित एक विशाल आकार वाला देश। कुल १,७०,७५,४०० किमी२ के साथ यह विश्व का सब्से बड़ा देश है। आकार की दृष्टि से यह भारत से पाँच गुणा से भी अधिक है। इतना विशाल देश होने के बाद भी रूस की जनसंख्या विश्व में सातवें स्थान पर है जिसके कारण रूस का जनसंख्या घनत्व विश्व में सब्से कम में से है। रूस की अधिकान्श जनसंख्या इसके यूरोपीय भाग में बसी हुई है। इसकी राजधानी मॉस्को है। रूस की मुख्य और राजभाषा रूसी है। रूस के साथ जिन देशों की सीमाएँ मिलती हैं उनके नाम हैं - (वामावर्त) - नार्वे, फ़िनलैण्ड, एस्टोनिया, लातविया, लिथुआनिया, पोलैण्ड, बेलारूस, यूक्रेन, जॉर्जिया, अज़रबैजान, कजाकिस्तान, चीन, मंगोलिया और उत्तर कोरिया। रूसी साम्राज्य के दिनों से रूस ने विश्व में अपना स्थान एक प्रमुख शक्ति के रूप में किया था। प्रथम विश्वयुद्ध के बाद सोवियत संघ विश्व का सबसे बड़ा साम्यवादी देश बना। यहाँ के लेखकों ने साम्यवादी विचारधारा को विश्व भर में फैलाया। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद सोवियत संघ एक प्रमुख सामरिक और राजनीतिक शक्ति बनकर उभरा। संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ इसकी वर्षों तक प्रतिस्पर्धा चली जिसमें सामरिक, आर्थिक, राजनैतिक और तकनीकी क्षेत्रों में एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ थी। १९८० के दशक से यह आर्थिक रूप से क्षीण होता चला गया और १९९१ में इसका विघटन हो गया जिसके फलस्वरूप रूस, सोवियत संघ का सबसे बड़ा राज्य बना। वर्तमान में रूस अपने सोवियत संघ काल के महाशक्ति पद को पुनः प्राप्त करने का प्रयास कर रहा है। यद्यपि रूस अभी भी एक प्रमुख देश है लेकिन यह सोवियत काल के पद से भी बहुत दूर है। .

नई!!: अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन और रूस · और देखें »

रूसी लोग

रूसी लोग (रूसी भाषा: русские, रुस्किये) एक पूर्वी स्लाव जातीय समूह है जो मूल रूप से रूस का निवासी है। रूसी लोग रूसी भाषा बोलते हैं और ज़्यादातर रूस और उसके पड़ोसी देशों में रहते हैं। राष्ट्रीयता के नज़रिए से रूस के सभी नागरिकों को भी कभी-कभी रूसी कहा जाता है हालाँकि उनमें से बहुत से रूसी जाति के नहीं होते हैं, मसलन तातार लोग, निव्ख़ लोग और चरकस लोग। २०१० की जनगणना के अनुसार रूस के ८१% लोग रूसी जाति के थे। दुनिया भर में रूसी जाति के लोगों की कुल आबादी १३.३ करोड़ अनुमानित की गई है।, JoshuaProject, Accessed 2012-02-28 .

नई!!: अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन और रूसी लोग · और देखें »

लोमोसोव स्वर्ण पदक

लोमोसोव स्वर्ण पदक का नाम रुसी वैज्ञानिक मिखाइल लोमोनोसोव के नाम पर रखा गया है। ये पदक १९५९ से हर साल सोवियत संघ की विज्ञान की अकादमी (अंग्रेजी में - उ.स.स.र. अकादमी ऑफ़ साइंसेज) और बाद में रुसी विज्ञान की अकादमी (अंग्रेजी में - रसियन अकादमी ऑफ़ साइंसेज) द्वारा दिया जाता है। यह पदक प्राकृतिक विज्ञान और मानविकी से सम्बंधित विषयों में उल्लेखनीय कार्य के लिए दिया जाता है। सन् १९६७ से हर साल दो पदक दिये जाते हैं। एक रुसी व्यक्ति को और दूसरा विदेशी व्यक्ति को। .

नई!!: अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन और लोमोसोव स्वर्ण पदक · और देखें »

सोवियत संघ

सोवियत संघ (रूसी भाषा: Сове́тский Сою́з, सोवेत्स्की सोयूज़; अंग्रेज़ी: Soviet Union), जिसका औपचारिक नाम सोवियत समाजवादी गणतंत्रों का संघ (Сою́з Сове́тских Социалисти́ческих Респу́блик, Union of Soviet Socialist Republics) था, यूरेशिया के बड़े भूभाग पर विस्तृत एक देश था जो १९२२ से १९९१ तक अस्तित्व में रहा। यह अपनी स्थापना से १९९० तक साम्यवादी पार्टी (कोम्युनिस्ट पार्टी) द्वारा शासित रहा। संवैधानिक रूप से सोवियत संघ १५ स्वशासित गणतंत्रों का संघ था लेकिन वास्तव में पूरे देश के प्रशासन और अर्थव्यवस्था पर केन्द्रीय सरकार का कड़ा नियंत्रण रहा। रूसी सोवियत संघीय समाजवादी गणतंत्र (Russian Soviet Federative Socialist Republic) इस देश का सबसे बड़ा गणतंत्र और राजनैतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक केंद्र था, इसलिए पूरे देश का गहरा रूसीकरण हुआ। यही कारण रहा कि विदेश में भी सोवियत संघ को अक्सर गलती से 'रूस' बोल दिया जाता था। .

नई!!: अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन और सोवियत संघ · और देखें »

किस्लोवोदस्क

किस्लोवोदस्क एक शहर जो की रूस के स्ताव्रोपोल क्राय (क्राय प्रान्त के एक प्रान्त जैसा प्रशासनिक विभाग होता है।) में स्थित हैं। .

नई!!: अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन और किस्लोवोदस्क · और देखें »

कैंसर वार्ड

राकोवीय कोरपुस (रूसी भाषा में Раковый корпус, हिंदी अनुवाद कैसर वार्ड) रूसी लेखक अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन का प्रसिद्ध उपन्यास है जिसमे स्टालिन के अत्याचारों का ब्यौरा लिखा गया है, जिसे लेखक ने स्वयं झेला था। यह उपन्यास १९६८ में प्रकाशित हुआ था। .

नई!!: अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन और कैंसर वार्ड · और देखें »

अंतरराष्ट्रीय बोतेव पुरस्कार

अंतरराष्ट्रीय बोतेव पुरस्कार एक बुल्गारियी पुरस्कार है जो की उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने साहित्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की हो। .

नई!!: अलेक्सान्द्र सोल्शेनीत्सिन और अंतरराष्ट्रीय बोतेव पुरस्कार · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

अलिक्सैन्डर सोल्झ़नीत्सिन, अलेक्ज़ान्द्र सोलज़ेनित्सिन

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »