3 संबंधों: मैन बुकर पुरस्कार, १९६१, २४ नवंबर।
मैन बुकर पुरस्कार
मैन बुकर पुरस्कार फ़ॉर फ़िक्शन (Man Booker Prize for Fiction) जिसे लघु रूप में मैन बुकर पुरस्कार या बुकर पुरस्कार भी कहा जाता है, राष्ट्रकुल (कॉमनवैल्थ) या आयरलैंड के नागरिक द्वारा लिखे गए मौलिक अंग्रेजी उपन्यास के लिए हर वर्ष दिया जाता है। 2008 वर्ष का पुरस्कार भारतीय लेखक अरविन्द अडिग को दिया गया था। अडिग को मिलाकर कुल 5 बार यह पुरस्कार भारतीय मूल के लेखकों को मिला है (अन्य लेखक - वी एस नाइपॉल, अरुंधति राय, सलमान रश्दी और किरण देसाई) और कुल 9 पुरस्कार विजेता उपन्यास ऐसे हैं जिनका कथानक भारत या भारतीयों से प्रेरित है। बुकर पुरस्कार की स्थापना सन् 1969 में इंगलैंड की बुकर मैकोनल कंपनी द्वारा की गई थी। इसमें 60 हज़ार पाउण्ड की राशि विजेता लेखक को दी जाती है। इस पुरस्कार के लिए पहले उपन्यासों की एक लंबी सूची तैयार की जाती है और फिर पुरस्कार वाले दिन की शाम के भोज में पुरस्कार विजेता की घोषणा की जाती है। पहला बुकर पुरस्कार अलबानिया के उपन्यासकार इस्माइल कादरे को दिया गया था। .
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१९६१
1961 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
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२४ नवंबर
२४ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२८वॉ (लीप वर्ष में ३२९ वॉ) दिन है। साल में अभी और ३७ दिन बाकी है। .
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यहां पुनर्निर्देश करता है:
अरुणधती राय, अरुण्धती राय, अरुन्धती रॉय, अरुंधति रॉय, अरुंधती राय।